Ad

ग्रन्थ साहब के अपमान के अपराध पर भी कोई निर्णय दिया जाता तो नाम लेवा संगत के जख्म भी भर जाते

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

गुरु का प्यारा सिख

ओये झल्लेया ये हसाडे नाल क्या जुल्म हो रहा है देख तो हसाडे वीर भाई मंदीप सिंह कुब्बे को लुधियाना की अदालत ने ५ साल की जेल की सजा सुना दी है अरे भाई अगस्त २०१२ में साहनेवालके गुरु अर्जन देव जी गुरुद्वारा साहब में अखंड पाठ को खंडित करने और हसाडे पवित्र गुरु ग्रन्थ साहब का अपमान करने वाले बिहारी दिलीप कुमार को पोलिस कस्टडी में गोली मार कर सजा देने वाले बहादुरगुरु प्यारे भाई मंदीप सिंह कुब्बे को पंजाब में ही ५ साल की! कैद ये तो सरासर नाइंसाफी है

झल्ला

भापा जी “पंजाब” में भी कानून तो भारत का ही चलता है इसीलिए गोली मारने की सजा तो भुगतनी ही पढ़ेगी| हाँ इस के साथ ही अगर गुरु ग्रन्थ साहब का अपमान करने के परम गुनाह को भी संजीदगी से लेकर इस विषय में भी कोई निर्णय दिया जाता तो शायद नाम लेवा संगत के जख्म भी कुछ हद तक भर ही जाते