लन्दन ओलंपिक्स में बाक्सिंग में फिक्सिंग को लेकर दैनिक भास्कर में एक चौकाने वाली खबर छापी गई है |
सवाल उठाया गया है कि क्या बॉक्सिंग में दिए गए मेडल ‘फिक्स थे?
बॉक्सिंग के कई मुकाबलों में विवादित फैसले सामने आए हैं। इनमें कुछ मुकाबले भारत के भी थे जिसके स्कोरिंग में गड़बड़ी की शिकायत भारतीय अधिकारियों ने की। अब ‘बीबीसी’ की पड़ताल में पता चला है कि अजरबैजान ने दो गोल्ड मेडल के बदले इंटरनेशनल बॉक्सिंग के अधिकारियों को नौ मिलियन पाउंड (78,04,94,118 रुपये) की पेशकश की थी। हालांकि इंटरनेशनल बॉक्सिंग अथॉरिटी ने किसी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है।
बीबीसी ने पिछले साल भी बॉक्सिंग से जुड़े इस तरह की सौदेबाजी की बात बताई थी।
बीते साल ‘न्यूजनाइट’ की पड़ताल में अजरबैजान के एक शख्स और वर्ल्ड सीरीज बॉक्सिंग के बीच हुए निवेश से जुड़े एक गोपनीय सौदे का पता चला था। वर्ल्ड सीरीज बॉक्सिंग का संचालन इंटरनेशनल एमेच्योर बॉक्सिंग एसोसिएशन द्वारा किया जाता है जो ओलिंपिक बॉक्सिंग का संचालन भी करता है।
अजरबैजान के निवेशक ने करीब दिवालिया हो चुके वर्ल्ड सीरीज बॉक्सिंग को नौ मिलियन पौंड की रकम देने का वादा किया था। अजरबैजान के आपात मामलों के मंत्री कमालाद्दीन हेदरोव ने इस कॉन्ट्रैक्ट का ईमेल किया था। सूत्रों का कहना है कि वर्ल्ड सीरीज बॉक्सिंग के चीफ ऑपरेटिंग अफसर इवान खुदाबख्श ने बताया कि यह गोपनीय सौदा दो गोल्ड मेडल के एवज में किया गया था।