Ad

Tag: National Awards for Bravery for 2013

डॉ मन मोहन सिंह ने देश के कर्णधारों में वीरता की भावना को प्रोत्साहित करते हुए बहादुर बच्चों को पुरुस्कृत किया

प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने आज देश के कर्णधारों में वीरता की भावना को प्रोत्साहित करते हुए बहादुर बच्चों को पुरुस्कृत किया
इस अवसर पर डॉ मन मोहन सिंह ने वीर बच्चों कि क़ुरबानी को याद किया और कहा कि “आज सबसे पहले मैं उन पांच बच्चों को श्रद्धांजलि देना चाहूंगा जिन्होंने दूसरों को बचाने की कोशिश में अपनी जान कुर्बान कर दी। उत्तर प्रदेश के मौसमी कश्यप [ Mausmi Kashyap ] और आर्यन राज शुक्ल [ Aryan Raj Shukla ], मणिपुर के म . ख़यिंगथे[M. Khayingthe] , मिजोरम की मॉसवंतलुन्गी [ Malsawmtluangi ] और नागालैंड के ल . मानिओ चाचे [L. Manio Chachei] आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन इन बहादुर बच्चोंr की कुर्बानी सारे देश को प्रेरणा देती रहेगी।
मैं वीरता पुरस्कार पाने वाले सभी बच्चों को बहुत बहुत बधाई देता हूं। हमें आप पर फ़क्र है। हमें यह भरोसा है कि इस तरह के बहादुर बच्चों के होते हुए हमारे देश का भविष्य उज्ज्वल है। आपकी बहादुरी न सिर्फ और बच्चों को बल्कि सभी देशवासियों को अच्छे काम करने के लिए उत्साहित करती रहेगी ।
मैंने कल आपके हैरतअंगेज़ कारनामों के बारे में पढ़ा। आप सब में सबसे छोटा बच्चा सिर्फ साढ़े सात साल की तन्वी नंदकुमार ओव्हल[ Tanvi Nandkumar Ovhal] हैं। महाराष्ट्र की इस बच्ची ने अपनी चार साल की बहन को डूबने से बचाया। इतनी कम उम्र में दूसरों का सहारा बनना कोई मामूली बात नहीं है।
बाकी बच्चों के कारनामे भी कम आश्चर्यजनक नहीं हैं। हिमाचल प्रदेश की शिल्पा शर्मा [ Shilpa Sharma ] ने एक बच्चे को एक तेंदुए से बचाया। महाराष्ट्र के शुभम संतोष चौधरी [ Shubham Santosh Chaudhari ] ने दो बच्चियों को आग से बचाया और राजस्थान की मलैका सिंह टाक [ Malieka Singh Tak ] ने तो चार पुरुष हमलावरों का मुकाबला अकेले ही कर डाला।
आप सब दो दिन बाद गणतंत्र दिवस की परेड में हिस्सा लेंगे। परेड के जरिए हमारे देश को आपकी बहादुरी की जानकारी मिलेगी। यह आप सबके लिए भी एक ख़ास दिन होगा जब आप देश की सेना और सशस्त्र बलों के साथ मिलकर गणतंत्र दिवस के राष्ट्रीय त्यौहार को मनाएंगे। मुझे यक़ीन है कि आपको इस मौके से बहुत सी नई चीज़ों की जानकारी भी मिलेगी।
देश को आप जैसे बच्चों से बड़ी उम्मीदें हैं और मुझे कोई शक नहीं कि आप इन उम्मीदों को पूरा कर दिखाएंगे। मैं आपको एक बार फिर मुबारकबाद देता हूं। मैं ईश्वर से यह प्रार्थना भी करता हूं कि वह भविष्य में आपको और भी बड़ी कामयाबियां दिलवाए।मैं अपनी बात खत्म करने से पहले Indian Council for Child Welfare की तारीफ भी करना चाहूंगा। वह 1956 से बहादुर बच्चों का सम्मान करने के सिलसिले को जारी रखे हुए है। मैं उनको भविष्य के लिए अपनी सारी शुभकामनाएं देता हूं। फ़ोटो कैप्शन
The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh presenting the National Bravery Award-2013 to Master Hani Sagar Kashyap (Delhi), at a function, in New Delhi on January 23, 2014.
The Minister of State (Independent Charge) for Women and Child Development, Smt. Krishna Tirath is also seen.