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भाजपा+”आप”में न्यायमूर्ति रेवा खेत्रपाल को दिल्ली लोकायुक्त बनाने पर सहमति बन ही गई

[नयी दिल्ली] भाजपा और “आप” में न्यायमूर्ति रेवा खेत्रपाल को दिल्ली की नयी लोकायुक्त बनाने पर सहमति बन ही गई |अभी तक भाजपा और कांग्रेस लोकायुक्त के खाली पड़े पद को लेकर आप सरकार को घेर रही थी।
दिल्ली उच्च न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश रेवा खेत्रपाल अब दिल्ली की नयी लोकायुक्त होंगी। यह पद 2013 से खाली पड़ा हुआ था।
न्यायमूर्ति खेत्रपाल को इस पद के लिए चार सदस्यीय समिति ने आमराय से चुना |२० अक्टूबर को आयोजित इस बैठक में उप राज्यपाल नजीब जंग+मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल+ दिल्ली उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश जी रोहिणी + दिल्ली विधानसभा में विपक्षी नेता विजेंद्र गुप्ता शामिल थे।
उपराज्यपाल २१ अक्टूबर को इस नियुक्ति के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से सिफारिश करेंगे|
63 वर्षीय न्यायाधीश के नाम की सिफारिश आप सरकार ने जुलाई में और इस महीने की शुरूआत में दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से की थी।आप सरकार ने जो दो अन्य नाम सुझाए थे उनमें ओड़िशा उच्च न्यायालय के सेवानिवृत मुख्य न्यायाधीश बिलाल नाजकी और हरियाणा एवं पंजाब उच्च न्यायालय के सेवानिवृत मुख्य न्यायाधीश जसबीर सिंह के नाम शामिल थे।
भाजपा और कांग्रेस लोकायुक्त के खाली पड़े पद को लेकर आप सरकार को घेर रही थी। साथ ही उस पर इसमें देर करने का आरोप लगा रही थी।
दिल्ली लोकायुक्त एवं उप लोकायुक्त अधिनियम 1995 के मुताबिक लोकायुक्त का कार्यकाल पांच साल का है।
भाजपा के गुप्ता ने बताया कि न्यायमूर्ति रेवा खेत्रपाल के नाम पर इस पद के लिए आमराय बन गई। इसके साथ ही काफी समय से लंबित एक मुद्दे का तो निष्कर्ष निकल गया।
आखिरी लोकायुक्त न्यायमूर्ति :सेवानिवृत: जस्टिस मनमोहन सरीन थे। वह पांच साल के कार्यकाल के बाद नवंबर 2013 में पद से सेवामुक्त हुए थे। तब से यह पद खाली पड़ा हुआ था।