Ad

“आप” के आशुतोष”आंसू”पार्ट २ बना कर नहीं मचा पाये दुहाई

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

आम आदमी पार्टी चेयर लीडर

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है?ओये हसाडे रैली में एक किसान ने आत्म हत्या क्या कर ली ये सारे हसाडे पीछे ही पड़ गए |उठते +बैठते+खाते +पीते+सोते +जागते हमें ही कोसा जा रहा हैओये अब तो हद ही हो गई |यारा टी वी चैनल पर आशुतोष को इतना प्रताड़ित किया गया की बेचारे फूट फूट कर रोने लग गए लेकिन ट्वीटर पर ट्वीटाने वालों ने इसका भी मजाक बना कर रख दिया

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण आपजी के चौबे[आशुतोष] जी छब्बे[राज्य सभा मेंबर] जी बनने के चक्कर में दूबे ही बन कर रह गए हैं |पहले उन्होंने अरविन्द केजरीवाल के आंसूओं को भुना कर असंतुष्ट गुट को बाहर करवाने में अहम भूमिका निभाई |अपनी किताब में भी इन्ही आंसूओं की कीमत बढ़ाई|अब पुनः इस संकट की घडी में आशुतोष जी को आंसूओं की ही याद आई सो “आंसू”पार्ट २ बना कर मचा दी दुहाई |अरे भापा जी इनकी नियत की खुलती जा रही है कलई इसीलिए कंडीशनल माफ़ी भी अब काम नहीं आई |