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नक्सल शापित छत्तीसगढ़ में विकास की गंगा बहाने गए पीएम ने नक्सलियों को मानवता की दुहाई भी दी

नक्सल शापित छत्तीसगढ़ में विकास की गंगा बहाने गए पीएम ने हथियार छोड़ने के लिए नक्सलियों को मानवता की दुहाई दी |
भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज नक्सलवादियों से कहा कि वह हिंसा छोड़कर अमन के रास्ते पर चलें ताकि मौत का तांडव खत्म हो और विकास का मार्ग प्रशस्त हो।
बीते तीन दशकों में यह पहला अवसर है जब भारत के किसी प्रधानमंत्री ने दुर्दांत नक्सलवादियों के इस दुर्गम गढ़ की यात्रा की है।
अपने इस दौरे में श्री मोदी ने छत्तीसगढ़ के अपने संक्षिप्त प्रवास के दौरान माओवाद से सबसे ज्यादा प्रभावित बस्तर क्षेत्र के लिए 24,000 करोड़ रूपए की कल्याणकारी योजनाओं की शुरूआत कीहै इनमे से एक विशाल इस्पात संयंत्र एक रेलवे लाइन सहित विभिन्न विकास परियोजनाएं शामिल हैं।
प्रधानमंत्री श्री मोदी की छत्तीसगढ़ यात्रा के दौरान उन्हें चुनौती देते हुए राज्य के सुकमा जिले में आज 400 से 500 ग्रामीणों को माओवादियों द्वारा बंधक बनाये जाने की घटना की सूचना भी फलेश हुई है|इस पर परस्पर विरोधी दावे सामने आ रहे हैं।गृह मंत्री राजनाथ सिंह माओवादिओं से बंधकों को छुड़ाने के आश्वासन दे रहे हैं जबकि दूसरी ओर बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक आर पर कालुरी के अनुसार यह मीडिया की गढ़ी ‘कल्पना’ है।
इसके अतिरिक्त श्री मोदी ने आज जनजातीय युवाओं में मौजूद स्‍वाभाविक खेलकूद की प्रतिभा को विकसित करने को कहा है। छत्‍तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में शैक्षिक शहर जवांगा में छात्रों से बातचीत करते हुए उन्‍होंने कहा कि जनजातीय युवा वैश्विक खेलकूद के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकते है। उन्‍होंने कहा कि बच्‍चों के लिए खेल महत्‍वपूर्ण है क्‍योंकि इससे समाज में खेल भावना विकसित होती है।
छात्रों के प्रश्‍नों के उत्‍तर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जिंदगी को सफलता और विफलता के पैमाने पर नहीं मापना चाहिए। अपने अनुभव के बारे में बताते हुए श्री मोदी ने कहा कि जीवन में उन्‍हें कई बार असफलता का मुंह देखना पड़ा। उन्‍होंने कहा कि हालांकि कोई भी व्‍यक्ति सफलताओं की बजाय असफलताओं से अधिक सीख सकता है। उन्‍होंने कहा कि व्‍यक्ति को अपने लक्ष्‍य के बारे में स्‍पष्‍ट होना चाहिए और उसे सफलता हासिल करने के लिए अडिग रहना चाहिए।
प्रधानमंत्री विशिष्‍ट बच्‍चों के स्‍कूल-‘सक्षम’ भी गए और वहां छात्रों से बातचीत की।
इस अवसर पर छत्‍तीसगढ़ के मुख्‍यमंत्री डॉ रमन सिंह भी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री की उपस्थिति में दंतेवाड़ा में विकास के लिए अनेकों समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर हुए इनमे से कुछ निम्न हैं
(1) राउघाट और जगदलपुर के बीच 140 किलोमीटर रेललाइन के लिए छत्‍तीसगढ़ सरकार, एनएमडीसी, इरकॉन और सेल के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर हुए। इस परियोजना की अनुमानित लागत 2000 करोड़ रूपये है।
(2) करीब 18000 करोड़ रूपये के निवेश से 3 मिलियन टन के अल्‍ट्रा मेगा स्‍टील प्‍लांट के लिए इस्‍पात मंत्रालय, छत्‍तीसगढ़ सरकार, सेल और एनएमडीसी के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर हुए।
(3) 4000 करोड़ रूपये से बस्‍तर जिले के नगरनार में स्‍लरी पाइपलाइन और 2 एमटीपीए पेलैट प्‍लांट के लिए छत्‍तीसगढ़ सरकार और एनएमडीसी के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर हुए।
(4) 826 करोड़ रूपये के निवेश से बालोद जिले के दल्‍ली–राजहारा में 1एमटीपीए पेलैट प्‍लांट स्‍थापित करने के लिए छत्‍तीसगढ़ सरकार और सेल के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर हुए।