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Tag: सिविल एविएशन मंत्रालय

ट्रेंड पायलट्स की कमी से जूझ रही सरकार एयर पोर्ट्स के आधुनिकीकरण के लिए ही यौजनाएं बनाने में जुटी है

ट्रेंड पायलट्स की कमी से जूझ रही सरकार एयर पोर्ट्स के आधुनिकीकरण के लिए ही यौजनाएं बनाने में जुटी है विमानपत्‍तनों की संख्‍या सरकार एक तरफ तो यह स्वीकार कर रही है कि देश में टाइप रेटेड पायलट्स (Type rated Pilots or Pilot-in-Command) की बेहद कमी है और निजी विमान कम्पनियां चीख चीख कर कह रही हैं कि हाल ही में ७८ विदेशी पायलट्स और कम हो गए हैं | सरकार कहती है कि फॉरेन एयरक्र्यू टेम्पररी औथोराइसेशन (FATA) और को- पायलट्स से काम चलाया जा रहा है|इसके उपरांत भी केवल विमानों की अंधाधुंध खरीद और एयर पोर्ट्स के आधुनिकीकरण+ स्‍तरोन्नयनके नाम पर ही सारी यौजनाएं बनाई जा रही है|
नागर विमानन मंत्रालय में राज्‍य मंत्री श्री के सी वेणुगोपाल ने आज लोक सभा में पूछे गए एक प्रश्‍न के लिखित उत्‍तर में बताया कि हवाईअड्डों के आधुनिकीकरण तथा स्‍तरोन्नयन के‍ हिस्‍से के रूप में, कोलकाता+ चेन्‍नई+रांची+ रायपुर+पुडुचेरी+ भुवनेश्‍वर तथा जैसलमेर (सिविल इन्‍क्‍लेव) में हवाई अड्डों पर नए टर्मिनल भवनों को निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। ये टर्मिनल अत्‍याधुनिक यात्री सुविधाओं ये युक्‍त हैं। एएआई ने गोवा, तिरूपति, तेज, बड़ोदरा, चण्‍डीगढ़, पेक्‍योंग,कडप्‍पा तथा खजुराहो एयरपोर्ट में नए टर्मिनल भवनों का कार्य प्रारंभ कर दिया है।
बेशक आधारभूत संरचना [ INFRASTRUCTURE ] की बेहद जरुरत है और इस दिशा में कार्य किये भी जाने चाहिए लेकिन एयर लाइन्स के छेत्र में पिलोत्स्स के महत्त्व को नकारा नही जा सकता|सरकार ने इनकी हड़ताल को तोड़नी में तो सफलता प्राप्त कर ली लेकिन पायलट्स की कमी को पूरा करने के लिए कोई प्रभावी कदम उठता नही दिख रहा|यहाँ तक कि डोमेस्टिक टूरिज्म को बढावा देने के लिए भी छोटे एयर पोर्ट्स को अनदेखा किया जा रहा है|मेरठ और लुधिआना का उद्हारण दिया जा सकता है| इसके आलावा यहाँ याह भी बताना जरुरी है कि आधुनिकीकरण के नाम पर जो यौजनाएं बनी जा रही हैं उनकी असलियत जानने के लिए आई जी आई एयर पोर्ट में आये दिन जल भराव से फ्लाईट्स के कैंसिलेशन के आंकड़ों को आसानी से देखा जा सकता है|

फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन प्रतिबंधों को झुटला कर हवा में परवाज:ड्रीम लाइनर आपको कंपेंसेशन देंगें ?


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक सिविल एविएशन मंत्रालय का चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाड़े चौधरी अजित सिंह जी का कमाल|ओये ड्रीम लाईनर ७८७ को उड़वा कर कर दिया सबको हैरान | ओये हमारे यहाँ तो पहले भी कोई परेशानी नहीं थी मगर ये अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी बोइंग ने ही अपने ड्रीम लाईनर विमानों की उड़ानें रोक दी थी| ओये जापान में लीथियम बैट्रीज में धुआं क्या उठा हमारे मुल्क में भी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन और अन्य उड्डयन प्राधिकरणों ने जनवरी के मध्य में इन विमानों की उड़ानें रोक दी |ओये इस प्रकार से ग्राउंडेड ड्रीम लाइनर से हमारी घाटे में जारही एयर इंडिया को और गड्डे में धकेला जा रहा है|इससे इंडिगो +स्पाईस जेट और जेट ऐरवेज जैसी कंपनियों की चांदी कट रही है और हम नुक्सान उठा रहे हैं|अपनी इसी पीड़ा को दिखाने के लिए हमारे जाबांजों ने बिना यात्रियों के दो ड्रीम लाइनर उड़ा कर सबको चौंका दिया है |

झल्ला

ओय भोले चतुर सुजाण जी |तमाम बंदिशों के बावजूद आपने अपने एक तिहाई यात्री जहाज़ मुम्बई में उड़वा कर बेशक सबको चोंका दिया है मगर अपनी बेवकूफी भी दिखा दी है|आपने ये भी नहीं देखा कि जापानियों ने ड्रीम लाइनर से मुआवजेकी मांग कर रखी है और आपके खुद के मंत्री ने भी अंग्रेज़ी में कंपेंसेशन को जरूरी बताया है अब जब आप खुद ही प्रतिबंधों को झुटला कर हवा में परवाज का लोभ नहीं छोड़ पाए तो ड्रीम लाइनर उत्पादक आपको क्यूं कम्पेंशेशन देंगे |में ठीक हूँ या क्या में ठीक हूँ ?