Tag: Kick Backs In Defense Deals
अगस्ता वेस्टलैंड चापर डील की जांच में देश का सबसे पुरानी सरकारी संस्था रक्षा लेखा विभाग सहयोग करेगा
गौरतलब है कि बोफोर्स के बाद रक्षा सौदों में सबसे बड़ी दलाली के रूप में ३६०० करोड़ के अगस्ता हेलीकाप्टर की खरीद में ३६० करोड़ की दलाली खाए जाने के आरोप लगाये जा रहे हैं| रक्षा लेखा विभाग जैसा कि नाम से ही ज्ञात होता है रक्षा मंत्रालय का ही एक अहम हिस्सा है | इसका मुख्यालय उलन बटार दिल्ली छावनी में है|वर्तमान में इस विभाग को रक्षा सेवाओं और उनकी सहायक इकाईयों को वित्तीय सलाह देना+ रक्षा सौदों का भुगतान करना+ और रक्षा सेवाओं के खातों का आंतरिक आडिट का दाईत्व दिया गया है|इन दाईतवों को निभाने में कड़ा परिश्रम किया जा रहा है|वित्तीय सलाहकार श्रीमती प्रीति मोहंती और अतिरिक्त रक्षा लेखा महानियंत्रक अरविन्द राणा कौशल अनुभवी होने के साथ ही कार्य कुशलता और इमानदारी के लिए जाने जाते हैं|इस विभाग ने स्वयम जाँच में सहयोग का आश्वासन दिया है तो इसे विभाग के अपने सीनियर होने के अहसास के साथ जोड़ कर देखा जाना चाहिए |यह कहना उचित ही होगा कि आंतरिक आडिट और वित्तीय सलाह देने का दाईत्व रक्षा लेखा विभाग का है लेकिन आये दिन बाह्य आडिट एजेंसी कैग द्वारा ही मुद्दे उछाले जाते रहे हैं|यहाँ यह कहना भी अन्यथा नहीं होगा कि इससे पूर्व बोफोर्स तोप काण्ड में इस विभाग के दिल्ली स्थित एक कार्यालय का का नाम उछाला गया था |एक पत्रिका ने तो रक्षा लेखा नियंत्रक द्वारा बोफोर्स के नाम जारी चेक को भी छापा था |अब इस चापर डील में एक सेवान्रिवत वायुसेना अध्यक्ष का नाम आरहा है सो हाई प्रोफाईल इस केस में संभवत इन्ही आरोप प्रत्यारोपों से बचने के लिए रक्षा लेखा विभाग ने अगस्ता वेस्टलैंड चापर डील की जांच का जिम्मा उठाया है सो इस दिशा में नए सकारात्मक परिणाम आने की संभावना दिखने लगी है|
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