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Category: Crime

राहुल ने फिक्की में भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठाई तो महाराष्ट्र में आदर्श सोसाइटी घोटाले की जाँच दब गई

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाडे सोणे राहुल गांधी के फिक्की में तेवर देखे?ओये राहुल जी ने लोकपाल बिल के पास होने पर खुले आम ख़ुशी भी जता दी है |
ओये हमने लोकपाल बिल पास कराया + आरटीआइ का अधिकार दिया।इस पर भी सरकार की अच्छी खबरें आजकल तुम लोग नहीं दिखाते

झल्ला

चतुर सुजाण जी ये अप लोग भी मानते हो कि मुंबई के कोलाबा इलाके में कारगिल शहीदों की विधवाओं के नाम पर बनी आदर्श सोसायटी में घोटाले हुए हैं इसपर भी पी ऐ सी कि रिपोर्ट का पता नहीं और जांच आयोग की रिपोर्ट को विधानसभा के पटल पर ही ख़ारिज भी करदिया और अपने नेताओं को बरी कर दिया |अगर इस जांच में दोषियों के प्रति पारदर्शिता बरती जाती तो कहा जा सकता था कि आप जी के लोक पाल बिल+आर टी आई कारगर होंगे

सामान्य अपराधी संगीता रिचर्ड के भगोड़े पति को शरण देकर अमेरिका ने कोई गलती तो नहीं कर दी

अभी तक अमेरिका में राजनयिक शरण देने का चलन था लेकिन अब लगता है कि उप महावाणिज्य दूत देवयानी खोबरागडे [Devyani Khobragade]की सहायिका [maid] संगीता रिचर्ड के षड्यंत्र में फंस कर उनके [ भारत में] भगोड़े पति [फिलिप रिचर्ड]को वीजा दे दिया और सामान्य अपराधियों को अपने यहाँ शरण देने की गलती कर दी है |
अब भारतीय संसद+सोशल मीडिया से होते हुए सडकों तक अमेरिका के विरोध में स्वर उठने लग गए हैं |
भारत ने आज कहा कि न्यूयार्क में तैनात उप महावाणिज्य दूत देवयानी खोबरागडे को किसी साजिश में फंसाया गया है। उन्हें पिछले सप्ताह अपनी सहायिका के उत्पीड़न के आरोप में एक तरफ़ कार्यवाही करते हुए देवयानी को अपमान जनक रूप से गिरफ्तार कर हथकडी लगायी गयी और अपराधियों के साथ हवालात में बंद कर दिया गया था |भारत ने इसे ‘बर्बर’ कार्रवाई बताते हुए अमेरिकी राजनयिकों एवं उनके परिवार के लोगों के विशेषाधिकार छीनने उनके सभी हवाईअड्डा पास वापस लेने तथा अमेरिकी दूतावास के लिए आयात मंजूरी रोकने सहित कई सख्त कदम उठाए है । इसके लिए मुख्य षड्यंत्र कारी बताये जा रहे प्रीत बरारा [ USProsecutorPreetBarara ]ने उलटे भारतीय न्यायलय व्यवस्था की ही आलोचना कर दी है
कम बोलने वाले और अमेरिका से अच्छे सम्बन्धों के पक्षधर रहे भारतीय प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने भी अमेरिका में हुई इस कार्यवाही को शोचनीय /दयनीय बताया है |देवयानी के समर्थन में कोलकत्ता+हैदराबाद +मेरठ+आदि में भी प्रदर्शन हुए और अमेरिकन प्रेसिडेंट बराक ओबामा के पुतले फूंके गए |देवयानी के पिता ने भी अनशन करने की चेतावनी दी है

Smt Sushma Singh Is Now Chief Information Commissioner

Smt Sushma Singh Is Now New Fifth Chief Information Commissioner [CIC]
The President of India Shri Pranab Mukherjee administered the oath of office of the Chief Information Commissioner to Smt. Sushma Singh at the Rashtrapati Bhawan today. She is the fifth Chief Information Commissioner of the Central Information Commission (CIC)
Smt. Sushma Singh joined the CIC as Information Commissioner on September 23, 2009.
Prior to joining CIC, Smt. Sushma Singh served as Secretary to the Govt. of India in the Ministries of Information & Broadcasting, Panchyati Raj and the Development of the North East Region (DONER).
Photo Caption
The President, Shri Pranab Mukherjee administering the oath to Smt. Sushma Singh as Chief Information Commissioner, at a swearing-in ceremony, at Rashtrapati Bhavan, in New Delhi on December 19, 2013.

दिल्ली के अस्पतालों में गरीब मरीजों की अनदेखी की एक तिहाई शिकायतें अभी भी लंबित है

देश की राजधानी दिल्ली में अस्प्तालों +नर्सिंग होम्स में मरीजों विशेषकर गरीब मरीजों की अनदेखी की शिकायतें बढ़ती जा रही हैं और इन शिकायतों के निवारण के लिए भी सरकारी रफ़्तार बेहद धीमे दिखाई दे रही हैं यह सत्य राज्य सभा में अर्बन डेवलपमेंट मिनिस्टर श्रीमती दीपा दास मुंशी द्वारा प्रस्तुत एक उत्तर में उजागर हुआ |
दिल्ली में अस्प्तालों+नर्सिंग होम्स में शिकायतों के विषय में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में मिनिस्टर ने बताया कि सरकारी भूमि पर बनाये गए चिकित्सालयों में भी गरीब मरीजों को निशुल्क चिकित्सा सेवा मुहैय्या करवाने के बजाय उनकी अनदेखी की जा रही हैं
करंट ईयर में दिल्ली सरकार के डायरेक्टरेट ऑफ़ हेल्थ सर्विसेज , [ Directorate of Health Services,] में २६० शिकायतें प्राप्त हुई जिसमे से केवल १६२ शिकायतों का ही निवारण हो पाया है ९८ शिकायतें अभी भी लंबित बताई गई हैं| सरकार को गुमराह करके जनता के साथ विश्वास घात करने वाले चिकित्सालयों के विरुद्ध कार्यवाही भी की जा रही है जिसके अंतर्गत शो कॉस नोटिस दिए जा रहे हैं + संपत्ति की रिएंट्री की जा रही हैदिल्ली में ६२ अस्प्तालों को सस्ते दामो भूमि दी गई है
No. of complaints received : [260]
Disposed off : [162]
Under process : [ 098]

श्वेत पत्र के बावजूद देश से बाहर काला धन भेजने में २४%बढ़ोत्तरी हुई,२०११ में ४ लाख करोड़:एल के अडवाणी के ब्लॉग से

श्वेत पत्र के बावजूद देश से बाहर काला धन भेजने में कोई रुकावट नहीं लगाईं गई जिसके फलस्वरूप बीते वर्षों के मुकाबिले काला धन भेजने में २४%बढ़ोत्तरी हुई,और २०११ में ४ लाख करोड़ तक जा पहुंची :एल के अडवाणी के ब्लॉग से
भारतीय जनता पार्टी के वयोवृद्ध नेता और वरिष्ठ पत्रकार लाल कृषण अडवाणी ने केंद्र सरकार की कथनी और करनी के अंतर को उजागर करते हुए विदेशों में भेजे जा रहे भारतीय धन में बढ़ोत्तरी पर चिंता व्यक्त की है |
अपने ब्लॉग के टेल पीस[TAILPIECE] में अडवाणी ने कहा है कि भारत सरकार द्वारा ब्लैक मनी पर श्वेत पत्र प्रस्तुत किये जाने के पश्चात भी वर्ष २०११ में ४ लाख करोड़ का काला धन गैर कानूनी तरीके से बाहर भेजा गया |
ब्लॉगर अडवाणी ने २०११ में निकाली गई अपनी ४० दिवसीय जन चेतना यात्रा[ Jana Chetna Yatra. ] को याद करते हुए बताया कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य काला धन देश में वापिस लाना + भ्रष्टाचारको समाप्त करना +मुद्रास्फूर्ति+फ़ूड इन्फलेशन को रोकना था |इस यात्रा को पिछली यात्राओं से अधिक समर्थन मिला जिसके दबाब में केंद्र सरकार को भी संसद में श्वेत पत्र प्रस्तुत करना पड़ा लेकिन दुर्भाग्यवश उसके पश्चात कोई फॉलोअप[follow-up] नहीं हुआ और एक पैसा भी भारत नहीं लाया जा सका|अडवाणी ने [international watchdog Global Financial इंटीग्रिटी[ [(GFI) ] के हवाले से बताया कि वर्ष २०११ में बीते वर्षों के मुकाबिले २४%अधिक काला धन विदेशों में भेजा गया जो ४ लाख करोड़ है

भारत ने रीढ़ सीधी करके अमेरिकन राजनयिकों को दी जा रही सुविधाओं को वापिस लिया

भारत सरकार ने अपनी रीढ़ को सीधी करते हुए आज अमेरिका को उसके ही स्टाईल में जवाब दिया और देश में अमेरिकी राजनयिकों और उनके परिजनों को दी जा रही सुविधाओं को वापिस लिया|यह अमेरिका में भारतीय डिप्टी कौंसल जनरल देवयानी खोब्रागडे के साथ किये गए दुर्व्यवहार के विरोध में किया गया है |जबकि अमेरिका ने भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े की कपड़े उतार कर कथित तलाशी को यह कहते हुए उचित ठहराने का प्रयास किया कि देवयानी की गिरफ्तारी के दौरान मानक प्रतिक्रियाएं ही अपनाई गई हैं। भारत में इसकी जबरदस्त प्रतिक्रया हुई है |लोक सभा स्पीकर मीरा कुमार [पूर्व राजनयिक]+भाजपा के पी एम् के उम्मीदवार नरेंदर मोदी +कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी + गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे आदि ने अमेरिकी कांग्रेस के एक डेलिगेशन से विरोध स्वरुप मुलाक़ात करने से इंकार कर दिया| के परिचय पत्र वापिस मांग लिए|
गौरतलब है कि देवयानी पर अपनी निजी मैड[नौकरानी] संगीता रिचर्ड को घोषित वेतन का आधा वेतन देने का जुर्म लगाया गया है
|[१]इस प्रक्रिया में अमेरिकी कोंसुलेटस और उनके परिजनों के परिचय पत्र वापिस मांगे गए हैं |
[२]दिल्ली स्थित अमेरिकन एम्बेसी के बाहर ट्रैफिक कण्ट्रोल करने के लिए लगाये गए बेरिकेडिंग को हटा लिया गया
[३] दूतावास में दी जा रही शराब की सप्लाई को रोक दिया गया है
[४] एअरपोर्ट विशेष पास भी ले लिए गए हैं
[५]कर्मचारी और उनके सहायकों के वेतन स्लिप की भी मांग कर दी गई है |

योग गुरु बाबा राम देव ने केंद्र सरकार पर भड़ास निकाली और अधिकांश कांग्रेसियों को समलैंगिक बता डाला

[नई दिल्ली]योग गुरु बाबा राम देव ने अपनी भड़ास निकालते हुए अधिकांश कांग्रेसियों को समलैंगिक बता डाला| कांग्रेस के खिलाफ बाबा रामदेव ने कहा है कि लगता है अधिकांश कांग्रेसी समलैंगिक हैं इसीलिए वे समलैंगिकता का समर्थन कर रहे हैं |बाबा राम देव की पतंजलि योग पीठ पर आये दिन नए मुकद्दमे कायम किये जा रहे हैं जिन्हे लेकर भाजपा के पी एम् के उम्मेदवार नरेंदर मोदी ने भी बाबा का उत्तराखंड की रैली में समर्थन किया उसके बाद बाबा राम देव की कांग्रेस के प्रति यह बेहद तीखी टिपण्णी आई है|
गौरतलब है कि हाई कोर्ट के फैसले को पलटते हुए सुप्रीम कोर्ट ने धारा ३७७ को मान्यता देते हुए समलैंगिकता को अपराध साबित किया था और इस विषय में कानून बनाने की प्रक्रिया के लिए केंद्र सरकार को सक्षम बताया था जिसके उत्तर में कांग्रेस के टॉप ब्रास श्री मति सोनिया गांधी और राहुल गांधी आदि अनेक नेताओं ने कानून में संशोधन करने का आश्वासन भी दिया था| भाजपा ने समलैंगिक रिश्तों को अपराध की श्रेणी में रहे जाने की वकालत की है और बाबा राम देव भी इसे बीमारी बता चुके हैं|

डॉ मन मोहन सिंह ने पंजाब के पूर्व मुख्य मंत्री सरदार [स्वर्गीय]बेअंत सिंह के सम्‍मान में डाक टिकट जारी किया

प्रधानमंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने आतंक वाद से लोहा लेने वाले पंजाब के पूर्व मुख्य मंत्री सरदार स्वर्गीय बेअंत सिंह के सम्‍मान में डाक टिकट जारी किया|
डॉ0 मनमोहन सिंह ने आज नई दिल्‍ली में पंजाब के पूर्व मुख्‍यमंत्री सरदार बेअंत सिंह के सम्‍मान में एक डाक टिकट जारी किया। आतंक वाद से जूझ रहे पंजाबमें शांति और सद्भाव का वातावरण कायम करते हुए उन्‍हें अपना जीवन तक गंवाना पड़ा।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा
”हम लोग यहां पंजाब और भारत के एक महान सपूत सरदार बेअंत सिंह जी को श्रद्धांजलि देने के लिए आज यहां इकट्ठे हुए हैं।
सरदार बेअंत सिंह जी को पंजाब को तब सुदृढ़ और पक्‍का नेतृत्‍व देने के लिए याद किया जाता है जब यह राज्‍य बहुत मुश्किल दौर से गुजर रहा था। पंजाब के मुख्‍यमंत्री की हैसियत से उन्‍होंने राज्‍य में सामान्‍य स्थिति बहाल की। इससे पहले कई वर्षों से वहां आतंकवादी हिंसा चल रही थी। उन मुश्किल दिनों में पंजाब में शांति की बहाली कोई आसान काम नहीं था और यह सरदार बेअंत सिंह जी के अद्भुत नेतृत्‍व के गुणों को श्रद्धांजलि है कि उन्‍होंने ऐसे मुश्किल दौर में यह काम कर दिखाया। अगर मोटे तौर पर हमारा समाज आज शांतिपूर्ण और धर्मनिरपेक्ष बना हुआ है, तो यह सरदार बेअंत सिंह जैसे नेताओं की देशभक्ति और हिम्‍मत के ही कारण है। हमारी स्‍वतंत्रता ऐसे ही नेताओं के कठोर परिश्रम और बलिदान की नींव पर टिकी हुई है। इसीलिए यह हमारा कर्तव्‍य बनता है कि हम विभाजक ताकतों के खिलाफ संघर्ष में योगदान करें क्‍योंकि ऐसी ताकतें अब भी हमारे समाज के लिए खतरा बनी हुई हैं। सरदार बेअंत सिंह जी का कार्यकाल काफी लंबा रहा और यह चार दशकों तक फैला हुआ है। 23 वर्ष की आयु में उन्‍होंने सेना की नौकरी छोड़ दी और जनता की सेवा के लिए आगे बढ़े। तब से उन्‍होंने अनेक महत्‍वपूर्ण पदों पर रहकर सेवा की। उनका सार्वजनिक सेवाकाल ऐसे समय शुरू हुआ जब 1947 में बंटवारे के कारण आम जनता का जीवन मुश्किल हो गया था। 1992 में वह पंजाब के मुख्‍यमंत्री बनें। आगामी वर्षों में उन्‍होंने कई सार्वजनिक पदों पर काम किया। वह ब्‍लॉक समिति के अध्‍यक्ष रहे। पांच बार पंजाब विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए और पंजाब सरकार में मंत्री रहे। वह पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमिटी के तब अध्‍यक्ष बनाए गए, जब यह राज्‍य 1986 से 1995 तक बहुत मुश्किल दौर से गुजर रहा था।
1992 से 1995 तक पंजाब के मुख्‍यमंत्री रहते हुए सरदार बेअंत सिंह जी ने ऐसी समझदारी और दूरदृष्टि से काम लिया जो सार्वजनिक जीवन में बहुत कम दिखाई देती है। राज्‍य के पुनर्निर्माण और सुलह सफाई का माहौल बनाने के लिए उन्‍होंने अथक प्रयास किए। इसके परिणामस्‍वरूप ही राज्‍य में शांति और सद्भाव का वातावरण कायम हुआ। पंजाब में उन्‍होंने आशा की नई किरण दिखाई और राज्‍य की भावी प्रगति की आधारशिला रखी। इसी प्रयास में उन्‍हें अपना जीवन गंवाना पड़ा।
मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि डाक विभाग ने सरदार बेअंत सिंह जी के सम्‍मान में एक डाक टिकट जारी किया है। यह इस महान नेता के प्रति हमारा छोटा सा अभार प्रदर्शन है। मैं एक बार फिर सरदार बेअंत सिंह जी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मैं कामना करता हूं कि उनकी महान परंपरा हमेशा चलती रहे।”
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The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh releasing a postage stamp in honour of Sardar Beant Singh, former Chief Minister of Punjab, in New Delhi on December 17, 2013.

To Keep Country Free From Fear, Keep Trying:Obama Marking Anniversary of Shooting in Newtown,

President Barack Obama honored the memories of the 26 innocent children and educators who were killed a year ago in Newtown, Connecticut.
One year ago quiet, peaceful Newtown, was shattered by unspeakable Gun Culture
6 dedicated school workers and 20 beautiful children were Shot Dead
Marking the One-Year Anniversary of this Tragic Shooting in Newtown, Connecticut President Obama said “As parents, as Americans, the news filled us with grief. Newtown is a town like so many of our hometowns. The victims were educators and kids that could have been any of our own. And our hearts were broken for the families that lost a piece of their heart; for the communities changed forever; for the survivors, so young, whose innocence was torn away far too soon.
But beneath the sadness, we also felt a sense of resolve – that these tragedies must end, and that to end them, we must change.
From the very beginning, our efforts were led by the parents of Newtown – men and women, impossibly brave, who stepped forward in the hopes that they might spare others their heartbreak. And they were joined by millions of Americans – mothers and fathers; sisters and brothers – who refused to accept these acts of violence as somehow inevitable.”
Obama In Weekly address said “Over the past year, their voices have sustained us. And their example has inspired us – to be better parents and better neighbors; to give our children everything they need to face the world without fear; to meet our responsibilities not just to our own families, but to our communities. More than the tragedy itself, that’s how Newtown will be remembered.
And on this anniversary of a day we will never forget, that’s the example we should continue to follow. Because we haven’t yet done enough to make our communities and our country safer. We have to do more to keep dangerous people from getting their hands on a gun so easily. We have to do more to heal troubled minds. We have to do everything we can to protect our children from harm and make them feel loved, and valued, and cared for.
And as we do, we can’t lose sight of the fact that real change won’t come from Washington. It will come the way it’s always come – from you. From the American people.
As a nation, we can’t stop every act of violence. We can’t heal every troubled mind. But if we want to live in a country where we can go to work, send our kids to school, and walk our streets free from fear, we have to keep trying. We have to keep caring. We have to treat every child like they’re our child. Like those in Sandy Hook, we must choose love. And together, we must make a change.

“AAP”Called Section 377 Archaic Law,Showed Disappointment with Supreme Court’s judgment

The Aam Aadmi party[AAP] Called Section 377 archaic law and Showed Disappointment with the judgment of the Supreme Court upholding the Section 377 of the IPC and reversing the landmark judgment of the Delhi High Court on the subject.
AAP Says “The Supreme Court judgment thus criminalizes the personal behavior of consenting adults. All those who are born with or choose a different sexual orientation would thus be placed at the mercy of the police. This not only violates the human rights of such individuals, but goes against the liberal values of our Constitution, and the spirit of our times.Aam Aadami Party hopes and expects that the Supreme Court will review this judgment and that the Parliament will also step in to repeal this archaic law”