Ad

धर्मेन्द्र यादव और अक्षय यादव हैं तो प्रतीक यादव को भी लोक सभा का टिकट दो

लगता है कि किसी भी छेत्र के विकास के लिए वहां से सत्तारुद दल के परिवार के एक प्रतिनिधि का होना आवश्यक हो गया है| इसीलिए आजम गढ़ के विकास के लिए मुलायम सिंह यादव के पुत्र प्रतीक यादव को लोक सभा के चुनावों उतारने की मांग जोर पकड़ने लगी है| कांग्रेस के वंशवाद के विरुद्ध नारे लगा कर सत्ता तक पहुंचे समाजवादी मुलायम सिंह यादव पर अब स्वयम परिवार को आगे लाने के लिए दबाब बनने लगा है| आज शनिवार को आजम गढ़ से मुलायम सिंह के पुत्र प्रतीक यादव को चुनाव लड़वाने के लिए नारे बाज़ी हुई| ‘हमारा सांसद कैसा हो, प्रतीक यादव जैसा हो’ यह नारा शनिवार को सूबे के सपा प्रदेश मुख्यालय में घंटों गूंजा। आजमगढ़ जिले के दो दर्जन से अधिक ग्राम प्रधानों के साथ आए समर्थकों ने मुलायम सिंह के दूसरे पुत्र प्रतीक यादव को टिकट देने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की। यहाँ से बलराम यादव को लोकसभा का उम्मीदवार बनाया जा चुका है। बलराम यादव फिलहाल प्रदेश सरकार में मंत्री हैं|

धर्मेन्द्र यादव और अक्षय यादव हैं तो प्रतीक यादव को भी लोक सभा का टिकट दो


प्रधान जगदीश यादव व रामसकल की अगुवाई में प्रदर्शन करने पहुंचे आजमगढ़ के लोग केवल टिकट का ही ही दबाव नहीं बना रहे थे बल्कि विधायकों की उदासीनता से नाराज भी थे। उनका कहना था कि आजमगढ़ का कमिश्नरी घोषित करने के बीस वर्ष बाद भी क्षेत्र का विकास पूरी तरह ठप्प है। पार्टी के विधायक भी क्षेत्रवासियों की सुध नहीं लेते है।
मुलायम सिंह के परिवार से किसी प्रभावशाली व्यक्ति को प्रत्याशी बना दिया जाए तो क्षेत्र का विकास तेजी से होगा। ऐसे में प्रतीक से उपयुक्त अन्य कोई उम्मीदवार नहीं हो सकता। प्रधान भगवान गुप्ता व शिवदास का कहना था कि उन्हें किसी ने उकसा कर नहीं भेजा।
प्रत्याशियों की पहली सूची आने से पहले भी आजमगढ़ से लोगों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को ज्ञापन सौंपा था। उन्होंने प्रतीक को प्रत्याशी घोषित करने तक आंदोलन जारी रखने की बात कहीं। ग्राम प्रधान राम सिंगार कहना था कि जब रामगोपाल यादव के पुत्र अक्षय यादव को फिरोजाबाद सीट से उतारकर राजनीति में एंट्री कर दी गई तो प्रतीक यादव को क्योंनहीं?

आपसी कलह तो नहीं

आजमगढ़ से प्रतीक यादव को प्रत्याशी बनाने की मांग के पीछे पंचायती राज मंत्री बलराम यादव का विरोधी खेमा होने की आशंका जतायी जा रही है। उल्लेखनीय है उम्मीदवारों की पहली सूची में बलराम यादव को आजमगढ़ से लोकसभा प्रत्याशी घोषित किया जा चुका है।

वंशवाद

2014 के लोकसभा के लिए चुनावों में मुलायम के घर से कम से कम चार उम्मीदवार मैदान में होंगे। सपा प्रमुख खुद मैनपुरी से मैदान में होंगे तो
कन्नौज में बहू डिंपल दांव पर होगी। फिरोजाबाद की सीट निकालने का जिम्मा होगा रामगोपाल के बेटे अक्षय यादव पर तो भतीजे धर्मेंद्र बदायूं से पार्टी के उम्मीदवार होंगे।
परिवार में समाजवाद की ये फेहरिस्त और लंबी भी हो सकती है क्योंकि 80 में से 25 सीटों पर अभी भी उम्मीदवार के नाम का ऐलान होना बाकी है। वैसे इन चार से आगे रामगोपाल यादव पहले से ही राज्यसभा से सांसद हैं जबकि अखिलेश तो प्रदेश के सीएम ही हैं।

Comments

  1. I just want to mention I am just all new to blogging and site-building and seriously enjoyed you’re website. Likely I’m want to bookmark your blog . You really have good articles. Thanks for sharing with us your web-site.