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एयर ट्रेफिक कण्ट्रोल व्यवस्था का भी ओवर हालिंग किया जाना जरूरी हो गया है

रोड ट्रैफिक की तरह लगता है कि एयर ट्रैफिक में भी अब समस्याएं आने लग गई हैं| अब एयर ट्रेवलर्स की जान भी दावं पर लगाई जा रही है| यह तो गनीमत है कि हादसे अभी तक अपने आप टल रहे हैं|दिल्ली के इंदिरा गाँधी इंटर नेशनल एयर पोर्ट पर चार प्लेन टकराने से बचे तो लखनऊ के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे पर लैंडिंग करते समय एक प्लेन के सामने एक हेलीकाप्टर आ गया |दिल्ली के हादसे को छोटा मोटा बता कर इसकी जांच कि भी जरुरत नहीं समझी गई अब देखना है कि लखनऊ के हादसे की जांच होगी के नहीं अगर होगी तो कब तक पूर्ण होगी

एयर ट्रेफिक कण्ट्रोल व्यवस्था का भी ओवर हालिंग किया जाना जरूरी हो गया है


वरना तो वोह दिन दूर नहीं जब एयर प्लेन हवा में भी आपस में टकराने लगेंगे | ये दोनों एयर पोर्ट्स देश के दो प्रधान मंत्रियों को समर्पित हैं|इनमे से एक प्रधान मंत्री वर्तमान विमानन मंत्रालय के मंत्री हैं|
प्राप्त जानकारी के अनुसार चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे पर सोमवार शाम को एक हेलीकाप्टर लैडिंग के दौरान इंडिगो एयरलाइंस के जहाज के सामने आ गया।
पता चला है कि पड़ताल की जा रही है कि हेलीकाप्टर के होने के बावजूद विमान लैडिंग के लिए रनवे के करीब कैसे पहुंचा| मुंबई से लखनऊ आने वाली इंडिगो एयरलाइंस की उड़ान संख्या 342 में क्रू सदस्यों के अलावा 180 यात्री सवार थे।
इससे पूर्व इंदिरा गाधी एयरपोर्ट पर करीब सात बजे एक बड़ा हादसा होते-होते उस समय टल गया, जब चार विमान आपस में टकराते-टकराते बचे।
एक निजी विमान रन-वे 28 पर खड़ा था। एटीसी ने उसे निर्देश दिया कि वह रन-वे-28 को खाली करे। क्योंकि उस रन-वे से कुछ ही समय में जेट एयरवेज की दिल्ली-दोहा (दुबई) फ्लाईट उड़ान भरने वाली थी। इसके अलावा इसी रन-वे पर जेट एयरवेज की दूसरी फ्लाईट चेन्नई से आ रही थी। इसी दौरान चेन्नई से एक निजी विमान लैंड कर गया। वह टर्मिनल तीन से टर्मिनल एक क्रास करते हुए इस रन-वे पर आ गया। एटीसी ने जब यह दृश्य देखा तो उनके होश उड़ गए। एटीसी ने तत्काल सूझबूझ का परिचय देते हुए पहले दोहा के लिए उड़ान भरने के लिए तैयार जेट एयरवेज के विमान को उड़ान रोकने का निर्देश दिया। इस विमान में करीब दो सौ यात्री थे। इसके बाद चेन्नई से आ रहे विमान को रनवे पर उतरने से मना किया गया। तब जाकर एक बड़ा हादसा होने से टला और अधिकारियों ने राहत की सास ली
एयर ट्रेफिक कण्ट्रोल (ATC) की सर्विस ग्राउंड -बेस्ड कंट्रोलर्स द्वारा प्रोवाइड कराई जाती है|इनके दिशा निर्देश पर ही एयर क्राफ्ट्स का मूवमेंट होता है|अर्थार्त हवाई जहाज़ों का आपस में टकराव रोकने के लिए यह व्यवस्था की गई है| लेकिन हादसों की संख्या में बढोत्तरी को देख कर लगता है की इस व्यवस्था का भी ओवर हालिंग किया जाना जरूरी है|

दीवाली पर प्रदुषण के कारण आसमान में कोई तारा नज़र नहीं आया

आसमान में लाखो तारे एक मगर ढूंडे ना मिला देख के दुनिया की दिवाली दिल मेरा चुपचाप जला !
जी हा नज़ारा कुछ ऐसा ही था जब देश वासी दीवाली मना रहे थे पटाखे छुड़ा रहे थे तो मैरठ के वातावरण का प्रकाश भी पड़ोसी दिल्ली की तरह प्रदूषण के कारण दूषित रहा| लाख ढूढ़ने पर भी आसमान में कोई तारा[ स्टार] नजर नहीं आया दिखा तो तो मात्र सोर परिवार का सबसे बड़ा गृह ब्रहस्पति| . रात 12 बजे कुल 5 तारे दिख रहे थे जबकि सुबह 3 बजे तक 18 दिखने लगे थे|

दीवाली पर प्रदुषण के कारण आसमान में कोई तारा नज़र नहीं आया


अगर परिणाम की बात करे तो रात का प्रकाश प्रदूषण बहुत जायदा था सुबह 3 बजे तक आते आते 1.8 हो गया था पटाखों से निकले वाला धुआ अस्थमा के लोगो को सास लेने में तकलीफ बढ़ाने वाला रहा
यह जानकारी प्रगति विज्ञानं संस्था सचिव दीपक शर्मा ने दी

हर ऐरे गेरे नत्थू खेरे को लूट मचाने की खुली छूट मिली हुई है


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक इन्वेस्टर

ओये झल्लेया ये क्या यार लगता है कि हसाड़े मुल्क में हर ऐरे गेरे नत्थू खेरे लूट मचाने की खुली छूट मिली हुई है | कोई अगर पकड़ा भी जाता है तो जनता का पैसा वापिस नहीं मिलता |
अब देखो [१]साउथ की गरुडा फायनेंस कम्पनी वाले सातवे दशक में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में छोटे छोटे इन्वेस्टरों का लाखों रुपय्या ले कर भाग गए [२] मेरठ की कुबेर फायनेंस कम्पनी वाले नौवें दशक में अपने ही मेरठ के निवेशकों का करोड़ों रुपये ले कर भाग गए|इस के एक मालिक को पकड़ा गया उसका पैसा रिसर्व बैंक में जमा है फिर भी जनता को लौटाया नहीं जा सका है|[३]एम् एस शूज+उषा रेक्टिफायर+ मुरा ब्लैक +आदि अनेकों शेयर धारक रो रहे हैं|
अब करीब एक हजार करोड़ की ठगी कर चुके उल्हास खरे और रक्षा की कंपनी स्टॉक गुरु को लेकर अब सरकारी एजेंसी सेबी भी सवालों के घेरे में आ गई है। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय तक से मदद मांगने की अभी सोच ही रही है। स्टॉक गुरु के जाल में अब तक 2 लाख लोगों के फंसने का अनुमान है। सेबी के नियमों के मुताबिक अगर 20 लोग या उससे ज्यादा लोग किसी कंपनी में निवेश करते हैं तो उसका सेबी में रजिस्ट्रेशन होना जरूरी है। पुलिस का कहना है कि करीब 14 हजार लोगों ने स्टॉक गुरु की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये है इतने सारे लोग एक कंपनी में निवेश कर रहे हैं तो क्या सेबी को इसके बारे में जानकारी नहीं मिली और अगर सेबी को जानकारी थी तो कंपनी रजिस्टर्ड क्यों नहीं हुई।

हर ऐरे गेरे नत्थू खेरे को लूट मचाने की खुली छूट मिली हुई है

झल्ला

सेठ जी हसाडी बेचारी सरकार पहले ही अरबों रुपयों के घोटालों का हिसाब लागने में व्यस्त है| ऐसे में आप के ये लाख+करोड़ के घोटाले की किसे फुर्सत है | भोले सेठ जी बड़े बड़े शहरों में छोटी छोटी बाते तो होती ही रहती हैं|

जवाहर लाल नेहरू को जन्म दिन पर श्रधा सुमन

भारत के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू के जन्म दिवस को बाल दिवस के रूप में मनाया जा रहा है और उन्हें याद करते हुए शांति वन में उनकी समाधि पर फूल चढ़ाए.जा रहे हैं|
जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को इलाहाबाद में हुआ था. उनके पिता का नाम पंडित मोतीलाल नेहरू और माता का नाम श्रीमती स्वरूप रानी था.
बच्चों से इतना अधिक स्नेह होने के कारण ही 14 नवंबर को उनके जन्मदिन को ‘बाल दिवस’ के रूप में मनाया जाता है. इस अवसर पर कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी, और दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमति शीला दीक्षित शांति वन में देश के पहले प्रधान मंत्री की समाधि पर श्रधा सुमन अर्पित करने पहुंचे|.
ऐसे शुभ अवसरों पर इतिहास के पन्ने खंगाल कर उनसे सबक लेने की आदत अपनाया जाना प्रगर्ति के पहिये को गति देता है|इसीलिए यहाँ में एक उल्लेख करना चाहूंगा:
स्वतंत्रता सेनानी और देश के पहले पी एम् जवाहर लाल नेहरू एक कुशल वक्ता+वकील और भविष्य द्रष्टा थे उन्होंने स्वयम लिखा है कि, ‘हमारे चारों ओर सुन्दर दुनिया है और अच्छी-अच्छी चीजें हैं. लेकिन जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है हम इन सुन्दर चीजों को भूलते जाते हैं और छोटी-छोटी बातों पर एक दूसरे से लड़ते हैं. हम अपने कार्यालय में बैठकर यह कल्पना करते हैं कि हम दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं’.| मुझे लगता है कि ये उपदेश आज ज्यादा प्रसांगिक है|यूं तो छोटी-छोटी बातों पर एक दूसरे से लड़ने का घुन्न आज़ादी की लड़ाई के दौरान ही शुरू हो गया था [१]मोहम्मद अली जिन्नाह V/ S नेहरू+पटेल आदि[२] आजादी के बाद नेहरू V/S सरदार वल्लभ भाई पटेल विवाद इतिहास में दर्ज़ है |अब आज़ादी के पौने सात दशक बीतने के बाद भी छोटी छोटी बातों पर लड़ाई जारी है |सत्ता रूड नेहरू की कांग्रेस के साथ अब मुख्य विपक्षी दल भाजपा में भी यह घुन्न कोड़ बनता जा रहा है |
इन्ही नेहरू वादी स्वार्थों के चलते आज अपना मुकाम खोती जा रही है |इसके सहयोगी और अपने मंत्री भी विवादों में घिरते जा रहे हैं| नारायण स्वामी का उदहारण नवीनतम है|भाजपा तो आज कल कदम कदम पर लड़खड़ा रही है इसके अपने अध्यक्ष और मुख्य मंत्रियों पर चारों और से हमले हो रहे हैं |जाहिर है ऐसे में अपने विवाद सुलटाने में बिज़ी [व्यस्त] ये राष्ट्रीय नेता राष्ट्र की हित का कितना सोच पाते होंगे यह यक्ष प्रश्न चर्चा का विषय बनाया जाना चाहिए|

बड़े दिल वाले विजय माल्या ने कर्मचारियों का दिल तोड़ा दीवाली पर अपनी तिजोरी को नही खोला

किंगफिशर एयरलाइंस के

दिल वाले माल्या ने कर्मचारियों का दिल तोड़ा किंग फिशर एयर लाईन्स के कर्मियों को वेतन देने के लिए दीवाली पर अपनी तिजोरी नही खोली

नतीजतन करीब 3,000 कर्मचारी अंधेरे में रहने को मजबूर हुए| कर्मचारियों को अब तक मई महीने की सैलरी नहीं दी गई है। जैसी की उम्मीद थी मैनेजमेंट एक बार फिर बकाया वेतन देने के अपने वादे से मुकर गया। जबकि मैनेजमेंट ने दीवाली तक बकाए का भुगतान करने का दावा किया था। बेशक कंपनी घाटे में चल रही है लेकिन डियाजियो से करार के बाद कुछ उम्मीद जगी थी मगर इस बेदिली से लगता है कि माल्या अपनी एयर लाइंस के लिए भी किसी विदेशी निवेशक का इंतज़ार करेंगें|
गौरतलब है कि एयरलाइंस कंपनी किंगफिशर ने अपने कर्मचारियों को इस साल मई से तनख्वाह नहीं दी है। इसी वजह से कंपनी के इंजीनियर और पायलट 1 अक्तूबर को हड़ताल पर चले गए थे। कंपनी के सीईओ संजय अग्रवाल की ओर से दिवाली तक तीन महीने का बकाया वेतन देने के वादे के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल वापस ले ली थी।
दुनिया की दिग्गज शराब कंपनी डियाजियो ने विजय माल्या की शराब कंपनी यूनाइटेड स्प्रिट्स का अधिग्रहण करने की घोषणा की है. विजय माल्या की इस कंपनी ने अपनी 53.4 फीसद हिस्सेदारी ब्रिटिश कंपनी को 11,166.5 करोड़ रुपये में बेच दी है. यह इस साल हुए सबसे बड़े सौदों में से एक है.. यह करार ऐसे समय हुआ है जब विजय माल्या की विमानन कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस नकदी संकट के चलते उड़ान नहीं भर पा रही है.कंपनी 9,000 करोड़ रुपये के भारी भरकम घाटे में है और उस पर 17 बैंकों का 7,500 करोड़ रुपये बकाया है. उम्मीद की जाने लगी थी कि डियाजियो से मिलाने वाले धन से एयर लाइंस को बचाने का प्रयास किया जाएगा| मगर माल्या ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि प्रॉफिट वाली कंपनियों से फंड्स यहाँ डायवर्ट नहीं होंगे| अपनी उसी बात को दोहराते हुए कहा है कि डियाजियो से मिलने वाली राशि का इस्तेमाल किंगफिशर को पटरी पर लाने में नहीं किया जाएगा. | अब माना जा रहा है कि इससे वे बैंकों का कर्ज चुका सकते हैं. ऐसा करने से न सिर्फ उनकी साख बची रहेगी बल्कि बैंकों से आगे कर्ज लेने में दिक्कत भी नहीं होगी.इसके अलावा किंगफिशर के कर्ज के लिए उन्होंने जो संपत्ति गिरवी रखी है या फिर यूबी समूह की जो बैंक गारंटी दी है उसे भी बचाया जा सकेगा|इसके अलावा . एयरलाइन के लिए भी मैं बेहतर काम करने का आश्वासन भी आया है|
इन सब बातों से एक विचार तो आता है कि डियाजियो से मिलने वाले धन से एयर लाईन्स कर्मियों को खुश होने की जरूरत नहीं है |उन्हें अपनी तनख्वाह के लिए किसी विदेशी निवेशक[ऍफ़ डी आई ]के लिए प्रार्थना करते रहना होगा|

स्पाइसजेट ने इस तिमाही में लागत पर ७७ करोड़ रुपये नियंत्रित किये

देश की तीसरी बड़ी निजी विमानन कम्पनी स्पाइसजेट ने लागत पर ७७ करोड़ रुपयों को नियंत्रित करके 163.5 करोड़ रुपये का घाटा बुक किया | इस वित्त वर्ष की सितम्बर को समाप्त तिमाही पर प्रकाशित बैलेंस शीट में घाटा 32 फीसदी गिरकर 163.5 करोड़ रुपये दिखाया गया है| जबकि बीते साल समान अवधि में कंपनी को 240.07 करोड़ रुपय का नुकसान हुआ था।
चेन्नई की विमानन कंपनी के अनुसार बीते साल इस तिमाही में कंपनी को 240.07 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।

स्पाइसजेट ने इस तिमाही में लागत पर ७७ करोड़ रुपये नियंत्रित किये


सितंबर 18.5 फीसदी के आंकड़ों के साथ बाजार हिस्सेदारी के मामले में इंडिगो और एयर इंडिया के बाद देश की तीसरी बड़ी विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने कहा कि इस तिमाही के दौरान प्रति यात्री विमानन कंपनी की आमदनी में 37 फीसदी का इजाफा हुआ। में पिछले साल जुलाई-सितंबर में कंपनी को 240 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।

स्वामी सत्यानन्द जी महाराज ने राम नाम का दीपक दसों दिशाओं में जलाया

संत शिरोमणि इस युग के युगावतार, वन्दनीय; प्रातः कालीन पूजनीय स्वामी सत्यानन्द जी महाराज के निर्वाण दिवस के अवसर पर श्री शक्तिधाम मंदिर, लाल कुर्ती, मेरठ में विशेष श्रधांजलि सभा का आयोजन किया गया|पूजनीय स्वामी सत्यानन्द जी महाराज को श्रधांजलि देने के लिए भारी संख्या में श्रधालुजन मंदिर में एकत्र हुए।

पूज्य भगत नीरज मणि ऋषि जी


पूज्यश्री भगत नीरज मणि ऋषि जी ने अमृत प्रवचनों की वर्षा करते स्वामी जी के जीवन एवं उनके तप का वर्णन किया। उनहोंने बताया की स्वामी जी का जीवन बहुत ही सरल था। उन्हों कई ग्रन्थ भी लिखे जिन्हें श्रधालुजन बड़ी श्रधा एवं प्रेम से पढ़ते हैं तथा धर्मलाभ उठाते हैं|उन्होंने बताया कि ऐसे बहुत कम संत हैं जिन्हें सीधे ईश्वर दरबार से राम नाम का प्रशाद मिला। स्वामी जी ने इस राम नाम का दीपक दसों दिशाओं में जलाया स्वामी सत्यानन्द जी महाराज द्वारा रचित अमृतवाणी का पावन पाठ पूज्यश्री भगत नीरज मणि ऋषि जी के श्री मुख से हुआ। तथा स्वामी जी द्वारा लिखे गए भजनों का गायन भी किया गया।

कहु नानक सभ तेरी वडिआई

ऊँचा अगम अपार प्रभु कथनु न जाइ अकथु ।
नानक प्रभ सरणागति राखन कउ समरथु ।
भाव :हे प्रभु ! तुम अगम और अपार हो , अकथ हो और किसी प्रकार कथन में नहीं आ सकते । मैं तुम्हारी शरणागत हूँ और तुम ही रखने में समर्थ हो ।
तुधु आगै अरदासि हमारी जीउ पिंडु सभु तेरा ।
कहु नानक सभ तेरी वडिआई कोई नाउ न जाणे मेरा।
भाव : जीव पिंड सब तुमको अर्पण करके तुम से ही प्रार्थना है ।यह सब तुम्हारा ही प्रताप है , नहीं तो मुझे कौन जानता है ।
प्रस्तुती राकेश खुराना

सिवाया टोल प्लाज़ा पर खूंटा गाड़े किसानों ने वेस्ट यूपी में हर टोल पर आंदोलन की चेतावनी दी

सिवाया टोल प्लाज़ा पर खूंटा गाड़ बैठे किसानों को बाबा रामदेव ने भी समर्थन योग क्रिया का आश्वासन दे दिया है इससे भारतीय किसान यूनियन के आंदोलन में नई जान सी आ गई है । ओज काव्य के सशक्त हस्ताक्षर हरी ॐ पंवार का साथ मिलने से यह सोने पर सुहागा हो गया है|
इन दोनों को अपने बीच पा कर भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत के तेवर उग्र हो गए। उन्होंने घोषणा कर डाली कि यदि 18 नवंबर तक केन्द्रीय सड़क एवं भूतल परिवहन मंत्री डा.सी पी जोशी ने मेरठ टोल मामले में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया तो वह वेस्ट यूपी में एनएचएआइ के हर टोल पर आंदोलन करेंगे। 27 नवंबर की मेरठ महापंचायत के बाद दिल्ली की सीमाएं सील की जाएंगी। दिल्ली में किसी भी राज्य से कोई वाहन प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। फिलहाल यदि मेरठ में कोई केंद्रीय मंत्री आता है तो उसका घेराव किया जाएगा।राकेश टिकैत ने कहा कि टोल ठेकेदार रोजाना नियम विरुद्ध 40 लाख रुपयों की टोल वसूली कर रहा था, यदि शीघ्र ठेकेदार ने डीएम के खाते में अधिक वसूली गई धनराशि जमा नही की तो वह हैदराबाद जाकर वेस्टर्न यूपी टोल वे कंपनी की मदर कंपनी नागार्जुन व गायत्री ग्रुप के प्रशासनिक कार्यालय का भी घेराव किया जाएगा| उन्होंने कहा कि रविवार रात सूचना मिली कि पुलिस प्रशासन उन्हें गिरफ्तार करना चाहता है। सवाल उठता है कि क्यों, वह जनता के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। ऐसे में यदि पुलिस प्रशासन उनके विरुद्ध कार्रवाई करना चाहता है तो वह 9 टिकैत बंधुओं को जेल भेजे। इस बार टिकैत परिवार की बहुएं भी जेल जाने से पीछे नही हटेंगी। वैसे भी अफसरों में हिम्मत है तो वह उन्हें दिन में गिरफ्तार करके दिखाएं। अब टोल पर ही बिजली, गन्ना भाव आदि को लेकर भी आंदोलन होगा। हर महीने की 9, 18 व 27 तारीख को यहीं पर भाकियू की महापंचायत होगी। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन लंबा चलेगा। दीपावली ही नहीं नया साल भी यहीं मनाया जाएगा।
सोमवार को मेरठ-देहरादून एनएच-58 स्थित टोल प्लाजा पर बाबा रामदेव भी आए और समर्थन देकर भाकियू आन्दोलन में जान डाल दी। उन्होंने इस मंच पर भी हमेशा की तरह केंद्र सरकार के खिलाफ खूब भड़ास निकाली। बाबा रामदेव ने कहा कि महंगाई से प्रजा त्रस्त है। लोग दो सौ की लागत का घरेलू गैस सिलेंडर १०००/= में लेने को मजबूर हैं। किसान को उसके उत्पाद का एक चौथाई ही मिल रहा है।
बाबा ने कटाक्ष किया कि कांग्रेस सरकार ने देश की भू-संपदा बेच दी और काला धन उसके मंत्री विदेशी बैंक में जमा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजीव फाउंडेशन जैसी कई संस्थाओं को कांग्रेस नेताओं व मंत्रियों का संरक्षण प्राप्त है, लेकिन अफसोस कि हजारों करोड़ों रुपये अर्जित कर चुकी इन संस्थाओं पर कोई आयकर कार्रवाई नही हो रही है।
गौरतलब है कि शासन और प्रशासन की उदासीनता के चलते भाकियू का टोल पर कब्जा 13वें दिन भी जारी रहा और वाहन टोल दिए बगैर ही निकले। टोल ठेकेदार को अब तक करीब 5.20 करोड़ के राजस्व की हानि हो जाने का अनुमान है| कम्पनी ने अधिकांश कर्मचारी अवकाश पर भेज दिए हैं|लेकिन इस पर भी कहा जा रहा है कि टोल प्लाज़ा के कांट्रेक्ट के एक क्लाज के मुताबिक़ इस प्रकार से हो रहे नुकसान कि भरपाई राज सरकार द्वारा की जानी तय है इसीलिए इस समस्या के समाधान के प्रति कोई सहानुभूति नहीं दिख रही |अगर यह आन्दोलन लम्बा चला तो इसकी सफलता पर प्रश्न चिन्ह भी लग सकता है|जाहिर है या तो बी के यू को आन्दोलन को तेज करना होगा अन्यथा फेस सेविंग के लिए कोई और उपाय तलाशना होगा|

इंडिया के विकास चिराग जल रहे हैं उनके नीचे छाए भारत के अँधेरे में असंख्यक दरिद्र नारायन दुबके हैं


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक झल्ल्यत प्रेमी

ओये झल्लेया दिवाली दी लख लख वधाईयां +मुबारकां ते कान्ग्रेचुलेश्नाश । देखा दीपावली के पवित्र अवसर पर रविवार की धनतेरस से ही पूरा शहर रोशनी से नहाया हुआ है ।व्यापारियों पर खूब हो रही है धन की वर्षा|
ज्योति से ज्योति जल रही है घर -घर रोशनी में जगमगा रहा है । व्यापारी हो या दरवेश हसाड़े लक्ष्मी+ गणेश काट रहे हैं सबके कलेश|

इंडिया के विकास चिराग जल रहे हैं उनके नीचे छाए भारत के अँधेरे में असंख्यक दरिद्र नारायन दुबके हैं

झल्ला

वधाईयां जी आप जी भी खूब वधो।लेकिन साहब जी ये जो इंडिया के विकास रूपी चिराग जल रहे हैं उनके नीचे छाए भारत के अँधेरे में असंख्यक दरिद्र नारायन दुबके बैठे हैं । कहा जाता है कि दीवाली पर धन की देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है और ये लक्ष्मी देवी चंचला स्वभाव की होने के साथ साथ कर्म प्रधान भी है ।ये माता राणी कर्म करने वालों को ही वांछित लाभ या फल देती है।इसीलिए झल्ले का निवेदन है कि अपने जीवन काल में कम से कम एक दरिद्र नारायणको चिराग के अँधेरे से उठा कर बाहरी विकास की रोशनी के दर्शन कराने से बड़ा कोई दूसरा कर्म नहीं होगा|कर्म करने से माता राणी के प्रसन्न होने के चांस काफी बढ जायेंगें|