सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने भी मीडिया के लिए स्वयं- नियमन को ही यथेष्ट बताया श्री प्रकाश जावडेकर ने आज सूचना और प्रसारण मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का कार्यभार ग्रहण किया | मंत्रालय के सचिव तथा वरिष्ठ अधिकारियों ने नीतिगत रूपरेखा+अधिदेश + प्रमुख प्रयासों के बारे में मंत्री को संक्षेप में अवगत कराया।
सूचना और प्रसारण राज्यमंत्री के रूप में कार्यभार सँभालने के पश्चात मीडिया से बात करते हुए श्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि प्रेस की स्वतंत्रता लोकतंत्र का स्तंभ है और लोकतंत्र की सफलता के लिए प्रेस की आजादी आवश्यक है इससे विविध राय मिलती है। उन्होंने यह भी बताया कि मीडिया के लिए स्वयं- नियमन यथेष्ट है।
श्री जावडेकर ने यह कहा कि लोकतंत्र के कार्यचालन के लिए संस्थाओं का महत्व है और भागीदारों से उचित विचार-विमर्श करते हुए प्राथमिकताओं का निर्धारण किया जाएगा।
इस संबंध में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के विजन ‘’मजबूत भारत, विकसित भारत’’ की ओर भी संकेत किया। उन्होंने यह भी बताया कि हमें सरकार के लिए बहुमत प्राप्त है, किंतु हमें 2025 तक सुदृढ़ और विकसित राष्ट्र बनाने के लिए सारे देश के सहयोग की आवश्यकता है।