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Tag: Civil aviation minister Ajit singh

ड्रीम लाईनर को हैंग कर दिया अब बोइंग से हर्जाना भी वसूलेंगे


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

सिविल एविएशन चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये क्या गला फाड़ फाड़ कर बोइंग के ६ ड्रीम लाइनर की खराबियों के बारे में चिल्लाता जा रहा हैकभी कहता है लिथियम बैटरीमें आग लग गई+कभी कहता है कोक पिट का शीशा चटक गया +फिर बोलता है कि तेल रिसाव हो गया| ओये देख हसाड़े मंत्री चौधरी अजित सिंह ने एयर इंडिया से कह दिया है कि ऐ टी ऍफ़ की बचत कराने वाले छहों ड्रीम लाईनर विमानों के परों को बाँध कर इन्हें हैंगर्स में ही तब हैंग करके रख दिया जाये जब तक अमेरिका की ऍफ़ ऐ ऐ यानि फ़ेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन [फा] क्लियरेंस नहीं दे देती |ओये इससे एक कदम आगे बढ़ाते हुए हसाड़े चौधरी ने ड्रीम लाईनर के निर्माता बोइंग से उनके जहाज़ों को ना उड़ा पाने से होने वाले नुकसान का हर्जाना भी वसूलने की बात कह दी है|

ड्रीम लाईनर को हैंग कर दिया अब बोइंग से हर्जाना भी वसूलेंगे

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी झल्लेविचारानुसार बड़ी दुर्घटना होने की आंशंका होने पर एडवांस में छोटा मोटा नुकसान बर्दाश्त कर लेना दानिशमंदी कहलाता है|अब जब फा ने ही ५० ड्रीम लाईनर को जमीन पर खड़ा रखने के आदेश दे दिए हैं तो आप जी के पास कोई और विकल्प नहीं बचता |हाँ क्योंकि उड़ान पर पाबंदी उनकी तरफ से लगाई गई है तो हर्जाना देना भी उनका दाईत्व हैलेकिन इतिहास गवाह है आप जी अभी तक अपने २७ ड्रीम लाइनर के आर्डर की सप्लाई समय पर नहीं ले पा रहे|इस डिलीवरी में हो रही देरी के लिए हो रहे नुकसान का हर्जाना भी वसूलने में सफल नही हो रहे|आप कहते हो कि फा के साथ डी जी सी ऐ भी प्रमाण पात्र देगी तभी मानोगे और इस डी जी सी ऐ पर जर्मन फायनेंसर डीवी बी आरोप लगाने से पीछे नहीं हट रहा ऐसे में नए हर्जाने की मांग के लिए कितना जोर लगाओगे यह समझा जा सकता है|चतुर सुजाण जी दरअसल इन अमेरिकियों को पता है कि आप के यहाँ पानी का ढलान किस और है और ये लोग उस ढलान का उपयोग करने में माहिर हैं|

एयर इंडिया में आमदनी से ज्यादा हो रहे खर्चे को सीमित करने के लिए ५ सदस्सीय समिति का गठन:5 Members Committee In Air India

एयर इंडिया की कमाई बेशक बाद कर हर महीने 1,348 करोड़ रुपये तक जा पहुंची है मगर खर्चा 1,752 रुपये का हो रहा है अर्थार्त ४०४ करोड़ का शुद्ध घाटा| इस घाटे के अभिशाप से मुक्ति के लिए अब मंत्रालय ने खर्चे में कटौती के उपाय करने शुरू कर दिए हैं |इस पर पर सुझाव देने के लिए सरकार ने आज गुरुवार३ जनवरी को एक पांच सदसीय समिति का गठन किया है । वर्ष २०१२ में मार्च से अक्टूबर तक कम्पनी को हर माह 404 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है
कम्पनी हर महीने 1,348 करोड़ रुपये कमा रही है, जबकि 1,752 रुपये खर्च कर रही है, जिसके कारण उसे हर माह घाटा हो रहा है।एयर इंडिया की परिचालन लागत कम करने और वैश्विक मानकों के अनुरूप संसाधनों के इस्तेमाल में सुधार लाने के सुझाव देने के लिए एक ५ मेम्बर्स समिति गठित की गई है। समिति के सुझावों से सार्वजनिक क्षेत्र की इस कंपनी का कायाकल्प करने और वित्तीय पुनर्गठन योजना के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलाने की उम्मीद लगाई जा रही है|
केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री चौधरी अजित सिंह ने खस्ताहाली से गुजर रही विमानन कंपनी के कामकाज के संबंध में हुई समीक्षा बैठक के बाद आईआईएम (अहमदाबाद) के प्रोफेसर रवींद्र एच. ढोलकिया की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय समिति का गठन किया है ।
हाल के महीनों में एयर इंडिया के प्रदर्शन में सुधार के बीच विमानन कंपनी के लिए यह वित्त वर्ष सकारात्मक रहेगा। इस समिति के अन्य सदस्यों में नागर विमानन मंत्रालय में संयुक्त सचिव प्रभात कुमार, वित्त निदेशक राजेश अग्रवाल, एयर इंडिया के सी & आई सेवा निदेशक एस. मुखर्जी और विमानन कंपनी के संयुक्त प्रबंध निदेशक नासिर अली शामिल किये जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है|

:5 Members Committee In Air India

समिति द्वारा दो महीने के भीतर सिफारिश पेश किए जाने की उम्मीद है।मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “समिति दो महीने में सिफारिश पेश करेगी, लेकिन समिति से बिना पूर्ण रिपोर्ट के तैयार होने का इंतजार किए एक तात्कालिक सिफारिश रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया, जिसे तत्काल विमानन कम्पनी अपना सकती है।