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अखिलेश जी के नाम खुला पत्र :४० हजार करोड़ के स्टेचू पार्कों में कृपया रिपेयर ही करवा दो

अखिलेश यादव जी आप सबसे बड़े प्रदेश में दबंग परिवार के मुख्य मंत्री हैं जाहिर है आप तक इस नाचीज की पहुँच नामुमकिन है इसीलिए एक खुला पत्र लिख रहा हूँ। सपा +बसपा की सियासी ढाह+ मिस गवर्नेंस से ४०००० करोड़ रुपयों की लागत के पार्क मात्रा दो वर्षों में ही लखनयू+नोएडा+बादल पर+मेरठ आदि के पार्क अव्यवस्था+दुर्दशा का शिकार हो रहे हैं |यह टैक्स पयेर्स के साथ धोखा है और राष्ट्रीय संपत्ति की हानि है |
आदरणीय यूं पी की सत्ता सँभालते समय आप ने मीडिया के सामने कहा था कि मायावती के बनाये मूर्ति पार्कों के हाथियों को दान पानी बंद करदेंगे तो ये स्वत् ही मर जायेंगे ।उस समय आप ने कुछ मुस्कुराते हुए यह बात कही थी लेकिन इसकी गंभीरता अब दिखने लग गई है।वाकई हाथी मरने लग गए हैं यकीं ना हो तो कुछ फोटोज भी अपलोड कर रहा हूँ ।इस पार्क का शिलान्यास आप के पिता श्री मुलायम सिंह यादव जी के कर कमलों से कभी हुआ था जिसका सौन्द्रीयकरण आपजी की भुआ जी अर्थार्त मायावती के कार्यकाल में हुआ इस पर भी लाखों रुपये लगाये गए । आप ने आरोप लगाया है कि आपकी भुआ जी के कार्यकाल में ऐसे पार्कों के निर्माण में ४०००० करोड़ रुपयों का गबन हुआ ,जिसकी जांच की जारही है । इस जाँच को लगता है अगले चुनावों तक अवश्य ज़िंदा रखा जाएगा।क्योंकि अगर आप पार्कों के विरुद्ध होते तो शायद जनेश्वर मिश्रा की स्मृति में ६ अगस्त को एशिया के सबसे बड़े ऑर्गेनाइज्ड लखनयू के पार्क पर अपने नाम की मोहर नहीं लगाते । यह भी दुर्भाग्य है कि यह आलीशान पार्क समारोह के तीन दिनों के पश्चात ही भैसों के तबेले में तब्दील हो गया।बेशक आप लोगों का प्रेम भैसों से हैं और आलीशान पार्कों के बाहर आपके नाम के शिलापट लगे हैं फिर भी ३०० करोड़ रुपयों की लागत के ये पार्क आपकी सरकार की मिस मैनेजमेंट/मिस गवर्नेंस की कहानी ही सुना रहे हैं । अब दुखद यह है कि चालीस हजार करोड़ की लागत के ये सारे पार्क टैक्स पयेर्स की जेब से बने हैं केन्द्रसे पैसा खसौट कर बने हैं| इसीलिए यह अब राष्ट्रीय धरोहर है जिसकी देखभाल का जिम्मा अब आपकी सरकार के हाथों में हैं ।चूंकि आपने इन पार्कों की मेंटेनेंस घोंट दी है इसीलिए अब ये अपनी दुर्दशा को प्राप्त हो रहे हैं । आपकी भुआ जी की” बसपा” पार्टी के गिनती के विधायकों ने पिछले माह विधान सभा में पार्कों के मुद्दे को उठा कर औपचारिकता निभा दी और आप लोगों ने भी दबंगई से बसपा को ही कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया । भाजपा वालों को इसमें कोई हिन्दुत्त्व का मुद्दा नजर नहीं आ रहा |ये तो बात हुई सियासत की और ये सियासत आप ही जानो आम जनता में शामिल यह नाचीज तो जनता के पैसों से बनाये गए पार्कों की बदहाली को लेकर परेशान हैं। आप लोग पहले पार्कों में पुरानी परिपाटी को ध्वस्त करने के लिए होम गार्ड लगाने की घोषणा जोर शोर से करते हो कुछ समय पश्चात वोह भी दिखाई नहीं देते । फलस्वरूप पार्कों में लगा जनता का पैसा बर्बाद हो रहा है|और मिस गवर्नेंस का रोना रो रहा है |
अखिलेश यादव जी आपने अपनी घोषणा के अनुसार प्रदेश में भुआ मायावती द्वारा बनवाए गए हाथी पार्कों का दाना पानी बंद कर दिया है तभी ४० हजार करोड़ रुपयों से निर्मित ये मूर्ति पार्क मात्र दो सालों में ही बीमार होने लग गए हैं|
यहां यह भी कहना लाजमी है कि जनता से वसूले जा रहे अनाप शनाप टैक्स का दुरूपयोग अगर देखना हो तो उत्तर प्रदेश से बेहतर कोई दूसरा उदाहरण नहीं हो सकता |
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और आपके पिता श्री पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव जी ने इलाहाबाद में चुनावी सभा में घोषणा की थी कि अगर समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में सत्ता में आती है तो मायावती सरकार की ओर से बनाये गए पार्कों और स्मारकों में स्कूल और अस्पताल बनाएगी| आप लोग बहुत दयालू हो जन सेवक हो|सहयोगी हो आप ने अपनी भुआ जी की खंडित मूर्ति को रातों रात बदलवा दिया .इसीलिए देर सवेर अपनी घोष्ाणों को पूरा कर ही लोगे लेकिन तब तक कृपया रिपीट कृपया पार्कों के झूलों +बेंचो +फाउंटेन +प्ले एरिया की भी रिपेयरिंग करा दो सुबह सेर करने वालों का ब्लड प्रेशर सुबह सुबह नहीं बढ़ेगा |