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उमर अब्दुल्लाह जी कश्मीर की सीमाएं अप्रासंगिक होने पर सत्ता सीमा पार वालों के लिए छोड़नी पड़ सकती है ,क्या तैयार हो?

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

यूं पी ऐ घटक नेशनल कांफ्रेंस के चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाडे जवान +खूबसूरत+जिंदादिल मुख्य मंत्री उमर अब्दुल्लाह के आला दिमाग का कमाल ,ओये उन्होंने हसाडे स्वर्ग कश्मीर का हल खोज निकाला है| उन्होंने फरमाया है कि कश्मीर का हल निकालने के लिए पाकिस्तान और भारत की सीमाओं को अप्रासंगिक बनाना ही होगा

Jamos Jhalla

Jamos Jhalla

झल्ला

ओये चतुर सुजान दोनों कान खोल और मेरी बात सुन देकर ध्यान |देश की आजादी के समय भी यही बात उठी थी लेकिन आप जी के पंडित जवाहर लाल नेहरू ने मोहम्मद अली जिन्नाह के फेवर में सत्ता छोड़ने से इंकार कर दिया था इसीलिए ये सीमाएं खींची गई थी अब अगर आप लोग कश्मीर के हल के लिए सीमाओं को अप्रासंगिक बनाना चाहते हो तो पहले यह बता दो कि क्या आप ६५ साल सत्ता सुख भोग कर उसे सीमा पार वालों को सोंपने को तैयार हो? हाँ हाँ यदि जरुरत पड़ी तभी तभी ???