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Category: Crime

पंजाब के होशियार पुर और कपूरथला में ९०% से अधिक सक्रिय धूम्रपान की अनुपस्थिति मिलने पर इन्हें धूम्रपान मुक्त जिले’ घोषित किया गया

पंजाब सरकार के दो जिले होशियारपुर और कपूरथला को राज्य के ‘धूम्रपान मुक्त जिले’ घोषित किया गया है|होशियार पुर और कपूरथला में ९०% से अधिक सक्रिय धूम्रपान की अनुपस्थिति मिलने पर इन्हें धूम्रपान मुक्त जिले’ घोषित किया गया
भाषा ने पंजाब राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मदन मोहन मित्तल के हवाले से बताया कि पीजीआईएमईआर को सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम, 2003 के अनुपालन का सत्यापन करने के लिए सर्वेक्षण की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी।पीजीआईएमईआर [ PGIMER ] के अध्ययन के मुताबिक कपूरथला जिले में सार्वजनिक स्थलों 96.4 % से अधिक तथा होशियारपुर जिले में सार्वजनिक स्थलों पर 91.3 % से अधिक सक्रिय धूम्रपान की अनुपस्थिति मिली।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय,निजि एयर लाइन्स और एयर इंडिया को आर्थिक संकट से बाहर निकलने का रास्ता नहीं सूझ रहा

नागरिक उड्डयन मंत्रालय+निजि एयर लाइन्स और एयर इंडिया को वर्तमान आर्थिक संकट से बाहर निकलने का रास्ता नहीं सूझ रहा है संभवत इसीलिए अब राज्यों पर दबाब बनाया जाने लगा है| नागरिक उड्डयन मंत्रालय + निजि एयर लाइन्स और सरकारी उपक्रम एयर इंडिया आज कल आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं|सरकारी नीतियों के कारण यौजनाएं अपेक्षित परिणाम नही दिखा रही है यहाँ तक कि इस लाइन की साख पर भी प्रश्न चिन्ह लगना शुरू हो गया है|
[१] एयर इंडिया के मुंबई महानगर स्थित 23 मंजिले भवन को किराये पर लेने के लिए कोई आवेदन नहीं आया है|इस विफलता के पश्चात ऐ आई ने अब अपनी कुछ आवासीय संपत्तियों को ई नीलामी के लिए रखा है।एयर इंडिया ने अब ई.नीलामी प्रक्रिया के जरिये मुंबई और गुड़गांव के प्रमुख स्थानों पर स्थित अपनी आवासीय संपत्तियों को बेचने का प्रस्ताव रखा है।एयरलाइन्स की वेबसाइट पर जारी बोली दस्तावेज में कहा गया है”एयर इंडिया ई.नीलामी प्रक्रिया के जरिये मुंबई और गुड़गांव के प्रमुख स्थानों पर स्थित अपनी आवासीय संपत्तियों को बेचने का प्रस्ताव करती है”
[२] इंडिगो और स्पाईस जेट आदि जैसी ७ एयर लाइन्स से कर्जे का २१११ .४३ करोड़ रूपया वसूलने में अभी तक असमर्थ रहे नागर विमानन मंत्रालय द्वारा अब विमान कंपनियों को राहत देने के लिए राज्यों पर दबाब बनाया जाने लगा है|नागर विमानन मंत्रालय द्वारा अब राज्य सरकारों को हवाई जहाज़ों के तेल[ ATF ] के टैक्स में कमी करने को दबाब बनाया जाने लग गया है| नागर विमानन मंत्रालय के हवाले से भाषा ने कहा है कि मंत्रालय द्वारा विमान ईंधन पर करों में कमी लाने के लिए राज्य सरकारों को राजी करने का प्रयास जारी रखा जाएगा|इससे नकदी के संकट से जूझ रही विमानन कंपनियों को कुछ राहत मिल सकेगी|विमानन कंपनियां इस समय रुपये में गिरावट और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी की मार से ग्रस्त हैं।

President of India conferred National Awards For Sports:Arjuna Award For Renjith Maheshwari withheld

President of India Shri Pranab Mukherjee here today conferred the[1] Rajiv Gandhi Khel Ratna Award,[2] Dronacharya Awards,[3] Arjuna Awards, [4]Dhyan Chand Awards, [5]Tenzing Norgay National Adventure Awards,[6] Maulana Abul Kalam Azad Trophy and [7]Rashtriya Khel Protsahan Puraskar at a specially organised function at Rashtrapati Bhawan, New Delhi, Withholding Arjuna Award in respect of Renjith Maheshwari . Renjith Maheshwari, who was selected for Arjuna Award 2013, had tested[ conflicting reports ] positive for banned stimulant, ephedrine during the 48th Open National Athletics Meet held at Kochi and that the Athletics Federation of India had suspended Shri Maheshwari for three months. Ministry of Youth Affairs & Sports decides to withhold this award till completion of enquiries.

Virat Kohli receiving Arjuna Award for Cricket from Shri Pranab Mukherjee

Virat Kohli receiving Arjuna Award for Cricket from Shri Pranab Mukherjee


Recipients of Rashtriya Khel Protsahan Puruskar were given Trophies
.National Sports Awards are given every year to recognize and reward excellence in sports. Apart from a medal and a citation, the Rajiv Gandhi Khel Ratna Awardee received a cash prize of Rs.7.5 lakh. Arjuna, Dronacharya and Dhyan Chand Awardees received statuettes, citations and cash prize of Rs.5 lakh each.
Ms. P.V. Sindhu, Badminton a winner of Arjuna Award 2013 was not present at the award ceremony.
List of awardees who received the National Sports Awards is as follows:
Pranab Mukherjee presenting the Arjuna Award to Shri Amit Kumar Saroha for Athletics (Para)

Pranab Mukherjee presenting the Arjuna Award to Shri Amit Kumar Saroha for Athletics (Para)


[A] Rajiv Gandhi Khel Ratna Award:
Sl. No.========Name===========Discipline
[1] Mr. Ronjon Sodhi===========Shooting
[B] Arjuna Awards:
Sl. No.===================Name=============Discipline
Ms. Rajkumari Rathore receiving Arjuna Award

Ms. Rajkumari Rathore receiving Arjuna Award

[1]=========Ms. Chekrovolu =============Archery
[2]=========Ms. Kavital=================Boxing
[3]=========Mr. Rupesh Shah============Billiards & Snooker
[4]=========Mr. Virat Kohli===============Cricket
[5]=========Mr. Abhijeet Gupta===========Chess
[6]=========Mr. Gagan Jeet Bhullar========Golf
[7]=========Ms. Saba Anjum=============Hockey
[8]=========Ms. Rajkumari Rathore========Shooting
[9]=========Ms. Joshna Chinnappa=========Squash
[10]========Ms. Mouma Das===============Table Tennis
[11]========Ms. Neha Rathi================Wrestling
12]=========Mr. Dharmender Dalal==========Wrestling
[13]========Mr. Amit Kumar Saroha=========Athletics (Para)
[C] Dronacharya Awards for 2013:
Sl.No.=====================Name=======================Discipline
[1]===========Ms. Poornima Mahato=======================Archery
[2]===========Mr. Mahavir Singh==========================Boxing
[3]===========Mr. Narinder Singh Saini=====================Hockey
[4.]===========Mr. K.P. Thomas===========================Athletics
[[5]===========Mr. Raj Singh=============================Wrestling
[D] Dhyan Chand Awards:

Sl.No.==========Name================================Discipline
[1]============Ms. Mary D’souza Sequeira===============Athletics
[2]============Mr. Syed Ali===========================Hockey
[3]============Mr. Anil Mann==========================Wrestling
[4]============Mr. Girraj Singh=========================Para Sports (Athletics)
[E][. Tenzing Norgay National Adventure Awards-2012:
S. No.===============Name=========================Discipline
[1]==================Basant Singh Roy===============Mountaineering
[2]==================Major Ranveer Singh Jamwal=======Mountaineering
[3]==================Lt. Cdr. Abhilash Tomy============Sailing
[4]================Naib Subedar Paramjeet Singh Siddhu=======Hang Gliding
[5]================Prem Singh======================Mountaineering
[6]================Hari Ram========================Mountaineering
[F] Rashtriya Khel Protsahan Puruskar
Sl. No.=====================Category
Rashtriya Khel Protsahan Puruskar, 2013
[1]======Community Sports Identification and Nurturing of Budding Young Talent
Dr. U.K. Mishra, Founder and President, National Sports Academy, Allahabad
[2]Financial Support for Sports Excellence
Services Sports Control Board
[3]Establishment and Management of Sports Academies of Excellence
Pullela Gopichand Academy of Badminton, Hyderabad
[4]Employment of Sportspersons and sports welfare measures.
Petroleum Sports Promotion Board
[G] Maulana Abul Kalam Azad Trophy:
Sl. No.===============================Year
[1]Guru Nanak Dev Vishwavidyalay, Amritsar=2010-11
[2]Punjabi Vishwavidyalay, Patiala========2011-12
[3.]Punjabi Vishwavidyalay, Patiala========2012-13

Photo Captions
[1] Shri Pranab Mukherjee presenting the Rajiv Gandhi Khel Ratna Award to Shri Ronjon Sodhi for Shooting, at the National Sports & Adventure award ceremony, at Rashtrapati Bhawan, in New Delhi

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मानव विकास रिपोर्ट-2013′ के अनुसार दिल्ली की आधी आबादी को पानी, स्कूल, शौचालय जैसी सुविधाएं तक नहीं है

मानव विकास रिपोर्ट-2013′ के अनुसार दिल्ली की आधी आबादी को पानी, स्कूल, शौचालय जैसी सुविधाएं तक नहीं है |
आम आदमी पार्टी [आप]ने दिल्ली में शीला दीक्षित की सरकार पर फिर हमला बोला है| ‘मानव विकास रिपोर्ट-2013’ के आधार पर आरोप लगाया गया है कि विकास का दावा करने वाली सरकार द्वारा बीते पंद्रह सालों में दिल्ली की आधी आबादी को भी पानी, स्कूल, शौचालय जैसी सुविधाएं तक नहीं दी जा सकी है
आप पार्टी ने इस रिपोर्ट के आधार पर यह आरोप लगाया है कि दिल्ली में. आम आदमी का नहीं बल्कि सिर्फ नेताओं और बिजली-पानी कंपनियों के मालिकों का ही विकास हुआ है|
दिल्ली सरकार द्वारा आज जारी ‘मानव विकास रिपोर्ट-2013’ ने शीला सरकार के विकास के दावों की कलई खोल दी है. सरकार की अपनी रिपोर्ट कहती है कि आधी से ज्यादा दिल्ली में जीवन नरक बना हुआ है. रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा के मामलों में तो दिल्ली की तस्वीर काफी हद तक डरावनी है. रिपोर्ट में बताया गया है कि सरकार की सेवाओं का लाभ दिल्ली में सभी को समान रूप से नहीं मिल रहा है| दिल्ली सरकार इंसान का सम्मान बरकरार रखने तक में नाकामयाब रही है. सरकार के विकास के तमाम दावों के बावजूद यह रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली के गरीब इलाकों में 56 % बच्चें आज भी खुले में शौचालय जाने पर मजबूर हैं. इसी दिल्ली में 50 हजार लोग बेघर भी हैं. रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली के 85 % मजदूर बेहद खराब परिस्थितियों और कम मजदूरी पर काम करने पर मजबूर हैं.
अस्पतालों की स्थिति बयान करते हुए मानव विकास रिपोर्ट में कहा गया है कि यहां प्रति 10,000 लोगों पर कुल 4 डॉक्टर उपलब्ध हैं. देश की राजधानी दिल्ली में लोगों को औसत 7.5 साल की ही स्कूली शिक्षा उपलब्ध हो सकी है. जिन सड़कों के नाम पर मुख्यमंत्री शीला दीक्षित बडे बडे दावे कर रहीं हैं, उनकी भी हकीकत रिपोर्ट में खुलकर सामने आ गई है. दिल्ली के केवल दो तिहाई लोग सड़कों की हालत से नाखुश हैं. यानि चन्द चमकती मुख्य सड़कों को छोड़ दिया जाए तो दिल्ली में सड़कों भी बुरा हाल है.
मानव विकास रिपोर्ट की इस तस्वीर पर “आप” ने सवाल उठाए है कि मुख्यमंत्री शीला दीक्षित किस मुंह से विकास का नारा देती हैं. जब वे पिछले 15 साल में आधी दिल्ली को पानी, स्कूल, शौचालय जैसी सुविधाएं तक नहीं दे पाईं तो भला दिल्ली की जनता उन पर अगले 5 साल के लिए कैसे भरोसा कर ले. ऐसा लगता है कि दिल्ली में विकास के नाम पर खर्च तो अरबों-खरबों रुपए हुए लेकिन विकास आम आदमी का नहीं सिर्फ नेताओं का हुआ है और बिजली-पानी कंपनियों के मालिकों का हुआ है.

M C I Inspected 31 And Rejected 6 Colleges, 5 Of Which Are From The States Not Ruled By U P A

M C I Inspected 31 And Rejected 6 Colleges 5 Of Which Are From The States Not Ruled By U P A
Medical Council Of India [M C I] carried out inspection of 31 medical colleges during 2013-14 and proposed rejection for opening of 6 medical colleges ,which is much less then the previous years.
Interestingly five out of six have been rejected from the states which are not ruled by UP A.and Fifty Percentage colleges are rejected from U P Only.During 2011-12 Inspectors inspected 6 Colleges out of which they rejected 2 colleges.During 2012-13 i out of 3 colleges were rejected. Apart from this 1 each from Chattisgarh and Tamil Nadu are rejected.
This Inspection was also carried out in Bihar[2colleges],Delhi[1college]Haryana[1],HimachalPradesh[1]Karnataka[3]Kerala[2]Maharaashtra[1]But these all were granted positive nod .
[1] During 2011-12== 43 colleges were inspected and 22 were rejected
[2] during 2012-13==33 colleges were inspected and 13 were rejected
[3]During 2013-14 ===6 out of 31 colleges have only been rejected for opening
The MCI has recommended to the Ministry of Health & Family Welfare for withdrawal of recognition for reported irregularities in respect of Santosh Medical College,[with 100 seats] Ghaziabad and Subharti Medical College, Meerut.[100 seats] The matter has been referred back to Board of Governors for re-examination.The Fate of students, specially quota students, have not been Unveiled.Both Colleges have 100 U G seats each.
Reservation Quota is prescribed for admission to undergraduate
Union Minister of Health & Family Welfare Shri Ghulam Nabi Azad in written reply to a question in the Lok Sabha has informed that Medical colleges are established/recognized as per the provisions of Indian Medical Council (IMC) Act, 1956 and the Regulations made thereunder. For this purpose, the Medical Council of India (MCI) inspects the medical colleges to assess the standards of examination and facilities available at the college as per the minimum standard requirement as prescribed in Medical Council of India Regulation, 1999.

भाजपा जानती है समय से पहले चुनाव नहीं होंगे फिर भी दबाब के लिए राष्ट्रपति से सिफारिश का अनुरोध किया

L K Advani Addressing Media After Meeting President

L K Advani Addressing Media After Meeting President

भाजपा को मालूम है के समय से पहले चुनाव नहीं होंगे फिर भी केंद्र सरकार पर दबाब बनाने के लिए आज चुनाव के लिए राष्ट्रपति से सिफारिश का अनुरोध किया| भाजपा के एक शीर्ष न्रेतत्व मंडल ने आज राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात कर अनुरोध किया कि वह सरकार को जल्दी आम चुनाव कराने का सुझाव दें क्योंकि मौजूदा आर्थिक संकट की स्थिति में देश में चुनाव ही एकमात्र विकल्प है। राष्ट्रपति को सौंपे गए ज्ञापन पर एल के अडवाणी+ राजनाथ सिंह+ श्री मति सुषमा स्वराज+अरुण जेटली ने हस्ताक्षर किये हैं|
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर उपप्रधान मंत्री लालकृष्ण आडवाणी+पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह + नेता प्रतिपक्ष[लोक सभा ] श्री मति सुषमा स्वराज और अरुण जेटली[राज्य सभा]+पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा +पूर्व रक्षा मंत्री जसवंत सिंह+पूर्व अध्यक्ष वेंकैया नायडू+अनंत कुमार और रविशंकर प्रसाद ने आज राष्ट्रपति से इस संबंध में मुलाकात की।शुक्रवार को प्रणब मुखर्जी से मिलकर भाजपा के इन शीर्ष नेताओं ने देश की आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए शीघ्र चुनाव करने की मांग की| राष्ट्रपति को दिए ज्ञापन में भाजपा ने आग्रह किया है कि नवंबर में होने वाले तीन राज्यों के साथ ही लोकसभा चुनाव भी करा लिए जाएं। राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद श्री आडवाणी ने मीडिया को बताया के ‘मुझे पता है कि सरकार जल्द चुनाव नहीं कराएगी, लेकिन अगर राष्ट्रपति कोई प्रतिक्रिया देते हैं तो दबाव जरूर बनेगा।प्रधानमंत्री डॉ मन मोहन सिंह आर्थिक स्थिति सुधारने के स्थान पर विपक्ष की आलोचना मात्र करने लगते हैं| उन्होंने राज्यसभा में जिस तरह का भाषण दिया वह दुखद है। रविशंकर ने व्यंगात्मक शैली में कहा कि केंद्र सरकार खुद को बीमार मानेगी तभी तो उसके इलाज के लिए कार्यवाही की जा सकेगी| प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन के वक्तव्य को निराशा, नकारात्मकता और कड़वाहट भरा बताते हुए कहा है कि इसमें ईमानदारी की कमी है।
भाजपा प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति को यह याद दिलाने से भी नहीं चूका कि वित्त मंत्री बदहाली का ठीकरा बतौर पूर्व वित्त मंत्री उन्हीं (प्रणब) पर फोड़ रहे हैं, तो पीएम चुप रहकर इसका परोक्ष समर्थन कर रहे हैं। रविशंकर ने पत्रकारों से बातचीत में प्रणब का बचाव करते हुए कहा कि किसानों को कर्ज माफी का फैसला वर्तमान वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के ही समय में किया गया था|

B J P Appointed Conveners OF 11 Cells ,Historic Meerut of U P Ignored

Bhartiya Janata Party[B J P] Appointed Conveners OF 11 Cells Ignoring Historic Meerut of U P National President Of B J P Rajnath Singh,today,finalised List of conveners and Co-conveners ,Unfortunately historic Meerut Has been kept out of it.
BJP National President Rajnath Singh has appointed following persons as National Conveners and Co-conveners of Eleven Cells .Three appointments are made from U P And none of them is from Meerut.It May be added that at present B J P Party has one parliamentarian and three Lagislatives In Meerut.Aprt from which State President also hails from the same historic city,It is further added that a large number of Punjabi community is also Staunch supporter of B J P Since Independence. Even then Meerut Has been kept out these important eleven cells.
Sr. No.==Name of Cell===Convener===Co-Conveners
[1]Intellectual Cell==Shri Balashankar==Shri Vijay Kranti, Delhi==Shri Mukesh Mishra, Delhi
[2]Local Bodies Cell==Shri Ashutosh Vashnaya, U.P.==Smt. Krishna Gaur, M.P.=Shri Ajaybhai Chauksi, Gujarat==Shri Daya Shankar Tiwari, Maharashtra==Shri Mahesh Sharma, Delhi
[3]Cow Development Cell==Shri Jai Bhagwan Aggarwal, Delhi==Shri Rajendra Singh Purohit, Rajasthan==Shri Banwari Lal Yadav, U.P.
[4]Teachers Cell==Shri Suryabhan Pandey, Delhi==Shri Ganesh Karnik, Karnataka
[5]Ganga Cell=Shri Kameshwar Chaupal, Bihar=Shri Prem Aggarwal, Uttrakhand=Shri Virendra Juyal, Delhi
[6]Industry Cell==Shri Trivikram Joshi, Karnataka
[7]North-East Sampark Cell==Shri Rajendra Singh Chandel, M.P.
[8]Samwad Cell===Shri Raman Malik, Haryana
[9]Small Industry Cell==Shri Manmohan Gupta, Haryana
[10]Human Right Cell==Shri Shailendra Thakur, U.P.
[11]Sehyog Cell===Shri Chandrashekhar Rai, Delhi

इंडिगो और स्पाइस जेट जैसी एयर लाइन्स से कर्ज वसूलने में असमर्थ सिविल एविएशन मिनिस्ट्री अब ब्याज वसूलने का दावा कर रही है

इंडिगो और स्पाइस जेट जैसी लगातार लाभ कमाने वाली बजट एयर लाइन्स से भी करोड़ों रुपयों का लबित , एयर पोर्ट्स का किराया, वसूलने के लिए कोई कड़ा कदम उठता नहीं दिख रहा |सरकार द्वारा संसद में सात कंपनियों से २१११ .४३ की लेनदारी सम्बन्धी ब्यान देकर ही इतिश्री कर ली गई है| यहाँ तक प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने भी संसद में रुपये की गिरती कीमत पर चिंता तो व्यक्त की और अनेको सुधारों की जरुरत पर बल दिया इनमे सब्सिडी में कमी+ बीमा और पेंशन संबंधी सुधार+ अफसरशाही लाल फीताशाही को दूर करना और माल एवं सेवा कर लागू करना शामिल हैं|लेकिन ऐसे कंपनियों से वसूली के लिए कोई कड़े कदम को शामिल नहीं कर पाए हैं | जहाँ एक तरफ देश आर्थिक संकट से जूझ रहा है|प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह स्वयम तरलता की कमी का रोना रो रहे हैं वहीं लाभ कमाने वाली एयर लाइन्स से भी कर्जा वसूलने के लिए कोई प्रभावी कदम उठता नहीं दिख रहा|
३१/३/२०१३ तक के प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार देश की सात एयर लाइन्स से २१११.४३ करोड़ रुपये वसूले जाने हैं| डिफाल्टर कंपनियों में विभिन्न विदेशी एयर लाइन्स भी हैं|इसके अलावा इंडिगो+स्पाईस जेट+जेट एयर लाइन्स जैसी बजट एयर लाइन्स पर भी क्रमश २.८९+८०.१७+१००.१६+देन दारी है| यह मामूली रकम नहीं हैं|इसके बावजूद भी केवल ब्यान बाजी ही जारी है| गौरतलब है कि देश में कार्यरत ७ एयर लाइन्स ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को २१११.४३ करोड़ रूपये का कर्ज़ चुकाना है |इनसे कर्ज वसूलने में असमर्थ सिविल एविएशन मिनिस्ट्री कर्ज पर ब्याज वसूलने की बात कर रही है| यह अपने आप में हास्यास्पद लग रहा है| |ये आंकड़े नियत्रक एवं महालेखापरीक्षक की लेखापरीक्षा के मद्देनजर है|नागर विमानन राज्य मंत्री श्री के.सी.वेणुगोपाल ने बीते दिन लोकसभा में स्वीकार किया है कि ये विमानन कंपनियां किसी कारण से देय राशियों का भुगतान करने में विफल रही हैंलेकिन इसके साथ ही उन्होंने अपनी महत्वकांक्षी यौजना का उल्लेख करते हुए दावा किया कि डिफाल्टर कंपनियों से विलंबित भुगतान के लिए ब्याज वसूला जाएगा|यानि सांप पकड़ने का मंत्र आता नहीं और चले हैं बिच्छू के बिल में हाथ डालने|
——————————-(करोड़ रुपये में)
डिफाल्टर कंपनियों का विवरण
क्रम सं.— –एयरलाइंस का नाम———— देय राशि*
[१]————-एअर इंडिया समूह—————1539.75
[२]————-विभिन्न विदेशी एयरलाइनें——-193.49
[३]————-किंगफिशर एयरलाइंस————186.26
[४]————-जेट एयरलाइंस समूह————-100.16
[५]————-स्पाइसजेट——————— —80.17
[६]————-गो एयरलाइंस—————— —8.71
[७]————-इंटरग्लो एविएशन (एंडिगो)—— –2.89

प्रधान मंत्री ने रुपये की गिरावट के लिए देश और विदेशों में घटी अप्रत्याशित घटनाओं के साथ ही विपक्ष को भी जिम्मेदार ठहराया

प्रधान मंत्री ने रुपये की गिरावट को अस्थाई बताते हुए इसके लिए देश और विदेशों में घटी अप्रत्याशित घटनाओं के साथ ही विपक्ष को भी जिम्मेदार ठहराया प्रधानमंत्री डॉ .मनमोहन सिंह ने आज रुपये में तेज गिरावट पर चुप्पी तोड़ते हुए पहले लोक सभा और बाद में राज्य सभा में बयान दिया| “वर्तमान में रुपये की विनिमय दर में उतार-चढ़ाव पर सरकार की चिंता व्यक्त की| उन्होंने इसके लिए स्पष्टीकरण देते हुए देश और विदेशों में घटी अप्रत्याशित घटनाओं का विवरण भी सुनाया|इसके साथ ही उन्होंने लाबित पड़े अनेकों आवश्यक कानून का हवाला देते हुए विपक्ष और राज्य सरकारों पर भी भड़ास निकाली|
उन्होंने कहा कि देश के बाहर घटी कुछ अप्रत्याशित घटनाओं से बाजार पर विपरीत प्रतिक्रिया हुई है जिसके कारण रुपये की कीमत में तेजी से और अप्रत्याशित गिरावट आई। 22 मई, 2013 को यू.एस. सेन्ट्रल बैंक ने यह संकेत दिया था कि वह जल्द ही मात्रात्मक मूल्य में धीरे-धीरे कमी लाएगा क्योंकि अमेरिका की अर्थव्यवस्था में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। इससे उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में पूंजी के प्रवाह पर विपरीत प्रभाव पड़ा जिसके फलस्वरूप न केवल रुपये में, बल्कि ब्राजील की रियाल, तुर्की की लीरा, इंडोनेशिया के रुपिया, दक्षिण अफ्रीका के रैंड और अन्य मुद्राओं में भी तेजी से गिरावट आ रही है।
जहां वैश्विक कारणों जैसे कि सीरिया में तनाव और यू.एस. फेडरल रिजर्व द्वारा मात्रात्मक मूल्य में धीरे-धीरे कमी लाने की नीति अपनाए जाने से उभरती बाजार मुद्राओं में सामान्य गिरावट आई है, वहीं हमारे चालू खाते में भारी घाटे और कुछ अन्य घरेलू कारणों से विशेष रुप से रुपया प्रभावित हुआ है। हम चालू खाता घाटे को कम करना चाहते हैं तथा अर्थव्यवस्था में सुधार लाना चाहते हैं।
वर्ष 2010-11 और इससे पूर्व के वर्षों में हमारा चालू खाता घाटा काफी सामान्य था और 2008-09 के संकट वाले वर्ष में भी इसका वित्त पोषण करना मुश्किल नहीं था। तभी से इसमें गिरावट आने लगी है, जिसके मुख्य कारण भारी मात्रा में सोने का आयात, कच्चे तेल के आयात और हाल ही में कोयले की ऊंची कीमतें रही हैं। निर्यात के क्षेत्र में, हमारे प्रमुख बाजारों में कमजोर मांग के कारण हमारा निर्यात का बढ़ना रुक गया है। लौह अयस्क के निर्यात में आई गिरावट के कारण भी निर्यात और अधिक प्रभावित हुआ है। इन सभी कारणों से हमारा चालू खाता घाटा निरंतर बढ़ा है।
स्पष्ट है कि हमें सोने के प्रति अपना मोह कम करना होगा, पेट्रोलियम उत्पादों का मितव्ययतापूर्ण इस्तेमाल करना होगा और अपने निर्यातों को बढ़ाने के उपाय करने होंगे।हमने चालू खाता घाटे को कम करने के उपाय किये हैं। हाल की तिमाही में विकास दर घटी है। मैं आशा करता हूं कि वर्ष 2013-14 की पहली तिमाही में विकास दर अपेक्षाकृत सामान्य रहेगी। लेकिन, मेरा यकीन है कि जैसे-जैसे अच्छे मानसून के नतीजे सामने आएंग, वैसे-वैसे विकास दर भी बढ़ेगी|
पी एम् ने तरलता की समस्यापर बोलते हुए कहा कि कई परियोजनाएं अव्यवहार्य नहीं हैं, बल्कि वे केवल विलंबित हैं। जबकि इसके विपरीत, दूसरे देशों में काफी संख्या में परियोजनाएं बनाए जाने के कारण बैंकिंग क्षेत्र में समस्याएं उत्पन्न हुई हैं। जैसे-जैसे ये परियोजनाएं सुचारु होंगी, वैसे-वैसे वे राजस्व सृजित करेंगी तथा ऋणों का भुगतान करेंगी। हमारे बैंकों के पास आधारभूत मानदंडों से अधिक पूंजी है और गैर-निष्पादनकारी परिसंपत्तियों के निष्पादनकारी होने तक उन्हें वित्तपोषित करने की क्षमता है। विगत में आसान सुधार किए जा चुके हैं। अब हमें सुधार के लिए कड़े कदम उठाने होंगे। इन सुधारों में सब्सिडी में कमी, बीमा और पेंशन संबंधी सुधार, अफसरशाही लाल फीताशाही को दूर करना और माल एवं सेवा कर लागू करना शामिल हैं। ये आसान सुधार नहीं हैं, इनके लिए राजनैतिक सहमति की आवश्यकता है।मैं, यहां सभी राजनैतिक दलों के सदस्यों से अनुरोध करुंगा कि वे समय की मांग पर ध्यान दें। कई आवश्यक कानून राजनैतिक सहमति न होने के कारण लंबित हैं। माल तथा सेवा कर जैसे सुधार, जिसे सभी लोग विकास दर फिर से हासिल करने हेतु आवश्यक मानते हैं, के लिये राज्यों की सहमति की आवश्यकता है। हमें ऐसे मुद्दों पर सहमति बनाने की आवश्यकता है। मैं राजनैतिक दलों से आग्रह करता हूं कि वे इस दिशा में कार्य करने और अर्थव्यवस्था को स्थायी विकास की राह पर वापस लाने के सरकार के प्रयासों में मदद करें।

शिरोमणि अकाली दल[बा] ने उलटे केंद्र सरकार से ही आर्थिक नीतियों पर व्हाईट पेपर की मांग कर डाली

Congress[I]

Congress[I]

शिरोमणि अकाली दल[बा] ने उलटे केंद्र सरकार से ही आर्थिक नीतियों पर व्हाईट पेपर की मांग कर डाली है|पंजाब में सत्ता रुड शिरोमणि अकाली दल[एस ऐ डी] [बादल]ने आज मनीष तिवारी द्वारा व्हाईट पेपर की मांग का मजाक उड़ाया और आर्थिक नीतिओं पर केंद्र सरकार से ही व्हाईट पेपर की मांग कर डाली है|एस ऐ डी के प्रवक्ता डॉ दलजीत सिंह चीमा ने एक सुप्रसिद्ध व्यंग के आधार पर केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों पर निशाना साधते हुए कहा कि छाझ तो बोले ही बोले छन्नी भी बोले जिसमे हजार छेद | शिरोमणि अकाली दल[बा] ने उलटे केंद्र सरकार से ही आर्थिक नीतियों पर व्हाईट पेपर की मांग कर डाली| डॉ चीमा ने कहा कि वर्तमान में केंद्र सरकारकी गलत नीतियों के कारण आज देश कंगाली के कगार पर आ गया है|रूपया लगातार गिरता जा रहा है+महंगाई मुह बाये खड़ी है+देश की साख गिर रही है+ बेरोजगारी युवाओं को सता रही है ऐसे में इन सबकी तरफ से ध्यान हटाने के लिए ही मनीष तिवारी ने पंजाब सरकार की उपलब्धियों को नजर अंदाज किया है और अनावश्यक व्हाईट पेपर की मांग की है| उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को सबसे पहले अपनी कारगुजारियों को उजागर करने के लिए संसद के माध्यम से देश के सामने व्हाईट पेपर प्रस्तुत करना चाहिए|
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते सूचना एवं प्रसारण मंत्री और लुधिआना से कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी ने अपने चुनावी छेत्र में पंजाब सरकार पर दिवालिया पण [ bankruptcy ] का आरोप लगा कर व्हाईट पेपर की मांग की थी|इसी के जवाब में शिरोमणि अकाली दल[बा] ने व्यंगात्मक मुहावरे ” छाझ तो बोले ही बोले छन्नी भी बोले जिसमे हजार छेद” के माध्यम से ना केवल मजाक उड़ाया वरन उलटे केंद्र सरकार से ही आर्थिक नीतियों पर व्हाईट पेपर की मांग कर डालीहै|