Ad

प्रधानमंत्री ने सुशासन पर राष्ट्र के नाम सन्देश में गुड गवर्नेंस को देश की प्रगति की कुंजी बताया

[नई दिल्ली]प्रधानमंत्री ने सुशासन पर राष्ट्र के नाम संदेश अपने सन्देश में सुशासन को देश की प्रगति की कुंजी बताया ।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्र के नाम सन्देश में कहा कि आम लोगों की बेहतरी और कल्याण के लिए काम करने वाली हमारी सरकार एक पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।आज पूर्व प्रधन मंत्री अटल बिहारी वाजपई का जन्म दिन है इस दिन को सरकार द्वारा गुड गवर्नेंस डे के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है इस अवसर पर पी एम ने राष्ट्र के नाम सन्देश भी दिया \उन्होंने कहा कि “नागरिक-पहले” हमारा मंत्र, हमारा ध्येय और हमारा सिद्धांत है।
पीएम ने बताया कि सरकार को नागरिकों के करीब लाना मेरा सपना रहा है ताकि वे शासन की प्रक्रिया में सक्रिय भागीदार बन सके। हमारी सरकार पिछले सात महीनों से इस लक्ष्य की दिशा में लगातार काम कर रही है। माय गॉव .इन (मेरी सरकार) और इंटरैक्ट विद पीएम (प्रधानमंत्री के साथ बातचीत करें) का उद्देश्य इस भागीदारी को सार्थक बनाना है। इन पहलों पर जिस प्रकार से हमें अप्रत्याशित प्रतिक्रिया मिली है उससे हमारे ऊपर एक बड़ी जिम्मेदारी आ गई है और मेरे देशवासियों, मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि हम आपको निराश नहीं करेंगे।
पीएम ने सुशासन की व्याख्या करते हुए बताया कि “सुशासन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम सरकार की प्रक्रियाओं को सरल बनाना है ताकि पूरी प्रणाली को पारदर्शी और तीव्र बनाया जा सके। हलफनामों और सत्यापनों की जगह स्व-सत्यापन की दिशा में कदम बढ़ाना नागरिकों और सरकार के बीच भरोसे के संबंध का एक और संकेतक है।
पुराने और जटिल कानून जिनका अब कोई औचित्य नहीं रह गया है उन्हें खत्म करना हमारी प्राथमिकता में शामिल है। इन कानूनों को निरस्त किए जाने के अधिनियम की पहले ही पहचान कर ली गई है और दूसरे अन्य कानूनों की भी समीक्षा की जा रही है।हमारी सरकार जन शिकायतों के निपटान को जिम्मेदार प्रशासन का एक महत्वपूर्ण घटक मानती है। मैंने सभी मंत्रालयों को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिया है कि जन शिकायतों के निपटान को सबसे अधिक प्राथमिकता दी जाए।””हम एक सरल आंतरिक कार्य प्रक्रिया पर भी काम कर रहे हैं जिसे एक ई-लर्निंग मॉड्यूल के जरिए उपलब्ध कराया जाएगा।”
श्री मोदी ने कहा “मेरा दृढ़ विश्वास है कि टेक्नोलॉजी सरकार और नागरिकों की बीच की खाई को भर सकती है और उसे अनिवार्य रूप से भरना भी चाहिए।”
पी एम ने भरोसा जताया कि “सुशासन के युग में प्रवेश अभी शुरु हुआ है और यह शुरुआत बहुत आशावान तरीके से हुई है। हमने एक उदार और जवाबदेह प्रशासन उपलब्ध कराने का वादा किया था और हम ऐसा करेंगे। आज हमारे प्रिय नेता हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन है इस अवसर पर हम इस देश के लोगों को एक पारदर्शी, प्रभावी और जवाबदेह सरकार उपलब्ध कराने की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं। आइए, एक साथ मिलकर सुशासन के लिए इस मिशन की शुरुआत करें।”