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Category: Social Cause

Central Institute of Hotel Management, Catering Technology and Applied Nutrition will be set up shortly

Central Institute of Hotel Management, Catering Technology and Applied Nutrition will be set up shortly .
Government has proposed to set up the Central Institute of Hotel Management, Catering Technology and Applied Nutrition in the country. The said IHM will be set up at Jagdishpur (Distt Sultanpur), Uttar Pradesh.
Uttar Pradesh has the largest population base and is bestowed with major tourist destinations. However, Uttar Pradesh presently has only one IHM which is located at Lucknow.
Minister of State for Tourism (I/C) Shri K. Chiranjeevi in a written reply in the Rajya Sabha informed detailed project report as under:-
[i] This will be a non-profit, Central Autonomous Society registered under Societies Registration Act, 1860 and the funding of the Institute would be under the ‘Scheme of Assistance to Institutes of Hotel Management (IHMs)/Food Craft Institutes (FCIs)/National Council of Hotel Management and Catering Technology (NCHMCT)/Indian Institute of Tourism and Travel Management (IITTM) etc.’
[ii] The proposal entails an estimated non-recurring expenditure of Rs.47.60 crore to be incurred during 2013-14, 2014-15 and 2015-16 (Plan) and recurring expenditure of Rs.0.26 crore ( Non-Plan).
[iii]. Annual intake capacity of the Institute would be 120 students (total 360 in 3 years) for BSc degree programme in Hospitality and Hotel Administration and 160 in Diploma/Certificate courses. Besides, 300 students will get short term skill development training per annum.

राधा गोविन्द पब्लिक स्कूल में आज कृष्णमय माहौल में दही हांड़ी फोड़ने वाले कान्हा की धूम रही

राधा गोविन्द पब्लिक स्कूल में आज कृष्णमय माहौल

राधा गोविन्द पब्लिक स्कूल में आज कृष्णमय माहौल

[मेरठ]राधा गोविन्द पब्लिक स्कूल में आज कृष्णमय माहौल में दही हांड़ी फोड़ने वाले कान्हा की धूम रही|
स्कूल के आस्था ध्यान केंद्र में हर्षोल्लास से नंदोत्सव मनाया गया |
[१]आरती कुञ्ज बिहारी की
[२]रत श्याम सपने में आये
[३]मेरे छोटे से भगवान जिनके सुनहरे हैं बाल
[४]कान्हा तेरा बड़ा है जूठा आदि भजनों की मधुर प्रस्तुति से कान्हा की स्तुति की गई |
संस्कृत भाषा में मथुराश्न्टक सुन कर सभी भाव विभोर हुए|
श्री मति वाग्मिता त्यागी के संचालन में अनेको रोचक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए| चेयर मैन योगेश त्यागी+प्रधानाचार्या सुभाषनी गोविंदन +एम् एस मैथ्यू +अनुभा त्यागी+डॉ अमित शर्मा आदि उपस्थित थे|

सांसद जयन्त चौधरी ने भूमि अधिग्रहण में प्राधिकरणों की भूमिका को सीमित करने और सर्किल रेट में समयनुसार बदलाव की मांग की

सांसद जयन्त चौधरी ने भूमि अधिग्रहण में सरकार की भूमिका को सीमित करने के साथ सर्किल रेट में समयनुसार बदलाव की मांग लोक सभा में उठाई
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव एवं लोकसभा सांसद जयन्त चौधरी ने लोकसभा में भूमि अधिग्रहण बिल पर चर्चा के दौरान इस विधेयक की सराहना की लेकिन इसके साथ ही उन्होंने भूमि अधिग्रहण के नाम पर प्राधिकरणों का कच्चा चिट्ठा खोलते हुए कहा कि समय के साथ हमें इस बिल में बदलाव के लिए तैयार रहना पड़ेगा। उन्होंने सरकार की भूमिका को भूमि अधिग्रहण में सीमित करने के लिए बल दिया तथा कहा कि सरकार की भूमिका लैंड यूज [दूरगामी] प्लानिंग तक ही सीमित रहनी चाहिए जिससे लांग टर्म एफिसिएंट लैंड मार्किट तैयार हो।
श्री चौधरी ने कहा कि सरकारी अधिकारियों का दायरा सीमित होना चाहिए तथा विकास प्राधिकरणों को जमीन बेचकर लाभ नहीं कमाना चाहिए। श्री जयन्त ने कहा कि सर्किल रेट को समय-समय पर बदलने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जो सर्किल रेट हमने निर्धारित किया तो लम्बे समय तक यह प्रदेश सरकारों के लिए यह इंसेटिव बन जाएगा कि सर्किल रेट न बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि बहुत समय से लोगों की इच्छा रही है कि इस कानून में परिवर्तन होने चाहिए और आज एक महत्वपूर्ण कदम यह सदन लेने जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजनगर एक्सटेंशन तथा ग्रेटर नोएडा में भूमि अधिग्रहण के नाम पर प्राधिकरणों ने बहुत लाभ कमाया।

लखनऊ में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सेवा सदन के जीर्णोद्धार के लिए प्रदेश सरकार ५० लाख रुपये खर्च करेगी

लखनऊ में स्थित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सेवा सदन के जीर्णोद्धार के लिए प्रदेश सरकार ५० लाख रुपये खर्च करेगी|
मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने आज यह घोषणा करते हुए कहा कि देश कि आजादी के लिए संघर्ष करने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के लिए यह भवन बनाया गया है इसीलिए राज्य सरकार द्वारा तत्परता से इसका जीर्णोद्धार कराया जाएगा|मुख्य मंत्री ने आज स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सेवा सदन जा कर सेनानियों से मुलाकात की और महात्मा गाँधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ परिसर में पौधा रोपण भी किया|
इस अवसर पर कारागार मंत्री राजेंदर चौधरी+ पूर्व सांसद भगौती सिंह +राम नरेश कुशवाह+चन्द्र भानु आदि भी उपस्थित थे|

दूध के ६८.४% नमूनों [Samples] को राष्ट्रीय सर्वेक्षण ने मिलावटी[अवैध] घोषित किया

देश में उपलब्ध कराये जा रहे दूध के ६८.४% नमूनों [Samples] राष्ट्रीय सर्वेक्षण ने मिलावटी घोषित किया
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसए) द्वारा देशभर में दूध की गुणवत्ता का पता लगाने के लिए किए गए राष्ट्रीय सर्वेक्षण के अनुसार 68.4 % नमूने खाद्य सुरक्षा और मानक विनियम, 2011 के अनुसार नॉन-कंफर्मिंग अर्थात अवैध पाए गए हैं।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद ने बीते दिनों राज्य सभा में एक लिखित उत्तर में दूध में मिलावट के रिकार्ड के रख रखाव की जिम्मेदारी राज्यों पर डालते हुए बताया कि नॉन कंफर्मिंग नमूनों का रिकार्ड राज्यों द्वारा रखा जाता है।
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण द्वारा केंद्रीकृत रूप में इस बारे में कोई आंकड़े नहीं रखे जाते हैं। यह प्राधिकरण खाद्य वस्तुओं के विनिर्माण, भंडारण, वितरण, बिक्री और आयात को विनियमित करने तथा मानव उपभोग के लिए सुरक्षित एवं संपूर्ण भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के प्रयोजन के लिए एक नोडल एजेंसी है।
खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम-2006 के कार्यान्वयन का दायित्व राज्यों/संघ शासित प्रदेशों का है। राज्यों के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा दूध सहित खाद्य वस्तुओं के बेेतरतीब नमूने निर्दिष्ट खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाओं के पास विश्लेषण के लिए भेजे जाते हैं। 12वीं पंचवर्षीय योजना में राज्य स्तर पर खाद्य नियामक प्रणाली के लिए 1500 करोड़ रुपये का परिव्यय निर्धारित किया गया है।

Yes There is deficiency in services but No Complaints from beneficiaries of C G H S Delhi : Union Health Minister

Yes There is deficiency in services but No Complaints from beneficiaries of C G H S Delhi : Union Health Minister
The dental services in CGHS Delhi have been outsourced in 13 Wellness Centres for 22 dental procedures.
It has been informed by the union health minister Gulam Nabi Azad that No specific complaint has been reported about any irregularities committed by the dental clinics in connivance of some officers. However deficiency in services has been reported from the beneficiaries. An Inspection Committee has been constituted for regular inspection of the dental units to ensure proper delivery of services as per the terms and conditions of the agreement.
Details of CGHS Wellness Centers where the Dental Care Services have been outsourced
Central Zone : New Delhi
S. No.=Wellness Centres Name=Address
[1]Dr. Z.H. Road (D44)CGHS Dispensary Building, Dr. Z.H. Road, New Delhi.
[2]Chitra Gupta Road (D51)CGHS Dispensary Building, Near Aram Bagh, New Delhi.
[3]Aliganj, Lodhi Road -I (D9)CGHS Dispensary Building, Near Lodhi Road, New Delhi.
[4]Kali Bari (D 76)CGHS Dispensary Building, Kali Bari Marg, DIZ Area, New Delhi.
[5]CGHS Dispensary Chanakyapuri
CGHS Dispensary Chanakyapuri, New Delhi.
South Zone: New Delhi
S. No.==Wellness Centres Name==Address
[1]Sadiq Nagar (D63)
CGHS Dispensary Building , Behind Siri Fort Road, Near G.K.-I, New Delhi.[2]SriniwasPuriCGHS Dispensary Building, Sriniwaspuri, New Delhi[3]PushpVihar (D78)
A-B/125, 126, 127 – Sector –IV, PushpVihar, New Delhi.
[4]R.K. Puram-V (57)CGHS Dispensary Building, Sector-XII, R.K. Puram.[5]Moti Bagh (D 16)
CGHS Dispensary Building near Begum Zaidi Market, Moti Bagh, New Delhi.[6]Kidwai Nagar (D 12)
CGHS Dispensary Building, 61-63, Kidwai Nagar.[7]
Kalkaji. I (D42)
CGHS Maternity Centre & Dispensary, Kalkaji.[8]
Faridabad (D70)
CGHS Dispensary Building, NH-4, Faridabad.

सांसद जयंत चौधरी, किसानो की समस्यायों के लिए, धरना प्रदर्शन से, शुगर बाउल में उबाल लायेंगे

सांसद जयंत चौधरी, किसानो की समस्यायों के लिए, धरना प्रदर्शन से, शुगर बाउल में उबाल लायेंगे|
किसानो के बकाये का भुगतान कराने के लिए राष्ट्रीय लोक दल[रालोद]के राष्ट्रीय महासचिव सांसद जयंत चौधरी, धरना प्रदर्शन से, गन्ना मिल मालिकों के साथ ही प्रदेश सरकार पर भी दबाब बनायेंगे|
प्.उ.प्र. के कार्यकारी अध्यक्ष सत्यवीर त्यागी ने बताया कि १२ सितम्बर २०१३ को मेरठ कमिश्नरी के सामने स्थित चौधरी चरण सिंह पार्क में धरना और प्रदर्शन होगा जिसका न्रेतत्व जयंत चौधरी द्वारा किया जाएगा| सांसद जयंत बघरा[मुजफ्फर नगर ] से हाथी करौंदा [शामली ]की पदयात्रा के पश्चात इस एतिहासिक धरने का न्रेत्त्व करेंगे|इससे पूर्व रालोद गण किसानों की समस्यायों को लेकर मुरादाबाद और बागपत में भी विरोध व्यक्त कर चुका है|

भारतीय रूपया आज भी रोते हुए ही 66.90 पर खुला,शुरूआती दौर में एक डॉलर के लिए रुपये ६७.४२ का भुगतान हुआ

भारतीय रूपया आज भी रोते हुए ही 66.90 पर खुला|
रुपये और बाजार दोनों का संकट आज भी बरक़रार है| बुधवार को शुरुआती कारोबार में एक डॉलर की खरीद के लिए ६७.४२ रुपये तक का भुगतान आवश्यक हुआ| 118 पैसे की इस गिरावट के साथ रुपया 67.42 प्रति डॉलर के अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गया।
सरकार की कोशिशों और दावों के उपरांत भी रुपये की कमजोरी थमने का नाम नहीं ले रही है। रुपये की इस कमजोरी के कारण सेंसेक्स लगभग 200 अंक नीचे कारोबार कर रहा है।
बाजार का माहौल सुधारने के लिए मंगलवार को 1.75 लाख करोड़ से ज्यादा की योजनाओं का ऐलान किया गया जिनका असर आज दिखाई नहीं दिया|
बीते दिन मंगलवार को रुपया पहली बार डॉलर के मुकाबले 66 के नीचे जा कर 66.24 पर बंद हुआ था।
इससे पहले 22 अगस्त को कारोबार के दौरान रुपये ने 65.66 के न्यूनतम स्तर का रिकॉर्ड बनाया था।रुपये ने खुलते ही अब तक का सबसे निचला स्तर छू दिया है। साफ जाहिर है कि रुपये की गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 66 पैसे की भारी गिरावट के साथ 66.90 पर खुला।
हालांकि शुरुआती कारोबार में ही डॉलर के मुकाबले रुपया और टूट गया। शुरुआती कारोबार में ही डॉलर के मुकाबले रुपया 67.42 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया है। वहीं मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 66.24 पर बंद हुआ था।

खाद्य सुरक्षा के बोझ से भारतीय रूपया आज फिर रोया और सेंसेक्स भी सिसका

खाद्य सुरक्षा के बोझ से भारतीय रूपया आज फिर रोया और सेंसेक्स भी सिसका|
शेयर बाजार में पिछले तीन दिन के दौरान रुपये ने डॉलर के मुकाबिले कमर सीधी करने का प्रयास किया लेकिन आज फ़ूड सिक्यूरिटी बिल के दबाब से डालर के मुकाबले रुपये में भारी गिरावट देखी गई|एक डॉलर को खरीदने के लिए ६६.३० भारतीय रुपये का भुगतान किया गया|
इससे शेयर भी औंधे मुंह गिरे | बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 590 अंक से अधिक का गोता लगा गया।

दिल्ली में अभी भी ६८५ झुग्गी बस्तियां हैं और पिछले तीन सालों में एक भी स्लम बस्ती को सूची से हटाया नहीं जा सका है

दिल्ली के विकास के तमाम दावों की पोल खोलते हुए आज सरकार ने यह स्वीकार किया कि दिल्ली में अभी भी ६८५ झुग्गी बस्तियां हैं और पिछले तीन सालों में एक भी स्लम बस्ती को सूची से हटाय नहीं जा सका है|
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले दशक के दौरान झुग्गी बस्तियों की संख्या में कोई वृद्धि नहीं हुई है इसके उपरांत भी अभी तक २२ लाख की आबादी 685 झुग्‍गी-झोपड़ी बस्तियों में रहने को अभिशिप्त है यहाँ तक कि पिछले तीन सालों में एक झुग्गी बस्ती तक भी स्लम सूची से हटाई नही जा सकी है|
केन्‍द्रीय शहरी वि‍कास राज्‍य मंत्री श्रीमती दीपा दासमुंशी ने आज राज्‍य सभा में एक प्रश्‍न के लि‍खि‍त उत्‍तर में यह तो दावा किया कि‍ नई दिल्ली में पिछले दस सालों में कोई नई झुग्गी बस्ती नही बसाई गई लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि पिछले तीन सालों में एक झुग्गी बस्ती को सूची से हटाया भी नहीं गया है| राज्य मंत्री ने बताया कि नई दिल्ली नगरपालिका परिषद+ दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी)+ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दि‍ल्‍ली सरकार + दिल्ली छावनी बोर्ड द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक पिछले 10 सालों में दिल्ली में कोई नई झुग्गी बस्ती नही बसी है | पि‍छले तीन वर्षों के दौरान कोई भी क्षेत्र स्लम के रूप में अधिसूचित नहीं कि‍या गया है और न ही सूची से हटाया गया है।
दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड के अनुमान के अनुसार वर्तमान में 685 झुग्‍गी-झोपड़ी बस्‍ति‍यां हैं, जिसकी‍ आबादी लगभग 20-22 लाख है।