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अकाली दल बादल के उपाध्यक्ष जत्थेदार ओंकार सिंह थापर को सरोपा भेंट करके दीर्घायु होने की अरदास की गई

शिरोमणि अकाली दल[बादल]के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के वरिष्ठ सदस्य जत्थेदार ओंकार सिंह थापर को आज उनके ६०वे जन्म दिन पर सरोपा भेंट करके दीर्घायु होने की अरदास की गई|
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार मंजीत सिंह+वरिष्ठ उपप्रधान रविन्द्र सिंह खुराना +कुलवंत सिंह बाठ+अमरजीत सिंह पप्पू+गुरमीत सिंह मीता + आदि समाज सेवियों ने ओंकार सिंह थापर को हार्दिक वधाइयां दी

I T U has encouraged journalists to accredit to attend annual global Symposium in Warsaw on 3rd july

It has been Informed by the I .T .U form Geneva . that world’s pre-eminent global ICT regulatory and policy-making community.will gather at the Warsaw Hilton . The opening debate will be on Wednesday 3 July.journalists are encouraged to accredit now to attend this historic Symposium
,Accreditation closes on Friday 28 June.
The copy Of Original Letter Is Produced Below
European Commission VP Neelie Kroes, top speakers from government and industry to open ITU’s Global Symposium for Regulators in Warsaw
ACCREDIT NOW
Geneva, 12 June, 2013 – With only one month to go, journalists are encouraged accredit now to attend ITU’s annual Global Symposium for Regulators (GSR-13), the world’s pre-eminent gathering of the global ICT regulatory and policy-making community.
To be held at the Warsaw Hilton at the invitation of Poland’s Office of Electronic Communications (UKE), the opening debate on Wednesday 3 July, Building the Future Digital Society, features top-name speakers including Poland’s Minister of Administration and Digitization, Michal Boni; European Commission Vice-President, Neelie Kroes; Acting Chairwoman of the FCC, Mignon Clyburn; Director-General of the GSMA, Anne Bouverot; Deputy CEO of Orange, Pierre Louette; and other key industry and government leaders.
The debate will be preceded by a message from Polish President Bronislaw Komorowski and keynote speeches from ITU Secretary-General, Dr Hamadoun Touré, and UKE President and GSR-13 Chair, Magdalena Gaj.
This important international event is open to the media on Wednesday, 3 July from 09:00 – 12 noon, followed by a press conference with leading participants at 12:45. The remainder of the event is open to registered delegates only.
With only three weeks to go until the close of accreditation, journalists are urged to confirm their attendance online as soon as possible. Formal accreditation prior to the event is essential to gain access to the venue. Please note that accreditation will close on

Accreditation is essential for media

and industry analysts to participate onsite. Accreditation closes on Friday 28 June. Accredit here.

नरेन्द्र मोदी ने २०१४ में कांग्रेस से लोहा लेने के लिए लोह पुरुष पटेल के स्टेचू के लिए देश के ५ लाख गावों से लोहा माँगा

भाजपा की प्रचार समिति का सुप्रीमो बनते ही नरेंद्र भाई मोदी ने यूं पी ऐ सरकार से २०१४ के चुनावों में लोहा लेने के लिए देश के ग्रामीणों से लोहा देने का आह्वाहन किया है| यह आह्वाहन देश को भावनात्मक रूप से एकजुट करने के अभियान की ओर एक कदम बताया जा रहा है।
नरेन्द्र मोदी ने

भारत के एकीकरण के भारतीय बिस्मार्क लोह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल

की [सबसे ऊंची] 182 मीटर की प्रतिमा स्थापित कराने का ऐलान किया है। यह अमेरिका की स्टेचू आफ लिबर्टी से भी दोगुनी ऊंची होगी|
सरदार सरोवर बांध की धारा के मध्य स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के नाम से बनने वाली दुनिया की इस सबसे ऊंची प्रतिमा के निर्माण के लिए मोदी ने देश के पांच लाख गांवों के किसानों से खेती में ओजार के रूप में उपयोग किया गया लोहे का एक टुकड़ा भेजने की मार्मिक अपील की है।
आज की यह भावनात्मक अपील अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए शिलाएं एकत्रित करने के अभियान जैसी ही मानी जा रही है | मंदिर निर्माण के लिए भाजपा, संघ व विहिप ने देश भर से ईट मंगाई थी।
गांधी नगर में [मंगलवार को] वन्यजीव व डेयरी विकास पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, कि लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल केवल गुजरात का गौरव नहीं बल्कि देश की एकता के ऐसे स्तंभ थे जिनके प्रयास से देश के पांच सौ से अधिक रजवाड़ों को एक देश के रूप में परिवर्तित किया गया। ऐसे महान नेता की याद में नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध की धारा के बीच 182 मीटर ऊंची प्रतिमा बनाई जा रही है| इस सरकारी सम्मेलन में 20 राज्यों की 200 से अधिक तहसीलों के प्रतिनिधियों के साथ ही भारत में डेनमार्क के राजदूत फ्रेडी स्वेन ने भी शिरकत की।स्थान
,भाजपा को एक बार फिर देश की सत्ता में लाने के लिए मोदी का यह दांव कितना सफल होगा यह कहना मुश्किल है, लेकिन इस अभियान से भाजपा व उसके कार्यकर्ता एकजुट होंगे। साथ ही प्रतिमा निर्माण के लिए लोहा दान कर किसान भी इस एतिहासिक प्रतिमा का हिस्सा बन गौरव महसूस कर सकेंगे।‘

स्टेचू आफ लिबर्टी से दोगुनी ऊंची होगी

स्टैचू ऑफ युनिटी’

लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर ऊंची यह प्रतिमा नर्मदा नदी के बीचों-बीच स्थापित की जाने वाली यह मूर्ति विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति होने का गौरव हासिल करेगी। इस पर लगभग दो हज़ार करोड़ रुपए का खर्चा आने का अनुमान है।
नदी के बीचों-बीच स्थित इस मूर्ति के पास जाने के लिए जलमार्ग के लिए भी प्रावधान किया जाना है |
उल्लेखनीय है कि 7 अक्टूबर 2010 को सरकार के दस वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति ‘स्टैचू ऑफ युनिटी’ के निर्माण की घोषणा की थीअब सरदार पटेल की जयंती पर 31 अक्तूबर, 2013 को देशव्यापी आंदोलन शुरू किया जाना है जिसमें पूरे देश के पांच लाख से अधिक गांवों से किसानों के किसी भी उपकरण के छोटे लोहे के टुकड़े इकट्ठे किए जाएंगे जिसका इस्तेमाल प्रतिमा बनाने में किया जाएगा।प्रत्येक गावं से लोहे का केवल एक औजार माँगा गया है| लोहा एकत्रित करने के बाद इसे पिघलाया जाएगा और जरूरत के हिसाब से प्रतिमा के निर्माण में इस्तेमाल किया जाएगा
गौरतलब है कि दक्षिण में कन्या कुमारी में समुद्र में स्थित एक चट्टान पर विवेकान्द रॉक मेमोरियल और फिर अयोध्या में राम मदिर निर्माण के लिए ईंटे इकट्ठा की गई थी तब भी राष्ट्र ने भावनात्मक सहयोग दिया था अब नेहरू और गांधी के मुकाबिले लोह पुरुष सरदार पटेल के मेमोरियल के नाम पर मोदी का यह \कदम कहाँ तक देश के किसानों को भाजपा के साथ जोड़ पायेगा वोह तो लोक सभा में चुनावों में ही उजागर हो पायेगा|

१०० करोड़ का लक्ष्य प्राप्त करने के पश्चात फिल्म ये जवानी है दीवानी पर मुकदमे बाजी समझ से परे हैं

प्रेम कहानी के प्रसार +प्रचार के बल पर मात्र एक सप्ताह में ही १०० करोड़ रुपयों का कारोबार कर चुकी हिंदी फिल्म

ये जवानीहैदीवानी

में यूं तो कई विवादस्पद डायलाग+सीन+घटनाएँ हैं मगर व्यवसाईक हानि के मध्य नज़र शरबत निर्माता कम्पनी ने दिल्ली उच्च न्यायालय में वाद दायर करके फिल्म के टी वी प्रसारण पर रोक लगवा दी है|
यूनानी फार्मूले पर आधारित शरबत रूह-आफजा कम्पनी द्वारा दाखिल एक वाद पर दिल्ली उच्च न्यायालय ने कुछ आपत्तिजनक संवादों के कारण इस ‘ फिल्म को टीवी पर रिलीज करने से प्रतिबंधित कर दिया।
माननीय न्यायाधीश मनमोहन सिंह ने सोमवार को आदेश में कहा कि राज कपूर के पौत्र रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण अभिनीत फिल्म के प्रसारण पर यह प्रतिबंध सिनेमाघरों पर लागू नहीं होगा।
फिल्म में हीरो रणबीर का पिता और माता रूह आफजा के शौकीन हैं मगर नई पीडी का हीरो अपनी मां से ये कहता है कि आपका रूह-आफजा अच्छा नहीं है. इस संवाद पर कंपनी ने ऐतराज जताया है| .
न्यायालय ने फिल्म के निर्देशक, निर्माता एवं संवाद लेखक को नोटिस भी जारी किया है और मामले की सुनवाई 16 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी है ।
शरबत निर्माता कंपनी ने दावा किया कि शरबत के उत्पाद नाम को भारत और भारत से बाहर घर-घर में जाना जाता है और फिल्म में यूनानी पद्धति पर बने इस उत्पाद के संबंध में कुछ आपत्तिजनक संवाद हैं।
गौरतलब है कि नई पीडी को एड्रेस करती इस फिल्म में युवाओं कि पसंद साफ्ट के साथ हार्ड ड्रिंक पसंद है लेकिन अपने पिता की मृत्यु के पश्चात जब हीरो अपनी विधवा सौतेली माँ का दिया हुआ रूह आफजा पीता है तो घूँट पी कर हँसते हुए कहता है कि तुम्हारा रूह आफजा अच्छा नही है|यह कहने के बावजूद वह शरबत पी जाता है|इस से रूह आफजा की लोक प्रियता और टेस्ट प्रमाणित होती है| इसके उपरान्त भी कम्पनी का विरोध समझ से परे हैं|
[१] इसके अलावा युवा कलाकार मनाली जाते समय कई बार कहते हैं कि पहाडनों [ GirlsOfHills ] को नही छोड़ेंगे [२]सह्नायक खुले आम क्रिकेट बेटिंग करता है [३]एक वर्ग और छेत्र विशेष कि महिलायें दारू पीती दिखाई गई हैं|[४]पत्रकार को भी जुआ खेलते औरतों से सम्बन्ध स्थापित करते दिखाया गया है|
इसके अलावा भी कई संवाद हैं मगर किसी पर भी आपत्ति नही की गई है|अब

१०० करोड़ का लक्ष्य प्राप्त करने के पश्चात यह मुकदमे बाजी समझ से परे हैं

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नेहा धूपिया ने प्रोमार्ट कंपनी के ६०वे स्टोर का उद्घाटन किया

Abulane me product ke showroom ka udghatan karti abhinetri Neha Dhopia[मेरठ]पूर्व मिस इंडिया और वर्तमान में फ़िल्मी अभिनेत्री नेहा धूपिया ने शहर के व्यस्तम छेत्र आबूलेन में प्रोमार्ट कंपनी के स्टोर का उद्घाटन किया। यह कम्पनी का ६० वा स्टोर बताया गया है| अभिनेत्री नेहा शुक्रवार को जब आबूलेन पहुंचीं तो उनकी एक झलक पाने को प्रशंसकों की भीड़ लग गई| |इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मेरठ अब बड़े ब्रांडों का हब बन चुका है। 2400 वर्ग फिट में फैले प्रोमार्ट स्टोर में अनेकों ब्रांड का सामान उपलब्धकराया जाएगा|
नेहा ने बताया कि सिनेमा में उनका सफर दस वर्ष का हो चुका है,|

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शरीर की प्रयोगशाला में ध्यान के फार्मूले से ईश्वर को पाया जा सकता है: संत राजेंद्र सिंह जी महाराज

संत कृपाल रूहानी मिशन SKRM की अध्यात्मिक गद्दी के मौजूदा वारिस संत राजेंद्र सिंह जी महाराज अध्यात्मिक विज्ञानं की गंगा केवल अपने देश में ही नहीं वरन अमेरिका+कनाडा+और यूरोप में भी बहा रहे हैं|महाराज का मानना है कि ईश्वर को बाह्य भौतिक संसार के बजाय ध्यान +तप से अपने अन्दर ही तलाशना होगा| संत राजेंद्र सिंह जी महाराज ने नवीनतम उपदेश में अपने ही शरीर रुपी प्रयोगशाला में ध्यान का प्रयोग के फार्मूले भी बताये हैं |महाराज ने बताया है कि उनसे अक्सर ईश्वर के विषय में प्रश्न किये जाते हैं|आत्मा+रूह+जीवन के विषय में जिज्ञासू पूछते रहते हैं| परमाणु [ATOM] में से सूक्ष्म को तलाशने के लिए सभी यत्न किये जा रहे हैं|बेशक आज कल ईश्वरीय पदार्थ की खोज के लिए भौतिक वादी संसार में नित नए प्रयोग किये जा रहे हैं| शक्तिशाली टेलेस्कोप+और स्पेस शिप भी बना लिए गए हैं| ईश्वर की खोज की सफलता के प्रति विश्व में अभी भी प्रश्न चिन्ह लगा हुआ है| लेकिन अबी तक हम लोग भौतिक वादी बाह्य संसार में ईश्वर के अस्तित्व को ढूंढ नही पाए हैं|इसीलिए प्रक्रति के रचियेता को को अपने अन्दर ही तलाशना होगा| इसके लिए संत+ महापुरुष सदियों से मार्ग दर्शन करते आ रहे हैं| संतो महापुरुषों ने ध्यान तप[ meditation ]से इष्ट देव को प्राप्त भी किया है|
संत राजेंद्र सिंह जी महाराज ने ध्यान +तप के विषय में ज्ञान देते हुए बताया कि कुछ लोग ध्यान को अपने शरीर और दिमाग की तंदरुस्ती के लिए केवल व्यायाम ही मानते हैंलेकिन संतों के अनुसार ध्यान ईश्वर की प्राप्ति का साधन है|
कुछ संतों के अनुसार शरीर रुपी मंदिर में ईश्वर का वास है| इसकी व्याख्या करते हुए संत महाराज ने बताया है कि चूंकि मानव शरीर में वास कर रही आत्मा स्वयम ईश्वर का ही सुक्ष स्वरुप है इसीलिए प्रत्येक जीव में ईश्वर का वास है जिसे देखने के लिए स्वयम के अन्दर ध्यान के माध्यम से झांकना होगा|
ध्यान प्रक्रियाको बेहद आसान बताते हुए संत राजेंद्र सिंह जी ने बताया कि सुविधाजनक एकांत स्थान पर अपनी ऑंखें बंद करके अपने अन्दर झांकना है |इस प्रक्रिया में दिमाग हमें अनेक विचारों से भटकाता है इसीलिए इस भटकाव से बचने के लिए आध्यामिक शब्दों [ spiritually charged words]को बार बार दोहराना होता है|प्रारम्भिक जिज्ञासूं को ज्योति ध्यान [Jyoti Meditation,]जरुरी है|इसके अंतर्गत अपने ईष्ट देव के नाम को दोहराना होता है|इस प्रक्रिया को रोजाना करने से इच्छा की पूर्ती होती है|
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बी सी सी आई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने सारी जाती देख आधी बाँट लीजिये के आधार पर मीटिंग मैच फिक्स करा कर अपनी कुर्सी बचा ही ली

सारी जाती देख आधी बाँट लीजिये के आधार पर मीटिंग मैच फिक्स करा कर बी सी सी आई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने अपनी कुर्सी बचा ही ली| भारतीय क्रिकेट के ३१ मालिकों की संस्था बी सी सी आई नामक क्लब की चेन्नई में हुई मीटिंग में एन सी पी सुप्रीमो और पूर्व अध्यक्ष शरद पवार के आगमन के डर से दो पुराने शत्रु [१]जगमोहन डालमिया +[२] एन श्रीनिवासन में सत्ता बाँट ली गई|प्राप्त जानकारी के अनुसार स्पॉट फिक्सिंग की जांच से श्रीनिवासन अलग रहेंगे और जग मोहन डालमिया बोर्ड का दैनिक काम काज देखेंगे| इंग्लैंड में चल रहे चैम्पियन ट्रौफी में आई सी सी के साथ संवाद स्थापित करने की जिम्मेदारी कौन संभालेगा यह यक्ष प्रश्न अभी भी अनुत्तरित ही है|
इसके साथ ही दिल्ली की राजनीती में अपने छत्रप होने का दम्भ भरने वाले और क्रिकेट के समस्त घटना क्रम की आलोचना करते फिर रहे केन्द्रीय संसदीय कार्यों के [१]राज्य मंत्री राजीव शुक्ला +[२]भाजपा के नेता अरुण जेटली+[३]भाजपा के ही अनुराग ठाकुर+[४]कांग्रेस के ज्योतिर्मय सिंधिया आदि ने मीटिंग से अलग रह कर बी सी सी आई रूपी जन्नत में अपनी मेंबर शिप कायम रखी है|
बीसीसआई की चेन्नई में हुई बैठक की पठकथा पहले ही लिखी जा चुकी थी जिसके आधार पर मीटिंग मैच को फिक्स कराया गया|प्राप्त जानकरी के अनुसार रविवार को बैठक से पहले भी श्रीनिवासन ने खुद दो घंटे तक डालमिया से बात की। इसके बाद श्रीनिवासन की ही चली|
चुनावी साल में अरुण जेटली खुद सीधे सीधे इस लड़ाई में नहीं कूदना चाहते थे। जिस शशांक मनोहर के नाम पर थोड़ी बहुत सहमति बन रही थी वो खुद ही पीछे हट गए थे। अपने पत्ते कमजोर पड़ते देख जेटली गुट ने एक कदम और पीछे खींचा। सुबह के करीब 9 बजे ये तय हो गया कि ना तो जेटली, ना ही शुक्ला और ना ही ठाकुर बैठक में शामिल होने के लिए चेन्नई जाएंगे। तीनों ने ही फेस सेविंग के जरिये वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का सहारा लिया|अर्थार्त रिंद के रिंद रहे और जन्नत भी हाथ से ना गई|शरद पवार का महाराष्ट्रियन गुट अब अलग थलग दिखाई देने लगा है इसीलिए निकट भविष्य में किसी प्रभावी कदम से इनकार नहीं किया जा सकता|
बीसीसीआई की आज की बैठक से पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी ने ट्वीट किया है कि क्रिकेट हमारे देश में धर्म है। लेकिन इसे श्रीनिवासन,राजीव शुक्ला, अरुण जेटली और अनुराग ठाकुर जैसे लोगों ने हाईजैक कर लिया है। ये देश और क्रिकेट प्रेमियों के साथ धोखा है। क्रिकेट में ये अब तक का सबसे बड़ा कवरअप है। श्रीनिवासन, जेटली और शुक्ला मिलकर साजिश रच रहे हैं। स्पॉट+मैच फिक्सिंग को लेकर मीडिया लागातार आवाज उठाता रहा है वरिष्ठ खेल विश्लेषक के अनुसार मीडिया ने इलेक्ट्रोनिक मीडिया पर १०० घंटे की कवरेज और टन प्रिंट मीडिया का इस्तेमाल हुआ है लेकिन यह दबाब बी सी सी आई को लेकर अभी तक बेकार ही गया है |अब सवाल यह उठता है कि क्या अब मीडिया को अपनी हार मान कर बैठ जाना चाहिए शायद नही मीडिया का काम ही गलत के विरुद्ध आवाज उठाना और जनता तक हकीकत को पहुँचाना है |

विदेश मंत्रालय की एक माह में छह नियुक्तियों में से चार महिला अधिकारियों को राजदूत बनाया गया है

सलमान खुर्शीद ने जबसे विदेश मंत्रालय का चार्ज संभाला है तभी से बेशक विदेश निति की आलोचना हो रही है लेकिन एक बात सकारात्मक नोट की गई है के विदेश मंत्रालय ने विदेशों में अपने राजदूत नियुक्त करते समय महिला अधिकारियों के साथ पूर्ण न्याय कराने का प्रयास किया है|
विदेश मंत्रालय की वेबसाईट के अनुसार मई माह में ६ नियुक्तियों में से चार महिला अधिकारी हैं|
[१] सुश्री मंजू सेठ (वाईओए: 1996), वर्तमान में मेडागास्कर में भारत के राजदूत को अंटानानारिवो में निवास के साथ संयुक्‍त रूप से कोमोरोस संघ में भारत के राजदूत के रूप में अधिकृत किया गया है।
[२]श्रीमती राधिका लोकेश को आयरलैंड में भारत के अगले राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया है
श्रीमती राधिका लोकेश (आईएफएस: 1982) को आयरलैंड में भारत के अगले राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया है।
उनके शीघ्र ही कार्यभार ग्रहण करने की उम्मीद है।श्रीमती प्रीति सरन को समाजवादी गणराज्य वियतनाम में भारत के अगले राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया है।
[३]श्रीमती प्रीति सरन (भारतीय विदेश सेवा: 1982) को समाजवादी गणराज्य वियतनाम में भारत के अगले राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया है।
उनके शीघ्र ही कार्यभार ग्रहण करने की संभावना है।
[४]श्रीमती नरिन्दर चौहान, सर्बिया गणराज्य के लिए भारत की अगली राजदूत नियुक्त
श्रीमती नरिन्दर चौहान (भाविसे: 1985), सर्बिया गणराज्य के लिए भारत की अगली राजदूत नियुक्त की गई हैं।
[अ]श्री नीरज श्रीवास्तव (भाविसे: 1983), डेनमार्क के लिए भारत के अगले राजदूत नियुक्त किए गए हैं।
[आ]श्री के. जीव सागर (भाविसे: 1991), घाना गणराज्य के लिए भारत के अगले उच्चायुक्त नियुक्त किए गए हैं।महिलाओं के लिए सत्ता में आरक्षण के बिल को यद्यपि पास कराने में केंद्र सरकार विफल रही है लेकिन नियुक्तियों में न्याय एक सकारात्मक कदम कहा जा सकता है|

पोलिटिकली+कल्चरली सेंसरशिप स्वीकार्य है : सीधे एल के अडवाणी के ब्लाग से

एन डी ऐ इन वेटिंग और वरिष्ठ पत्रकार लाल कृषण अडवाणी ने अपने नवीनतम ब्लॉग के पश्च्य लेख[ TAILPIECE ] के माध्यम से इन्टरनेट के माध्यम से व्यक्त किये जा रहे विचारों पर लगाई जा रही सेंसरशिप का उल्लेख किया है | उन्होंने सी आई ऐ [CIA ]के पूर्व निदेशक MichaelHayden के हवाले से पोलिटिकली+कल्चरली [ POLITICALLY AND CULTURALLY ] सेंसरशिप को बेहतर बताया है| श्री आडवाणी ने माइकल हेडेन [ MichaelHayden ] की पुस्तक के हवाले से विश्व में तीन प्रकार की सेंसरशिप का उल्लेख किया है|
[१]

खुल्लमखुल्ला

सेंसर शिप के लिए दबंग चाइना का ज्वलंत उदहारण दिया जा सकता है| चाइना में फेस बुक+ट्विटर+टुम्बिर आदि सोशल साईट्स को थियमनन चौक कांड के बाद [ Tianenmen Square ] सरकार द्वारा खुल्लम खुल्ला बैन कर दिया गया| दलाई लामा के तिब्बत आन्दोलन पर चर्चा पर पूर्णतया पाबंदी है|
[२]

शर्मनाक भेड़ छननी

[ SHEEPISH:Filter ]इसके सपोर्ट में टर्किश सरकार का उदहारण दिया गया है| टर्किश सरकार स्वयम को इंटरनेट यूसर्स के साथ असहज मानती है| बेशक यहाँ चीन की तरह खुल्लम खुल्ला दबंगई नही है फिर भी सूचना या चेतावनी दिए बगैर ही लगभग ८००० वेबसाइट ब्लाक कर दी गई है|
[३]

पोलिटिकली+कल्चरली स्वीकार्य

[POLITICALLY AND CULTURALLY ]इस फ़िल्टर को सबसे भिन्न बताया गया है| इसके लिए साउथ कोरिया+ जर्मनी + मलेशिया के उधारण हैं| यह सेंसर शिप चुनिन्दा और कानूनन कुछ स्पेशल केसों पर ही लागू होती है| जिसे छुपाया नहीं जाता +जबरदस्ती थोपा नही जाता+चोरी छुपे लागू नहीं किया जाता| हेडेन की पुस्तक में इस तरीके की सेंसरशिप की कामना की गई है|
सर्व विदित है के भारत में इमरजेंसी के कारण श्री आडवाणी आदि राजनीतिज्ञों ने जेलों में कष्ट सहे थे|और उस उत्पीडन से उबरने के लिए जनता पार्टी का गठन किया गया था| अब फिर से देश में सोशल मीडिया पर पाबन्दी लगाने के लिए प्रयास शुरू हो गए हैं ऐसे में यह लेख आई ओपनर हो सकता है|

जेंटल मैन के गेम आइ पी एल में फिक्सिंग की जांच होने तक श्रीनिवासन को आफिस से बाहर बैठाना सभ्यता की निशानी होगी

भारत में कर्णधारों द्वारा एक विशेष धर्म का पालन बड़े धर्म से किया जाता है और वोह धर्म है विपक्षी के परिवारजनों के सभी नैतिक अनैतिक कार्यों पर मौन धारण करना | इस राष्ट्रीय धर्म का पालन क्रिकेट जैसे राष्ट्रीय खेल में भी किया जा रहा है| इस खेल में छोटे मोटे आरोपियों को लोहे की सलाखों के पीछे रखने के लिए दिन रात पसीना बहाया जा रहा है लेकिन क्रिकेट के कर्णधारों के परिवार जनो के प्रति मौन धर्म का पालन पूरे धर्म से किया जा रहा है|
स्पॉट फिक्सिंग की जांच अब केवल तीन खिलाड़ियों तक ही सिमित नही रही इसकी आंच बड़े लोगों तक पहुँचने लगी है|भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी श्रीमति साक्षी धोनी और बी सी सी आई के टाप बॉस श्रीनिवासन के दामाद एम् गुरुनाथ का नाम भी आरोपियों में आने लगा है| गुरुनाथ स्वयम आई पी एल की टीम के फ्रेंचाइसी[C S K] हैं और उनके लिंक फिक्सिंग के आरोपियों से जुड़ रहे हैं|
श्री मति धोनी को एक मैच में एक आरोपी बिंदू दारा सिंह के साथ मैच में ठहाके लगाते देखा गया |उस मैच में धोनी के हाफ सेंचुअरी बनाने के बावजूद भी दूसरी टीम जीत गई| इसके अलावा स्वयम बिंदू ने अपने संबंधों को आई पी एल की एक टीम के मालिक मय्यपन गुरुनाथ [फ्रेंचाईसी] के साथ स्वीकार कर लिया है यह फ़्रेञ्चाईसी बी सी सी आई के चेयर मैन एन श्रीनिवासन का दामाद है|
दिल्ली +मुम्बई की पोलिस आये दिन एक के बाद एक नए खुलासे करके एक दूसरे पर स्कोर करने की कौशिश में हैं| कांग्रेस +भाजपा+एन सी पी आदि पार्टियों के राजनीतिक इस प्रकरण पर अफ़सोस जता रहे हैं मीडिया चिल्ला चिल्लाकर सबका ध्यान इस दिशा में ला रहा है | इस सब के बावजूद कोई श्रीनिवासन या एम् एस धोनी जैसों के विषय में बोलना भी गवारा नही कर रहा| पोलिस गुरुनाथ को आई पी सी की धारा १६० के अंतर्गत तत्काल पूछ ताछ तक के लिए अपने थाणे में नही बुला सकी|
कांग्रेस के संसदीय राज मंत्री राजीव शुक्ला[स्वयम भी पत्रकार ] की रटी रटाई स्टीरियो टाइप प्रतिक्रिया है कि कानून अपना काम कर रहा है|भाजपा कोटे के युवा नेता अनुराग ठाकुर तो किसी बात से अनभिज्ञता जाहिर करते फिर रहे हैं| भाजपा के राज्य सभा में नेता अरुण जेटली की क्रिकेट से बर्खास्तगी की मांग उठने लग गई है| इससे पूर्व पार्टी की लोक सभा में नेता श्री मति सुषमा स्वराज ने आइ पी एल पर प्रतिबन्ध लगाये जाने का विरोध जताया है|खेल से जुड़े एन सी पी के सुप्रीमो शरद पवार की चुप्पी टूटी नहीं है|टीम चयन के लिए जिम्मेदार के.श्रीकांत+ वरिष्ठ सुनील गवास्कर+कपिल देव आदि श्रीनिवासन के खिलाफ बोलने को तैयार नही दिख रहे है | पूर्व पी एम् अटल बिहारी वाजपई के दामाद से लेकर वर्तमान यूपी ऐ की अध्यक्षा के दामाद के केस में इसी धर्म का पालन किया जाता रहा है|अब क्रिकेट के चेयर मैन एन श्रीनिवासन के दामाद के केस में भी उसी लाईन को फॉलो किया जा रहा है|
देश और खेल के कर्णधारों का यह व्यवहार कहीं न कहीं इस धर्म का सन्देश जरुर देता है कि किसी के परिजनों पर अटैक नही करना चाहिए|
यहाँ यह कहना उचित ही होगा कि क्रिकेट कि सबसे बड़ी संस्था आई सी एल ने स्पॉट फिक्सिंग के मात्र आरोप के आधार पर पाकिस्तान के एम्पायर असद रऊफ को आगामी चैम्पियंस ट्रॉफ़ी क्रिकेट प्रतियोगिता से बाहर कर दिया है| लेकिन भारत में अपने प्रतिनिधि एन श्रीनिवासन को हटाने को तैयार नही है| अगर असद रऊफ़, की बर्खास्तगी खेल और प्रतियोगिता के हित में है और किसी भी जांच के नतीजे की प्रतीक्षा किये बगैर ही असद को हत्या जा सकता है तो एम् एस धोनी और एम् गुरुनाथ के विषय में कोई कार्यवाही नही की जा रही |यहाँ यह कहना अनुचित नही होगा के क्रिकेट को जेंटल मैन का गेम कहा जाता रहा है ऐसे में जेंटल मैन के नैतिक धर्म को कानून की पैचिदिगियों के नीचे नही दबाना चाहिए|इसीलिए आइ पी एल में वर्तमान फिक्सिंग की जांच होने तक एन श्रीनिवासन को आफिस से बाहर बैठाना सभ्यता की निशानी होगी|