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९० हजार पोस्टमेन और पोस्ट वीमेन नई ड्रेस में आएंगे द्वार

[नई दिल्ली] ९० हजार पोस्टमेन और पोस्ट वीमेन नई ड्रेस में आएंगे द्वार
घर पर अगर डाकिया नई ड्रेस में दिखाई दे तो हैरान ना हो क्योंकि सरकार ने आज से उनके लिए नई ड्रेस लांच कर दी है| डाक विभाग द्वारा आज [महिला एवं पुरुष ]नेशनल इंस्टीटूट आफ फैशन टेक्नोलॉजी के सहयोग से पोस्टमैन के लिए नई ड्रेस लांच की है | खादी एवं ग्रामीण उद्योग कमीशन (KVIC) द्वारा यह ड्रेस मुहैय्या करवाई जाएगी |सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा ड्रेस अलाउंस के लिए रु ५००० स्वीकृत किये|
केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा द्वारा ९०००० पोस्टमेन /पोस्टवोमेंन आदि के लिए इस नई ड्रेस को लांच किया गया है |

मोदी सरकार अन्य पिछड़ा वर्ग[ OBC]के छात्रों को एनआईएफटी में आरक्षण देगी

[नई दिल्ली]मोदी सरकार अन्य पिछड़ा वर्ग [ OBC]के छात्रों को एनआईएफटी[NIFT]में आरक्षण देगी |
एनआईएफटी देशभर में फैले अपने 15 परिसरों के जरिए पूर्णकालिक डिग्री कार्यक्रम चलाता है।
इसके कार्यान्वयन के लिए मौजूदा आरक्षण व्यवस्था में बदलाव किये बगैर एनआईएफटी के मौजूदा परिसरों का उन्नरयन – निधियों के उपयोग की समय सीमा बढा़ई गई है |
प्रधानमंत्री नरेन्द्रो मोदी की अध्यक्षता में आयोजित केन्द्रीीय मंत्रिमंडल की बैठक में अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों के आरक्षण के कार्यान्वियन के लिए एनआईएफटी के मौजूदा परिसरों के उन्ऩयन को मंजूरी दी गई। इसके संदर्भ में निधि के उपयोग के लिए समय सीमा को बढ़ाने की मंजूरी भी दी गई।
निधियों में उपलब्ध् बकाया धनराशि 90.13 करोड़ रुपये के उपयोग की समय सीमा को बढ़ाया गया। यह समय सीमा 31 मार्च, 2015 के दो वर्ष बाद यानी मार्च, 2017 तक बढ़ाई गई है।
कपड़ा मंत्रालय ने 1986 में एक स्वायत्तशासी सोसायटी के रूप में एनआईएफटी का गठन किया था। इसका गठन सोसायटीज रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1860 के तहत फैशन प्रौद्योगिकी में बेहतरीन शिक्षा प्रदान करने के लिए किया गया था। मौजूदा एनआईएफटी परिसरों के उन्नरयन की योजना तथा अन्य पिछड़ा वर्ग छात्रों के आरक्षण को लागू करने के संबंध में अतिरिक्त‍ संरचनात्माक सुविधाओं को तैयार करने में मदद मिलेगी,जिनमें अतिरिक्ति कक्षाएं, प्रयोगशालाएं, छात्रावास तथा मशीनरी और उपकरणों की खरीद शामिल हैं।

राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान में बीते वर्ष के मुकाबिले इस वर्ष २८% अधिक छात्रों ने प्रवेश लिया

फैशन प्रौद्योगिकी छेत्र में लोगों का रुझान बढ रहा है जिसके फलस्वरूप बीते वर्ष के मुकाबिले इस वर्ष २८% अधिक छात्रों ने राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईएफटी) में प्रवेश लिया है|
वर्ष 2013 में राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईएफटी) ने पूर्व-स्नातक /स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में 3187 छात्रों को प्रवेश दिया है। यह विगत वर्ष में प्रवेश लेने वाले छात्रों की संख्या की तुलना में 28 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है।
राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान की स्थापना भारत सरकार के कपड़ा मंत्रालय द्वारा वर्ष 1986 में की थी और वर्ष 2006 में भारतीय संसद के अधिनियम के जरिये इसे वैधानिक दर्जा प्रदान किया गया था ताकि यह संस्थान डिग्रियां और अन्य शैक्षिक विशिष्टताओं का वितरण करने के लिए अधिकृत हो सके। देश भर में इसके 15 केन्द्र हैं, जो बंगलूरू, गांधीनगर, नई दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, शिलांग, कांगडा, कन्नूर, भोपाल, भुवनेश्वर, जोधपुर, पटना, रायबरेली आदि स्थानों पर हैं।
एनआईएफटी फैशन शिक्षा के क्षेत्र में शैक्षिक विशिष्टता के लिए प्रतिबद्ध है और इसके पूर्व-छात्रों की संख्या 15,000 हो गयी है जिनमें से बहुत से लोग अग्रणी उद्यमियों के रूप में उभरे हैं।