Ad

Tag: World Sufi Forum

“मोदी”ने””आतंकवाद”की बढ़ती जा रही काली परछाईं में”सूफीवादी” उम्मीद के नूर की अलख जगाई

[नई दिल्ली]”मोदी”ने””आतंकवाद”की बढ़ती जा रही काली परछाईं में”सूफीवादी” उम्मीद के नूर की अलख जगाई
भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने इस्लाम को शांति और सद्भाव का संदेश वाहक बताते हुए आतंक को धर्म से नहीं जोड़ने की दिल्ली में अंतराष्ट्रीय अलख जगाई |
शांति और सद्भाव के संदेश के लिए इस्लाम की तारीफ करते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में कहा कि अल्लाह के 99 नामों में किसी का अर्थ हिंसा से नहीं है | उन्होंने इस बात पर विशेष जोर दिया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई किसी धर्म के खिलाफ टकराव नहीं है तथा आतंक और धर्म को अलग किया जाना चाहिए।उन्होंने बताया के आतंवाद के विरुद्ध लड़ाई में १००० डॉलर्स का खर्च हो रहा है जबकि इतनी बढ़ी रकम को गरीबों के कल्याण के लिए खर्च किया जा सकता है|
प्रथम विश्व सूफी मंच को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘मानवता के लिए इस महत्वपूर्ण समय पर इस शानदार कार्यक्रम का आयोजन होना दुनिया के लिए अहम है। जब हिंसा की काली परछाईं बड़ी होती जा रही है तो उस समय आप उम्मीद का नूर या रोशनी हैं। जब जवान हंसी को बंदूकें खामोश कर रही हैं तो आपकी आवाज मरहम है।’’ सूफीवाद के संदेश को आगे बढ़ाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई किसी धर्म के खिलाफ टकराव नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई किसी धर्म के खिलाफ टकराव नहीं है।यह मानवता के मूल्यों और अमानवीयता की ताकतों के बीच संघर्ष है। इस संघर्ष को सिर्फ सैन्य, खुफिया या कूटनीतिक तरीकों से नहीं लड़ा जा सकता।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘यह ऐसी लड़ाई है जिसे हमें मूल्यों की ताकत और धर्म के वास्तविक संदेश के माध्यम से जीतना होगा। जैसा कि मैंने पहले कहा कि आतंकवाद और धर्म के बीच किसी भी संबंध को हर हाल में नकारना होगा। जो लोग धर्म के नाम पर आतंक फैलाते हैं वो धर्म विरोधी हैं।
फोटो कैप्शन
The Prime Minister, Shri Narendra Modi at the World Sufi Forum, in New Delhi on March 17, 2016.