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Tag: लक्ष्मी+ गणेश

इंडिया के विकास चिराग जल रहे हैं उनके नीचे छाए भारत के अँधेरे में असंख्यक दरिद्र नारायन दुबके हैं


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक झल्ल्यत प्रेमी

ओये झल्लेया दिवाली दी लख लख वधाईयां +मुबारकां ते कान्ग्रेचुलेश्नाश । देखा दीपावली के पवित्र अवसर पर रविवार की धनतेरस से ही पूरा शहर रोशनी से नहाया हुआ है ।व्यापारियों पर खूब हो रही है धन की वर्षा|
ज्योति से ज्योति जल रही है घर -घर रोशनी में जगमगा रहा है । व्यापारी हो या दरवेश हसाड़े लक्ष्मी+ गणेश काट रहे हैं सबके कलेश|

इंडिया के विकास चिराग जल रहे हैं उनके नीचे छाए भारत के अँधेरे में असंख्यक दरिद्र नारायन दुबके हैं

झल्ला

वधाईयां जी आप जी भी खूब वधो।लेकिन साहब जी ये जो इंडिया के विकास रूपी चिराग जल रहे हैं उनके नीचे छाए भारत के अँधेरे में असंख्यक दरिद्र नारायन दुबके बैठे हैं । कहा जाता है कि दीवाली पर धन की देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है और ये लक्ष्मी देवी चंचला स्वभाव की होने के साथ साथ कर्म प्रधान भी है ।ये माता राणी कर्म करने वालों को ही वांछित लाभ या फल देती है।इसीलिए झल्ले का निवेदन है कि अपने जीवन काल में कम से कम एक दरिद्र नारायणको चिराग के अँधेरे से उठा कर बाहरी विकास की रोशनी के दर्शन कराने से बड़ा कोई दूसरा कर्म नहीं होगा|कर्म करने से माता राणी के प्रसन्न होने के चांस काफी बढ जायेंगें|