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घोटाले तो नंगे होते रहेंगे और उन्हें समय के वस्त्रों से ढका भी जाता रहेगा|


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक लखनवी सपाई छुटभेय्या
ओये झाल्लेया देखा हसाड़े युवा मुख्यमंत्री माननीय अखिलेश यादव जी का कमाल ओये पिछली सरकार के घोटाले पे घोटाले पकडे जा रहे हैं|अब मुजफ्फर नगर के समाज कल्याण विभाग में हुए
रिंकू सिंह राही काण्ड में भी ८० करोड़ रुपयों का घोटाला सामने आ गया है|पिछली सरकार ने पेंशन+स्कोलरशिप+शुल्क प्रतिपूर्ति जैसी जन कल्याण की यौजनाओं को भी नहीं छोड़ा गया|अब तो
पिछली सरकार की वाट लगे ही लगे|
झल्ला

ओ मेरी छोटी सरकार जी लगता है की आप सियासी हल्कों में हो रहे हलचलों से अंजन हैं अछूते हैं तभी ऐसी भोली भोली बातें कर रहे हैं|
घोटाले तो बेचारे नंगे होते रहे हैं +नंगे हो रहे हैं और नंगे होते रहेंगे |यह हमारे मुल्क की एतिहासिक परम्परा हैइसीलिए इस बात पर ज्यादा ख़ुशी मानाने की जरुरत नहीं है | आप इस बात पर खुल कर
ख़ुशी मना सकते हो कि राष्ट्रपति+उपराष्ट्रपति के चुनावों से फारिग होते ही सुप्रीम कोर्ट ने रिश्तेदारों नातेदारों को एल डी ऐ के प्लाट्स एलोट करने के ७ साल पुराने आरोप से आप जीके राष्ट्रीय
अध्यक्ष माननीय मुलायम सिंह यादव जी को राहत दे दी है|अब तो लोगों को समझ चाहिए कि अंग्रेजों ने सोच समझ कर ही यह नियम बनाया है कि चेरिटी बिगिन्स एट होम्स
इसीलिए मान्यवर घोटाले तो नंगे होते रहेंगे और उन्हें समय के वस्त्रों से ढका भी जाता रहेगा|