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पैन कार्ड देने पर ही इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ,रिटर्न में ,एच आर ऐ की छूट के क्लेम को सच मानेगा:अभी तक सब कुछ फर्जी ही था क्या ?


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

दुखी सरकारी किरायेदार

ओये झल्लेया ये तो बड़ा जुल्म हो गया| यारा ये इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट अब हसाड़े जैसे नौकरी पेशा लोगों के सच्चे इनकम टैक्स रिटर्न पर भी शक करने लग गया है|
देश में महंगाई तो कम हो नहीं रही | दिल्ली जैसे शहरों में एक से डेड लाख रुपयों से कम मकान नहीं मिलता|अब कहा जा रहा है कि एक लाख तक का किराया देने वालों को मकान मालिक का पैन कार्ड नंबर भी लेना पडेगा |सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (CBDT) की अगर चल गई तो हम जैसे बेचारे लगभग सभी टैक्सपयेर्स को जिन्हें अभी तक किराये की रसीद ही लेने में मकान मालिकों के लाखों नखरे सहने पड़ते थे अब मकान मालिक का पैन कार्ड नंबर लेने के लिए उनके पावँ भी पकड़ने पड़ेंगे तब जाकर हमारे रिटर्न को असली समझा जाएगा ओये ये कैसी सरकारी ईमानदारी है ?

झल्ला

हैं ?तो क्या अभी तक सब कुछ फर्जी ही चल रहा था ?