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कोंस्टीटूएंसी की समस्या+केंडिडेट की असलियत+पार्टी की कूवत को पहचानो, अल्लाह का नाम लो और बटन दबाओ

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कन्फ्यूज्ड मुस्लिम मतदाता

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है ओये किसकी माने और किसकी न माने|देख तो मैडम सोनिया गांधी की दरख्वास्त पर हसाडे शाही इमाम जनाब सैय्यद अहमद बुखारी ने कांग्रेस को वोट देने के लिए फ़तवा जारी किया लेकिन उनके अपने भाई आम आदमी पार्टी की हिमायत में जुटे हैं और तो और यूं पी मंत्री आजम खान साहब ने मोदी का हव्वा खड़ा करते हुए बाकायदा प्रेस में ब्यान जारी करके कहा है कि बुखारी साहबान की बात मानने से मुस्लिम वोटों का बंटवारा होगा और साम्प्रदायिक ताकतें सत्ता में आ जाएंगीअब तू ही बता जाएँ तो जाएँ कहाँ ?

झल्ला

भाई मियाँ वैसे तो कहा गया है कि आराम बड़ी चीज है मुंह ढक के सोईये लेकिन चुनावों में आराम हराम है इसीलिए चादर फैंक कर वोट कीजिये अपने कोंस्टीटूएंसी की समस्यायों+केंडिडेट की असलियत और पार्टी की कूवत को पहचानो और अल्लाह का नाम लेकर बूथ में जाकर मशीन का बटन दबा दो