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कांग्रेस क्या वाकई मुस्लिम पार्टी है: निर्मला सीतारमण ने पुछा

[नयी दिल्ली]कांग्रेस क्या वाकई मुस्लिम पार्टी है: निर्मला सीतारमण ने पुछा
केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से यह स्पष्ट करने की मांग की है कि क्या वे मानते हैं कि कांग्रेस एक मुस्लिम पार्टी है । उन्होंने साथ ही कांग्रेस पार्टी पर 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले देश को मजहब के आधार पर बांटने का आरोप लगाया ।
भाजपा की वरिष्ठ नेता सीतारमण ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि एक समाचारपत्र की रिपोर्ट में कहा गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों से वार्तालाप में कहा था कि कांग्रेस पार्टी एक मुस्लिम पार्टी है ।
उधर, कांग्रेस ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ राहुल गांधी की मुलाकात को लेकर एक उर्दू दैनिक की खबर को खारिज करते हुए आज कहा कि वह भारत के सभी धर्मों, जातियों और वर्गों की पार्टी है।
दरअसल, एक उर्दू दैनिक ने दावा किया है कि गांधी ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ मुलाकात के दौरान कहा कि ‘कांग्रेस मुस्लिम पार्टी है।’’
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस खबर को ‘कोरी अफवाह’ करार देते हुए कहा, ‘‘जब सरकार के सरदार और खुद सरकार झूठ पर चलती हो तो फिर अफवाह ही सरकार की मुख्य नीति बन जाती है। भारत जंग-ए-आजादी का इतिहास और कांग्रेस का इतिहास साथ-साथ अंकित है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 132 करोड़ देशवासियों की पार्टी थी, है और सदैव रहेगी।’’ सीतारमण ने कहा कि क्या कांग्रेस 2019 का चुनाव मजहब के आधार पर लड़ेगी? ’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं के बयान हमें 1947 की स्थिति की याद दिलाते हैं जब धर्म के आधार पर देश का बंटवारा किया गया था ।
भाजपा की वरिष्ठ नेता ने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी का मकसद 2019 का चुनाव धर्म के आधार पर लड़ने का है तब हमें डर है कि साम्प्रदायिक रूप से संवेदनशील इलाकों में दंगा फैलाने का कोई षड्यंत्र तो नहीं होगा?
उन्होंने कहा कि अगर कोई साम्प्रदायिक तानव पैदा होता हे तो इसकी पूरी जिम्मेदारी कांग्रेस पार्टी की होगी ।
सीतारमण ने आरोप लगाया कि कांग्रेस साम्प्रदायिक विभाजन का खतरनाक खेल खेल रही है और साम्प्रदायिक वैमनस्य पैदा कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता शशि थरूर ‘हिन्दू पाकिस्तान’ का उल्लेख कर चुके हैं । उससे पहले उनके ही नेता भगवा आतंकवाद का शब्द गढ़ चुके हैं । कर्नाटक कांग्रेस के एक नेता शरिया अदालतों का समर्थन कर चुके हैं ।
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘ हम राहुल गांधी जी से पूछना चाहते हैं कि क्या वो शरिया अदालतें लागू करने के समर्थन में हैं?’’