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Tag: जहाज़ के खरीद में कमीशन नही ली जाये

नगर के विकास के बजाये चार विरोधियों पर निशाना साध गए नगर विकास मंत्री आज़म खान

[ मेरठ ] उत्तर प्रदेश के आदमकद नगर विकास मंत्री मो. आजम खां मेरठ में आये तो थे कन्या धन बांटने लेकिन उन्होंने अपनी आदत के अनुसार व्यंग बाण छोड़ कर एक साथ चार चार राजनीतिक विरोधियों को निशाना बना दिया|जाहिर है इससे यह कार्यक्रम सरकारी कम और सत्ता रूड सपा का चुनावी अभियान ज्यादा दिखाई दिया | इस विजिट में केवल सपा पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं का जमावाडा रहा |नगर विकास मंत्री के समक्ष नगर के विकास के लिए कोई यौजना रखने के लिए भाजपा के मेयर हरिकांत अहलुवालिया और सपा के ही आज़म विरोधी शाहीद मंजूर भी नहीं आये|

नगर के विकास के बजाये चार विरोधियों पर निशाना साध गए नगर विकास मंत्री आज़म खान


[१] अपनी आदत के अनुसार और पार्टी लाइन के अंतर्गत मंत्री आज़म खान ने अपने धुर्र राजनीतिक विरोधी रालोद के सुप्रीमो चौधरी अजित सिंह पर चुटकी लेते हुए कहा कि अगर एक जहाज़ के खरीद में कमीशन नही ली जाये तो उसके पैसे से मेरठ में हवाई पट्टी के विस्तार के लिए जमें ली जा सकती है|उन्होंने अपने राजनितिक विरोधी की नियत पर सवाल उठाते हुए पूछा कि केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री बताएं कि जब एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआइ) की महायोजना-2021 में मेरठ एयरपोर्ट का प्रस्ताव संशोधित हो चुका है। 427 एकड़ जमीन के बजाय 433 एकड़ जमीन अतिरिक्त रूप से महायोजना में संशोधित की गई है तो ऐसा कौन सा कारण है कि अभी तक केंद्र सरकार से इस जमीन के अधिग्रहण के लिए किसानों को मुआवजा देने के लिए पैसा नही मांगा गया है।
पत्रकार वार्ता में आजम ने यह दावा किया कि वह चाहते हैं कि मेरठ में एयरपोर्ट बने।लेकिन बागपत-सिवालखास के सांसद होने के नाते केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री चौधरी अजित सिंह का दायित्व है कि वह सच्चे अर्थों में पहल करें और 433 एकड़ जमीन के अधिग्रहण के लिए मुआवजे की व्यवस्था हेतु केंद्र सरकार को एक पत्र भेजें पर वह[अजित सिंह] लोस चुनाव को ध्यान में रखकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर फ्री में जमीन देने की बात कर रहे हैं। मेरठ की मौजूदा हवाई पट्टी पर 133 एकड़ जमीन का अधिग्रहण हो चुका है। अब अजित कह रहे है कि घरेलू उड़ान के लिए पहले यह जमीन प्रदेश सरकार दे दे और बाद में वह 433 एकड़ जमीन की बात करेंगे। सवाल उठता है कि जब 433 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होगा तो किसानों को मुआवजे का भुगतान कौन देगा। ऐसी भी बात अजित सिंह प्रदेश के छह ओर एयरपोर्ट की कर रहे है। मेरठ में तो वह हैदराबाद व तमिलनाडु की तरह 600 करोड़ की लागत से विमान रखरखाव, मरम्मत एवं ओवर हॉल (एमआरओ) सेवा भी मुहैया कराने को आतुर है। ऐसे में सवाल उठता है कि अगर केंद्र उनको जमीन का पैसा नही दे रही है तो क्यों वह अपने मंत्रालय से पैसे की व्यवस्था नही करते हैं। वैसे

भी विमानों में होने वाला घोटाला किसी से छिपा नहीं है

यदि अजित सिंह चाहे तो यह घोटाला बंद करके मेरठ एयरपोर्ट स्थापित कर सकते है। बहरहाल, कुशीनगर व आगरा में प्रदेश सरकार अपने बलबूते प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप आधार पर एयरपोर्ट की स्थापना करा रही है। मेरठ पर अभी तक कोई निर्णय नही लिया गया है।
[२]

पूर्व मुख्य मंत्री और प्रदेश में दूसरी राजनीतिक प्रतिस्पर्द्धी बसपा सुप्रीमो पूर्व मुख्य मंत्री मायावती

पर बाण चलते हुए उन्होंने लाभार्थी कन्यायों से कह डाला कि कुछ भी बनना मायावती नहीं बनना |
[३]

आज़म खान से विद्रोह कर चुके कमेला चर्चित हाजी याकूब कुरेशी

के विषय में उन्होंने कहा कि मै हाजी नमाजियों से बेहद डरता हूँ लेकिन ये कमेले वाला हाजी कैसे उसे नमाजी कहो
[४]

आज़म खान के पार्टी में ही विरोध का झंडा बुलंद करने वाले सपा के नेता और मंत्री शाहिद मंज़ूर

मंच पर नज़र नहीं आये सूत्रों की माने तो शाहिद को समारोह से बाहर रखा गया था
इसके आलावा भाजपा ,बसपा आदि दलों ने भी दूरी बनाए रखी