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भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई तो लड़ी जा सकती है मगर इस बुराई का जडमूल विनाश नहीं किया जा सकता

भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई तो लड़ी जा सकते है मगर इस बुराई का जडमूल विनाश नहीं किया जा सकता|ये विचार आज एच टी सम्मिट में तीन राज्यों के युवा न्रेतत्व ने व्यक्त किये नई दिल्ली स्थित ताज पैलेस में आयोजित एच टी सम्मिट में जे एंड के के मुख्य मंत्री ओमर अब्दुल्लाह यूं पी के सी एम् अखिलेश यादव और पंजाब के उपमुख्य मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने लगभग एक सी स्वर में भ्रष्टाचार को पूर्णतय समाप्त किये जाने में असमर्थता जताई|
मंचासीन एंकर द्वारा भ्रष्टाचार के खात्मे के विषय में पूछे गए एक सवाल के जवाब में ओमर अब्दुल्लाह ने कहा कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई लड़ी जा सकती है और लड़ी जा रही है मगर इसे पूरीतरह से समाप्त नहीं किया जा सकता|बादल ने इसी विचार को आगे बढ़ाते हुए कहा पंजाब में भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए किये जा रहे प्रयासों के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार को तब तक समाप्त नहीं किया जा सकता जब तक आम आदमी की सरकार पर निर्भरता को समाप्त नहीं किया जाता|उन्होंने बताया कि इस दिशा में पंजाब में एफिडेविट की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है+लैंड रिकार्ड को ऑन लाईन कर दिया गया है+आर टी ओ के स्थान पर अब दुकान दार स्वयम वाहन के पंजीकरण संख्या और नंबर मुहैय्या करवाता है|उन्होंने सरकार पर निर्भरता को कम करने के लिए आउट सोर्सिंग की वकालत भी की | मंच के नीचे से पूछे गए एक पत्रकार द्वारा पूछे गएराज्य सम्बन्धित एक प्रश्न के उत्तर में इस युवा नेता ने मीडिया को निशाने पर ले लिया उन्होंने कहा कि मीडिया को पेड न्यूज चाहिए +पॅकेज चाहिये इसीलिए भ्रष्टाचार को बढावा देने के लिए मीडिया भी जिम्मेदार है|

भ्रष्टाचार का जडमूल विनाश नहीं किया जा सकता


उत्तर प्रदेश के युवा सी एम् ने इसी प्रश्न के उत्तर में बादल और केन्र सरकार पर चुटकी ली |उन्होंने कहा कि पंजाब की जो प्रोग्रेस दी गई है वह बहुत छोटे छोटे भ्रष्टाचार से सम्बंधित हैं ऐसे प्रयास तो यूं पी में भी किये जा रहे हैं मगर बड़े भ्रष्टाचार तो वोह हैं जिनके खिलाफ दिल्ली में आये दिन राष्ट्रीय ध्वज उठाये जा रहे हैं|इसीलिए भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई तो लड़ी जा सकती है मगर इसे पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता |इसी मुद्दे को लेकर सी एम् के चाचा शिव पाल यादव के ब्यान का उल्लेख किया गया जिसमे कहा गया था कि छोटे मोटी चोरी की जा सकती है इसके जवाब में सी एम् ने अपने चाचा का बचाव करते हुए कहा की मीडिया ने उन्हें मिस कोट किया है| उन्होंने चोरी नहीं बल्कि कामचोरी कहा था|इस पर उनके साथ ही बैठे ओमर अब्दुल्लाह ने चुटकी लेते हुए कहा कि शुक्र है कि अकेले ओमर के चाचा ही मिस्कोट नहीं किये जा रहे|गौरतलब है कि अभी हाल ही में ओमर के चाचा पर भी सरकार विरोधी बयाँ देने से सरकार कि किरकिरी हुई थी|
बताते चले कि वर्तमान में आये दिन भ्रष्टाचार के एक से बढ कर एक आरोप सरकार पर लगाये जा रहे हैं और उनका विरोध भी हो रहा है|बीते दिन अन्तराष्ट्रीय व्यापारी संस्था वाल मार्ट ने भी भारत में व्यापार करने के लिए घूस मांगे जाने का आरोप लगा दिया है |सरकार द्वारा केवल इन्हें नकार कर दूसरों का विरोध ही किया जा रहा है संभवत इसी को लेकर अखिलेश यादव ने टिपण्णी की है|

उत्तर प्रदेश में भी अंग्रेजों का समाज वाद यानि चैरिटी बिगिन्स एट होम


झल्ले दी गल्ला

समाज वादी

ओये झल्लेया ये ह्साड़े मुल्क को किधर धकेला जा रहा है?पहले तो ओनली कांग्रेस पर ही वंशवाद + ब्राह्मण वाद+वोटों की राजनीती करने का आरोप लगता था अब ये आरोप लगाने वाले सपाई खुद ही अपनी पार्टी में परिवार वाद वंश वाद को बढावा दे रहे हैं |देखो लोक सभा के लिए २०१४ में होने वाले चुनावों में प्रदेश की ८० सीटों के लिए १०% उम्मीदवार तो अपने परिवार से ही चुन लिए हैं| यकीन नहीं आता तो लिस्ट हाज़िर है [1.] मैनपुरी-मुलायम सिंह यादव2. कैराना-नाहिद हसन3. मुजफ्फरनगर-गौरव स्वरूप4. नगीना-यशवीर सिंह5. मुरादाबाद-एसटी हसन6. अमरोहा-श्रीमती हुमेरा7. बागपत-विजय कुमार सिंह8. गाजियाबाद-सुधन रावत9. गौतमबुद्धनगर-नरेंद्र भाटी10. हाथरस-रामजी लाल सुमन 11. मथुरा-चंदन सिंह12. आगरा-महराज सिंह 13. फतेहपुर सीकरी-डा. राजेंद्र सिंह[१४]. फिरोजाबाद-अक्षय यादव[15.] एटा-देवेंद्र सिंह यादव[१६]. बदायूं-धर्मेद्र यादव17. आवला-कुवंर सर्वराज सिंह18. पीलीभीत-बुद्धसेन वर्मा19. शाहजहापुर-मिथलेश कुमार
20. खीरी-रविप्रकाश वर्मा21. धौरहरा-आनंद भदौरिया22. हरदोई-ऊषा वर्मा23. मिश्रिख-जयप्रकाश रावत24. उन्नाव-अरुण कुमार शुक्ला25. मोहनलाल गंज-सुशीला सरोज26. लखनऊ-अशोक वाजपेई27. सुलतानपुर-शकील अहमद28. प्रतापगढ़-सीएन सिंह[२९] . इटावा-प्रेमदास कठेरिया[३०]. कन्नौज-डिम्पल यादव31. अकबरपुर-लाल सिंह तोमर32. जालौन-घनश्याम अनुरागी[33.] झासी-चंद्रपाल सिंह यादव34. हमीरपुर-विशम्भर प्रसाद निषाद35. बादा-आरके पटेल36. फतेहपुर-आरके सचान37. कौशाम्बी-शैलेंद्र कुमार38. इलाहाबाद-रेवती रमण सिंह39. बाराबंकी-श्रीमती राजरानी रावत40. फैजाबाद-तिलकराम वर्मा41. बहराइच-शब्बीर अहमद बाल्मीकी42. कैसरगंज-बृजभूषण शरण सिंह
43. गोण्डा-कीर्तिवर्धन सिंह44. डुमरियागंज-माता प्रसाद पाण्डेय45. बस्ती-बृजकिशोर सिंह46. गोरखपुर-श्रीमती राजमती निषाद47. लालगंज-दूधनाथ सरोज48. घोसी-बाल किशन चौहान49. बलिया-नीरज शेखर[50.] जौनपुर-केपी यादव51. मछली शहर-तूफानी सरोज52. चंदौली-राम किशुन53. वाराणसी-सुरेंद्र सिंह पटेल54. भदोही-श्रीमती सीमा मिश्रा
55. राबर्टसगंज-पकौड़ी लाल

अंग्रेजों का समाज वाद यानि चैरिटी बिगिन्स एट होम

झल्ला

ओ भोले बाबू आप किस समाज वाद में खोये हुए हो अब तो अंग्रेजों का समाज वाद चल रहा है यानि चेरिटी बिगिन्स एट होम
इन चेरिटी वालों को भी कोई कम नहीं समझो माननीय मुलायम सिंह यादव की साईकिल पर एक सवार के साथ अनेको राजनीतिक दावँ लदे हुए हैं|
[१]कांग्रेस के साथ मोल भाव करने के लिए दरवाज़ा खोल दिया है[२] भाजपा पर अपने प्रत्याशियों को उजागर करने के लिए दबाब बना दिया है| भाजपा यदि अब अपने पत्ते खोल देती है तब कांग्रेस को अपने कार्ड्स खेलने में आसानी हो जायेगी|[३]अपने बाग़ी साथी ठाकुर अमर सिंह से दूरी बनाये रखने के लिए अमर सिंह की प्रिय ज्याप्रदा को भाव नहीं दिया[4] बागपत में चौधरी अजित सिंह के लिए जहां फील्ड समतल रखी हैं वहीं रालोद से निकली अनुराधा चौधरी को अभी तक कोई भाव नहीं दिया गया है ऐसे में अजित सिंह के एविएशन मिनिस्ट्री से प्राथमिकता ली जा सकती है| |

रणजी के लिए यूं पी और कर्नाटका ने आज कडा अभ्यास किया

Ranji Cricket Practice In Meerut

मेरठ में शनिवार को होने वाले रणजी क्रिकेट का मुकाबिला यूं पी और कर्नाटका में होगा|इसके लिए दोनों टीमे आज पूरे दिन अभ्यास करती दिखी |भामाशाह मैदान के सेकेण्ड ग्राउंड पर लोकल बोलर्स भी खिलाड़ियों का अभ्यास कराते रहे|सुरेश रैना +राबिन उथप्पा+मोहम्मद कैफ आकर्षण का केंद्र रहे|मृत के क्रिकेटर प्रवीण कुमार [पी के] कोहनी की चोट के बावजूद मैदान में खिलाड़ियों का हौंसला बढाने पहुंचे |

मुलायम सिंह यादव १०% पारिवारिक सीटों के सहारे कांग्रेस के वंशवाद से जूझेंगे

2014 के चुनावों के लिए लिए समाजवादी पार्टी ने आज लोकसभा चुनाव के लिए 55 उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है । इनमें पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव, उनकी बहू और उनके दो भतीजे भी शामिल हैं। मुलायम मैनपुरी से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। जबकि फिरोजाबाद से प्रोफेसर रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय अपनी सियासी पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं। कांग्रेस के वंश वाद के खिलाफ समाज वाद का झंडा उठाने वाले मुलायम सिंह यादव स्वयम अपने परिवार के चार सदस्यों के भरोसे २०१४ की नैय्या पार करना चाह रहे हैं|
आज शुक्रवार को पार्टी के उम्मीदवारों का ऐलान करते हुए पार्टी महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने 55 उम्मीदवारों की जो फेहरिस्त जारी की उसमे मुलायम सिंह यादव मैनपुरी से, उनके बेटे और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव कन्नौज से चुनाव लड़ेंगी। वहीं मुलायम के भतीजे धर्मेंद्र यादव को एक बार फिर बदायूं से उम्मीदवार बनाया गया है। जबकि रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव को फिरोजाबाद से पहली बार चुनाव मैदान में उतारा जा रहा है|

मुलायम सिंह यादव १०% पारिवारिक सीटों के सहारे कांग्रेस के वंशवाद से जूझेंगे


डिम्पल यादव इसी वंश वाद के कारण कांग्रेस के राज बब्बर से चुनाव हार गई थी|बाद में अखिलेश यादव द्वारा खाली की गई सीट पर डिम्पल को वाक् ओवर मिल गया था|उधर अक्षय यादव को अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत करनी है| इस लिस्ट को जारी करने से पार्टी की महत्वकांक्षा जाहिर कर दी गई है इन उम्मीदवारों को अपनी जमीन मजबूत करने के लिए पर्याप्त समय दिया जा रहा है | मुलायम सिंह यादव कांग्रेस पर दबाब बनाने का कोई मौका भी नहीं छोड़ रहे हैं| केंद्र सरकार को सपोर्ट करने वाले मुलायम सिंह यादव ने सीटों के बटवारे पर अपनी आदत अनुसार कांग्रेस के साथ समझौते के लिए दरवाजे भी खोल दिए हैं| उधर कांग्रेस ने भी २०१४ के चुनावों के लिए राहुल गांधी को कमान सौंप दी है|

प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह ने प्रेस की आजादी के प्रति वचनबद्धता दोहराई

प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह ने आज प्रेस पर लगाम लगाने की तमाम अटकलों को दर किनार करते मीडिया की स्वतंत्रता को लोक तंत्र के लिए जरूरी बताया | उन्होंने कहा कि गैर जिम्मेदाराना पत्रकारिता का जवाब सेंसरशिप नहीं है और मीडिया का आत्मनियमन आज के समय में आवश्यक है। चौथे स्तम्भ के सदस्यों को मिलकर इसके उद्देश्यों को बढावा देने और सनसनी फैलाने पर रोक लगानी चाहिए। यह मीडिया के लिये आत्ममंथन का समय है कि वह किस प्रकार से देश, समाज की सेवा कर सकता है।
राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर अपने संदेश में सिंह ने कहा कि एक देश के रूप में हम मानते हैं कि मीडिया को बाहय नियंत्रण से पूरी तरह मुक्त होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सही है कि कभी कभी गैर जिम्मेदार पत्रकारिता से सामाजिक सौहाद्र्र और व्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है जिसे बनाये रखना लोक सेवकों की जिम्मेदारी है, लेकिन सेंसरशिप इसका जवाब नहीं है। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष के दिनों से ही मीडिया सामाजिक बदलाव, पाठकों को उनके अधिकारों के बारे में बताने और राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए जागरुकता फैलाने का काम करता रहा है।

प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह


राष्ट्रीय प्रेस दिवस प्रत्येक वर्ष 16 नवंबर को मनाया जाता है। भारतीय प्रेस परिषद ने इसी दिन 1956 में काम करना शुरू किया था। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रेस की आजादी के प्रति अपनी वचनबद्धता रेखांकित करते हुए कहा कि सेंसरशिप कोई जवाब नहीं है,प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर एक संदेश में मीडिया पर प्रतिबंधों की बात खारिज कर दी, लेकिन गैर जिम्मेदाराना पत्रकारिता के खतरों के प्रति आगाह भी किया।प्रधानमंत्री ने कहा, “एक देश के रूप में हम मीडिया को बाहरी नियंत्रण से पूरी तरह मुक्त रखने में विश्वास करते हैं

२ जी स्पेक्ट्रम की कीमतें बाज़ार ने नीलामी में तय कर दी हैं: भारत सरकार

दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल और पी चिदम्बरम [जी ओ एम्] ने आज विपक्ष के तमाम आरोपों को झुट्लाते हुए कहा कि सरकार नीलामी के फ्लॉप होने का जश्न नहीं मना रही है, बल्कि वह आगे बढ़ना चाहती है| उन्होंने कहा कि बेस और केलकुलेटेड प्राईज़ के मुकाबिले बाज़ार नीलामी के माध्यम से प्राईज़ तय करता है|बाज़ार ने जो प्राईज़ तय किया है इसमें कोई हार या जीत नहीं देखी जानी चाहिए| श्री सिब्बल ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हाल में संपन्न 2जी स्पेक्ट्रम नीलामी के दौरान जिन सर्कलों के लिए बोली नहीं मिली उनके लिए सरकार ने 31 मार्च तक फिर से नीलामी की योजना बनाई है। साथ ही जल्द विनिवेश की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी। अब भी इस साल स्पेक्ट्रम से 27,000 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाई जा सकती है। वित्त वर्ष 2013 में 5.3 फीसदी वित्तीय घाटे का लक्ष्य हासिल करने का पूरा भरोसा है।सिब्बल ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली एवं मुंबई समेत चार सर्कल में स्पेक्ट्रम की यह नीलामी चालू वित्त वर्ष के अंत तक कराने का इरादा है। प्रेस कांफ्रेंस में सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी भी थे|
दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि हाल में संपन्न 2जी स्पेक्ट्रम नीलामी के दौरान जिन सर्कलों के लिए बोली नहीं मिली है, उनके लिए सरकार ने 31 मार्च तक फिर से नीलामी की योजना बनाई है।सिब्बल ने कहा कि दिल्ली एवं मुंबई समेत चार सर्कल में स्पेक्ट्रम की यह नीलामी चालू वित्तवर्ष के अंत तक कराने का इरादा है। वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि सरकार नीलामी के फ्लॉप होने का जश्न नहीं मना रही है, बल्कि वह आगे बढ़ना चाहती है। उन्होंने कहा कि अगली कार्ययोजना पर फैसला करने के लिए अधिकार प्राप्त मंत्रिसमूह (ईजीओएम) की बैठक जल्दी ही होगी।
उल्लेखनीय है कि अभी हाल में 2जी स्पेक्ट्रम के लिए दो दिन तक चली नीलामी में कुल 9,407.64 करोड़ रुपये की बोलियां मिलीं, जो न्यूनतम 28,000 करोड़ रुपये के सरकार के लक्ष्य की एक-तिहाई के बराबर है।यह नीलामी 2010 में 3जी स्पेक्ट्रम की 35 दिन चली नीलामी प्रक्रिया के आगे बिल्कुल फीकी रही, जबकि भारी प्रतिस्पर्धा के बीच सरकार को 67,719 करोड़ रुपये हासिल हुए थे। सिब्बल ने कहा कि नीलामी से प्राप्त 9,407.64 करोड़ रुपये के अलावा सरकार को मौजूदा दूरसंचार कंपनियों को मान्य सीमा से अधिक स्पेक्ट्रम रखने पर लगाए जाने वाले एक-मुश्त शुल्क के तौर पर 7,936 करोड़ रुपये भी मिलेंगे। सिब्बल ने कहा, कुल मिलाकर काफी राशि प्राप्त होगी।
बताते चलें कि इस नीलामी की भाजपा और वाम पंथियों ने जम कर आलोचना की है |भाजपा ने जहां इसे विलम्भित एक्शन बताया जबकि सीताराम येचुरी ने कहा कि वर्तमान में ३ जी की नीलामी हो चुकू है और ४ जी के लिए प्रक्रिया प्रग्रती में है ऐसे में २ जी का उपयोग फोन पर डाटा ट्रांसफर करने में ज्यादा होगा वह टेक्नोलोजी पाईप में है इसीलिए इस नीलामी को टाला जाना चाहिए था | चूंकि सुप्रीम कोर्ट का आदेश था इसीलिए बेशक नीलामी जरुरी थी मगर सुप्रीम कोर्ट को स्थिति से अवगत करा कर स्थगन आदेश लेने के लिए प्रयास जाने चाहिए थे |
इसके अतिरिक्त इस नीलामी से प्राप्त आंकड़ों से उत्साहित केंद्रीय मंत्री वी नारायणसामी और सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) पर सरकार के हमले को जारी रखते हुए कहा है कि कैग को टू जी स्पेक्ट्रम के आवंटन से खजाने को 1.76 लाख करोड़ रुपये के अनुमानित नुकसान के अपने आंकलन पर स्पष्टीकरण देना चाहिए।
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री नारायणसामी ने चेन्नई हवाई अड्डे पर कहा कि हमने कहा था कि कैग का आकलन गलत है। नीलामी के बाद यह साबित हो गया है। कैग को इसके बारे में बताना चाहिए। कल सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने सरकार की ओर से हमला करते हुए कैग विनोद राय से पूछा था कि स्पेक्ट्रम की नीलामी में उनके नुकसान के आकलन के करीब की राशि क्यों प्राप्त नहीं हुई।
तिवारी ने कहा था कि मिस्टर कैग, कहां है 1.76 लाख करोड़ रूपये? मैं समझता हूं कि गंभीर आत्ममंथन का समय है। समय आ गया है जब कैग अपनी प्रक्रियाओं के बारे में आत्ममंथन करे और इस मामले में दो वर्षों से राजनीति करने वाली भाजपा और कुछ विपक्षी दलों को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए।

चूहों से आतंकित गालापागोस में 22 टन जहरीला चारा गिराया जाएगा

चूहों के आतंक से आतंकित एक समाज इनसे निजात पाने के लिए हैलीकॉप्टर की मदद से 22 टन जहरीला चारा गिराया जाएगा| हर वर्ग मीटर पर १० चूहे हैं| इनकी आबादी 18 करोड़ से भी ज्यादा हो गई है। और वे विशाल कछुओं, लावा छिपकली, सांप और बाज तथा अन्य जीवों के अंडों और बच्चों के अलावा तमाम वनस्पतियों को चट कर रहे हैं। सुनने और पड़ने में बेशक यह अजीब लगे मगर प्रकृति संरक्षण विभाग के प्रमुख जुआन कार्लोस अनुसार ये चूहे हर 3 माह में प्रजनन करते हैं। कार्लोस ने चिंता व्यक्त की है कि चूहों का आतंक निर्जन द्वीप गालापागोस की अब तक की सबसे बड़ी समस्या बन गया है। हर देश की अपनी अलग ही समस्या है उससे निबटने के लिए तरीके भी अलग अलग हैं| इसीलिए लैटिन

चूहों से आतंकित गालापागोस में 22 टन जहरीला चारा गिराया जाएगा|

अमेरिकी कीटो इक्वाडोर के द्वीप गालापागोस में चूहों की इस भयावक समस्या से छुटकारे के लिए हेलीकाप्टर से चूहा मार जहरीली दवा को गिराया किया जाना है|

दशम पादशाही की बक्शी कृपाण की संसद के निकट के गुरु के द्वारे रकाब गंज में ही बेअदबी हुई

धर्म और कौम की रक्षा के लिए दशम पादशाही ने कौम को पांच ककार बक्शे जिनमे से एक कृपाण भी है|प्रत्येक सिख श्रधा और गर्व से इन्हें धारण भी करता है|मगर इस कृपाण की बेअदबी ब्रहस्पति वार को गुरु के द्वारे रकाब गंज में ही हुई एक झड़प में देखी गई| गुरुद्वारा प्रबंध पर कब्जे को लेकर दो गुट एक-दूसरे पर अपनी कृपाण लेकर भिड़ गए इस झड़प में 11 लोग घायल हो गए,|गुरुद्वारे में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव से पहले प्रस्तावित संशोधन विधेयक पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई गई थी, जो हिंसक हो गई.|सूत्रों के अनुसार विवाद की जड़ में गुरुद्वारे का प्रबंधन है अभी इसका जिम्मा सरना गुट के पास है आज भी सरना गुट की बैठक चल रही थी लेकिन इसी बीच बादल गुट के लोग भी वहां पहुंचे और अंदर घुसने की कोशिश करने लगे.
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (डीएसजीपीसी) के एग्जीक्यूटिव बोर्ड की बैठक के दौरान राजधानी के अति सुरक्षित इलाके संसद भवन के बेहद करीब स्थित गुरुद्वारा रकाबगंज परिसर में दो प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच गुरुवार को टकराव ने हिंसक रूप ले लिया। जिसमे 11 लोग घायल हो गए, जिन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। कुछ घायलों ने गुरुद्वारा टास्क फ़ोर्स पर हमला करने के आरोप लगाये हैं जबकि टास्क फ़ोर्स ने स्वयम को भी गुरुद्वारे का सेवक बता कर इसे नकार दिया है|
प्राप्त जानकारी के अनुसार रकाबगंज गुरुद्वारे में सुबह 11 बजे डीएसजीपीसी अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना और शिरोमणि अकाली दल बादल गुट के प्रमुख मनजीत सिंह जीके के समर्थकों के बीच हिंसक भिड़ंत हो गई।कथित रूप से इस बैठक में मनजीत सिंह को हिस्सा लेने से रोकने के चलते संघर्ष हुआ। इसके बाद दोनों ओर से समर्थक एक-दूसरे पर अपनी कृपाण लेकर भिड़ गए। उनमें से कुछ ने हवा में तलवारें भी लहराईं। लेकिन एकाएक एक गुट के समर्थक डंडे व तलवारें लेकर अपने प्रतिद्वंद्वी गुट पर टूट पड़े और उन्हें खदेड़कर गुरुद्वारा परिसर से बाहर कर दिया।हिंसा के दौरान कई गमले और दरवाजे व खिड़कियों के शीशे टूट गए। दोनों गुटों ने गोलियां चलाने के आरोप भी लगाए, लेकिन दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत ने इसकी पुष्टि नहीं की है। उन्होंने इसे अफवाह का मामला बताया है|.
गम्भीर रूप से घायल होने वालों में मंजीत सिंह भी शामिल हैं, जो शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष हैं.। इनमें सरना ग्रुप के रंजीत सिंह, सरमेल सिंह, निर्मल और बचित्रा सिंह के अलावा दूसरे ग्रुप से खुद मंजीत सिंह जीके, चमन सिंह, परमजीत सिंह राणा, हरमीत सिंह कालरा, गुरनाम सिंह और इंद्रजीत सिंह मोंटी भी शामिल हैं। मंजीत सिंह के सिर, चेहरे व हाथ पैरों में गंभीर चोट लगी है।

भाई बहन के प्रेम को सुद्र्ड करने वाला त्यौहार भईया दूज हर्षोल्लास से मनाया

भाई बहन के अमर त्याग भरे प्रेम को सुद्र्ड करने वाला त्यौहार भईया दूज[टिक्का][टीका] आज ब्रहस्पतिवार को हर्षोल्लास से मनाया गया |बहनों ने जहां भाई की आरती उतारी और भाई के माथे पर रौली और केसर का टीका लगा कर भाई की लम्बी उम्र की कामना की तो वहीं भाई ने भी अपनी हैसियत के मुताबिक बहनों को गिफ्ट देकर उन्हें प्रसन्न किया| जेल में बंद कैदियों के माथे पर भी टीका लगाया गया|
त्यौहार पर भाई व बहनों के आवागमन के कारण बसों व ट्रेनों में भारी भीड़ लगी रही। बाजारों में आज भी दिनभर रौनक बनी रही।

त्यौहार की मान्यता

इस दिन की शुरुआत यमराज और उसकी बहन यमुना के द्वारा की गई थी, तब से यह दिन भैया-दूज के रूप में मनाया जाता है।
भैया-दूज पर्व के पीछे धार्मिक मान्यता है कि कार्तिक मास की द्वितीया को बहन के हाथों से बना भोजन करने से भाई के जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इसलिए इस दिन बहन अपने हाथों से व्यंजन बनाकर भाई को खिलाती है।

भाई बहन के प्रेम को सुद्र्ड करने वाला त्यौहार भईया दूज हर्षोल्लास से मनाया

उधर सिवाय टोल प्लाज़ा पर धरना दे रहे किसानों ने पेच कस +पाना ले कर प्लाज़ा को उखाड़ने की प्रक्रिया शुरू करके भैया दूज मनाया |बहनों ने प्लाज़ा पर ही आ कर भाईयों को टीका लगाया और आन्दोलन की सफलता की कामना की

गोवर्धन पूजा का पर्व बड़े उत्साह + भक्ति भाव से सराबोर होकर देश भर में मनाया गया

गोवर्धन पूजा का पर्व बड़े उत्साह + भक्ति भाव से सराबोर होकर देश भर में मनाया गया

। दीपावली के पश्चात के बाद बुधवार को मंदिरों के अलावा घर-घर में गाय के गोबर से गोवर्धन महाराज की प्रतिमा बनाई गई। अन्नकूट का प्रसाद बनाकर उनका भोग लगाया गया। वहीं मंदिरों में अन्नकूट का भोग लगाया गया गोबर्धन पूजा और दर्शनों के लिए सुबह से श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया, जो देर शाम तक चलता रहा। ब्रज + वृंदावन,+ गोकुल,+ महावन,+ नंदगांव,+ बरसाना,+ राधाकुंड+मेरठ आदि के मंदिरों में भी गोवर्धन पूजा का आयोजन किया गया
लोक कथा के अनुसार भगवान कृष्ण के द्वापर युग में स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्र का मान-मर्दन करने के लिए गोवर्धन पूजा की और सभी ब्रजवासियों से गोवर्धन की पूजा करने के लिए कहा। कृष्ण की बात मानकर सभी ब्रजवासियों ने इंद्र की पूजा बंद कर गोवर्धन की पूजा शुरू कर दी, जिससे इंद्र ने कुपित होकर 7 दिन तक लगातार मूसलाधार बारिश की। ब्रजवासियों की रक्षा के लिए श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी एक अंगुली पर धारण किया था।
एक अन्य लोक कथा के अनुसार गाय और वराह की लड़ाई करवा कर गाय को विजयी बनाया जाता है| बताया जाता है कि कान्हा को मारने के लिए उनके मामा राजा कंस ने एक देत्य को वराह बना कर भेजा था मगर रह में गायों को पता चल गया और गायों ने उस वराह को मार डाला |