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Tag: AppointmentOfJudiciary

सोणा मनमोहना सिंह “पूर्व”भी है इसीलिए काटजू की काट के लिए अपने चुप्पी कानून का “ज्यादा” पालन करेंगे

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपा चीयर लीडर

ओये झल्लेया देख तो डॉ मन मोहन सिंह की सरकार क्या चली गई उन्होंने तो पार्लियामेंट में अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर जवाब तक देने बंद कर दिए|ओये डॉ मन मोहन सिंह की सरकार ने रिटायरमेंट के बाद जिस जस्टिस मार्कण्डेय काटजू को प्रेस कौंसिल आफ इंडिया का चेयरमेन बनाया वोही अब डॉ मन मोहन सिंह पर आरोप लगा रहा है कि पूर्व प्रधान मंत्री ने २००५ में अपनी सरकार को डी एम के से बचने के लिए मद्रास के दागी जज[अशोक कुमार] को प्रोमोट किया था| ओये इसके बावजूद ये कांग्रेसी किस मुह से लोक सभा में नेता विपक्ष के ओहदा के लिए कटोरा उठाये फिर रहे हैं|हसाडे संसदीय कार्यमंत्री वेंकैय्या नायडू ने भी इनकी चुप्पी पर सवाल खड़ा कर दिया है

झल्ला

ओ मेरे भुलक्कड़ सेठ जी सत्ता पाते ही आप दो महीने में ही भूल गए कि डॉ मन मोहन सिंह ने प्रधान मंत्री रहते हुए भी अपनी जुबान कभी नहीं खोली थी अब तो “पूर्व” प्रधान मंत्री के पद पर प्रोमोट हो गए हैं [क्योंकि इसमें “पूर्व” ज्यादा लगा हुआ है ]इसीलिए वोह अब अपने चुप्पी के कानून का पालन ज्यादा करेंगे |ऐसे में उनसे बोलने की उम्मीद करना तो नाउम्मीदी को ही दावत देना है

मार्कण्डेय काटजू साहब की ईमानदारी पर सवालिया तो निशान लगेंगे लेकिन मोरल कर्ज की अदायगी हो जाएगी

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाडे अपने जस्टिस मार्कण्डेय काटजू ने भाजपा को खुश करने के लिए १० साल पुरानी घरैड को ब्लॉग करके हमें एक नई भसूड़ी डाल दिया है | अब सब तरफ से कहा जा रहा है कि पी एम रहे सोणे ते मन मोहने डॉ मन मोहन सिंह कोहली की केंद्र में सरकार को साउथ की डी एम के के हाथों से बचाने के लिए कानून मंत्री हंसराज भारद्वाज ने तमाम विरोधों के बावजूद [सुप्रीमो एम करुणा निधि को जमानत देने वाले] भृष्ट जज ई अशोक कुमार को पदोन्नति दी थी|ओये हसाडे भारद्वाज ने भी कह दिया है कि डी एम के ने उनपर दबाब जरूर बनाया था लेकिन उन्होंने कोई तरफदारी नहीं की| भई अनुसूचित जाति के जज को उत्पीड़न से बचाने के लिए ओनली जांच होने तक जज को ट्रांसफर नहीं करने को कहा गया था

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण ! आपजीकी जिस सरकार के भ्र्ष्टाचार की एक घटना को अपने पेट में दफ़न कर के दस साल तक रखने वाले जस्टिस काटजू ने उसी सरकार से प्रेस कौंसिल आफ इंडिया के चेयरमैन का ओहदा हासिल किया था अब उसका कार्यकाल समाप्ति की तरफ है|ऐसे में कांग्रेस में कश्मीरी मूल के राहुल गांधी के विरुद्ध बढ़ते असंतोष को डाइवर्ट करने के लिए सोणे ते मन मोहने कोहली साहब की तरफ ऊँगली मोड़ने से बेशक काटजू साहब की ईमानदारी पर सवालिया निशान लगेंगे लेकिन मोरल कर्ज की अदायगी हो जाएगी |