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उत्तर प्रदेश विधान सभा को भी आज हंगामे की भेंट चड़ाया गया :प्रश्न काल स्थगित

विधानसभा के शीतकालीन सत्र में आज सोमवार को विपक्ष के हंगामे के बीच अखिलेश सरकार ने अपना पहला अनुपूरक बजट पेश कर दिया | भारी हंगामे को देखते हुए पहले सदन की कार्रवाई दो बार 10-10 मिनट के लिए स्‍थगित की गई इसके बाद कार्रवाई 12 बजकर 20 मिनट तक के लिए फिर सवा एक बजे तक के लिए सदन की कार्रवाई स्‍थगित की गई। इस दौरान एक विधायकों में धक्का मुक्की भी हुई|

उत्तर प्रदेश विधान सभा

स्पीकर माता प्रसाद पांडे ने सदन को दोपहर तक के लिए स्थगित कर दिया।

बी एस पी ने उठाया क़ानून व्यवस्था का मुद्दा

उत्तर प्रदेश विधानसभा में आज सोमवार को विपक्षी पार्टियों बसपा+भाजपा + राष्‍ट्रीय लोकदल के विधायकों ने जमकर जबरदस्त हंगामा किया | बहुजन समाज पार्टी के विधायकों ने सदन में सरकार विरोधी नारे लगाए और प्रदेश में राज्यपाल शासन लगाए जाने की मांग की। बसपा नेताओं का आरोप था कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। उन्होंने बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर की मूर्ति तोड़े जाने के विरोध में जमकर नारेबाजी की, जिसके बाद प्रश्नकाल को स्थगित कर दिया गया।. सदन में सरकार के खिलाफ नीले पोस्टर भी लहराए गए| बसपा के सदस्यों ने हाथों में पोस्टर लेकर सभापति के आसन के करीब आकर नारेबाजी की|

रालोद+बी जे पी ने गन्ना भाव को मुद्दा बनाया

इस बीच राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गन्ने का समर्थन मूल्य 400 रुपये प्रति क्विंटल किए जाने की मांग को लेकर सदन में हंगामा किया.
रालोद के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि जब तक सरकार सदन में किसानों के लिए गन्ने के समर्थन मूल्य का ऐलान नहीं करेगी, तब तक सदन नहीं चलने दिया जाएगा

सत्र अवधि बढाने की मांग

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने विधानसभा के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘हमने विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री से मिलकर सदन की कार्यवाही 10 दिन और बढ़ाने की मांग की है। सदन का शीत सत्र इतना छोटा है कि इसमें राज्य की जनता से जुड़े मुद्दों पर सही तरीके से चर्चा नहीं हो सकती.’
भारी हंगामे के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विधानसभा में प्रदेश का अनुपूरक बजट पेश किया. बजट पर चर्चा होने की उम्मीद है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 23 नवंबर से 30 नवंबर तक प्रस्तावित है. सत्र के पहले दिन शुक्रवार को विधानसभा में सूबे के खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री कामेश्वर उपाध्याय के निधन पर शोक व्यक्त कर उन्हें श्रद्घांजलि दी गई थी. सत्र बेहद छोटा होने की वजह से विपक्ष लगातार सरकार की मंशा पर सवाल उठा रहा है.

मोहर्रम पर टकराव से पीड़ित अब्दुल्लाहपुर में आज दुकाने नहीं खुली

मेरठ के अब्दुल्लाह पुर में कल मोहर्रम पर हुए बवाल के पश्चात यद्यपि आज का दिन शांतिपूर्वक बीता मगर छेत्र में तनाव के कारण बाज़ार नहीं खुले और पोलिस का पहरा जारी है|
गौरतलब है कि बीती रात मोहर्रम के जुलुस के दौरान शिया और सुन्नी लोगों में टकराव हो गया था जिसके फलस्वरूप गोलियां चली और अनेक लोग घायल हो गए|इन गोलियों की आवाज़ और लोगों में मची भगदड़ से आस पास बसी नई कालोनियों के लोग चौकन्ने हो गए और अपनी कालोनियों में सुरक्षा व्यवस्था के लिए वोलंतियर्स तैनात कर दिए|लोगों का कहना है कि अब्दुल्लाह पुर में इतने सारे असलाह से फायरिंग हुई यह कानून व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगाता है|

कांग्रेस ने कैग के किले में रिटायर्ड आडिटर से सेंध लगवाई


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक भाजपाई

ओये झल्लेया ये लोक तंत्र का क्या मखौल उड़ाया जा रहा है|संसद के शीत कालीन सत्र में भाजपा पर दबाब बनाने के लिए कांग्रेस ने अपनी कैग पर ही कीचड उछालना शुरू कर दिया है| सीएजी में अंकेक्षण विभाग के पूर्व महानिदेशक आर. पी. सिंह को उनके रिटायर्मेंट के एक साल बाद सामने ला कर लोक तंत्र के इस संवैधानिक विभाग कैग को कटघरे में लाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है| ओये अब ये आर पी सिंह बिना किसी के पूछे ही बता रहे हैं कि २ जी में घाटा बड़ा चडा कर बताया गया है| ओये हसाडी पार्टी के नेता व संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी ने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) के इस पूर्व अधिकारी आर. पी. सिंह के दावे को खारिज कर दिया है और कह दिया है कि सरकार अपनी गलतियों को छिपाने के लिए सीएजी को निशाना बना रही है|.अब नीलामी में कम कीमत लगवा कर इस रिटायर्ड आडिटर को सामने ला कर सारे चौड़े हुए जा रहे हैं|यहाँ तक कि श्रीमती सोनिया गांधी भी कैग के खिलाफ बोलने लग गई है|

कांग्रेस ने कैग के किले में रिटायर्ड आडिटर से सेंध लगवाई

झल्ला .

ओ भोले सेठ जी ये नुक्सान की सारी केलकुलेशन अनुमानों पर आधारित है|चिता जल चुकी है उसकी बुझी राख में से चिंगारी तलाशी जा रही है| हमारे यहाँ एक पुरानी कहावत है कि मन विच दूने मन विच तीने मन विच ही रह गए अद्धे |अकलमंद वोही कहलाया जिसने बेच के पल्ले से बांधे और खा पी के जेल जाके डकार कड़ड़े|

केजरीवाल ने २६/११ में घायल कमांडो के ड्यूज के भुगतान का मुद्दा उठा कर सरकार को घेरा

करप्शन के मुद्दे पर राजनीति में कूदने वाले अरविंद केजरीवाल अपने ‘पोल खोल’ अभियान के बाद आज गुरुवार को एक नया मोर्चा खोल कर केंद्र सरकार को नई चुनौती दे दी है| आज उन्होंने २६/११ के मुंबई अटैक में घायल हुए एनएसजी कमांडोज के साथ नाइंसाफी का मुद्दा उठाया। केजरीवाल ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 26/11 में घायल हुए एनएसजी के कमांडो सुरेंद्र सिंह को न तो पेंशन दी और न ही इलाज का खर्च ही दिया गया है|। केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्र सरकार के साथ-साथ बीजेपी को भी सवालों के घेरे में लिया| सरकार ने इन आरोपों से इंकार किया और कमाडो के साथ न्याय का आश्वासन दोहराया है| २६/११ के एक हमलावर कसाब को फांसी देने के साथ उनसे लड़ने वाले कमांडो की अनदेखी का यह मुद्दा उठा कर केजरीवाल पुनः चर्चा में आ गए हैं|

केजरीवाल ने २६/११ में घायल कमांडो के ड्यूज के भुगतान का मुद्दा उठा कर सरकार को घेरा


[१]- रोहन मोटर्स ने मदद के लिए जो 2 लाख रुपये दिए थे यह चेक कभी सुरेंद्र सिंह को नहीं मिला।
[२]-2010 में बीजेपी के प्रकाश जावेड़कर ने एक टीवी प्रोग्राम में आश्वासन दिया था कि बीजेपी इस मुद्दे को संसद में उठाएगी।मगर बाद में इसे भुला दिया गया
[३]सरकार कह रही है कि सुरेंद्र को उनकी पेंशन बहाल किए जाने की जानकारी 16 नवंबर को फोन पर दे दी गई थी।क्या इसके लिए किसी कागज की जरूरत नहीं होती है?
[४] सरकार का दावा है कि प्रति माह २५०००/=पेंशन दिए जा रहे है-क्या सरकार इसे साबित कर सकती है अगर यह साबित नहीं हो पाता तो देश को गुमराह करने के लिए कौन इस्तीफा देगा?
[५]-सरकार बड़ी बेशर्मी से देश को गुमराह कर रही है। 31 लाख रुपये 11 घायलों को दिए गए हैं। सुरेंद्र सिंह को इसमें से कुछ नहीं दिया गया। सुरेंद्र सिंह को केवल 2.5 लाख रुपये मिले हैं।
[६] 2 अप्रैल 2009 को एक लाख ग्यारह हजार एक सौ ग्यारह रुपये का चेक (चेक नंबर 554122) प्रियदर्शिनी विकास मंडल, थाणे, मुंबई द्वारा कमांडो की सहायता के लिए भेंट किया गया था, लेकिन यह धनराशि कहां गई इसका कोई रेकॉर्ड नहीं है।
[७]-अलग-अलग लोगों या संस्थाओं द्वारा जारी किए गए इस प्रकार के 11 और चेकों की फोटोकॉपी फाइलों में लगी हुई है। किसी भी कमांडो को इसकी जानकारी तक नहीं है, पैसा मिलना तो बहुत दूर की बात है।
[८]-भारतीट क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने सभी घायल एनएसजी कमांडो के लिए सात लाख रुपये की मदद भेजी थी, लेकिन उसका वितरण भी नहीं हुआ। फिर कहां गए वे पैसे?[९]-एनएसजी के खर्च के ब्योरे में से 61,000 रुपये का खर्च किसी हेमराज के इलाज में दिखलाया गया है। सेना में हर तरह के इलाज का खर्च सरकार उठाती है। वह एनएसजी के फंड में शामिल नहीं होता। ऑपरेशन में इस नाम का कोई भी कमांडो शामिल नहीं था।
उधर सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने इन आरोपों को तत्काल नकार दिया| उन्होंने प्रेस को बताया कि कमांडों को २५०००/=की पेंशन दी जा रही है|

सपा प्रमुख के जन्म दिन पर ७लाख किसानो के कर्जे माफ़


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक सपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाड़े युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जी का कमाल |धोती फाड़ के कर दिया रूमाल|चुनावी घोषणा पत्र किये गए आश्वासन को पूरा करने के लिए आज ब्रहस्पतिवार को किसानो के कर्जे माफ़ करने का एलान कर दिया गया है| अब जिन ७००००० किसानों ने ५००००/= तक के कर्जे ले रखे हैं और उन्होंने १०% तक लौटा दिए हैं उनका शेष मूल और ब्याज माफ़ कर दिया जाएगा|देखा हम जो कुछ कहते हैं कर के दिखाते हैं|

सपा प्रमुख के जन्म दिन पर ७लाख किसानो के कर्जे माफ़

झल्ला

चतुर सुजाण जी आपने बहुत अच्छा कर दिया|भारत में रिवायत भी है कि जन्म दिन पर बड़े बड़े लोग इनाम इकराम बाँटते आ रहे है|आप जी के नेता माननीय मुलायम सिंह यादव जी का ७४वा जन्म दिन मना रहे हैं इस सुअवसर पर विशेष वर्ग के बैंको के कर्जदार किसानो को कर्ज़ माफी का इनाम दिया है |वैसे इस एक कदम से आप जी ने एक सन्देश भी उछाल दिया है कि संसद में बड़ी बड़ी पार्टियाँ आपस में लड़ने पर उतारू हैं संसद चल नहीं रही और आप जी कि छेत्रिय पार्टी एक ही झटके में ७००००० परिवारों को अपने पाले में ला रहे हो इसका फायदा मिड टर्म [अगर]पोल में मिले ही मिले |

संसद के शीतकालीन सत्र के प्राम्भिक घंटों को ऍफ़ डी आई की गर्मी लगी

संसद का शीतकालीन सत्र चलने देने के लिए पी एम् की डिनर डिप्लोमेसी सत्र के पहले दिन के पहले घंटों में ही फीकी नजर आई| आज गुरुवार को विपक्ष के जोरदार हंगामे के साथ संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हुई. एफडीआआई मुद्दे पर इस हंगामे के चलते दोनों सदनों को 12 बजे तक स्थगित कर दिया गयाइसके पश्चात भी जब हंगामा बंद नहीं हुआ तो लोक सभा साड़े बारह बजे तक और राज्य सभा शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है| साड़े बारह बजे पुनः दो बजे तक के लिए लोक सभा स्थगित कर दी गई|
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संसद के शीतकालीन सत्र के प्राम्भिक घंटों को ऍफ़ डी आई की गर्मी लगी


संसद की कार्यवाही आज प्रात शुरू होते ही दिवंगत नेताओं को श्रधान्जली दी गई| राज्यसभा में प्रधान मंत्री ने अपने नए मंत्रियों का परिचय कराया| तृणमूल कांग्रेस नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया. साथ ही लोकसभा में प्रतिपक्ष की नेता और वरिष्ठ बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने लोकसभा में स्पीकर को एफडीआई पर चर्चा और वोटिंग के लिए नोटिस दिया|बसपा आरक्षण के मुद्दे के लिए प्राथमिकता की इच्छुक दिखी| प्रथक तेलंगाना के लिए प्ले कार्ड्स का प्रदर्शन हुआ|
संसद में जाने के पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह संसद चलाने के लिए सबसे सहयोग माँगा और कहा की देश की अर्थव्यवस्था को बल चाहिए ताकि खूब नौकरियां पैदा की जा सकें.
हालांकि ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को फिलहाल व्यापक समर्थन नहीं मिल पाया है. इस बात पर भी सवाल उठ रहे हैं कि 19 सदस्यों वाली तृणमूल कांग्रेस प्रस्ताव के लिए ज़रूरी 50 सांसदों का समर्थन भी हासिल कर पाएगी या नहीं|
लेकिन सरकार के लिए अविश्वास प्रस्ताव से बड़ा मसला ख़ुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का है.
खुदरा क्षेत्र में विदेशी निवेश की अनुमति देने के फैसले पर विपक्ष के अधिकतर दल ऐसी संसदीय बहस चाह रहे हैं जिसमें वोटिंग का प्रावधान हो, जब कि सरकार की पूरी कोशिश है कि इस मुद्दे पर मतदान के पक्ष में नज़र नहीं आ रही|
विपक्ष की नाराजगी इस बात पर है कि सरकार तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी द्वारा दिए गए उस आश्वासन से मुकर गई है जिसमें यह कहा गया था कि खुदरा क्षेत्र में विदेशी निवेश के बारे में सभी संबंधित पक्षों से सलाह मशविरा करने के बाद ही अंतिम फैसला किया जाएगा.
लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने ज़ोर देकर कहा है,”हम चाहते हैं कि सदन चले. कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होनी है लेकिन हमारी शर्त यही है कि सबसे पहले वह मुद्दा उठाया जाए जिसके बारे में सरकार ने सदन को आश्वासन दिया था और वह भी उस नियम के तहत [१८४]जिस पर मतदान हो सके”
भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के गुरुदास गुप्ता का भी कहना था कि वह सुषमा स्वराज की खुदरा क्षेत्र में निवेश पर नियम 184 के तहत बहस कराए जाने की माँग का समर्थन करते हैं.
कांग्रेस के प्रवक्ता पीसी चाको ने पार्टी और सरकार के उस तर्क का समर्थन करते हुए कहा कि खुदरा क्षेत्र में निवेश का फैसला पूरी तरह से कार्यपालिका द्वारा लिया गया फैसला है जिस पर संसद में मतदान नहीं कराया जा सकता.
उन्होंने यह भी कहा कि अगर विपक्ष सही समझता है तो उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकता है. उनके अनुसार सरकार को संसद में बहुमत हासिल है और वह इसे संसद में सिद्ध भी कर सकती है.|साड़े बारह बजे पुनः लोक सभा में नारे गूंजते रहे इसी शोर गुल में भाजपा नेत्री श्रीमती सुषमा स्वराज ने नियम १८४ के अंतर्गत बहस करा कर वोटिंग कराने की मांग को दोहराया|इसके पश्चात लोक सभा फिर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई|

सुरक्षा व्यवस्था के चेक करने के लिए माक ड्रिल

आज सुबह संसद परिसर में उस समय अफरातफरी मच गई जब कुछ सुरक्षा बालों ने एक्शन पोजीशन ले ली लेकिन कुछ समय पश्चात जब बताया गया की यह माक ड्रिल है तब लोगों की जान में जान आई

दिल्ली में अब प्रोपर्टी सर्किल रेट्स २००% तक बड़ेंगें

राजधानी दिल्ली में बिजली पानी के बाद अब मकान का सपना भी महंगा हो गया है|दिल्ली सरकार ने सर्कल रेट बढ़ाने के फैसले पर मुहर लगा दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ‘ए’ कैटेगरी की सर्कल रेट में 200%, और ‘बी’ कैटेगरी के सर्कल रेट में 50 प्रतिशत वृद्धि का फैसला किया गया है। जबकि बाकी 6 कैटेगरी में 22% सर्कल रेट बढ़ेंगे।

दिल्ली में अब प्रोपर्टी सर्किल रेट्स २००% तक बड़ेंगें


गौरतलब है कि सर्किल रेट 2011 में दो बार बढ़ाए गए। फरवरी में 100 प्रतिशत तक तथा नवंबर में 250 प्रतिशत तक। दिल्ली मंत्रिमंडल ने ए श्रेणी में आनेवाली दिल्ली की अत्यंत पॉश कालोनियों के सर्किल रेट में 250 फीसदी की बढ़ोतरी की घोषणा की थी। इसके अलावा बी, सी तथा डी श्रेणी में आने वाली कालोनियों के सर्किल रेट में 100 फीसदी, ई श्रेणी में 20 फीसदी तथा एच श्रेणी की कोलानियों के सर्किल रेट में 15 फीसदी की वृद्धि करने का फैसला किया गया था।
सूत्रों ने बताया कि राजस्व विभाग के पहले प्रस्ताव के अनुसार निचली श्रेणी में आने वाली कॉलोनियों में सर्किल रेट पांच से 10 फीसद तक बढ़ाने की बात थी। लेकिन आला अधिकारियों ने राय दी कि संपत्तियों की सबसे ज्यादा खरीद-फरोख्त इन्हीं कालोनियों में होती है। पॉश कॉलोनियों में बड़ी मुश्किल से इक्का-दुक्का संपत्तियां बिकती हैं। ऐसे में वहां पर कितना भी सर्किल रेट बढ़ा दें, सरकार को ज्यादा राजस्व नहीं मिलेगा।
वर्तमान === प्रस्तावित संशोधन
[ए]- 2.15 लाख=6,४५०००[बी]- १३६४००= 20,४६०० [सी]- १०९२००=1,36,५०० [डी]- ८७२००=१,०९००० [ई]- ४७८४० =5,9,८०० [एफ]- ३८६४०= 46,३७० [जी]- ३१५१० =- 37,८१० [एच]- १५८७० = 18,२५०

टोल प्लाज़ा पर यात्रियों का उत्पीडन रोकने के लिए कोई सकारात्मक और त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित की जानी चाहिए

: सिवाया टोल प्लाजा पर चल रहे भाकियू के आंदोलन का मामला तीन सप्ताह पश्चात भी सुलझ नहीं पाया है|अब इसे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दरबार में पहुंचा दिया गया है। एनएचएआइ की शर्तो को लेकर स्वयं मुख्यमंत्री ने टिप्पणी की है। उनका मानना है कि उप्र में या तो एनएचएआइ एक्ट 1997 लागू हो या फिर एनएचएआइ एक्ट 2008। वायदे के मुताबिक ठेकेदार ने हाईवे पर अधूरे निर्माण कार्य को भी पूरा नहीं किया है। किसानों को बकाया मुआवजा भी समय पर नही दिया है। इस आन्दोलन के कारणवेस्ट यूं पी के 28 हजार करोड़ के 16 ऐसे प्रोजेक्ट खाती में पड़ते दिखाई देने लगे हैं|।उत्तर प्रदेश सरकार भी अब किसानों के हित में एन एच ऐ आई पर सवाल उठाने लगी है|

एन एच ऐ आई की धमकी

टोल प्लाज़ा पर यात्रियों का उत्पीडन रोकने के लिए कोई सकारात्मक और त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित की जानी चाहिए


एनएचएआइ के चेयरमेन आरपी सिंह ने विगत 16 नवम्बर को प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र भेजकर मेरठ किसान आन्दोलन का जिक्र करते हुए कहा था कि आंदोलन के कारण टोल बंद है। ऐसे में एग्रीमेंट की शर्त के अनुसार टोल बंद होने से हुए नुकसान की भरपाई राज्य सरकार करे। यदि टोल पर यही हाल रहा तो वह उप्र में एनएचएआइ के अधीन चल रहे निर्माण कार्यो का बंद करा देंगे, क्योंकि ठेकेदारों ने इस बाबत चेतावनी दी है।

सरकार का पक्ष

मुख्य सचिव ने इस पत्र पर डीएम से रिपोर्ट मांगी तो उन्होंने कहा कि एनएचएआइ एक्ट की शर्तो का पालन नही कर रही है। जिस स्थान पर टोल बना है, वह विवादित जमीन है और एमडीए से उसका मानचित्र भी पास नहीं है। टोल के आसपास निर्माण कार्य पूरे न होने के कारण पिछले दो साल में सर्वाधिक दुर्घटनाएं हाईवे पर हुई है जबकि निर्माण कार्य पूरे करने के लिए कई बार प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस व एनएचएआई के अफसर ठेकेदार के साथ संयुक्त मुआयना कर चुके हैं। इसके बाद भी निर्माण कार्य पूरे नही हुए है। बहरहाल मुख्य सचिव ने जब यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री को भेजी तो उन्होंने लोनिवि के प्रमुख सचिव को हिदायत दी कि वह एनएचएआइ के चेयरमैन से बात कर इस मामले को निस्तारित कराएं ताकि किसानों का आंदोलन समाप्त हो।

प्लाज़ा केबिन से कम्प्यूटर हटाये गए

यद्यपि किसानों ने फिलहाल प्लाज़ा उखाड़ने के अपने फैसले को प्रशासन के कहने पर टाल दिया है मगर टोल प्लाजा कदम फूंक फूंक कर रख रहा है| 21वें दिन भी मंगलवार सुबह दस बजे टोल के एजीएम पीवी रंगासाई पहुंचे और केबिन में रखे 11 कंप्यूटर उठवा लिए। एमजीएम ने कहा कि कि दो दिन पहले किसानों ने केबिन में रखी पे-सीट फाड़ दी थी।

आन्दोलन का असर

राष्ट्रीय राजमार्ग-58 पर मेरठ के सिवाया स्थित टोल प्लाजा पर किसानों के आदोलन का असर है कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के अधीन करीब 27 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट पर काम रुक गया है। जिन प्रोजेक्ट पर परामर्शी की रिपोर्ट पर टेंडर आमंत्रित होने थे, वह भी फिलहाल टल गए हैं। ठेकेदारों के इस रुख के कारण सर्वाधिक वेस्ट यूपी प्रभावित हुआ है, क्योंकि यहां के प्रोजेक्ट पर भी काम होना था। ठेकेदारों की मजबूरी है कि उन्हें बैंकों ने ऋण देने से मना कर दिया है, जिस कारण उन्होंने काम रोक दिया है। ठेकेदारों ने फिलहाल इन प्रोजेक्ट पर काम करने से इन्कार कर दिया है। मुजफ्फरनगर-हरिद्वार मार्ग समेत 6 प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है पर बैंक द्वारा बीच में ही ऋण रोक देने से इन पर भी काम रुक गया है। 28 हजार करोड़ के 16 ऐसे प्रोजेक्ट हैं जिन पर परामर्शी की रिपोर्ट के बाद एनएचएआइ टेंडर आमंत्रित करने के लिए मुहर लगा चुका है लेकिन उनके टैंडर आमंत्रित नही किए हैं। किसानों के इस आदोलन के कारण हाईवे के कई प्रोजेक्ट प्रभावित हुए हैं। केंद्रीय सड़क एवं भूतल परिवहन मंत्री को भी इसकी जानकारी दी गई है।ये है मुख्य प्रोजेक्ट, जिन पर कार्य रुका प्रोजेक्ट किमी लागत आगरा बाईपास 33 457 मुजफ्फरनगर-हरिद्वार 62 320 मेरठ-बुलंदशहर 63 505 उन्नाव-लाल गंज 68 20 -काठगोदाम 93 846 गंगा ब्रिज-वाराणसी 177 1682 इंडो नेपाल बार्डर- धाधरा ब्रिज 122 1159 वाराणसी-सुल्तानपुर 142 1349 सुल्तानपुर-लखनऊ 124 1013 मेरठ-नजीबाबाद 139 417 रायबरेली-जौनपुर 169 507 लखनऊ-रायबरेली 82 246 अंबेडकर नगर-बांदा 287 861 वाराणसी-हनुमाना 287 861 बाराबंकी-बहराइच 152 456 गोरखपुर 99 297 इलाहाबाद 41 123 वाराणसी-गोरखपुर 206 619 भरतपुर-मथुरा-हाथरस 90 270 मुरादाबाद-अलीगढ़ 145 679 बरेली-सितारगंज 87 261 ईस्टर्न पेराफिल एक्सप्रेस वे 135 2699 आरारा-इटावा बाइपास 125 1485 इलाहाबाद-वाराणसी 160 1520इटावा 157 1492हापुड़-मुरादाबाद 110 110आगरा-ग्वालियर 85 850दिल्ली-हापुड़ 52 ५२०
तीन सप्ताह से चल रहे इस आन्दोलन का हल निकालने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से कोई पहल नहीं की गई है लगता है की केंद्र सरकार आंदोलन को लांग रोप देकर इसे समाप्त करने का की सोच रही है प्रदेश सरकार की तरफ से भी इस दिशा में कोई त्वरित एक्शन नहीं दिख रहा है| वहां पर रोड टेक्स के साथ इस टोल से समस्या बढती जा रही है|टोल वसूली में कोई पारदर्शिता नहीं है| जरूरी निर्धारित कार्य नहीं कराये जा रहे |सुविधाओं के नाम पर यात्रियों का उत्पीडन जारी है|प्लाज़ा पर सुविधा के नाम पर झगड़े + जाम और एक्सीडेंट आये दिन दिखाई देते
है| रविवार को गढ़ स्थित संकरा टोल प्लाज़ा पर एक किलोमीटर तक वाहनों की तीन कतारें अपने नंबर के इंतज़ार में खडी रही | रफ़्तार का रोमांच औरयात्रा का आनंद जाता रहा पूछने पर बताया गया के यह वहां रोजाना का सर दर्द है|ऐसे में टोल प्लाज़ा की वसूली के नाम पर यात्रियों का उत्पीडन रोकने के लिए कोई सकारात्मक और त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित की जानी चाहिए|

भारतीय रुपय्या अमेरिकी डॉलर के मुकाबिले कमजोर हुआ

भारतीय रुपय्या अमेरिकी डॉलर के मुकाबिले कमजोर हुआ

अमेरिकी मुद्रा के मजबूत होने और अमेरिकी $ की मांग बढऩे से आज $ के मुकाबले भारतीय रुपया 24 पैसे टूटकर 55.34 प्रति डॉलर पर खुला।बताया जा रहा है कि आयातकों और बैंकों द्वारा डॉलर की मांग बढ़ाए जाने से भी रुपया में कमजोर आई है| हालांकि शेयर बाजार में तेजी की वजह से रुपये में आई कमजोरी सीमित रही। कल बाजार बंद होने के समय डॉलर के मुकाबले रुपया 55.10 पर था और आज ४ पी एम् तक 55.२६२५ पर दिखाई दिया|

पोलिस और लेनदारों के दबाब से युवक की जान गई

थाना दिल्ली गेट सराय लाल दास[मेरठ] के एक युवक ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली|बताया जा रहा है किपोलिस के उत्पीडन और क़र्ज़ के बोझ के कारण रियाजुद्दीन आत्म हत्या करने को मजबूर हुआ|

पोलिस और लेनदारों के दबाब से युवक ने जान दे दी


चांदी का कारोबार करने वाले रियाजुद्दीन को व्यापार में बड़ा घाटा हो गया जिसके फलस्वरूप देन दारी भी बढ गई|तकाजे रोज होने लगे |लेन दारों ने पोलिस से दबाब बनाया और उसके तीन भाईयों को थाणे बुलवा कर उनका उत्पीडन किया गया |जिससे तनाव में आ कर रियाजुदीन ने अपनी जान दे दी|रियाजुद्दीन ने आठ पेज का सुसाईड नोट छोड़ा है यह परिजनों के गले नहीं उतर रहा|इसे संदेह द्रष्टि से देखा जा रहा है| परिवार जन इसे हत्या मान रहे हैं|