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Category: Crime

ममता बेनर्जी ने दिल्ली में आकर केंद्र सरकार को उंगली दिखाई

टी एम् सी सुप्रीमो ममता बेनर्जी ने बंगाल से बाहर निकल कर अब दिल्ली में यूं पी ऐ की केंद्र सरकार को उंगली दिखाई | डीजल के दाम बढ़ाने + रसोई गैस सिलिंडर पर सब्सिडी सीमित करने और रिटेल में ऍफ़ डी आई के केंद्र सरकार के फैसलों के खिलाफ बंगाल की मुख्य मंत्री ममता बनर्जी ने आज सोमवार को सरकार के खिलाफ दिल्ली आकर हल्ला बोल दिया। ममता की अगुवाई में तृणमूल कांग्रेस ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया और कांग्रेस और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला। सुश्री ममता ने कहा कि आम आदमी से रोजगार छीना जा रहा है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर सरकार को इतना गुस्सा क्यों आता है? देश बेचने वाली इस सरकार की कोई जरूरत नहीं है।
ममता बनर्जी ने कहा कि वह संसद के अगले सेशन में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकती हैं। इससे पहले इस मसाले पर वोह[ममता] कह चुकी हैं कि मुलायम सिंह यादव से बात करेंगी|जबकि मुलायम सिंह यादव एक चेनल पर स्वीकाए कर चुके हैं कि वोह[मुलायम] केंद्र सरकार को गिराने के पक्ष में नहीं है| ममता ने आज कहा, ‘मैं आम आदमी के साथ हूं और रहूंगी। आम आदमी के अधिकारों के लिए आखिरी सांस तक लडूंगी।’ ममता ने हुंकार भरते हुए कहा कि वह किसी से डरती नहीं हैं। सरकार चाहे तो वह उन्हें उठाकर जेल में डाल सकती है। हर चीज की लक्ष्मण रेखा होती है और कोई इसे लांघेगा तो मैं विरोध करूंगी। ममता ने कहा कि वह पटना और लखनऊ में भी रैली करेंगी।खास बात यह रही कि तृणमूल के इस मंच पर एनडीए के संयोजक व जेडीयू नेता शरद यादव भी नजर आए। मंच से शरद यादव ने ममता की तारीफों के पुल बांध दिए। उन्होंने ममता को ‘बंगाल की शेरनी’ कहते हुए कहा कि सरकार से उनकी बगावत इतिहास में दर्ज हो गई है।जंतर-मंतर पर तृणमूल कांग्रेस के प्रदर्शन में शरद यादव के शामिल होने से ममता के एनडीए में शामिल होने के अटकलें लगाई जाने लगी हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी शरद यादव के जरिए कांग्रेस से रूठी ममता पर डोरे डाल रही है।
गौरतलब है कि रीटेल सेक्टर में विदेशी निवेश की अनुमति देने, डीजल की कीमतें बढ़ाने और सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलिंडरों की संख्या छह तक सीमित करने के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।ममता ने प्रधानमंत्री के सुधारों पर सवाल उठाते हुए अपने फेसबुक पेज पर लिखा था- आम आदमी और सुधारों के नाम पर देश में लूट चल रही है। आजकल सुधारों के नाम पर जनविरोधी फैसले लेने का चलन हो गया है।इस बीच यह भी माना जा रहा है कि ममता बनर्जी अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस को बंगाल से निकाल कर देश के अन्य राज्यों में ले जाना चाहती हैं। खासतौर पर उनकी नजर उन राज्यों पर है जहां इस साल और अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। वह तीसरे मोर्चे की संभावनाओं के मद्देनजर खुद को मजबूत करना चाहती हैं|इस अभियान की शुरुआत जंतर मंतर से कर दी गई है|।
भाजपा ने इस पर टिपण्णी करते हुए कहा है कि केंद्र सरकार की आर्थिक नीतिओं के विरोध के लिए अगर ममता बेनर्जी चाहें तो अलग से अभियान चला सकती हैं और अगर उनकी इच्छा हो तो एन डी ऐ द्वार भी खुले हैं|बे जे पी के नेता बलबीर पुंज ने कहा कि ममता के लिए दोनों दरवाजे खुले हैं|वहीं दूसरे तरफ कांग्रेस ने ममता के इस प्रदर्शन का मजाक उड़ाया है|केन्द्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि ममता और मोदी जैसे नेताओं का उनके प्रदेश से बाहर कोई वजूद नहीं है|

मोदी पूछे :सोनिया गांधी की 1880 करोड़ रुपये की ८ विदेश यात्रायें किस मद में हुई

दिल्ली में बंगाल की ममता तो गुजरात में मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूं पी ऐ और यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी पर तगड़ा हमला बोला है। नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस मेरी सरकार पर फिजूलखर्ची के आरोप लगाती है खुद मितव्यतता का दावा करती है लेकिन इसकी चेयर पर्सन सोनिया गांधी ने 1880 करोड़ रुपये अपनी विदेश यात्राओं में लुटा दिए। ये खर्च गुजरात के भावनगर+ राजकोट +जूना गढ़ जैसे चार महानगर के संयुक्त बजट के बराबर है| इतने पैसों में पूरे गुजरात की बिजली पैदा की जा सकती है|इतना अधिक पैसा उन पर खर्च किया गया. सरकार बताए कि आखिर किस हैसियत से उनकी[सोनिया] यात्राओं पर सरकारी पैसा लुटाया जाता है।
श्री मोदी ने मोदी ने भावनगर में पूछा है कि सोनिया के निजी विदेश दौरे का सरकार ने खर्चा क्यों उठाया? मैं फेस्टिवल पर जो खर्च करता हूं कांग्रेस उसे फिजूलखर्ची बताती है लेकिन खुद केंद्र सरकार सोनिया गांधी के लिए चार्टर्ड विमान उपलब्ध कराती है। आखिर किस हैसियत से सरकार उन्हें ये सुविधा देती है। क्या हमें ऐसे लोगों को माफ कर देना चाहिए जो फिजूलखर्ची करते हैं। प्रधानमंत्री जी मैं आपसे पूछ रहा हूं कि किसकी इजाजत से आपने इतना पैसा खर्च किया। नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘सोनिया गांधी के आठ बार विदेशी दौरों में किये गए खर्च का हिसाब हिन्दुस्तान की जनता मांगती है| श्री मोदी ने सवाल उठाया कि आखिर क्यों भारत के राष्ट्रपति ओर प्रधानमंत्री जितनी सुविधाएं कांग्रेस अध्यक्षा को मुहैया करवायी जाती हैं.उन्होंने कहा, ‘मैडम सोनिया कि मां जब बीमार थी तब वो कई बार अमेरिका गयी थीं, तब उनके लिये चार कमरे फाईवस्टार होटल में बुक किए गये|
इससे पहले श्री मोदी ऍफ़ डी आई के मामले में राज्‍यों को अंधेरे में रखने का आरोप भी लगा चुके हैं|.
इससे पहले आकाश टैबलेट के मुद्दे पर कपिल सिब्बल और मोदी के बीच भी तीखी बयानबाजी देखने को मिल चुकी है. मोदी ने सिब्बल पर ट्विट करते हुए कहा था कि वह सस्ते हथकंडे अपनाने की जगह देश के युवाओं से किए गए वादे को पूरा करने के लिए ईमादारी से कोशिश करें| उन्होंने पूछा कि ये कौन सी सादगी है? क्या ये गरीब जनता के पैसे का बेजा इस्तेमाल नहीं है| गौरतलब है कि सोनिया गांधी गुजरात दौरे पर जाने वाली है और उससे पहले मोदी ने उन पर निशाना साधा है.

मोदी पूछे :सोनिया गांधी की 1880 करोड़ रुपये की ८ विदेश यात्रायें किस मद में हुई

हमेशा की तरह तैयार बैठे दिग्विजय सिंह ने श्री मोदी पर पलटवार करते हुए कहा है कि वह आरएसएस के ट्रैंड काडर हैं। आरएसएस में सिखाया जाता है कि झूठ बोलो, तेज बोलो और बार-बार बोलो। यह उनके चाल, चरित्र और चेहरे में है।
कांग्रेस की तरफ से प्रतिक्रिया देते हुए राज्‍य सभा सांसद प्रभा ठाकुर ने नरेंद्र मोदी के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा है कि सोनिया गांधी कभी कोई गैर-कानूनी काम नहीं करतीं.प्रभा ठाकुर ने एक न्यूज चैनल पर खास बातचीत में कहा, ‘मोदी अपने आरोपों पर श्‍वेत पत्र जारी करें. खर्च उठाना गैर-कानूनी नहीं है|सोनिया जी कोई गैर-कानूनी काम नहीं करतीं.

बँगला देश में बौद्ध मंदिरों को जलाया

बांग्लादेश में फेसबुक के एक पोस्ट से उत्तेजित हजारों प्रदर्शनकारियों ने बौद्ध मंदिरों को जला डाला और आस-पड़ोस के इलाकों में लूटपाट की। दंगाइयों के अनुसार बौद्ध धर्म को मानने वाले किसी व्यक्ति ने फेसबुक पर एक तस्वीर पोस्ट कर इस्लाम का अपमान किया है।चटगांव के करीब दक्षिण पूर्व के शहर में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अर्धसैनिक बलों को बुलाना पड़ा। यहां मुस्लिम प्रदर्शनकारियों ने 11 बौद्ध मंदिरों को जला डाला और दो अन्य को क्षतिग्रस्त कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों और अधिकारियों ने बताया कि शनिवार आधी रात के बाद हजारों की संख्या में मुस्लिम सड़कों पर उतर आए और मंदिरों और पड़ोस के बौद्ध इलाकों पर हमला कर दिया। इसके कारण स्थानीय अल्पसंख्यक अपने घरो में छिप गए| कम से कम 30 बौद्ध घरों में लूटपाट की गई।
स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है और रैलियों और प्रदर्शनों पर रोक लगा दी गई है। मौके पर पहुंचे सूचना मंत्री हसनुल हकइनु ने इसे अज्ञात सांप्रदायिक ताकतों की पूर्व नियोजित कार्रवाई बताया है। दूसरी ओर, बौद्धों ने हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए शहर में मानव श्रृंखला तैयार की।बौद्ध धर्म शान्ति के लिए स्थापित किया गया था मगर पहले अफगानिस्तान में बोध की विशाल और एतिहासिक मूर्तियों को तौडा गया अब बँगला देश में बौद्ध मंदिरों को जलाया गया |इससे बौद्ध सम्प्रदाय में असंतोष व्याप्त

बँगला देश में बौद्ध मंदिरों का जलाया शहर में मानव श्रृंखला तैयार की।

बेल्जियम में एक सिख के परिवार की ह्त्या

बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में एक सिख परिवार के तीन बेटों सहित एक महिला की गला काट कर हत्या कर दी गई। इन चारों के शव उनके घर पर पाए गए। प्राप्त समाचार के अनुसार ये लोग पंजाब के लुधियाना के रहने वाले हैं |. स्थानीय मीडिया के अनुसार बच्चों के पिता जसबीर सिंह (37) पिछले 15 वर्षों से बेल्जियम में रहते हैं और एक रेस्तरां में काम करते हैं. उनकी पत्नी ने पांच वर्ष पहले ही उनके साथ रहना शुरू किया |बेल्जियम के स्थानीय समाचार पोर्टल की खबर के अनुसार बच्चों के पिता ने शुक्रवार की रात एटरबीक स्थित अपने आवास लौटने पर बच्चों और पत्नी को मृत पाया बच्चों के पिता 15 साल पहले बेल्जियम आए और उनकी पत्नी पांच साल पहले वहां गई थीं। खबर में इन लोगों के नाम नहीं बताए गए हैं।

बेल्जियम में एक सिख के परिवार की ह्त्या

फोटो में दर्शाए गए बिल्डिंग में हत्याएं हुई हैं

७ महीने के बकाया वेतन के लिए किंग फिशर एयर लाईन्स के अभियंता हड़ताल पर गए

सात महीने के बकाया वेतन के तुरंत भुगतान के लिए किंगफिशर एयरलाइंस के दिल्ली और मुम्बई के अभियंताओं का एक समूह रविवार शाम हड़ताल पर चला गया. है| इस हड़ताल से उड़ानें प्रभावित हो रही हैं.
बताया जा रहा है कि फिलहाल प्रबंधक रैंक के अभियंताओं की सेवाएं ली जा रही हैं.
डीजीसीए के नियमों के मुताबिक अभियंता से प्रमाणित नहीं होने पर विमान उड़ान नहीं भर सकता है|
डीजीसीए के नियमों के मुताबिक अभियंता द्वारा प्रमाणित नहीं होने पर विमान उड़ान नहीं भर सकता है।

पकिस्तान में एक चौराहे का नाम शहीदे आज़म भगत सिंह को समर्पित

पाकिस्तान के अधिकारियों ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीदे आज़म भगत सिंह की क्रांतिकारी भावना+ आजादी के लिए दिए गए सर्वोच्च बलिदान और इस उपमहाद्वीप में ब्रितानी शासकों के खिलाफ उनकी भूमिका को स्वीकार करते हुये पूर्वी शहर लाहौर में एक चौराहे का नाम भगत सिंह के नाम पर रखा है । यह उस अविभाज्य भारत के सपूत को सच्ची श्रधान्जली है|
बताया गया है कि शदमान चौक को अब भगत सिंह चौक के नाम से जाना जायेगा ।
उल्लेखनीय है कि मार्च 1931 में लाहौर जेल में भगत सिंह को फांसी दे दी गई थी । यह वही स्थान है जहां बाद में शादमान चौराहा बनाया गया । नाम पर रखा है।
हालांकि लाहौर के कई हिंदू नामों को बदल दिया गया है फिर भी इस बेहद व्यस्त चौराहे का नाम भगत सिंह रखे जाने का स्वागत किया गया है ।
बीते शुक्रवार को लाहौर में भगत सिंह का 105वां जन्मदिन मनाया गया। इस मौके पर ‘भगत सिंह मेमोरियल सोसायटी’ ने दो अलग अलग आयोजन किये। यह सोसायटी 24 राजनीतिक और गैर राजनीतिक संगठनों का समूह हैइस मौके पर अजोका थिएटर में ‘भगत सिंह’ नामक फिल्म भी दिखाई गई।
लाहौर से 80 किमी जारांवाला तहसील का पिंगा गांव भगत सिंह का पैत्रक गांव है।भगत सिंह के दादा ने गांव में उनकी याद में एक प्राथमिक स्कूल बनवाया था। इस स्कूल की हालत अब खराब हो चुकी है।
जिला प्रशासन प्रमुख नूरूल अमीन मेंगल ने हाल ही में सिटी डिस्ट्रिक्ट गवर्नमेंट ऑफ लाहौर (सीडीजीएल) को एक सप्ताह के भीतर चौक का नाम बदलने का निर्देश दिया था।मेंगल ने सीडीजीएल के मुख्य प्रचार अधिकारी नदीम गिलानी को याद दिलाया, आप जानते हैं कि भगत सिंह कौन थे। अंग्रेजों के खिलाफ लड़ते हुए वे इसी जगह (शादमन चौक) पर शहीद हो गए थे।

अन्ना और केजरीवाल चले थे संग संग मगर लोग मिले और कारवाँ बिछुड़ गया

एक बेहद पुराने शेर को अगर आज के हालात में पडा जाए तो बनेगा हम तो चले थे संग संग जानिबे मंजिल मगर लोग मिलते गए और कारवां बिछुड़ता रहा|जी हाँ कमोबेश यही हालत आज कल टीम अन्ना माफ़ कीजिये भूत पूर्व अन्ना टीम का है|आज से लगभग दो साल पहले अन्ना बाबू राव हजारे और अरविन्द केजरीवाल ने मिल कर एक टीम बनाई थी और उसका नाम रखा अन्ना टीम इन्होने बामुश्किल एक साल में तीन बार अनशन किया और अपनी पहचान दुनिया भर में बना ली|सराकर की सरदर्दी बने और जनता में कुछ उम्मीद भी जगी|लेकिन इतिहास गवाह है कि इस प्रकार के आन्दोलनों की उम्र लम्बी नहीं होती सो जन लोक पाल के लिए चलाया गया यह आन्दोलन भी आपसी विरोधाभासों की भेंट चढ़ गया|जहां पहले संग संग मंजिल की तरफ बड़ा जा रहा था अब गाया जा रहा है कि रस्ते अलग अलग हैं ठिकाना तो एक है|यानि अन्ना और अरविन्द दोनों जन लोक पल के लिए लड़ाई लड़ेंगें मगर उनका रास्ता अलग अलग हो रहा है|अन्ना ने पिछले अनशन [जंतर मंतर] की दुर्दशा देख कर अब अनशन नहीं करने का फैसला करलिया है अन्ना ने कहा है कि वोह अब अनशन नहीं वरन आन्दोलन करेंगें |उधर अरविन्द का कहा है कि अनशन से सरकार पर कोई असर नहीं हो रहा इसीलिए अब राजनीति में विकल्प देने के लिए चुनाव लड़ना होगा इसके लिए उन्होंने पार्टी बनाने की घोषणा कर दी है| शक्ति प्रदर्शन करने के लिए अरविन्द ने दिल्ली में बिजली के बिलों को जलाया और सरकार को रुलाया| बेशक इस आन्दोलन के साथ कुछ हज़ार लोग ही जुड़े मगर इस आन्दोलन की गूँज बहुत दूर तक गूंजी और सरकार ने बिजली के बिलों की स्क्रूटिनी के आदेश दे दिए हैं| अन्ना ने आन्दोलन के लिए फिर से टीम जुटाने की मुहीम अलग से शुरू कर दी है|
अरविंद केजरीवाल से अलग होने के बाद पहली बार आज रविवार को अन्ना हजारे दिल्ली पहुंचे। उन्‍होंने अपने पुरानी मान्यता को दोहराते हुए कहा कि राजनीति में बहुत गंदगी है और राजनीतिक हाथों में देश सुरक्षित नहीं है। श्री हजारे ने यह भी कहा कि देश में एक बड़े आंदोलन की जरूरत है। यानी वो नई टीम बना सकते हैं। अन्ना दो दिन दिल्ली में सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटेकर, रिटायर्ड आईएएस, आईपीएस और सेना के अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। वह यहां अपने समर्थकों से मिलेंगे और आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे |कहा जा रहा ही कि अन्ना की पींगें आज कल बाबा राम देव से बढ रही हैं मगर अन्ना इस मामले में चप्पी साधे हुए हैं|
पुणे से दिल्ली रवाना होने से पहले अन्ना ने कहा था कि वो[अन्ना] लोकपाल के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।अन्‍ना हजारे ने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का नेतृत्व करने के लिए नई टीम बनाने का संकेत दिया है। उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग के लिए अपनी रणनीति बदलने का भी ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि देश में परिवर्तन लाने के लिए राजनीति का रास्ता सही नहीं है, इसके लिए देश भर में आंदोलन करना होगा। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वालेइस वयोव्रद्ध समाज सेवी ने कहा कि वह संसद में साफ सुथरी छवि वाले लोगों को भेजने के लिए कार्य जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारियों ने भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिए उनके आंदोलन में शामिल होने की इच्छा जतायी है। उन्होंने देश के युवाओं में पूरा भरोसा जताते हुए उनसे कहा कि वे देश के भविष्य को लेकर निराशावादी नहीं हों। उन्होंने संकेत दिया कि पांच डी जी पी रैंक के अधिकारिओं ने भी उनके आन्दोलन को ज्वाईन करने की इच्छा जताई है|
हजारे ने यहां पिंपरी-चिंचवाड में एक गणोश मंडल कार्यक्रम में कहा कि वे अब भी संसद में साफ छवि वाले लोगों को भेजने का काम जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, ‘बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारियों ने इस आंदोलन में शामिल होने की इच्छा जताई है।’ अन्ना रविवार को दिल्ली पहुंच रहे हैं। यहां वे आंदोलनकारियों से मिलेंगे।
अपने नए ब्लॉग पर उन्होंने लिखा, ‘लोकपाल के पहले ही दुर्भाग्यवश हमारी टीम दो हिस्सों में बंट गई। एक हिस्सा आंदोलन का सहारा लेना चाहता है तो दूसरा राजनीति में जाना चाहता है। शुरुआत में सरकार ने हमें अलग करने की बहुत कोशिश की। लेकिन इस बार उनके बिना कुछ किए ही हम अलग हो गए। ऐसा इसलिए

अन्ना और केजरीवाल चले थे संग संग मगर लोग मिले और कारवाँ बिछुड़ गया


हजारे ने अपने साथियों के साथ टकराव पर पहली बार चुप्पी तोड़ी। उन्होंने इसके लिए टीम में मौजूद एक ‘वर्ग’ को जिम्मेदार ठहराया। साथ ही उन्होंने वोटरों को भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के नाम पर वोट मांगने वालों से भी सचेत रहने को कहा।लेकिन दिल्ली आते ही उन्होंने कहा कि अरविन्द से उनका कोई भेद भाव नहीं है दोनों की मंजिल तो एक ही है|
अरविंद केजरीवाल और अन्ना की राहें बेशक अलग अलग हो गई हैं दोनों एक दूसरे पर टीम तोड़ने का आरोप लगाने लग गए हैं मगर कहते फिर रहे हैं कि हम एक दूसरे की बहुत इज्ज़त करते हैं|

अपने एल पी जी कनेक्शन अपने घर में अपने ही बच्चे के नाम करवाने के लिए डेड़ से दो हज़ार अतिरिक्त देने पड़ रहे हैं|

एल पी जी वितरण को लेकर लाभार्थिओं के लिए परेशानियां बड़ती ही जा रही हैं|अब कनेक्शन को ट्रांसफर कराने की सुविधा तो दे दी गई है मगर उसके लिए गारंटी या सिक्योरिटी की राशि करंट रेट्स से वसूली जा रही है इससे उपभोक्ताओं को

अपने एल पी जी कनेक्शन अपने घर में अपने ही बच्चे के नाम करवाने के लिए डेड़ से दो हज़ार अतिरिक्त देने पड़ रहे हैं|


परिवार बड़े हो गए एक घर में दो दो रसोईयान हो गई |राशन कार्ड चूंकी परिवार के मुखिया के नाम ही बनाता था सो गैस कनेक्शन भी केवल परिवार के मुखिया के नाम ही है और आज से नहीं दशकों पुराने हैं||अब कहा जा रहा है कि एक व्यक्ति के नाम केवल एक ही कनेक्शन होगा अर्थार्त दूसरा कनेक्शन अवैध हो गया|जो अभी तक वैध था वोह अचानक अवैध हो गया|अपने वैध हुए गैस कनेक्शन को पुनः वैध करवाने के लिए डेड़ से दो हज़ार का भुगतान किया जाना मजबूरी बन गया है|इससे गैस कंपनियों को बैठे बैठाए आतिरिक्त फंड मुहैय्या हो जाएगा| इसके अलावा नए कनेक्शन के लिए आवेदन तो लिए जा रहे हैं मगर कनक्शन के नाम पर केवल टाल मटौल ही दिखाई दे रहा है| गौर तलब है कि वर्तमान में इन गैस कंपनियों के पास लगभग ३०० बिलियन डॉलर्स का रिजर्व बताया जा रहा है|जिसे कहीं भी इन्वेस्ट नहीं किया जा सका है| विशेषग्य और कम्पनिओं के कर्ता धर्ताओं द्वारा इस रिजर्व को इन्वेस्ट करने के लिए रिक्वेस्ट की जा रहा है मगर सरकार ने अभी तक इस दिशा में कोई सुधारात्मक निर्णय नहीं लिया है|अगर विशेषज्ञों की सलाह मान कर इस हियुज रिजर्व को इन्वेस्ट कर लिया जाता तो उसकी आय मात्र से ही सब्सिडी का बोझ काफी हद तक कम हो सकता था| लेकिन ऐसा नहीं किया गया|अब आर्थिक सुधारों के नाम पर रसोई गैस पर सब्सिडी को खत्म करने की सरकारी कावायद शुरू हो गई है| इससे मध्यम [निम्न]वर्ग के साथ निम्न [मध्यम]वर्ग में भी हाहाकार मची है|टी एम् सी जैसी सहयोगी घटक ने तो केंद्र सरकार से समर्थन वापिस भी ले लिया है|उत्तर प्रदेश पूरी तरह विरोध में आ गया है| कांग्रेसी प्रदेशों को सब्सिडी वाले सिलेंडरों की तादाद ६ से ९ करने के निर्देश दे दिए गए हैं|इस सारी उठक बैठक के बाद भी गैस की समस्या विकराल होती जा रही है| कंप्यूटर पर डाटा फीड करने के नाम पर उपभोक्ताओं का उत्पीडन जारी है|सरकार और विपक्ष अपने स्कोर बनानेके लिए गोटियाँ ही फिट करने में लगे हैं|
इसी कड़ी में पहले कहा गया कि नए कनेक्शन अभी नहीं दिए जायेंगेंलेकिन दबाब पड़ने पर अब कहा जा रहा है कि जिन्हें आवंटन पत्र मिल चुका है उन्हें कनेक्शन दिया जा रहा है|यानि नए का विवरण कंप्यूटर में हाथों हाथ दर्ज़ किया जा रहा है|
तेल एवं प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री आरपीएन सिंह के अनुसार डुप्लीकेट कनेक्शन खत्म करने और सॉफ्टवेयर अपडेशन का काम जारी है। इससे नया आवंटन पत्र जारी करने में सिर्फ तीन हफ्ते की देरी हो रही है।मंत्री ने साफ किया कि जिन लोगों को आवंटन पत्र मिल गया है उन्हें कनेक्शन दिया जा रहा है। मंत्री ने कहा कि कंपनी और गैस एजेंसी का सॉफ्टवेयर अपडेट किया जा रहा है। जिससे कि साल में रियायती दर पर सिर्फ छह सिलेंडर देने के फैसले को अमल में लाया जा सके। साथ ही ‘एक पता पर एक कनेक्शन’ के लिए भी देशभर में सर्वे किया जा रहा है। ताकि रसोई गैस की कालाबाजारी रोकी जा सके। इन सब कामों में कम से कम तीन हफ्ते का वक्त लगेगा इंडियन ऑयल, भारत और हिंदुस्तान पेट्रोलियम के देश में करीब 14 करोड़ उपभोक्ता हैं। इन कंपनियों की ओर से हर साल 100 करोड़ से अधिक गैस सिलेंडर जारी किए जाते हैं। तेल विपणन कंपनियां करीब 14 करोड़ उपभोक्तापओं को सेवाएं दे रही हैं और देशभर में हर वर्ष 100 करोड़ +सिलेंडर वितरित किये जाते हैं। । इसके साथ-साथ तीनों तेल कंपनियों के पास आवेदनकर्ता की जानकारी भेजी जाएगी ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि एक से ज्या दा कनेक्शनन नहीं जारी किया गया है। केंद्र सरकार की ओर से एक उपभोक्ता को साल में सिर्फ 6 सब्सिडी वाले सिलिंडर दिए जाने के फैसले के बाद से तेल और गैस कंपनियों ने कनेक्शनों पर सख्ती करनी शुरू कर दी है।इसके बावजूद भी गैस की काला बाज़ारी को रोकने की कवायद मात्र रेगिस्तान में मृग तृष्णा ही लग रही है|

टास जीत कर भी ९ विकटों से हार गए वेस्टइंडियंस

मेजबान श्रीलंका क्रिकेट टीम ने शनिवार को पाल्लेकेले अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में खेले गए ट्वेंटी-20 विश्व कप के सुपर-8 दौर के मुकाबले में मेहमान

टास जीत कर भी ९ विकटों से हार गए वेस्टइंडियंस

वेस्टइंडीज को नौ विकेट से हरा दिया। वेस्टइंडीज की ओर से रखे गए 130 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंकाई टीम ने 15.2 ओवरों में महज एक विकेट गंवाकर जीत हासिल कर ली। जयवर्धने ने अपनी नाबाद पारी में 49 गेंदों का सामना करते हुए 10 चौके और एक छक्का लगाया।सुपर-8 में श्रीलंका की यह लगातार दूसरी जीत है। उसने अपने पहले मैच में न्यूजीलैंड को हराया था। टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में यह श्रीलंका की वेस्टइंडीज पर चार मैचों में चौथी जीत है। उसने इसके साथ ही विकेट के लिहाज ने अपनी सबसे बड़ी जीत की बराबरी भी की। इससे पहले उसने जून 2011 को इंग्लैंड को भी नौ विकेट से हराया था।
तिलकरत्ने दिलशान (13) का विकेट 22 रन के कुल योग पर गिरने के बाद जयवर्धने ने टीम के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा (नाबाद 39) के साथ दूसरे विकेट के लिए 108 रनों की साझेदरी कर अपनी टीम को जीत दिलाई। संगकारा ने 34 गेंदों पर पांच चौके लगाए। न्यूजीलैंड के खिलाफ सुपर ओवर तक खिंचे मैच में शानदार बल्लेबाजी करने वाली दिलशान को रवि रॉमपाल ने विकेटकीपर दिनेश रामदीन के हाथों कैच आउट कराया सुपर-8 के ग्रुप-2 में वेस्ट इंडीज पर मिली जीत से मेजबान श्रीलंका की सेमीफाइनल में पहुंचने की स्थिति मजबूत हुई है लेकिन अभी पक्की नहीं हुई है। लगातार दो मैचों में जीत हासिल करके श्रीलंका चार अंकों के साथ ग्रुप में शीर्ष पर है। इंग्लैंड और वेस्ट इंडीज दो मैचों में एक-एक मैच जीत चुके हैं जबकि न्यूजीलैंड अपने दोनों मैच हार चुका है। अब श्रीलंका को इंग्लैंड से जबकि वेस्ट इंडीज को न्यूजीलैंड से आखिरी मैच खेलना है।
, अपने पहले मैच में इंग्लैंड को पटखनी देने वाली कैरेबियाई टीम को अब अंतिम-4 में जगह बनाने के लिए अपना तीसरा और अंतिम सुपर-8 मैच हर हाल में जीतना ही होगा| वैसे सेमी फायनल के लिए अंतिम फैसला तो रन रेट्स के आधार पर ही होगा
इससे पहले, वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया और निर्धारित 20 ओवर में पांच विकेट के नुकसान पर 129 रन बनाए। वेस्टइंडीज की शुरुआत अच्छी नहीं रही। उसके दोनों सलामी बल्लेबाज क्रिस गेल एवं जॉनसन चार्ल्स सस्ते में निपट गए।

केलकर समिति ने गरीबों का भी ईंधन और राशन महंगा करने की सलाह दी

भाग्य से यूं पी ऐ को सब्सिडी का एक चिराग हाथ लग गया उसे बार बार घिसने से सम्मान दिलाने वाले जिन के बजाये अब तो अपमान करने वाला जिन हाज़िर होने लग गया है|इसे चिराग को घिसने के लिए केलकर समिति ने भी सिफारिश कर दी है| केलकर समिति ने सरकार को सलाह दी है कि रसोई गैस, केरोसीन, डीजल तथा राशन की दुकान से मिलने वाले अनाज के दाम बढाकर विभिन्न तरह की सब्सिडी को समाप्त कर दिया जाना चाहिए| समिति ने डीजल के दाम में चार रुपए प्रति लीटर और गैस में 50 रुपए प्रति सिलेंडर इजाफा करने की सिफारिश की है। साथ ही अनाज और खाद की सब्सिडी खत्म करने का सुझाव दिया है। हालांकि सरकार ने फिलहाल इस रिपोर्ट को नामंजूर करने के संकेत दिए हैं।
पूर्व वित्त सचिव विजय केलकर की अध्यक्षता वाली इस समिति ने सब्सिडी बिल में कटौती के लिए कई साहसिक कदम उठाने का सुझाव भी दिया है जिनको सरकार से समर्थन नहीं मिला है। लगता है की सरकार अब छाज से भी घबराने लग गई है|
गौरतलब है कि सरकार ने हाल ही में डीजल के दाम बढाकर सस्ते रसोई गैस सिलेंडर की संख्या सीमित कर दी थी और अपने इन सुधारों को लेकर अच्छे खासे विरोध से दो चार हो रही है। यहाँ तक कि एक घटक सरकार से बाहर भी हो गया है| इसीलिए राजकोषीय मजबू ती का खाका बनाने के लिए गठित इस समिति की सिफारिशों पर अंतिम फैसला भागीदारों के सुझाव: टिप्पणियां मिलने के बाद किये जाने का निर्णय लिया गया है| समिति के अनुसार विभिन्न घरेलू तथा वैश्विक समस्याओं को देखते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था को तूफान का सामना करना पड़ सकता है। समिति ने राजकोषीय घाटे को 2014-15 में घटाकर जीडीपी का 3.9 प्रतिशत करने का सुझाव दिया है। इसके मौजूदा वित्त वर्ष में 5.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है। समिति के सुझावों में सार्वजनिक कंपनियों (पीएसयू) की अधिशेष जमीन की ब्रिकी, विनिवेश प्रक्रिया में तेजी तथा राजस्व बढाने के लिए सेवा कर दायरा बढाना शामिल है। समिति ने बहुप्रचारित खाद्य सुरक्षा विधेयक को चरणबद्ध तरीके से कार्यान्वित करने तथा यूरिया की कीमतों में बढोतरी का समर्थन किया है।
समिति की सिफारिशों पर सरकार का पक्ष रखते हुए आर्थिक मामलात विभाग में सचिव अरविंद मायाराम ने कहा, सरकार का मानना है कि ऐसे देश में जहां जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा गरीब हो, सब्सिडी का एक स्तर आवश्यक है उन्होंने कहा कि कुछ सब्सिडी को वापस लेने की समिति की सिफारिश सरकारी उल्लेखित नीति के ठीक उलटा है|
वित्त आयोग के पूर्व चेयरमैन विजय केलकर की अध्यक्षता वाली इस समिति ने डीजल तथा एलपीजी पर सब्सिडी को अगले चार साल में चरणबद्ध ढंग से समाप्त करने का सुझाव दिया है। इसी तरह समिति ने केरोसीन सब्सिडी में 2014-15 तक एक तिहाई कमी करने की सलाह दी है।
[1]आधी डीजल सब्सिडी चालू वित्तवर्ष में खत्म करने और बाकी को अगले वित्तवर्ष में खत्म कर देना चाहिए
[2] कूकिंग गैस पर सब्सिडी 2015 तक समाप्त की जाए
[3]केरोसिन सब्सिडी में दो तिहाई कमी लाकर दाम दो रुपये प्रति लीटर तक बढ़ाया जाए
[4] खाद्य सब्सिडी को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने की योजना बने
[5]बाल्को की बची हिस्सेदारी भी बेची जाए