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भारत ने रीढ़ सीधी करके अमेरिकन राजनयिकों को दी जा रही सुविधाओं को वापिस लिया

भारत सरकार ने अपनी रीढ़ को सीधी करते हुए आज अमेरिका को उसके ही स्टाईल में जवाब दिया और देश में अमेरिकी राजनयिकों और उनके परिजनों को दी जा रही सुविधाओं को वापिस लिया|यह अमेरिका में भारतीय डिप्टी कौंसल जनरल देवयानी खोब्रागडे के साथ किये गए दुर्व्यवहार के विरोध में किया गया है |जबकि अमेरिका ने भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े की कपड़े उतार कर कथित तलाशी को यह कहते हुए उचित ठहराने का प्रयास किया कि देवयानी की गिरफ्तारी के दौरान मानक प्रतिक्रियाएं ही अपनाई गई हैं। भारत में इसकी जबरदस्त प्रतिक्रया हुई है |लोक सभा स्पीकर मीरा कुमार [पूर्व राजनयिक]+भाजपा के पी एम् के उम्मीदवार नरेंदर मोदी +कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी + गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे आदि ने अमेरिकी कांग्रेस के एक डेलिगेशन से विरोध स्वरुप मुलाक़ात करने से इंकार कर दिया| के परिचय पत्र वापिस मांग लिए|
गौरतलब है कि देवयानी पर अपनी निजी मैड[नौकरानी] संगीता रिचर्ड को घोषित वेतन का आधा वेतन देने का जुर्म लगाया गया है
|[१]इस प्रक्रिया में अमेरिकी कोंसुलेटस और उनके परिजनों के परिचय पत्र वापिस मांगे गए हैं |
[२]दिल्ली स्थित अमेरिकन एम्बेसी के बाहर ट्रैफिक कण्ट्रोल करने के लिए लगाये गए बेरिकेडिंग को हटा लिया गया
[३] दूतावास में दी जा रही शराब की सप्लाई को रोक दिया गया है
[४] एअरपोर्ट विशेष पास भी ले लिए गए हैं
[५]कर्मचारी और उनके सहायकों के वेतन स्लिप की भी मांग कर दी गई है |