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अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि अन्ना पर सौ जिंदगियां कुर्बान :स्वामी अग्निवेश के अग्नि बाण को काटा

आम आदमी पार्टी [आप ]के सर्वोच्च नेता अरविंद केजरीवाल ने स्वामी अग्निवेश द्वारा चलाये गए आरोपों के अग्नि बाण को काटते हुए कहा है कि अन्ना पर एक नहीं बल्कि सौ जिंदगियां कुर्बान की जा सकती है। अरविन्द ने सोशल मीडिया पर कमेन्ट करके अग्निवेश से जवाब मांगा है कि किस आधार पर उन्होंने केजरीवाल पर ऐसे आरोप लगाए हैं। केजरीवाल ने अग्निवेश से पूछा भी है कि उनके पास इस बात को साबित करने के लिए कोई ठोस सबूत है या नहीं।
एना आन्दोलन से निकाले गए स्वामी अग्निवेश ने एक न्यूज चैनल पर सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा था कि जंतर-मंतर पर आमरण अनशन के दौरान अरविंद केजरीवाल चाहते थे कि अन्ना हजारे उस आंदोलन के दौरान अपने जीवन का बलिदान दे दें।क्योंकि आन्दोलन के दौरान अन्ना की मौत हो जाने से आन्दोलन को लाभ मिलता|

टीमअन्ना से निकाले गए स्वामीअग्निवेश ने “आप”‘ के अरविन्द केजरीवाल पर अन्ना की मौत की साजिश रचने का अग्नि बाण छोड़ा

टीम अन्ना से निकाले गए के स्वामी अग्निवेश ने एक न्यूज चैनल के माध्यम से “आप”‘ के अरविन्द केजरीवाल पर अग्नि बाण छोड़ा है| स्वामी अग्निवेश का कहना है कि अरविंद केजरीवाल चाहते थे कि अनशन के दौरान अन्ना हजारे की मौत हो जाए| क्योंकि अरविन्द केजरीवाल अन्ना की मौत से जन लोक पाल आन्दोलन का फायदा देख रहे थे| स्वामी अग्निवेश ने कहा कि अरविंद ने उनसे [स्वामी]कहा था कि अन्ना का बलिदान आंदोलन के लिए अच्छा रहेगा।
यह खुलासा स्वामी अग्निवेश ने इंडिया न्यूज को दिए एक इंटर व्यू में किया । अग्निवेश ने कहा, जब मुझे पता चला कि अन्ना अनशन करने वाले हैं, तो मैंने अरविंद से सवाल किया था कि वे अन्ना जैसे बुजुर्ग को आमरण अनशन पर क्यों बिठा रहे हैं? इस पर अरविंद ने कहा कि उनका बलिदान हो जाता है तो इससे क्रांति होगी। यदि वे मर जाएंगे तो कोई बात नहीं, यह आंदोलन के लिए अच्छा रहेगा।
अग्निवेश के आरोप के अनुसार जंतर-मंतर पर अनशन के दौरान सरकार द्वारा सभी मांगे मान लिए जाने के बावजूद केजरीवाल अन्ना को पांच-सात दिन और अनशन करने के लिए उकसाते रहे। किरण बेदी को भी यह बात बुरी लगी थी।
स्वामी अग्निवेश ने कहा कि उन्होंने इसके बाद टीम अन्ना के सदस्य शांति भूषण और प्रशांत भूषण से बात की। वह भी इस बात पर राजी थे कि अब अन्ना को अनशन तोड़ देना चाहिए। उन्होंने अन्ना को जब इस बारे में समझाया तो वह नहीं माने। इस पर शांति भूषण बरस पड़े। प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पोल-पट्टी खोलने की धमकी के बाद ही अन्ना अनशन तोड़ने पर राजी हुए थे।