नरेंद्र मोदी ने अमेरिका में बसे भारत को”मेक इन इंडिया”का महत्व समझाया,पंजाब को नशे से बचाने का आश्वासन दिया |
भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका में बसे भारतीय समुदायों के विभिन्न ग्रुपों से “मेक इन इंडिया” पर चर्चा की और पंजाब में युवाओं में नशे की लत के प्रसार पर रोकथाम के लिए आश्वासन भी दिया |
प्रधानमंत्री ने इस पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार इस मामले पर सावधानी से गौर करेगी और इस समस्या का समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा।प्रधानमंत्री ने सिख समुदाय द्वारा भारत के लिए किये गये बलिदानों को याद किया। उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ पहल का भी जिक्र किया।
[२] दस प्रतिष्ठित भारतीय मूल के अमेरीकियों के समूह ने प्रधानमंत्री, श्री मोदी से मुलाकात की।
प्रधानमंत्री ने उनसे भारत के विकास के बारे में अपने विचार साझा करने का अनुरोध किया। भारतीय मूल के अमरीकियों ने कहा कि निर्णय लेने में स्पष्टता+ कारोबार में सुगमता+कौशल विकास+विश्वविद्यालय-उद्योग के बीच सशक्त संपर्क कुछ ऐसे महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं, जिन पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने डिजिटल इंडिया और स्वच्छ भारत अभियान जैसी पहलों की सराहना की।
बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार द्वारा हाल में की गई पहलों का उल्लेख किया। उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ पहल के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि इसमें कारोबार की सुगमता पर जोर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि निवेशकों को सुरक्षा की भावना और अर्थव्यवस्था में भरोसे की जरूरत है। उन्होंने रक्षा और रेलवे में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की सीमा बढ़ाने का उल्लेख किया और कहा कि निवेशकों को यह अवश्य समझना होगा कि एफडीआई का आशय ‘फर्स्ट डेवलप इंडिया’ है। प्रधानमंत्री ने डिजिटल इंडिया और कौशल भारत पहलों का भी उल्लेख किया।
समूह के सदस्यों ने भविष्य में भी प्रधानमंत्री के साथ विचार-विमर्श की इच्छा व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने उनसे माईगोव प्लेटफॉर्म- mygov.in पर अपने विचार साझा करने का अनुरोध किया।
[३]न्यूयॉर्क शहर के ग्लोबल सिटीजंस फेस्टीवल, के खुले सेंट्रल पार्क में भी प्रधानमंत्री ने अपने प्रसंशकों को सम्बोधित किया |
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का मानना है प्राचीन ज्ञान से विश्व में बदलाव आता है। मुझे लगता है कि आदर्शवाद, नवरचना, ऊर्जा और युवाओं का कुछ कर गुजरने का जज्बा ज्यादा बलशाली है।
मुझे उम्मीद है कि भारत में भी, 80 करोड़ युवा हमारे राष्ट्र को बदलने के लिए एकजुट हो रहे हैं।
हरेक आंख में उम्मीद की रोशनी भरने और हरेक दिल में विश्वास जगाने के लिए लोगों को गरीबी की दलदल से निकालना होगा। सभी को साफ पानी और स्वच्छता उपलब्ध करानी होगी। सभी को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करानी होंगी। हर सिर पर छत उपलब्ध करानी होगी।
मैं जानता हूं, यह मुमकिन है……
क्योंकि मैं भारत में उद्देश्य, ऊर्जा और इच्छा की नई भावना महसूस कर रहा हूं।
क्योंकि भारत का युवा यह देख सकता है कि आप उनसे हाथ मिला रहे हैं।
क्योंकि मुझे यकीन है कि हम एक जैसे भविष्य के लिए, एक स्वर में बोल सकते हैं….
इसीलिये मैं यहां हूं
क्योंकि मुझे आप पर भरोसा है….
आखिर में, मैं संस्कृत की कुछ पंक्तियां कहूंगा, जिनसे मुझे प्रेरणा मिलती हैं :
सर्वे भवन्तु सुखिनः।
सर्वे सन्तु निरामयाः।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु।
मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत्॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥
फोटो कैप्शन
[१]The Prime Minister, Shri Narendra Modi addressing the Global Citizen Festival, at Central Park, in New York on September 27, 2014.
Recent Comments