ग्रामीण और शहरी छेत्रों में पेय जल में छह गुना अधिक कठोरता पाई गई है जिसके कारण लोगों को पेट के रोग बढ़ सकते हैं |
यह रिपोर्ट जल का परिक्षण एवं कार्यशाला में आई हैं | ग्रामीण स्वच्छ पेयजल जागस्कता कार्यक्रम के तहत आर.जी.पी.जी.कालिज के रसायन विभाग में जल का परिक्षण एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका आयोजन जिला विज्ञान क्लब एवं प्रगति विज्ञान संस्था के सहयोग से किया गया
संयोजक दीपक शर्मा ने बताया कि बागपत [धनौरा] के हैण्ड पंप से प्राप्त सैंपल में ६९१ घुलन शील लवण टी डी एस[ TDS] पाई गई जबकि शहरी इलाके में प्रतिष्ठित आर जी गर्ल्स कालेज के नमूने में ६१९ टी डी एस[ TDS] पाई गई |यह कठोरता नार्मल से छह गुना अधिक है |
आर जी कालेज के जल में कठोरता के लिए पानी की टंकी सफाई नहीं किये जाने और उसमे लाल दवाई का प्रयोग नहीं किया जाना बताया गया| इसके लिए तत्काल टैंक की सफाई और लाल दवाई का प्रयोग करने की सलाह दी गई है| बागपत में पानी को रात भर स्टोर करके सुबह उसमे फिटकरी का प्रयोग करने के पश्चात निथारने की सलाह दी गई है|