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एन जी ओ के प्रेशरकूकर से कोयला+यूरेनियम को आजाद करके विकास को गति दी जा सकती है

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

गैर सरकारी संगठन का चीयर लीडर

ओये झल्लेया देख तो जरा ,एक तरफ तो हसाडे एन जी ओ निस्वार्थ समाज सेवा के लिए दिन रात मरे जा रहे हैंऔर देसी हुकमरान हमें ही विकास में रोड़ा बता रहे हैं इन्ही की | आई बी ने तो पी एम ओ को लिख भेजा है कि एन जी ओ आर्थिक विदेशी सहायता का उपयोग घोषित सामाजिक कार्यों के बजाय राष्ट्र के विकास में बाधा डालने के लिए+जी डी पी के बेड़ियां डालने का काम कर रहे हैं |ओये अब तो हमें देश द्रोही बताया जा रहा है|

झल्ला

ओ मेरे चतुर हिप्पी टाइप समाज सेवक जी आप लोग नाभिकीय मुद्दों के साथ ही खनन+जीन आधारित फसल+जलवायु परिवर्तन आदि को हथियार बना कर इंग्लैंड+अमेरिका+आस्ट्रेलिया+जर्मनी आदि से पैसा इकट्ठा करते हो और कोयला खनन के साथ ही +नदियों को जोड़े जाने के मुद्दे उछाल कर विदेशों में हो हल्ला करते हो| लेकिन जब यही कोयला+ यूरेनियम विदेशो से आयातित होकर आता हैऔर विदेशी मुद्रा का भण्डार खाली होने लगता है तब आप लोग उसपर कोई आवाज नहीं उठाते हो| |अब ये तो सारा देश जान चुका है कि विदेशों से मंगवाने में जो देश से धन बाहर जा रहा है उसका उपयोग यहीं भारत के नागरिकों के विकास के लिए किया जा सकता है
वैसे आपजी की जानकारी के लिए बता दूँ कि अमेरिकन हिलेरी क्लिंटन ने अवैध संस्थाओं के माध्यम से अमेरिकन हितों के लिए आप लोगों को धन मुहैय्या करवाने की बात पहले ही कबूली है| इसीलिए झल्लेविचारानुसार विदेशी धन से दबे हुए एन जी ओ के देश विरोधी प्रेशर कूकर से कोयला+यूरेनियम+खाद्य पदार्थ को आजाद करके देश के विकास को गति दी जा सकती है