भारतीय जनता पार्टी [भाजपा] ने डॉ. हर्षवर्धन को दिल्ली विधानसभा के लिए चार दिसंबर को होने वाले चुनावों में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया|
डॉ. हर्षवर्धन को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के फ़ैसले की घोषणा करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि पार्टी ने यह फैसला सर्वसम्मति से किया है और इसमें दिल्ली भाजपा अध्यक्ष विजय गोयल की सहमति शामिल है|
इससे पहले विजय गोएल को प्रबल उम्मीद वार माना जा रहा था ये खबरें भी आ रही थी कि गोयल हर्षवर्धन की उम्मीदवारी को लेकर नाराज़ चल रहे हैं. डॉ. हर्षवर्धन के नाम की घोषणा के बाद संवाददाताओं से विजय गोयल ने कहा, इसका खंडन भी कर दिया |इसके अलावा दौड़ में पिछड़ने वाले गोयल ने कहा कि पार्टी के संसदीय बोर्ड का फैसला अंतिम है और वो इस फैसले से निराश नहीं हैं| उन्होंने अपने सभी समर्थकों से अपील की कि वो हर्षवर्धन का साथ दें.
डॉ हर्षवर्धन पेशे से नाक कान गला विशेषज्ञ हैं और आम कार्यकर्ताओं के बीच अपनी इमानदारी के लिए लोकप्रिय भी है. इस घोषणा के साथ ही उन्हें अब शीला दीक्षित की अगुवाई वाली कांग्रेस के साथ ही आम आदमी पार्टी के रूप में अरविंद केजरीवाल से मिल रही चुनौतियों के अलावा प्याज सहित दूसरी खाद्य वस्तुओं की कीमतों में भारी तेजी का सामना भी करना पड़ेगा|
लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि, “भाजपा की विजय यात्रा का आरंभ दिल्ली से हुआ था. पहली लोकसभा की सीट हमने दिल्ली में नई दिल्ली की सीट जीती थी.”
“भाजपा की विजय यात्रा का आरंभ दिल्ली से हुआ था. पहली लोकसभा की सीट हमने दिल्ली में नई दिल्ली की सीट जीती थी”
आडवाणी ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों से लेकर अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में भाजपा की ही जीत होगी.
उन्होंने कहा कि पार्टी ने जो फैसला किया है, इसके कल्याणकारी परिणाम देखने को मिलेंगे.
इस बीच आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल ने तत्काल टिपण्णी करते हुए कहा है कि उनकी पार्टी के दबाब के कारण दिल्ली का चुनाव ईमानदारी के मुद्दे पर लड़ा जाएगा|
. इसी कारण चुनाव से एक महीने पहले भाजपा को भ्रष्ट नेता बदलना पड़ा है.
उन्होंने हर्षवर्धन को भाजपा का मनमोहन सिंह बताया