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अन्ना बाबू राव हजारे ने अरविन्द केजरीवाल को सत्ता और पैसे के खेल में लिप्त बताया

सोश्लाईट अन्ना बाबू राव हजारे ने आज अपने ख़ास रहे अरविन्द केजरीवाल की पार्टी से दूर रहने का ऐलान कर दिया| अजेंडा आज तक में एंकर के बेहद कुरेदने के पश्चात अन्ना ने यह कहा कि आम आदमी पार्टी बना कर अरविन्द केजरीवाल ने यह साबित कर दिया है कि वोह अब सत्ता और पैसे के खेल में प्रवेश कर चूका है|इसीलिए अब मै[अन्ना]उसके[अरविन्द]केपास तक नहीं जाउंगा|

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इस अवसर पर उन्होंने व्यवस्था के परिवर्तन के लिए सत्ता प्राप्ति नहीं वरन आन्दोलन जरूरी है और अरविन्द ने वोह रास्ता छोड़ दिया है|
अन्ना ने जनुवरी के बाद एक बड़ा आन्दोलन छेड़ने की भी घोषणा की उन्होंने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में यह स्वीकार किया कि बाबा रामदेव के साथ मिल कर दश हित कोई कार्य करने में कोई बुराई नहीं है|

आला रे आला अब अन्ना बाबू राव हजारे भी आला

भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए अब अन्ना बाबू राव हजारे भी दिल्ली लौट आये हैं| उन्होंने सर्वोदय एन्क्लेव में एक आफिस की व्यवस्था कर ली है जिसका उद्घाटन कल[रविवार] को किया जाएगा और एक अराजनैतिक संगठन की घोषणा कर दी है| भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी मुहिम की दोबारा शुरुआत करने से पहले अन्ना ने अपनी कोर कमेटी के नए सदस्यों का नाम तय करने के लिए दिल्ली में बैठक कीइस बैठक में रिटायर्ड जनरल वी के सिंह और कर्नाटका के पूर्व लोकायुक्त संतोष हेगड़े की अनुपस्थिति चर्चा का विषय बनी रही| मीटिंग के बाद समाजसेवी अन्ना हजारे ने प्रेस को संबोधित किया| जनलोकपाल की अपनी पुरानी मांगों को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि जनता को जनप्रतिनिधियों को रिजेक्ट करने का अधिकार मिलना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकारी दफ्तर में किस टेबल पर जरूरी फाइल कितने दिन तक रहती है, इसकी जानकारी भी जनता को होनी चाहिए। अन्ना ने सरकार पर फिर से हमले तेज करते हुए कहा कि जनलोकपाल को लेकर उसकी नीयत साफ नहीं है। हालांकि बैठक के दौरान इसे एक निजी कारण की वजह से बैठक में न आ पाना बताया गया।
बैठक के बाद अन्ना ने कहा कि उनकी कोर कमेटी में कई चेहरे पुराने ही हैं, लेकिन कुछ नए चेहरों को भी इस कमेटी में शामिल किया गया है।

आला रे आला अब अन्ना बाबू राव हजारे भी आला


गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल से अलग होने के बाद अन्ना पहली बार अपनी नई कोर कमेटी के सदस्यों का नाम तय करने के लिए बैठक कर रहे थे। दिल्ली में हो रही इस बैठक में मेधा पाटेकर, किरण बेदी समेत कई अन्य चेहरे मौजूद रहे। आज की बैठक में अन्ना ने अपने करीबियों के साथ भविष्य की रणनीति पर चर्चा की। उनकी नई टीम में किरण बेदी, मेधा पाटकर, अखिल गोगोई और पूर्व महानिदेशक [पंजाब जेल] शशि कांत शामिल हैं। आज हुई इस पहली बैठक के बाद हजारे टीम का विस्तार करेंगे। इनमें उन लोगों को शामिल किया जाएगा जो पूर्व में उनके साथ काम कर चुके हैं। पीवी राजगोपाल, राजेंद्र सिंहऔर अविनाश धर्माधिकारी जैसे अन्य नाम भी टीम से जुड़ सकते हैं|
किरण बेदी के मुताबिक नई टीम में नए और पुराने दोनों तरह के सदस्य हैं। नए सदस्यों में पूर्व आइएएस अधिकारी अविनाश धर्माधिकारी, कृषि विशेषज्ञ विश्वजीत और ब्रिगेडियर [सेवानिवृत्त] ब्रिजेंद्र शामिल हैं।।गुवाहाटी में कुछ कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के बाद शुक्रवार को हजारे राजधानी पहुंचे। आज की बैठक में अन्ना ने अपने करीबियों के साथ भविष्य की रणनीति पर चर्चा की।
एक तरफ तो अरविन्द केजरीवाल आये दिन प्रेस कन्फ्रेसं करके नए नए भ्रष्टाचार के मुद्दे उठा कर सरकार की किरकिरी कर रहे है अब अराजनीतिक अन्ना हजारे भी इसी मुद्दे के साथ सम्पूर्ण परिवर्तन [राईट टू रिजेक्ट और राईट टू रिकाल] के लिए ग्रामीण आंचलों से सरकार को घेरने के लिए डेड साल तक अभियान छेड़ेंगे | बेशक भाजपा और अन्य राजनितिक दल विपक्ष की भूमिका के लिए कोई प्रभाव नहीं छोड़ पा रहे हैं इसीलिए आई ऐ सी और अन्ना हजारे की फाईट टू करप्शन जैसी संस्थाओं को ग्राउंड मिल रही है|इस अवसर पर आदतन कई पत्रकारों ने आई ऐ सी और फाईट टू करप्शन में किसी विरोधाभास को तलाशने का प्रयास करते हुए प्रश्न पूछे मगर किसी कुशल नेता की भांति इन सभी प्रश्नों को हंस कर टाल दिया गया |इससे लगता है की ये दोनों संगठन अब अलग अलग दिशाओं से सरकार को घेरने का प्रयास करेंगे | यानि आला रे आला अब अन्ना बाबू राव हजारे भी आला