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वामपंथी उग्रवाद रोकने के लिए तत्काल प्रभावी रणनीति जरुरी:जनजातीय कल्‍याण बैठक में पीएम

[नई दिल्ली]भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय कल्‍याण बैठक में वामपंथी उग्रवाद को फैलने से रोकने के लिए रणनीति की आवश्यकता पर बल दिया |उन्होंने जनजातीय सांस्‍कृतिक महोत्‍सव के आयोजन की संभावना तलाशने का भी आग्रह किया
पीएम ने भारत के जनजातीय समुदाय को राष्‍ट्रीय विकास की शक्ति बताया |
जनजातीय कल्‍याण संबंधी एक उच्‍चस्‍तरीय समीक्षा बैठक की अध्‍यक्षता करते हुए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा है कि देश का जनजातीय समुदाय राष्‍ट्रीय विकास की महान शक्ति है। उन्होंने कहा कि वामपंथी उग्रवाद को फैलने से रोकने के लिए रणनीति तैयार की जानी चाहिए।
उन्‍होंने कहा कि इस दिशा में जनजातीय कार्य मंत्रालय अहम भूमिका निभा सकता है।
पीएम ने कहा कि इस लक्ष्‍य को प्राप्‍त करने के लिए भारत सरकार के विभिन्‍न मंत्रालयों और विभागों को मिलकर काम करना चाहिए।
श्री मोदी ने जनजातीय कार्य मंत्रालय से कहा कि वह जनजातीय क्षेत्रों में विकास केंद्रों की पहचान करने के साथ शिक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य और खेल सुविधाओं के समुचित विकास को सुनिश्चित करे। उन्‍होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में बिजली और मोबाइल फोन जैसे माध्‍यमों के जरिए ‘’प्रौद्योगिकी हस्‍तक्षेप’’ के उद्देश्‍य के लिए काम किया जाना चाहिए। इसके अलावा बेहतर बुनियादी ढांचे के जरिए विकसित क्षेत्रों को अविकसित जनजातीय क्षेत्रों से जोड़ने का महत्‍वपूर्ण लक्ष्‍य भी पूरा किया जाना चाहिए।
जनजातीय जनजीवन के सांस्‍कृतिक पहलुओं और उनके प्राचीन ज्ञान के भंडार की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने इन्‍हें डिजिटल रूप में संग्रह करने का भी आग्रह किया । उन्‍होंने अधिकारियों से कहा कि वे गणतंत्र दिवस परेड की तरह ही एक जनजातीय सांस्‍कृतिक महोत्‍सव के आयोजन की संभावना पर काम करें। उन्‍होंने यह भी कहा कि ई-वाणिज्‍य मंचों के जरिए जनजातीय समुदाय के उत्‍पादों के ऑनलाइन विपरण की संभावना तलाश की जाए।
जनजातीय समुदाय के स्‍वास्‍थ्‍य के संबंध में प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि जनजातीय आबादी में व्‍याप्‍त सिकेल सेल रक्‍त-अल्‍पता का वैज्ञानिक आधार पर अध्‍ययन किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि संबंधित विभाग इस रोग के इलाज के लिए स्‍टेम सेल उपचार की संभावनाएं तलाश करे।
प्रधानमंत्री ने नीति आयोग को निर्देश दिया कि जनजातीय क्षेत्रों के लिए योजना बनाने के समय प्रासंगिक अनुसंधान संस्‍थानों और प्रतिष्ठित विशेषज्ञों की सेवाएं ली जाएं। इस अवसर पर जनजातीय कार्य मंत्री श्री जुअल ओराम और आला अधिकारी भी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन
The Prime Minister, Shri Narendra Modi chairing the review meeting on tribal welfare, in New Delhi on January 20, 2015.