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किंगफिशर एयरलाईन्स कर्मी की पत्नी ने आत्म हत्या की:कंपनी सचिव ने इस्तीफा दिया

किंगफिशर एयरलाइंस के एक कर्मचारी की पत्‍‌नी ने आज गुरुवार को आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट के अनुसार पिछले पांच महीने से पति को वेतन न मिलने से वह डिप्रेशन में थी। यह घटना दिल्ली के पालम गांव की है।किंगफिशर एयरलाइंस में ग्राउंड स्टाफर मानस चक्रवर्ती की पत्नी श्रीमति सुष्मिता चक्रवर्ती ने दिल्ली में आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि सुष्मिता चक्रवर्ती ने बँगला भाषा में सूइसाइट नोट में लिखा है कि आर्थिक तंगी की वजह से वह खुदकुशी का रास्ता चुन रही हैं। उनके पति मानस को पिछले पांच महीने से सैलरी नहीं मिली है | उसे हमेशा इस बात का डर सताता रहता था कि कहीं कंपनी खराब हालत के कारण बंद न हो जाए| इस आत्म हत्या के बाद अब लगने लगा है कि विजय माल्‍या की कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस से जुड़ा संकट धीरे-धीरे और ज्‍यादा भयावह रूप लेता जा रहा है|
आत्‍महत्‍या की यह दुखद घटना राजधानी दिल्‍ली के द्वारका में हुई.
गौरतलब है कि कंपनी के ज्‍यादातर कर्मचारी पिछले सात माह से वेतन न मिलने की शिकायत कर रहे हैं| कर्मचारियों का एक समूह बकाया वेतन के भुगतान के मसले को लेकर इन दिनों हड़ताल पर भी है| हड़ताल के कारण किंगफिशर एयरलाइंस में आंशिक ताला बंदी चल रही है| प्रबंधन व हड़ताली कर्मचारियों और अधिकारियों के बीच बातचीत बेनतीजा रहने की वजह से ऐसा करना पड़ा है। इन बातों को देखते हुए हड़ताल के और लंबा खिंचने के आसार हैं।
डीजीसीए और केंद्र सरकार ने सुरक्षा के पहलू को नजरअंदाज किए जाने पर किंगफिशर एयरलाइंस प्रबंधन को चेतावनी दी है. एयरलाइंस को कर्मचारियों को वेतन का भुगतान करने के भी निर्देश गए हैं. इतना होने के बावजूद कंपनी वेतन देने की बजाए कर्मचारियों को सिर्फ आश्‍वासन ही देती रही है|आज भी सात माह के वेतन के स्थान पर केवल एक माह का वेतन ही आफर किया गया | बहरहाल, आत्म हत्या की ताजा घटना कंपनी के लिए एक और गंभीर चेतावनी की तरह है|कंपनी का प्रबंधन आज भी ऍफ़ डी आई और बैंकों के भरोसे बैठा है|बैंकों का भरोसा कम्पनी खो चुकी है और विदेशी निवेशकों के लिए यह स्थिति कोई उत्साह जनक नहीं होगी|

किंगफिशर एयरलाईन्स कर्मी की पत्नी ने आत्म हत्या की:कंपनी सचिव ने इस्तीफा दिया


इस घटना के बाद किंगफिशर एयरलाइंस के सचिव भरत राघवन ने इस्तीफा दे दिया है।
एक तरफ तो सरकार उड्डयन छेत्र में ऍफ़ डी आई के जरिये विदेशी धन लाने को प्रयास रत है वहीं डी जी सी ऐ और कम्पनी प्रबंधन के निराशाजनक प्रदर्शन से अब इस छेत्र में भी आत्म हत्याएं होने लगी हैं|यह चिंता का विषय होना चाहिए

Comments

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