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मलाला ने, चरमपंथियों की गोलियों के मुकाबिले, महिलाओं को किताब और पेन उठाने का आह्वाहन किया

मलाला ने, चरमपंथियों की गोलियों के मुकाबिले, महिलाओं को किताब और पेन उठाने का आह्वाहन किया

मलाला ने, चरमपंथियों की गोलियों के मुकाबिले, महिलाओं को किताब और पेन उठाने का आह्वाहन किया

चरमपंथियों की गोलियों के मुकाबिले एक किशोरी कन्या मलाला युसुफ़जई ने महिलाओं को किताब और पेन उठाने का आह्वाहन किया |पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा की वकालत करने पर चरमपंथियों की गोलियों की शिकार बनी मलाला ने अपने 16वें जन्मदिन पर संयुक्त राष्ट्र के एक विशेष सत्र को आज संबोधित भी किया|इस अवसर पर मलाला ने कहा कि वो हर बच्चे को शिक्षा के अधिकार के लिए बात करने आई हैं.बीते साल अक्टूबर में पाकिस्तान की स्वात घाटी में तालिबान के हमले के बाद मलाला को इलाज के लिए इंग्लैंड लाया गया था और अब वह बर्मिंघम में रहती हैं
न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में युवाओं के एक विशेष सत्र में संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून और दुनिया भर से आए 1000 से ज़्यादा छात्र-छात्राएं मलाला को सुनने के लिए मौजूद थे.
मलाला ने कहा वह बहुत-सी लड़कियों में से एक हैं जिन्होंने उनके लिए आवाज़ उठाई है जो अपनी बात खुद नहीं रख सकते.
मलाला ने सभी बच्चों के लिए मुफ़्त अनिवार्य शिक्षा का आहवान किया और कहा कि सिर्फ़ शिक्षा के माध्यम से ही जीवन स्तर सुधारा जा सकता है.
मलाला ने कहा कि तालिबान के हमले से उनकी ज़िंदगी में कुछ नहीं बदला सिवाय इसके कि “कमज़ोरी, डर और नाउम्मीदी ख़त्म हो गई.”
उन्होंने कहा, चरमपंथी किताब और कलम से डरते थे और अब भी डरते हैं. वह महिलाओं से भी डरते हैं.|
मलाला ने कहा कि वह महिला अधिकारों के लिए इसलिए संघर्ष कर रही हैं क्योंकि “उन्हीं को सबसे ज़्यादा भुगतना पड़ता है.”
उन्होंने कहा, “चलिए हम अपनी किताबें और पेन उठा लेते हैं. यही सबसे ताकतवर हथियार हैं. एक बच्चा, एक शिक्षक, एक पेन और एक किताब दुनिया को बदल सकते हैं. शिक्षा ही एकमात्र हल है.”
पूर्व ब्रितानी प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन ने सत्र का शुरुआती भाषण दिया| संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून + वुक[Vuk Jeremić ] +अहमद[ Ahmad Alhendawi,]ने भी सत्र को संबोधित किया.इससे १७ जून को पूर्व ब्राउन ने विश्व भर में एक अभियान चलाया था जिसके अनुसार प्रत्येक छात्र की सुरक्षा की मांग की गई थी | सबसे पहले मलाला ने साईन करके इस अभियान को आगे बढाया था|

एमएसआईपीएस आवेदनों का निपटारा शीघ्र होगा: संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्‍बल

केन्‍द्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी और कानून मंत्री श्री कपिल सिब्‍बल ने भारत में इलैक्‍ट्रोनिक सिस्‍टम डिजाईन और विनिर्माण (ईएसडीएम) क्षेत्र में 961 करोड़ रूपए के निवेशों को सरकारी वित्‍तीय मदद के संबंध में निवेश सिफारिशों का नई दिल्‍ली स्थित इलैक्‍ट्रोनिक्‍स निकेतन में 12 जुलाई, 2013 को उद्योग के प्रतिनिधियों, उद्योग संघों, एमएसआईपीएस आवेदकों और मीडिया की उपस्थिति में खुलासा कि‍या। बताय गया है कि नि‍वेश प्रस्‍ताव इस प्रकार होगा|
[१]. नोएडा में स्‍मार्ट फोन बनाने के लिए सैमसंग इंडिया इलैक्‍ट्रोनिक्‍स प्राईवेट लिमिटेड को 406 करोड़ रूपए के निवेश का प्रस्‍ताव है। यह परियोजना अगले छह महीने में शुरू होने की उम्‍मीद है।
[२]. बैंगलोर में इसीयू इंजन सिस्‍टम, इसीयू ब्रेक सिस्‍टम, बॉडी कम्‍प्‍यूटर मॉड्यूल जैसे ऑटोमोटिव इलैक्‍ट्रोनिक सामान बनाने के लिए बॉच ऑटोमोटिव इलैक्‍ट्रोनिक्‍स इंडिया लिमिटेड के लिए 544 करोड़ रूपए के निवेश का प्रस्‍ताव है। यह परियोजना तीन साल में पूरी हो जाएगी।
[३]. लाईटिंग उत्‍पादों में एलईडी बनाने के लिए सहसरा इलैक्‍ट्रोनिक्‍स प्राईवेट लिमिटेड के लिए 11.1 करोड़ रूपए के निवेश का प्रताव है।
इस परियोजना के पांच साल में पूरी होने की उम्‍मीद है।
सैमसंग और बॉच को उनके निवेश का 25 फीसदी सब्सिडी दिया जाएगा कयोंकि दोनों कंपनियां गैर-विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) में नहीं है, ज‍बकि सहसरा की इकाई सेज इलाके में होने से उसे 25 फीसदी की सब्सिडी दी जाएगी। एमएसआईपीएस के तहत बड़े और छोटे निवेशों पर विशेष आर्थिक प्रोत्‍साहन दिया जाता है। यह आर्थिक प्रोत्‍साहन बिना किसी भेदभाव के बहुराष्‍ट्रीय कंपनियों से लेकर घरेलू कंपनियों को भी दिया जाता है।
इस मौके पर श्री कपिल सिब्‍बल ने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देना बहुत जरूरी है और सरकार रोजगार पैदा करने के लिए विनिर्माण को बढ़ावा देने और घरेलू बाजार एवं निर्यात के लिए देश में नवीन तकनीक लाने की कोशिश में है। एमएसआईपीएस आवेदनों का इतने कम समय में मंजूरी देने से भारत में ईएसडीएम क्षेत्र में और निवेश आकर्षित करने के‍ लिए सही वातावरण का निर्माण हो सकेगा।
एमएसआईपीएस के तहत अब तक 4600 करोड़ रूपए से अधिक के निवेश संबंधी आवेदन आए हैं। ये सभी आवदेन समीक्षा और मंजूरी के विभिन्‍न चरणों में हैं। इनमें उपभोक्‍ता इलैक्‍ट्रोनिक्‍स एवं सामानों में 450 करोड़, हाथ से इस्‍तेमाल होने वाले यंत्रों में 410 करोड़, दूरसंचार उत्‍पादों में 1770 करोड़, एलईडी और एलईडी उत्‍पादों में 310 करोड़, इलैक्‍ट्रानिक संघटक में 45 करोड़, ऑटोमोटिव इलैक्‍ट्रोनिक्‍स में 10 करोड़, ऊर्जा इलैक्‍ट्रोनिक्‍स में 40 करोड़, स्‍ट्रेटेजिक इलैक्‍ट्रोनिक्‍स में 210 करोड़ और सेमि‍कंडेक्‍टर एटीएमपी में 750 करोड़ रूपए के प्रस्‍ताव शामिल हैं।
एनपीई के आकर्षक प्रावधानों में एक एमएसआईपीएस है, जो जुलाई 2012 में अधिसूचित हुआ था और उसके दिशा-निर्देश जारी हुए थे। तब इलैक्‍ट्रोनिक्‍स एवं सूचना प्रौद्योगिकी वि‍भाग द्वारा एमएसआईपीएस योजना के तहत आवेदन मंगाए गए थे। योजना के अनुसार सरकार नई विनिर्माण इकाई की स्‍थापना करने और मौजूदा विनिर्माण इकाईयों में विस्‍तार के लिए 25 फीसदी की सब्सिडी उपलब्‍ध करा रही है।
ग्रीनफील्‍ड इलैक्‍ट्रोनिक विनिर्माण क्षेत्रों की स्‍थापना का काम भी जोर पकड़ रहा है। अब तक लगभग 2100 करोड़ रूपए के निवेश के आठ आवेदन प्राप्‍त हुए हैं और ग्रीनफील्‍ड इलैक्‍ट्रोनिक विनिर्माण क्षेत्रों के लिए 1805.29 एकड़ जमीन मंजूर हुई है। ग्रीनफील्‍ड इकाइयां हैदराबाद, बैंगलोर के पास होसुर, भिवाड़ी, भोपाल आदी जगहों पर स्‍थापित की जाएगी। ग्रीनफील्‍ड इलैक्‍ट्रोनिक विनिर्माण क्षेत्रों के पहले तीन प्रस्‍ताव इलैक्‍ट्रोनिक्‍स एवं सूचना प्रौद्योगिकी वि‍भाग के सचि‍व की अध्‍यक्ष्‍ाता वाली संचालन समिति के पास सैद्धांतिक मंजूरी के लिए भेजी जा रही है जिससे आवेदक इलैक्‍ट्रोनिक विनिर्माण इकाई की स्‍थापना करने का अगला कदम उठा सकेंगे। ये तीनों प्रस्‍ताव इस प्रकार हैं:-
[१]. आंध्र प्रदेश औद्योगिक इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर निगम द्वारा हैदराबाद में 602.37 एकड़ जमीन पर 580 करोड़ रूपए के निवेश वाले ग्रीन‍फील्‍ड ईएमसी की स्‍थापना।
[२]. आंध्र प्रदेश औद्योगिक इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर निगम द्वारा आंध्र प्रदेश के महेश्‍वरम में 310 एकड़ जमीन पर 360 करोड रूपए के निवेश वाले ग्रीन‍फील्‍ड ईएमसी की स्‍थापना।
[३]. जीएमआर इंफ्रा द्वारा तमिलनाडु के होसुर में 527.1 एकड़ जमीन पर 606 करोड़ के निवेश वाले ग्रीन‍फील्‍ड ईएमसी की स्‍थापना।

विदेशी पर्यटकों के , जून 2013 में, भारत आगमन पर , 23 % वीजा की वृद्धि

विदेशी पर्यटकों के आगमन पर वीजा योजना लोकप्रिय, हो रही है जिसके फलस्वरूप जून 2013 में 23 % की वीजा वृद्धि हुई है|
विदेशी पर्यटकों में सरकार की आगमन पर वीजा योजना की लोकप्रियता बढ़ रही है। जून 2012 की तुलना में जून 2013 में आगमन पर वीजा में 22.9 % की वृद्धि दर्ज की गयी। जून 2013 में 1062 आगमन पर वीजा जारी किया गया जबकि 2012 के जून में यह संख्‍या 864 थी।
जून 2013 के दौरान आगमन पर मंत्रालय द्वारा जारी वीजा की कुछ विशेषताएं इस प्रकार हैं –
[१]. जनवरी से जून 2013 के दौरान 9328 वीजा जारी किए गए जबकि 2012 की इसी अवधि में 6721 वीजा जारी किए गए। इस तरह जनवरी से जून 2013 में आगमन पर वीजा में 38.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
[2] जून 2013 में विभिन्‍न देशों के लिए आगमन पर वीजा की संख्‍या इस प्रकार है – जापान (275), इंडोनेशिया (208), फिलीपींस (171), न्‍यूजीलैंड (171), सिंगापुर (152), फिनलैंड (44), म्‍यांमा (15), वियतनाम (14), लाओस (5), कंबोडिया (4) और लग्‍जमबर्ग (3)।3. जनवरी से जून 2013 के दौरान जारी वीजा की संख्‍या इस तरह है – जापान (3285), न्‍यूजीलैंड (1657), इंडोनेशिया (1281), फिलीपींस (1231), सिंगापुर (1014), फिनलैंड (559), म्‍यांमा (57), वियतनाम (96), लाओस (10), कंबोडिया (67) और लग्‍जमबर्ग (71)।4. जनवरी से जून 2013 में सबसे अधिक 5362 वीजा दिल्‍ली हवाई अड्डे पर जारी किए गए जबकि मुम्‍बई हवाई अड्डे से 1970, चेन्‍नई हवाई अड्डे से 1369 और 627 कोलकाता हवाई अड्डे से जारी किए गए।

कपिल सिब्बल ने ”उर्दू भाषा फान्ट और कीबोर्ड ड्राइवर” जारी करके उर्दू को तकनीकी विकास की मुख्य धारा से जोड़ा

कपिल सिब्बल ने ”उर्दू भाषा फान्ट और कीबोर्ड ड्राइवर” जारी करके उर्दू को तकनीकी विकास की मुख्य धारा से जोड़ा
श्री कपिल सिब्बल ने ”उर्दू भाषा फान्ट और कीबोर्ड ड्राइवर” जारी करके उर्दू और इसके भाषियों को तकनीकी+ शिक्षा +विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए पहल की
केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री कपिल सिब्बल ने आज यहां विभिन्न माध्यमों के लिए ”उर्दू भाषा फान्ट और कीबोर्ड ड्राइवर” जारी किए। इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के भारतीय भाषाएं कार्यक्रम के लिए प्रौद्योगिकी विभाग के तत्वावधान के तहत विकसित यह फान्ट एवं कीबोर्ड ड्राइवर जनता के इस्तेमाल के लिए निशुल्क उपलब्ध होंगे। डिजिटल माध्यम पर भारतीय भाषा प्रौद्योगिकी विभाग पर संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय का इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग मुख्य बल दे रहा है।
किसी भाषा की वृद्धि के लिए सामग्री रचना और उपभोग महत्वपूर्ण जरूरतों में से एक है तथा इसी को ध्यान में रखते हुए जनता के लिए निम्नलिखित उर्दू फान्ट एवं कीबोर्ड ड्राइवर जारी किए जा रहे हैं:
1]. नक्श लिपि के लिए यूनिकोड सक्षम ओपन फान्ट फार्मेट – 12
2]. नसतालिक लिपि के लिए यूनिकोड सक्षम ओपन फान्ट फार्मेट – 1
3]. बढ़ी हुई इनस्क्रिप्ट, फोनेटिक और विंडो 32/64 बिट आप्रेटिंग सिस्टम के लिए अनुकूल उर्दू कीबोर्ड ड्राइवर
4.] एंड्रॉयड प्लेटफार्म के लिए बढ़ी हुई इनस्क्रिप्ट वाले कीबोर्ड के साथ उर्दू कीबोर्ड ड्राइवर
मंत्रालय द्वारा जारी विवरण के अनुसार उूर्दू फान्ट वह पहला संपर्क है जो यूजर अपनी स्क्रीन पर एप्लिकेशन के साथ करता है तथा मोटेतौर पर यह फान्ट की पसंद और आकर्षण है जो एप्लिकेशन को दृश्यात्मक रूप से आकर्षक बनाता है। सीडैक और जिस्ट ने फान्ट विकसित करते समय इन तथ्यों को हमेशा ध्यान में रखा है।

The Union Minister for Communications & Information Technology and Law & Justice, Shri Kapil Sibal launching the Urdu Fonts and Keyboard Managers, at a function, in New Delhi on July 12, 2013.

The Union Minister for Communications & Information Technology and Law & Justice, Shri Kapil Sibal launching the Urdu Fonts and Keyboard Managers, at a function, in New Delhi on July 12, 2013.


कुल 12 नक्श और 1 यूनिकोड 6.2 के अनुकूल फान्ट जनता के लिए उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
बढ़ी हुई इनस्क्रिप्ट पर आधारित उर्दू कीबोर्ड ड्राइवर
उर्दू के लिए जनवरी 2007 में जारी कीबोर्ड ड्राइवर इनस्क्रिप्ट कीबोर्ड लेआउट पर आधारित था जिसे अब इनस्क्रिप्ट स्टैंडर्ड को बढाकर आधुनिक यूनिकोड स्टैंडर्ड 6.2 के अनुकूल बनाया गया है। नया उर्दू कीबोर्ड ड्राइवर बढ़ी हुई इनस्क्रिप्ट पर आधारित है जो इस्तेमाल करने वाले को यूनिकोड साफ्टवेयर में टाइप करने, ईमेल लिखने, उर्दू में चैट करने की सुविधा देता है। यह सीधे दाई तरफ से बाई तरफ लिखने के लिए अनुकूल है तथा नोटपैड, एमएस वर्ड, इत्यादि जैसी विंडो में भी काम करता है।
एंड्रॉयड प्लेटफार्म के लिए बढ़ी हुई इनस्क्रिप्ट वाला कीबोर्ड
एंड्रॉयड डिवाइसेज के लिए ऑनस्क्रीन कीबोर्ड ड्राइवर, 3 लेयर्ड – अंग्रेजी क्वेरटी लेयर, अंग्रेजी को सपोर्ट करने के लिए उपलब्ध कराइ्र गई है। यह एंड्रॉयड वर्जन 4.1 और उससे अधिक को सपोर्ट करता है।

पी चिदम्बरम ने अमेरिका में भारतीय टेक्नोक्रेट्स के भविष्य सम्बन्धी लाये जा रहे आव्रजन नीति को भी उठाया

भारत सरकार के वित्‍त मंत्री पी.चिदंबरम ने अमेरीका कांग्रेस की प्रतिनिधि सभा के सदस्‍यों से मुलाकात में भारत-अमेरीका संबंधों के विभिन्‍न आयामों पर चर्चा करते हुए अमेरिका में भारतीय टेक्नोक्रेट्स के भविष्य पर लगाई जा रही अटकलों को भी उठाया|
केंद्रीय वित्‍त मंत्री श्री पी.चिदंबरम ने वाशिंगटन डीसी की यात्रा के दौरान कल अमेरिकी कांग्रेस की प्रतिनिधि सभा के सदस्‍यों से मुलाकात की। इस बैठक में अमेरिका में भारत की राजदूत सुश्री निरूपमा राव, वित्‍त मंत्रालय के आर्थिक कार्य विभाग के सचिव डॉ. अरविंद मायाराम भी उपस्थित थे।
बैठक में भारत और अमेरिका के संबंधों के विभिन्‍न आयामों पर चर्चा हुई। अनिवार्य लाइसेंसिंग+ पेटेंट सुरक्षा+ अमेरिकी कांग्रेस में आव्रजन विधेयक तथा रक्षा + वित्‍तीय सेवाओं जैसे क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश बढ़ाने जैसे मुद्दों पर विशेष रूप से चर्चा हुई।

The Union Finance Minister, Shri P. Chidambaram with the Members of US Congress, the Co-Chair of House India Caucus Congressman, Mr. Joe Crowley from New York, the Congressman, Mr. Ami Bera from California and the Congressman, Mr. Erik Paulsen from Minnesota, during a meeting, in Washington DC on July 11, 2013.

The Union Finance Minister, Shri P. Chidambaram with the Members of US Congress, the Co-Chair of House India Caucus Congressman, Mr. Joe Crowley from New York, the Congressman, Mr. Ami Bera from California and the Congressman, Mr. Erik Paulsen from Minnesota, during a meeting, in Washington DC on July 11, 2013.


वित्‍त मंत्री ने फिर कहा कि सुरक्षा और रक्षा आदि जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच काफी अच्‍छा सहयोग है तथा दोनों देशों के बीच असैन्‍य परमाणु समझौता एक ऐतिहासिक समझौता था। उन्‍होंने यह भी बताया कि भारतीय कानून बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) का समर्थन करता है और अनिवार्य लाइसेंस तथा पेटेंट रजिस्‍ट्रेशन प्रदान करने की प्रक्रिया डब्‍ल्‍यूटीओ के अनुसार होती है तथा यह न्‍यायिक समीक्षा के अधीन है। वित्‍त मंत्र श्री पी.चिदंबरम ने अपनी घरेलू ज़रूरतों को पूरा करने तथा वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍था को फिर से संतुलित करने के लिए भारत के विनिर्माण केंद्र बनने के महत्‍व पर भी ज़ोर दिया। आव्रजन के मुद्दे पर वित्‍त मंत्री ने भारत की चिंता भी जाहिर की क्‍योंकि बौद्धिक कामगारों के अस्‍थायी स्‍थानांतरण के मुद्दा को (जो कि किसी भी परिभाषा में ‘आव्रजन नहीं हैं’) आव्रजन के एक बड़े मुद्दे से जोड़ा गया है।
कांग्रेस के सदस्‍यों ने भारत और अमेरिका के संबंधों को बढ़ाने और दोनों देशों के बीच आपसी लाभप्रद सहयोग को आगे बढ़ाने में अपनी दिलचस्‍पी जाहिर की। वालमार्ट के प्रतिनिधियों ने भी वित्‍त मंत्री से मुलाकात की।
फोटो कर्टसी पी आई बी

मलय मिश्र, को हंगरी गणराज्य के लिए भारत के अगले राजदूत के पद के लिए सलेक्ट किया गया

श्री मलय मिश्र, को हंगरी गणराज्य के लिए भारत के अगले राजदूत के पद के लिए सलेक्ट किया गया है|
आई ऍफ़ एस श्री मलय मिश्र (भाविसे: 1979), हंगरी गणराज्य के लिए भारत के अगले राजदूत नियुक्त किए गए हैं।
श्री मिश्र ने फ़्रांस+सेनेगल+मॉरिशस +यूं एस ऐ+ईरान+जर्मनी+सेय्चेल्लेस [Seychelles ]+त्रिनिदाद,टोबागो आदि में विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके हैं
उम्मीद है कि श्री मिश्र शीघ्र ही अपना पदभार ग्रहण कर लेंगे

Crowdsourcing the BYND 2015 Summit outcomes : ITU

An online community of young people mobilized through Crowdsourcing[Online] the BYND 2015 will provide a chance to speak to young people from around the world on what technology means in their day-to-day lives and how it will shape their future, and the opportunity to meet with special guest speakers and prominent ICT- and youth-oriented partner organizations.
It has been intimated by ITU’s that A key attraction to the BYND2015 Summit is the innovative platform it provides for youth to speak to world leaders about their priorities for the ICT sector. A major outcome of the event will be developed around a short policy statement which captures the key issues and recommendations as identified by a worldwide community of young people. To help source these from a representative and diverse group, the summit will make use of several innovative crowd management and analytical tools which go live in beta version today.Global Youth Summit: BYND 2015
Global Youth Summit will mobilize youth to join forces and create solutions for social good, enabled through widespread access to information and communication technologies (ICTs).
Young people are pioneering the use of new technologies, and driving trends in what is a dynamic and major growth industry. The good news is they are using ICTs, the challenge is to inspire use of ICTs in constructive and empowering ways. The BYND2015 Summit will bring young people together – online and offline – who are helping their world through technology, to inspire and challenge one another, and mobilize others to do the same.
ITU is working with Google, Crowdicity and Ripple to provide a seamless user experience for participants engaging with the BYND2015 Summit tools in a process spanning between 10 July and the September event. Overall community platform will happen through a Google+ community serving as the online location for attendees to connect and to create and share content in the run up to BYND2015 in September.
Specific challenges on the themes of the Summit will be explored on a Crowdicity platform, which facilitates advanced feedback which sees users polled on and critiquing others’ ideas through a series of phases until just before the event.
To help measure the online conversation and ensure a truly global perspective across multiple platforms, Ripple will provide unique analytics and metrics on the key issues being discussed and top trending discussions across the entire web.
BYND2015 Summit participants will thus be provided with live updates as well as real time analytics on the nature of the debate in the run-up, and will have the opportunity to drive a truly global discussion around the issues. This will be used as input to frame dialogue and workshops onsite, where additional brainstorming and polling will see a final set of priorities crowd-sourced and decided upon, and ultimately delivered to the United Nations General Assembly by the President of Costa Rica – Laura Chinchilla – in late September.
What:===Crowdsourcing the BYND 2015 Summit outcomes
When:===10 July – 11 September
Where:===Online:
#BYND2015
https://plus.google.com/communities/101860858149749340788
http://itu.crowdicity.com/
www.itu.int/bynd2015
Why:===The chance to speak to young people from around the world on what technology means in their day-to-day lives and how it will shape their future, and the opportunity to meet with special guest speakers and prominent ICT- and youth-oriented partner organizations.
Who:=== An online community of young people mobilized through BYND 2015 Summit partners.

जनसंख्‍या स्थिरीकरण के लिए राजधानी दिल्ली में पदयात्रा का आयोजन किया गया :WorldPopulationDay

विश्‍व जनसंख्‍या दिवस पर जनसंख्‍या स्थिरीकरण के लिए भारत सरकार ने [११ जुलाई] आज भारत की राजधानी दिल्ली में पदयात्रा का आयोजन किया |
विश्‍व जनसंख्‍या दिवस के अवसर पर स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय के अंतर्गत स्वायत्त निकाय जनसंख्‍या स्थिरता कोष (जेएसके) ने आज नई दिल्‍ली में ‘जनसंख्‍या स्थिरीकरण की ओर पद यात्रा’ आयोजित की । पद यात्रा इंडिया गेट से विजय चौक तक थी, जो कि सुबह सात बजे से शुरू हुई। इसे केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री श्री गुलाम नबी आज़ाद ने स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण राज्‍य मंत्री श्रीमती संतोष चौधरी की उपस्थिति में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया ।

The Minister of State for Health & Family Welfare, Smt. Santosh Chowdhary

The Minister of State for Health & Family Welfare, Smt. Santosh Chowdhary


इस अवसर पर दिल्‍ली के विभिन्‍न स्‍कूलों से 200 से अधिक विद्यार्थियों ने जनसंख्‍या स्थिरीकरण में अपना समर्थन दर्शाने के लिए भाग लिया। पद यात्रा का उद्देश्‍य नारी शिक्षा में कमी,+कम उम्र में शादी+ बच्‍चे पैदा करना जैसे अन्‍य चुनौतियों से निपटने के लिए जनसंख्‍या स्थिरीकरण के मुद्दे पर गति बढ़ाना तथा जागरूकता फैलाना है।
विद्यार्थियों ने जनसंख्‍या स्थिरीकरण के मकसद को समर्थन देने के लिए नारे वाली तखतियां लेकर भाग लिया।
केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री श्री गुलाम नबी आज़ाद ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पद यात्रा स्‍थाई स्‍तर पर समग्र सामाजिक आर्थिक विकास में जनसंख्‍या स्थिरीकरण के महत्‍व को रेखांकित करने के लिए आयोजित की गई। उन्‍होंने उम्‍मीद जताई कि पद यात्रा लोगों को मां, बच्‍चे और पूरे परिवार के स्‍वास्‍थ्‍य की बेहतरी के लिए छोटा परिवार रखने के लिए जागरूक तथा प्रेरित करेगी।
The Union Minister for Health and Family Welfare, Shri Ghulam Nabi Azad addressing the Flag off Ceremony of The Walk Towards Population

The Union Minister for Health and Family Welfare, Shri Ghulam Nabi Azad addressing the Flag off Ceremony of The Walk Towards Population


जारी आंकड़ों के अनुसार 2011 की जनगणना में भारत की जनसंख्‍या 1.21 अरब पहुंच गई है। 2001-2011 के दौरान दशकीय वृद्धि दर 17.64 प्रतिशत हुई, जबकि 1991 -2001 के दौरान वृद्धि दर 21.15 प्रतिशत थी। 1911-1921 के अपवाद को छोड़कर 2001-2011 की अवधि पहला दशक है, जिसमें अन्‍य दशकों की तुलना में आबादी में कम बढ़ोतरी हुई। परन्‍तु उत्‍तर प्रदेश+ बिहार,+मध्‍य प्रदेश+ राजस्‍थान+ झारखंड+छत्‍तीसगढ़ में जनसंख्‍या की उच्‍च वृद्धि देखी गई।

किशोरावस्था में गर्भ धारण करने वाली किशोरियों की जागरूकता को समर्पित है वर्ष २०१३: World Population Day

आज विश्व जनसंख्या दिवस है | विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वर्ष के लिए किशोरावस्था में गर्भ धारण करने वाली किशोरियों को जागरूक करने का सन्देश दिया है| महासचिव बान की मून के अनुसार

“When we devote attention and resources to the education, health and wellbeing of adolescent girls, they will become an even greater force for positive change in society that will have an impact for generations to come. On this World Population Day, let us pledge to support adolescent girls to realize their potential and contribute to our shared future 11 जुलाई को बढ़ती जनसंख्या के खतरों प्रति आगाह करते हुए लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाता है। दिवस का उद्देश्य आबादी की समस्याओं और समाज के आम विकास के कार्यक्रमों की ओर सरकारों और आम लोगों का ध्यान आकर्षित करना है।संयुक्त राष्ट्र ने इस दिन को मनाने की शुरुआत 1989 में की थी।
दुनिया के हर विकासशील + विकसित देश जनसंख्या की बढती दर से चिंतित हैं। विकासशील देश अपनी आबादी और जनसंख्या के बीच तालमेल बैठाने में माथापच्ची कर रहे हैं तो विकसित देश पलायन और रोजगार की चाह में बाहर से आकर रहने वाले शरणार्थियों की वजह से परेशान हैं।
विश्व की कुल आबादी का आधा या इससे ज्यादा हिस्सा एशियाई देशों में है। चीन+ भारत + अन्य एशियाई देशों में शिक्षा और जागरूकता की वजह से जनसंख्या विस्फोट के गंभीर खतरे साफ दिखाई देने लगे हैं। डब्लू एच ओ के अनुसार प्रतिवर्ष १६ मिलियन किशोरियां बच्चों को जन्म देती हैं|३.२ मिलियन किशोरियां गर्भ पात के[Unsafe] अभिशाप को झेलती हैं|९०% माँ बनने वाली किशोरियां विवाहित होती हैं इस बड़ी आबादी को वैवाहिक जीवन और मातृत्व के विषय में ज्ञान नही होता इसीलिए इस वर्ष किशोरावस्था में माँ बनने वाली किशोरियों को जागरूक किया जाना है
। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार बीते छह दशकों में विश्व की आबादी ढाई बिलियन की वृद्धि के साथ आबादी २०११ में सात बिलियन तक पहुँच गई है|यह शहरीकरण+स्वास्थय + युवा सशक्तिकरण के छेत्रों में चुनौती और अवसर दोनों हैं|
इस समय भारत की आबादी 1.21 अरब है। यहां हर एक मिनट में 25 बच्चे पैदा होते हैं। यह आंकड़ा वह है, जो बच्चे अस्पतालों में जन्म लेते हैं|

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तम्बाकू से तौबा करने वालों की संख्या पांच साल में दोगुनी हुई:WHO

सिगरेट पीना जानलेवा है यह सत्य जान कर विश्व भर में, पिछले पांच वर्षों में, तम्बाकू [ TOBACCO ] से तौबा करने वालों की संख्या दोगुनी हो गई है|, विश्व स्वास्थ्य संगठन[ WHO ]द्वारा जारी रिपोर्ट [“Report on the global tobacco epidemic २०१३]”के अनुसार ध्रूमपान के दुष्प्रभावों के प्रति चलाये जा रहे अभियान के प्रति प्रोमोटर्स+.प्रायोजकों का भरपूर सहयोग मिलने से यह संभव हुआ हैइसके अलावा तम्बाकू पैकेट्स पर स्वास्थ्य सम्बन्धी चेतावनी के साथ स्मोक फ्री पब्लिक एरिया घोषित किये जाने के भी सकारात्मक परिणाम मिले हैं|इससे विश्व की लगभग एक तिहाई आबादी को लाभ हुआ है|डब्लू एच ओ के अनुसार इसन प्रयासों के फलस्वरूप निम्न और माध्यम आय वर्ग के देशों में लगभग ४०० मिलियन लोगों तक पहुंचा जा सका है|