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राहुल अमेठी बचाने औरअजित अपनी चौधराहट कब्जाने को मैदान में उतरेंगे

[नयी दिल्ली]राहुल अमेठी बचाने और अजित अपने गढ़ को कब्जाने को मैदान मैं उतरेंगे
कांग्रेस के मजबूत गढ़ अमेठी से एक बार फिर राहुल बनाम स्मृति ईरानी में रोचक मुकाबिला होने की उम्मीद हैं
भाजपा ने अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को चुनाव मैदान में उतारा है जिससे इस सीट पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है।
तो ऐसी ही रोचकता मुजफ्फरनगर में लोकसभा सीट पर भी देखने को मिल सकती है
यहाँ भाजपा ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान को सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के उम्मीदवार अजीत सिंह के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा है। सिंह रालोद के प्रमुख हैं और पूर्व प्रधान मंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह के वारिस हैं |
भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की, जिसमें अमेठी से स्मृति ईरानी को ही टिकट दिया गया है।
श्रीमती ईरानी 2014 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी से हार गई थी लेकिन इनके बीच दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला था।
वर्ष 2014 में गांधी को 4,08,651 वोट मिले थे और
श्रीमती ईरानी को 3,00,748 मत हासिल हुए थे।
smriti clean india इस तरह ईरानी को 1,07,903 वोटों से हार का सामना करना पड़ा थालेकिन पराजय के पश्चात् भी उन्होंने अमेठी में आना जाना और विकास कार्य जारी रखे |अब ये प्रयास वोटों को खींच पाएंगे ये चुनावों के नतीजे ही बताएँगे
उधर चौधरी अजित सिंह मोदी लहर में प्रदेश में अपनी चौधराहट बचाने में नाकामयाब रहे जिसके फलस्वरूप उन्हने दिल्ली आवास भी छोड़ना पढ़ा |इसके पश्चात् चौधरी अजित के पुत्र जयंत चौधरी ने कमान संभाली और मथुरा से हारने के पश्चात् भी अपने पारम्परिक वोट बैंक को साधने में जुट गए
सूत्रों की माने तो उन्होंने जाट लैंड में सहानुभूति प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की हैं| इस उपलब्धि को वोटों में कितना तब्दील कर पाएंगे ये तो नतीजे ही बताएँगे लेकिन वर्तमान सांसद और मंत्री बालियान [जाट] और अजित सिंह में रोचक मुकाबिले की उम्मीद तो है
फाइल फोटो