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शोभित विश्वविद्यालय की कार्यशाला में साफ्कोन ने तकनीकी ज्ञान बांटा

[मेरठ] शोभित विश्वविद्यालय की कार्यशाला में साफ्कोन ने तकनीकी ज्ञान बांटा शोभित विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग दिवस पर तकनीकी कार्यशाला का आयोजन किया गया
विश्वविद्यालय के सभागार में साफ्कोन कंपनी के द्वारा एक दिवसीय तकनीकी कार्यशाला का आयोजन किया गया|
उल्लेखनीय है कि भारत में प्रतिवर्ष 15 सितंबर को भारत के महान अभियन्ता एवं भारतरत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के जन्म दिन पर अभियन्ता दिवस (इंजीनियर्स डे) मनाया जाता है।
साफ्कोन कंपनी ने छात्रों को तकनीकी उद्योग जगत में कार्यरत होने के लिए तैयार करने के उद्देश्य से इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन+वायरलेस तकनीकी+ऑटोकेड+पी एल सी+ एम्बेडेड सिस्टम+बी एच डी एल आदि से सम्बंधित जानकारी दी |
कार्यक्रम का आरम्भ कुलपति डॉ आर पी अग्रवाल, कुलसचिव डॉ जयानंद ने माँ सरस्वती के समक्ष दीपप्रज्वलित करके किया| कुलपति डॉ आर पी अग्रवाल ने कहा कि वो दिन दूर नहीं जब इंजीनियरिंग की दुनिया में भारत के युवा इंजीनियर अपनी ख्याति स्थापित करेंगे। कुलसचिव डॉ जयानंद ने छात्रों को अपने तकनीकी क्षेत्रों में सक्षम होने एवं कार्यशाला के द्वारा ज्ञान अर्जित करने की सीख और शुभकामनाएं दी|
कार्यक्रम का संचालन डॉ निधि त्यागी एवं विजय महेशवरी ने किया| विभिन्न संकाय के लगभग ४०० विद्यार्थियों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया| कार्यशाला में विभिन्न संकाय के अध्यापकगण डॉ ममता बंसल, डॉ नीरज सिंघल, योगेश अवस्थी, सुमित अग्रवाल, संजीव कुमार, राजकिशोर सिंह, मृदुल, सुरभि, अनुपम आदि उपस्थित रहे|

शोभित विश्वविद्यालय में बायोइन्फरमेटिक्स ग्रीष्मकालीन सर्टिफिकेट कोर्स का समारोह पूर्वक समापन हुआ

[मेरठ]शोभित विश्वविद्यालय में बायोइन्फरमेटिक्स ग्रीष्मकालीन सर्टिफिकेट कोर्स का समारोह पूर्वक समापन हुआ|अंत में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गए
शोभित विश्वविद्यालय में चल रहे बायोइन्फरमेटिक्स पर ग्रीष्मकालीन सर्टिफिकेट कोर्स का आज विधिवत समापन हुआ
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आर पी अग्रवाल ने प्रतिभागियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि वर्तमान में जैव विज्ञान व् सूचना प्रौद्यौगिकी का संगम शोध कार्य का अभिन्न अंग बन गया है| इसलिए बायोइन्फरमेटिक्स में प्रचिलित सॉफ्टवेयर का ज्ञान आवश्यक है|
प्रतिभागियों में से अदिति ने अपने अनुभव के विषय मैं बताते हुए कहा की कोर्स में सिखाये गए डी एन ऐ व् प्रोटीन विश्लेषण में प्रयुक्त नवीन सॉफ्टवेयर जैसे ऑटोडॉक, होमोलोगी मॉडलिंग, ब्लास्ट बहुत लाभदायक होंगे|
उन्होंने कार्यक्रम की संयोजिका डॉ रेखा दीक्षित से इस प्रकार के कार्यक्रम पुनः आयोजित करने का आग्रह किया| इस दौरान अन्वेशा ने कोर्स में सिखाये गए पर्ल प्रोग्रामिंग, लाइनेक्स, लोमेट्स, रोबेट्टा,एच एच परेड, पाईमोल, एक्सपेज़ी का विवरण दिया| कार्यक्रम में डॉ ज्योति शर्मा, राशि अग्रवाल,आदित्य पुण्ढ़ीर,अन्वेशा,सौन्दरा राजन का सहयोग प्रशंसनीय रहा| कार्यक्रम के अंत में डॉ जयानंद ने धन्यवाद ज्ञापित किया|