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कुञ्ज बिहारी मन रानो,पाग बनो पटका बनो बनो लाल का भेष:त्रेता युग के आगमन की प्रतीक अक्षय तृतीया

कुञ्ज बिहारी मन रानो,पाग बनो पटका बनो बनो लाल का भेष:त्रेता युग के आगमन की प्रतीक अक्षय तृतीया

कुञ्ज बिहारी मन रानो,पाग बनो पटका बनो बनो लाल का भेष:त्रेता युग के आगमन की प्रतीक अक्षय तृतीया

त्रेता युग के आगमन की प्रतीक अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर श्री गणेश +महालक्ष्मी+रिधि सिद्धि+कुबेर भंडारी + इंद्रा+वरुण आदि देव के नव ग्रहों का पूजन प्रारम्भ हो गया है|
गढ़ रोड स्थित राधा गोबिंद इंजीनियरिंग कालेज के आस्था ध्यान केंद्र मंदिर में भी भगवान् श्री कृषण के विग्रहों का श्रधा पूर्वक आकर्षक +मन मोहक श्रंगार किया गया |इस अवसर पर कालेज में भी कुञ्ज बिहारी का उद्घोष गूंजा+

कुञ्ज बिहारी मन रानो,पाग बनो पटका बनोबनो लाल का भेष

श्री कृषण के संग उनकी अध्यात्मिक अर्धांगनी राधा रानी के विग्रहों को केसर चन्दन युक्त पीले वस्त्र पहनाये गए|राज भोग+शयन आरती के शंख नाद और घंटा नाद से कालेज परिसर कृषण मय हो गया|
मंदिर के पुजारी विनोद गोस्वामी ने इस उत्सव का महत्त्व बताते हुए कहा कि अक्षय तृतीया के इस शुभ अवसर पर रोहिणी नक्षत्र से बनने वाले मातंग योग वृद्धि कारक+श्रेष्ठ योग कहलाता है|
गौरतलब है कि दीपावली के त्यौहार के अलावा अक्षय तृतीया पर भी स्वर्ण खरीदने और दान करने की प्रथा है|कालेज के चेयर मैन योगेश त्यागी ने मंदिर में विशेष पूजन कराया |प्रो.एच आर सिंह+डा.राजेश तिवारी+सिम्मी गुरुवारा+ अमित शर्मा+संजीव गोयल+माधव सारस्वत+आदि उपस्थित थे|