Ad

एचएएल पर राजनीती के चलते इसके शेयर्स में दो प्रतिशत तक गिरावट

[नयी दिल्ली] एचएएल पर राजनीती के चलते इसके शेयर्स गिरने शुरू हो गए हैं |
राफेल पर छिड़ी जंग के बाद से एच ऐ एल पर कांग्रेस और भाजपा में जुबानी जंग छिड़ गई है
अस्थाई राजनितिक लाभ के लिए छिड़ी इस जंग के फलस्वरूप बीएसई श्रेणी के शेयर्स में पौने दो प्रतिशत की गिरावट दर्ज हो चुकी है जबकि ऍनएसई के शेयर्स दो प्रतिशत गिर चुके हैं
बेशक अब एचएएल ने अपनी माली हालत पर दी सफाई देनी शुरू कर दी है लेकिन शेयर्स धारकों को तो झटका लग ही चूका है |
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने रविवार को कहा कि 83 हल्के लड़ाकू विमानों और 15 हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टरों के ऑर्डर अभी अंतिम चरण में हैं और उसकी वित्तीय स्थिति में सुधार की संभावनाएं हैं।
एचएएल ने यह भी कहा कि उसने अपनी मौजूदा जरूरतें पूरी करने के लिए 962 करोड़ रुपए का ओवरड्राफ्ट (बैंक से धनराशि लेना) लिया था।
एचएएल ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘एचएएल को लेकर मीडिया में आई विभिन्न खबरों के मद्देनजर, यह स्पष्ट किया जाता है: एचएएल ने 962 करोड़ रुपए का ओवरड्राफ्ट लिया है। मार्च तक अनुमानित संग्रह से नगद की स्थिति में सुधार हो सकता है। एलसीए मैक1ए (83) और एलसीएच (15) अंतिम चरण में हैं।’’
कंपनी ने यह ट्वीट ऐसे समय में किया जब मीडिया में ऐसी खबरें आई कि वह वित्तीय संकट से जूझ रही है। अपने कर्मियों के वेतन भुगतान के लिए उसे उधार लेना पड़ा। कांग्रेस द्वारा लगातार एच ऐ एल की उपेक्षा के आरोप लगाए जा रहे हैं जबकि सत्ता पक्ष एच ऐ एल की आर्थिक क्षमता सुधारने के दावे करती आ रही है |