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महारैली में कांग्रेस ने विपक्ष पर पलट वार और अपनी नीतियों का बखान किया

श्रीमति सोनिया गांधी के आदेशों का पालन करते हुए कांग्रेस ने आज विरोधियों के विरुद्ध आक्रामक रुख अपनाया और जोरदार पलटवार किया| भ्रष्टाचार, महंगाई और नीतिगत निष्क्रियता के आरोपों पर दिल्ली के रामलीला मैदान से रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पार्टी महासचिव राहुल गांधी ने एक सुर में आक्रामक बचाव किया| विपक्ष पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया। सोनिया ने विरोधियों को कांग्रेस जैसा विकास करके दिखाने की चुनौती दी। प्रधानमंत्री ने महंगाई और रिटेल में एफडीआइ समेत हाल में सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों पर सफाई दी। जबकि, राहुल ने खाद्य सुरक्षा विधेयक लाने समेत बड़े राजनीतिक बदलावों की भूमिका रखी।इस रैली में जनार्दन द्विवेदी के संचालन में डाक्टर मन मोहन सिंह और श्रीमती सोनिया गाँधी के अलावा केवल राहुल गाँधी ने ही भाषण दिया |इससे कांग्रेस ने निकट भविष्य में राहुल की ताजपोशी का संकेत दे दियालेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों पर कोई प्रभावी छाप नहीं छोडी|

महारैली में कांग्रेस ने विपक्ष पर पलट वार और अपनी नीतियों का बखान किया


कांग्रेस के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारियों, देश भर के सांसदों, विधायकों और प्रदेश अध्यक्षों की मौजूदगी में हुई इस महारैली के जरिये कार्यकर्ताओं में जोश भरने की कोशिश की गई। आरोपों की बौछार के जवाब के लिए सोनिया-मनमोहन-राहुल ने अपने भाषणों के जरिये तर्को की ढाल और अस्त्र भी दिए। यूं तो मंच पर अन्य पदाधिकारी और कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद थे, लेकिन बोले सिर्फ यही तीन। रैली का संचालन कांग्रेस महासचिव व जनार्दन द्विवेदी ने किया।सबसे आक्रामक और जोशीला भाषण श्रीमति सोनिया का रहा। उन्होंने विपक्ष पर नकारात्मक राजनीति का आरोप लगाते हुए परोक्ष रूप से भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी पर तीखा तंज मारा और सिविल सोसाइटी के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन व विपक्ष के कथित गठजोड़ की तरफ इशारा भी किया। उन्होंने कहा, ‘जो लोग भ्रष्टाचार की बात कर रहे हैं वे खुद भ्रष्टाचार में डूबे हैं। जो दूसरों के लिए गढ्डा खोदता है, उसके लिए कुआं तैयार रहता है।’ कांग्रेस अध्यक्ष ने विपक्ष पर निर्वाचित सरकार और लोकतंत्र की बुनियाद कमजोर करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भ्रष्टाचारी को नहीं छोड़ेगी|
प्रधानमंत्री ने खुदरा क्षेत्र [रिटेल] में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश [एफडीआइ] समेत पेट्रोलियम पदार्थो के दाम बढ़ाने जैसे मुद्दों पर सरकार का बचाव किया| विपक्ष पर गुमराह करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि अगर ये कड़े फैसले न लिए जाते तो देश आर्थिक रूप से पिछड़ जाता और बेरोजगारी बढ़ती जाती। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जो भी फैसले किए गए हैं, उनके दूरगामी अच्छे परिणाम होंगे।
रैली को सबसे पहले राहुल ने संबोधित किया और भविष्य की अपनी योजनाओं की तरफ इशारा किया। विपक्ष पर बरसते हुए उन्होंने कहा, हरित क्रांति, कंप्यूटर, उदारवाद जैसे फैसले कांग्रेस ने किए। विपक्ष की आलोचना से कुछ नहीं होता अब कांग्रेस ही राजनीतिक व्यवस्था भी बदलेगी। उन्होंने खाद्य सुरक्षा विधेयक के तैयार होने का दावा किया और कहा, हम गरीबों के हित में देश के विकास के लिए हर काम करेंगे और युवाओं को राजनीति की मुख्य धारा में लाएंगे।
”जिसके खिलाफ भ्रष्टाचार साबित होगा, उसे कानूनी तौर पर बख्शा नहीं जाएगा। हम ही आरटीआइ लाए, जिसके जरिये एक आम आदमी किसी भी सरकार से सच्चाई का पता लगा सकता है। आप खुद से पूछिए कि क्या ऐसा कानून कोई ला सकता है जो भ्रष्टाचार छिपाना चाहता है। हम लोकपाल विधेयक लाए, जिसे भाजपा ने राज्य सभा में पास नहीं होने दिया। फिर भी इसे पास कराने के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा। हमारी निंदा करने वाले बताएं कि क्या उन्होंने कोई ऐसी सरकार चलाई है जिसने ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में आर्थिक व सामाजिक परिवर्तन के लिए इतने कम समय में इतने क्रांतिकारी कदम उठाए हों।” उन्होंने मनरेगा की उपलब्धियों का वर्णन भी किया|
‘भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेंकें। ईमानदार अधिकारी फैसलों से न डरें, ऐसा माहौल बनाना चाहिए। रिटेल में एफडीआइ का विरोध करने वाले इसे या तो समझ नहीं रहे या फिर देश को गुमराह कर रहे हैं। विदेशी निवेश से लाखों रोजगार मिलेंगे।