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सावधान ! बारिश हमेशा की तरह व्यवस्था की पोल रही है

 सावधान ! बारिश हमेशा की तरह व्यवस्था की पोल रही है

सावधान ! बारिश हमेशा की तरह व्यवस्था की पोल रही है

बरसात जहाँ सूर्य की तपिस से थोड़ी राहत देती हैं वहीं शहरी विकास के चक्के भी जाम करदेती है इसके अलावा हर बार की तरह एक बार फिर महत्वपूर्ण तरीके से स्थानीय व्यवस्था की पोल भी खोल कर रख देती है |
भारत और अमेरिका दोनों देशों में बारिश हो रही है लेकिन देखा जाता है कि अमेरिका की बारिश छोटे छोटे शहरों में गर्मी से राहत दे रही है और सडकों को धो धा कर साफ़ सुथरा कर रही है लेकिन इंडिया के उत्तर प्रदेश में इसका उलट ही हो रहा है मेरठ का उदहारण दिया जा सकता है|
थोड़ी देर कि बरसात ने नगर निगम और छावनी परिषद् के तमाम दावों की पोल खोल कर रख दी|शुक्रवार की सुबह हुई बरसात ने जो पानी बरसाया उसे निकलने के लिए नाली नालों में रास्ता नही मिला जाहिर इससे यहाँ वहां जल भराव दिखाई देने लगे|मार्ग के गड्डे+सीवर+नालों और सड़क के लेवल में कोई अंतर शेष नही रह गया| पॉश कालोनियों में बेगम बाग़ +थापर नगर बच्चा पार्क के आलावा अल्पसंख्यक बाहुल्य जली कोठी+जिला अस्पतालके सामने +कमोबेश यही स्थिति राही यहाँ तक कि हमेशा की तरह व्यवस्थापक विभाग भी पानी पानी हो गए |
 सावधान ! बारिश हमेशा की तरह व्यवस्था की पोल रही है

सावधान ! बारिश हमेशा की तरह व्यवस्था की पोल रही है


अभी पिछले दिनों ही नालों की सफाई के लिए बड़े बड़े अभियान चलाने के दावे किये गए थे| यहाँ भाजपा मेयर+विधायक+सांसद भाजपा के हैं लेकिन सरकार सपा के हाथों में हैं| हमेशा कि तरह आज कल भी नमाज अदा करने के जगह को लेकर दोनों मुख्य समुदायों के धार्मिक+सामाजिक+राजनीतिक नेता गण आमने सामने आ रहे हैं लेकिन व्यवस्था को सुचारू रूप देने के लिए कोई दिखाई नही दे रहा |
मुझे याद आ रहा है कि बीती सदी के नौवें दशक में में एक छेत्री दैनिक अख़बार के साथ भी जुड़ा था उस समय भी बारिश आती थी और अख़बार के लोकल पेज पर इन शीर्षकों से दो ख़बरें जरूर छपती थी[१]बारिश ने नगर निगम की पोल खोल दी[२]बारिश से कई इलाकों की बिजली ठप्प |
 सावधान ! बारिश हमेशा की तरह व्यवस्था की पोल रही है

सावधान ! बारिश हमेशा की तरह व्यवस्था की पोल रही है

आज नई सदी के दूसरे दशक में हम रह रहे हैं और हमारे फोटो ग्राफर की फोटोज यही कह रही हैं कि जल थल एक समाना

मलय मिश्र, को हंगरी गणराज्य के लिए भारत के अगले राजदूत के पद के लिए सलेक्ट किया गया

श्री मलय मिश्र, को हंगरी गणराज्य के लिए भारत के अगले राजदूत के पद के लिए सलेक्ट किया गया है|
आई ऍफ़ एस श्री मलय मिश्र (भाविसे: 1979), हंगरी गणराज्य के लिए भारत के अगले राजदूत नियुक्त किए गए हैं।
श्री मिश्र ने फ़्रांस+सेनेगल+मॉरिशस +यूं एस ऐ+ईरान+जर्मनी+सेय्चेल्लेस [Seychelles ]+त्रिनिदाद,टोबागो आदि में विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके हैं
उम्मीद है कि श्री मिश्र शीघ्र ही अपना पदभार ग्रहण कर लेंगे

अप्रवासन नीति में सुधार से अमेरिका की अर्थ व्यवस्था में निश्चित रूप से क्रांतिकारी बढोत्तरी होगी

अप्रवासन [ immigration ]नीति में सुधार लाने से अमेरिका की अर्थ व्यवस्था में निश्चित रूप से क्रांतिकारी बढोत्तरी होगी|इसके समर्थन में व्हाईट हाउस बोर्ड ने एक स्टॉप मोशन विडियो जारी किया है इसमें ४००० फोटोज के माध्यम से बताया गया है कि किस प्रकार नई अप्रवासन नीति से बहु आयामी सुधार होंगे| नई नौकरियों के अवसर पैदा होंगे+वेतन वृद्धि होगी+ वित्तीय घाटा कम होगा+और नवीनीकरण को प्रोत्साहन मिलेगा|

Crowdsourcing the BYND 2015 Summit outcomes : ITU

An online community of young people mobilized through Crowdsourcing[Online] the BYND 2015 will provide a chance to speak to young people from around the world on what technology means in their day-to-day lives and how it will shape their future, and the opportunity to meet with special guest speakers and prominent ICT- and youth-oriented partner organizations.
It has been intimated by ITU’s that A key attraction to the BYND2015 Summit is the innovative platform it provides for youth to speak to world leaders about their priorities for the ICT sector. A major outcome of the event will be developed around a short policy statement which captures the key issues and recommendations as identified by a worldwide community of young people. To help source these from a representative and diverse group, the summit will make use of several innovative crowd management and analytical tools which go live in beta version today.Global Youth Summit: BYND 2015
Global Youth Summit will mobilize youth to join forces and create solutions for social good, enabled through widespread access to information and communication technologies (ICTs).
Young people are pioneering the use of new technologies, and driving trends in what is a dynamic and major growth industry. The good news is they are using ICTs, the challenge is to inspire use of ICTs in constructive and empowering ways. The BYND2015 Summit will bring young people together – online and offline – who are helping their world through technology, to inspire and challenge one another, and mobilize others to do the same.
ITU is working with Google, Crowdicity and Ripple to provide a seamless user experience for participants engaging with the BYND2015 Summit tools in a process spanning between 10 July and the September event. Overall community platform will happen through a Google+ community serving as the online location for attendees to connect and to create and share content in the run up to BYND2015 in September.
Specific challenges on the themes of the Summit will be explored on a Crowdicity platform, which facilitates advanced feedback which sees users polled on and critiquing others’ ideas through a series of phases until just before the event.
To help measure the online conversation and ensure a truly global perspective across multiple platforms, Ripple will provide unique analytics and metrics on the key issues being discussed and top trending discussions across the entire web.
BYND2015 Summit participants will thus be provided with live updates as well as real time analytics on the nature of the debate in the run-up, and will have the opportunity to drive a truly global discussion around the issues. This will be used as input to frame dialogue and workshops onsite, where additional brainstorming and polling will see a final set of priorities crowd-sourced and decided upon, and ultimately delivered to the United Nations General Assembly by the President of Costa Rica – Laura Chinchilla – in late September.
What:===Crowdsourcing the BYND 2015 Summit outcomes
When:===10 July – 11 September
Where:===Online:
#BYND2015
https://plus.google.com/communities/101860858149749340788
http://itu.crowdicity.com/
www.itu.int/bynd2015
Why:===The chance to speak to young people from around the world on what technology means in their day-to-day lives and how it will shape their future, and the opportunity to meet with special guest speakers and prominent ICT- and youth-oriented partner organizations.
Who:=== An online community of young people mobilized through BYND 2015 Summit partners.

एन सी आर में आरामदायक तेज परिवहन को एन सी आर टी सी का गठन :प्रारम्भिक पूंजी १०० करोड़

राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आरामदायक तेज परिवहन व्यवस्था के लिए क्षेत्रीय परिवहन निगम लिमिटेड का गठन कर दिया गया है इसकी :प्रारम्भिक पूंजी १०० करोड़ निश्चित की गई है|
राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्र [NCR]के लिए क्षेत्रीय परिवहन निगम लिमिटेड[ NCRTCLtd ] का गठन को अनुमोदन प्रदान कर दिया गया है
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्रीय परिवहन निगम लिमिटेड यानि नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन लिमिटेड (एनसीआरटीसी) के गठन को अनुमोदन प्रदान कर दिया।
इसका गठन कंपनी अधिनियम 1956 के अंतर्गत होगा और इसकी प्रारम्भिक पूंजी 100 करोड़ रखी गई है जिसका इस्‍तेमाल इसका डिज़ाइन बनाने+ विकास करने+ लागू करने का+ वित्‍तपोषण + संचालन +अनुरक्षण करने आदि में किया जायेगा।
इसका उद्देश्‍य राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्र के क़स्बों को आरामदायक तेज परिवहन उपलब्‍ध कराना है, ताकि तेजी से बढ़ रही परिवहन की मांग पूरी की जा सके। हर कॉरीडोर के लिए यह कंपनी अगर चाहे, तो सहायक कंपनियां गठित कर सकेगी।
इस निगम की प्रारम्भिक पूंजी 100 करोड़ होगी और इसका विभाजन निम्‍नलिखित प्रकार से होगा:-
केंद्र सरकार
[१]शहरी विकास मंत्रालय : 22.5 प्रतिशत
[२]रेल मंत्रालय : 22.5 प्रतिशत
[३]राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्र : 5 प्रतिशत
योजना बोर्ड

रायबरेली में राष्ट्रीय महिला विश्वविद्यालय को केन्द्रीय मंत्री मंडल की मंजूरी मिली: जितिन प्रसाद ने स्वागत किया

उत्तर प्रदेश के रायबरेली में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय महिला विश्वविद्यालय की स्थापना को केन्द्रीय मंत्री मंडल की मंजूरी मिली|
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने उत्तर प्रदेश में महिलाओं के लिए एक राष्ट्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना की मंजूरी दी है| जिसका नाम इंदिरा गांधी राष्ट्रीय महिला विश्वविद्यालय होगा। विशेषकर महिलाओं के लिए स्थापित किए जाने वाला यह इस तरह का देश में पहला विश्वविद्यालय होगा। यह विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश के रायबरेली में स्थापित होगा। गौरतलब है कि राय बरेली उत्तर प्रदेश में है और प्रदेश में समाज वादी पार्टी की सरकार है लेकिन यह यूं पी ऐ की अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गाँधी का संसदीय छेत्र हैं
इस विषय में एक विधेयक संसद के आने वाले मॉनसून सत्र में प्रस्तुत किया जाएगा। इस विधेयक के पारित होने के बाद विश्वविद्यालय के स्थापना के लिए कदम उठाए जाएंगे।

यूं पी ऐ की अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गाँधी के संसदीय छेत्र रायबरेली में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय महिला विश्वविद्यालय की स्थापना को केन्द्रीय मंत्री मंडल की मंजूरी मिली

यूं पी ऐ की अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गाँधी के संसदीय छेत्र रायबरेली में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय महिला विश्वविद्यालय की स्थापना को केन्द्रीय मंत्री मंडल की मंजूरी मिली


इस विश्वविद्यालय के जरिए बेहतर रोजगारोन्मुख आधारभूत पाठ्यक्रम और अनुसंधान सुविधा उपलब्ध कराकर देश में महिलाओं के सर्वांगिण विकास के साथ-साथ महिलाओं के सशक्तिकरण में सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को बढ़ावा मिलने की सम्भावना जताई गई है|
देश की कुल 121 करोड़ जनसंख्या में से 58.6 करोड़ महिलाएं हैं जिनमें से 9.5 करोड़ महिलाएं उत्तर प्रदेश में हैं। महिलाओं के विकास के लिए शिक्षा महत्‍वपूर्ण: मानव संसाधन विकास राज्‍य मंत्री जितिन प्रसाद ने उत्‍तर प्रदेश के रायबरेली में महिलाओं के लिए इंदिरा गांधी राष्‍ट्रीय विश्‍वविद्यालय स्‍थापित करने के केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल के फैसले का स्‍वागत किया है। उन्‍होंने महिलाओं की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि किसी भी देश, विदेश और आर्थिक विकास के लिए सबसे महत्‍वपूर्ण साधन शिक्षा है। भारत में महिलाओं में साक्षरता दर पुरूषों के मुकाबले 20% कम है। आज भी तकरीबन 25 करोड़ महिलाएं हमारे देश में निरक्षर हैं जिसमें तकरीबन 61 %निरक्षर महिलाएं अकेले उत्‍तर प्रदेश में है।
राष्ट्रीय महिला विश्वविद्यालय को केन्द्रीय मंत्री मंडल की मंजूरी को जितिन प्रसाद ने स्वागत किया

राष्ट्रीय महिला विश्वविद्यालय को केन्द्रीय मंत्री मंडल की मंजूरी को जितिन प्रसाद ने स्वागत किया

श्री जितिन प्रसाद ने बताया कि 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान विश्‍वविद्यालय के निर्माण पर लगभग 500 करोड़ रूपये का खर्च होगा। उन्‍होंने कहा कि यह विश्‍वविद्यालय महिलाओं के लिए एक मॉडल विश्‍वविद्यालय होगा जो शिक्षा के क्षेत्र में नए मानक स्‍थापित करेगा। उन्‍होंने दावा किया कि यूपीए सरकार का यह ऐतिहासिक निर्णय राष्‍ट्र निर्माण और महिलाओं के विकास एवं सशक्तिकरण के क्षेत्र में मील का पत्‍थर साबित होगा।

राजीव गांधी राष्‍ट्रीय उड़ान विश्‍वविद्यालय विधेयक के प्रस्ताव को भी मंत्रिमंडल की हरी झंडी

नागरिक उड्डयन के छेत्र में राजनीतिक उठक बैठक के बावजूद राजीव गांधी राष्‍ट्रीय उड़ान विश्‍वविद्यालय के नाम से एक केन्‍द्रीय विश्‍वविद्यालय के रूप में राष्‍ट्रीय उड़ान विश्‍वविद्यालय की स्‍थापना करने के प्रस्‍ताव को हरी झंडी मिल गई है|केन्‍द्रीय मंत्रि‍मंडल ने आज उत्‍तर प्रदेश राज्‍य के रायबरेली जिले में इस विश्‍वविद्यालय के लिए अपनी मंजूरी दे दी है। इससे पहले देश में ७० से १०० सीटों वाले विमानों के निर्माण को भी मंत्री मंडल द्वारा मंजूरी दी जा चुकी है
मंत्रिमंडल ने राजीव गांधी राष्‍ट्रीय उड़ान विश्‍वविद्यालय विधेयक, 2013 को संसद में पेश करने के प्रस्‍ताव को भी अपनी मंजूरी दी है ताकि, नागर विमानन, कार्मिक और प्रशिक्षण तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालयों के प्रतिनिधियों के साथ मंत्रिमंडल सचिव के नेतृत्‍व में एक चयन समिति के माध्‍यम से चयन करके कुलपति (केन्‍द्रीय विश्‍वविद्यालयों की प्रणाली पर आधारित वेतनमानों के साथ) का एक पद सृजित किया जा सके। साथ ही, परियोजना निदेशक के पद के लिए भारत सरकार के संयुक्‍त सचिव के दर्जे में एक अस्‍थायी पद का भी सृजन किया जा सके, जिसे प्रतिनियुक्ति द्वारा भरा जाना है।
बताया गया है कि राजीव गांधी राष्‍ट्रीय उड़ान विश्‍वविद्यालय की स्‍थापना एक केन्‍द्रीय विश्‍वविद्यालय और एक स्‍वायत्‍त निकाय के रूप में की जाएगी जो नागर विमानन मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में होगा।
रायबरेली जिले में उपलब्‍ध जमीन पर विश्‍वविद्यालय के निर्माण के पहले चरण (2013-14 से 2018-19) में केन्‍द्र सरकार की ओर से 202 करोड़ रूपये दिए जा रहे हैं। इसके पहले चरण में आईजीआरयूए के पास उपलब्‍ध लगभग 26.35 एकड भूमि का चयन राष्‍ट्रीय उड़ान विश्‍वविद्यालय की स्‍थापना के लिए किया गया है। मंत्रालय ने अनुभव किया है कि एक सुरक्षित और प्रभावकारी उड़ान उद्योग के सृजन के लिए कुशल और सक्षम कामगार अनिवार्य हैं। भारत में उड़ान शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने वाली बड़ी संख्‍या में निजी संस्‍थाओं की मौजूदगी के बावजूद भी हितधारकों के बीच यह सामान्‍य धारणा है कि इस उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के लिए जो पाठ्यक्रम उपलब्‍ध हैं अथवा अवसंरचना सुविधाएं उपलब्‍ध हैं, वे पर्याप्‍त नहीं हैं। इसलिए नागर विमानन क्षेत्र की बढ़ती शैक्षिक और प्रशिक्षण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए राष्‍ट्रीय उड़ान विश्‍वविद्यालय की स्‍थापना करना जरूरी हो गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह विश्वविद्यालय विमानन अध्ययन, शिक्षा, प्रशिक्षण, अनुसंधान को प्रोत्साहित करेगा. विमानन प्रबंधन, विमानन नियम, नीति, विमानन का इतिहास, विमानन विज्ञान एवं इंजीनियरिंग, विमानन कानून, विमानन सुरक्षा, विमानन मेडिसिन, बचाव एवं तलाशी अभियान, खतरनाक पदाथो’ की ढुलाई, पर्यावरण अध्ययन जैसे विषयों पर विश्वविद्यालय ध्यान केन्द्रित करेगा.|
बेशक नागरिक उड्डयन के छेत्र में राजनीतिक उठक बैठक जारी है |केन्द्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह के उत्तर प्रदेश में छोटे एयर पोर्ट्स की स्थापना और जेट एयरवेज के समझौते को लेकर आये दिन मंत्रालय कि क्षमता पर प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं लेकिन इस सबके बावजूद राष्‍ट्रीय उड़ान विश्‍वविद्यालय की स्‍थापना करने के प्रस्‍ताव को हरी झंडी मिल गई है चूंकि बीते दिनों देश में ७० से १०० सीटों वाले विमानों के निर्माण के प्रस्ताव को भी मंत्री मंडल द्वारा मंजूरी दी जा चुकी है ऐसे में विश्व विद्यालय के निर्माण को एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा सकता है |
बताते चलें कि कि 2006 में एक समिति ने सिफारिश की थी कि भारत में राष्ट्रीय विमानन विविद्यालय खुलना चाहिए.

भाजपा ने उत्तराखंड आपदाग्रस्तों की सहायतार्थ तीन सदस्यीय कमेटी बनाई

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज नाथ सिंह ने उत्तराखंड आपदाग्रस्तों को राहत पहुँचाने और उनके पुनर्वास सम्बन्धी सुझाव संकलन के लिए एक कमेटी बनाई है
[१] राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुश्री उमा भारती को इस कमेटी का संयोजक बनाया गया है|
[२] सांसद भगत सिंह कोशियारी और
[३]सांसद सैय्यद शाहनवाज हुसैन सदस्य बनाये गए है |

जनसंख्‍या स्थिरीकरण के लिए राजधानी दिल्ली में पदयात्रा का आयोजन किया गया :WorldPopulationDay

विश्‍व जनसंख्‍या दिवस पर जनसंख्‍या स्थिरीकरण के लिए भारत सरकार ने [११ जुलाई] आज भारत की राजधानी दिल्ली में पदयात्रा का आयोजन किया |
विश्‍व जनसंख्‍या दिवस के अवसर पर स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय के अंतर्गत स्वायत्त निकाय जनसंख्‍या स्थिरता कोष (जेएसके) ने आज नई दिल्‍ली में ‘जनसंख्‍या स्थिरीकरण की ओर पद यात्रा’ आयोजित की । पद यात्रा इंडिया गेट से विजय चौक तक थी, जो कि सुबह सात बजे से शुरू हुई। इसे केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री श्री गुलाम नबी आज़ाद ने स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण राज्‍य मंत्री श्रीमती संतोष चौधरी की उपस्थिति में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया ।

The Minister of State for Health & Family Welfare, Smt. Santosh Chowdhary

The Minister of State for Health & Family Welfare, Smt. Santosh Chowdhary


इस अवसर पर दिल्‍ली के विभिन्‍न स्‍कूलों से 200 से अधिक विद्यार्थियों ने जनसंख्‍या स्थिरीकरण में अपना समर्थन दर्शाने के लिए भाग लिया। पद यात्रा का उद्देश्‍य नारी शिक्षा में कमी,+कम उम्र में शादी+ बच्‍चे पैदा करना जैसे अन्‍य चुनौतियों से निपटने के लिए जनसंख्‍या स्थिरीकरण के मुद्दे पर गति बढ़ाना तथा जागरूकता फैलाना है।
विद्यार्थियों ने जनसंख्‍या स्थिरीकरण के मकसद को समर्थन देने के लिए नारे वाली तखतियां लेकर भाग लिया।
केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री श्री गुलाम नबी आज़ाद ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पद यात्रा स्‍थाई स्‍तर पर समग्र सामाजिक आर्थिक विकास में जनसंख्‍या स्थिरीकरण के महत्‍व को रेखांकित करने के लिए आयोजित की गई। उन्‍होंने उम्‍मीद जताई कि पद यात्रा लोगों को मां, बच्‍चे और पूरे परिवार के स्‍वास्‍थ्‍य की बेहतरी के लिए छोटा परिवार रखने के लिए जागरूक तथा प्रेरित करेगी।
The Union Minister for Health and Family Welfare, Shri Ghulam Nabi Azad addressing the Flag off Ceremony of The Walk Towards Population

The Union Minister for Health and Family Welfare, Shri Ghulam Nabi Azad addressing the Flag off Ceremony of The Walk Towards Population


जारी आंकड़ों के अनुसार 2011 की जनगणना में भारत की जनसंख्‍या 1.21 अरब पहुंच गई है। 2001-2011 के दौरान दशकीय वृद्धि दर 17.64 प्रतिशत हुई, जबकि 1991 -2001 के दौरान वृद्धि दर 21.15 प्रतिशत थी। 1911-1921 के अपवाद को छोड़कर 2001-2011 की अवधि पहला दशक है, जिसमें अन्‍य दशकों की तुलना में आबादी में कम बढ़ोतरी हुई। परन्‍तु उत्‍तर प्रदेश+ बिहार,+मध्‍य प्रदेश+ राजस्‍थान+ झारखंड+छत्‍तीसगढ़ में जनसंख्‍या की उच्‍च वृद्धि देखी गई।

राधा गोविन्द इंजीनियरिंग कॉलेज में ११ जुलाई से चॉइस लॉक खुल गया है

राधा गोविन्द इंजीनियरिंग कॉलेज में आज ११ जुलाई से चॉइस लॉक खुल गया है काउंसिलिंग इंचार्ज डॉक्टर राजेश तिवारी के अनुसार चॉइस लॉक खुल गया है परन्तु केवल एम सी ए-बी आक – और बी एच एम सी टी के लिये बी-टेक के लिये आज रात तक सुरु हो जायगा छात्र इन्टरनेट एक्सप्लोरर का ही यूज़ करे! क्रोमे और मोजिला को साईट सुपोर्ट नही कर रही है ! असुविधा होने पर राधा गोविन्द कालेज मे आकर आराम से चॉइस लॉक किया जा सकता है !

रैंक 40000 से 70000 यूपीसी रैंक प्रतिभागी
एम बी ए – एम सी ए -सी मेट कोटा -जे ई ई
राधा गोविन्द मे आये छात्र 97
कल डाक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन की रैंक
रैंक 70000 से 1 0 0 0 0 0 यूपीसी रैंक