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Tag: ट्रैफिक जाम

मेरठ में ट्रेफिक जाम एक संस्कार बन चुका है

मेरठ में ट्रेफिक जाम एक संस्कार बन चुका है |एक कार्नर से लेकर दूसरे कौने तक जन जीवन इस टेरिफिक ट्रेफिक से त्रस्त है|यह कचहरी रोड का द्रश्य है यहाँ सुबह से लेकर

मेरठ में ट्रेफिक जाम एक संस्कार बन चुका है

मेरठ में ट्रेफिक जाम एक संस्कार बन चुका है

शाम तक ऐसे सीन आम हो चले हैं |

प्रोमोशन में रिजर्वेशन बिल की प्रति लोक सभा में फटी:सोनिया गांधी की रोकने की कौशिश नाकाम: Promotion In Reservation

प्रमोशन में रिजर्वेशन का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज बुधवार को लोकसभा में प्रमोशन में आरक्षण के बिल को फाड़ा गयाऔर सांसदों में हाथापाई भी हुई |इससे आहत .स्पीकर मीरा कुमार ने सदन की कार्यवाही पहले तीन बार स्थगित करने के पश्चात फिर कल तक के लिए सदन स्थगित कर दिया| बिल का भविष्य भी फिलहाल अधर में लटक गया है|
आज संसद की कार्यवाही शुरू होते ही प्रमोशन में कोटा बिल पर एसपी का विरोध शुरू हो गया। बार-बार सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद जब तीन बजे कार्यवाही शुरू हुई और पीएमओ में राज्यमंत्री नारायणसामी ने बिल पेश करने की कोशिश की तो समाजवादी पार्टी के सांसद[नगीना] यशवीर सिंह खड़े हो गए और उन्होंने श्री सामी के हाथ से बिल छीन लिया। लोकसभा में विभाजित सदस्यों के हंगामे के चलते लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को तीन बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। सबसे पहले कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक और फिर दोबारा दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित की गई। तीसरी बार दोपहर तीन बजे तक के लिए सदन को स्थगित किया गया।
सुबह प्रश्नकाल जैसे ही शुरू हुआ समाजवादी पार्टी (एसपी), जनता दल (युनाइटेड) व शिवसेना के सदस्य अध्यक्ष के आसन के नजदीक पहुंच गए और विधेयक के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। शिवसेना के नेताओं की मांग थी कि सरकार कपास के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ा दे।
विधेयक राज्यसभा में पिछले सप्ताह पारित हुआ था। अब इसे लोकसभा में रखा जाना है। विपक्षी सदस्यों को शांत करने के प्रयास में कांग्रेस सदस्यों ने भी विधेयक के समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि हम सामाजिक न्याय चाहते हैं।
दिल्ली में रविवार की सामूहिक दुष्कर्म की घटना के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), अकाली दल और जद (यु) की महिला सांसद अध्यक्ष के आसन के नजदीक पहुंच गईं और उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर बहस कराने की मांग की।
.बुधवार को कोटा बिल को लोकसभा में पेश किया जाना था जिस दौरान यह घटना हुई. इस हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है|
समाचार चैनल एबीपी न्यूज के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यशवीर सिंह को रोकने की कोशिश की. सोनिया का यह रुख देखकर अन्य कांग्रेसी सांसद भी भड़के.जिसके बाद छीना-झपटी हुई और उस दौरान बिल की कॉपी फट गई.गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी प्रमोशन में आरक्षण बिल को असंवैधानिक बताती रही है|संसद से बहार भी इस बिल का विरोध जारी रहा| उत्तर प्रदेश और मेरठ में जगह जगह प्रदर्शन हुए और कांग्रेस तथा बी जे पी के विरुद्ध नारे लगाये गए| मेरठ के व्यस्तम बेगम पुल चौराहे पर बिल विरोधियों ने ट्रेफिक जैम किया और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर लक्ष्मी कान्त वाजपई के निवास पर प्रदर्शन भी किया

क्‍या कांग्रेस बताएगी कि महा रैली के लिए किसको और कितने पैसे दिए :केजरीवाल

आईएसी नेता अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर कांग्रेस पर सवाल दाग दिया है|. इस बार रविवार को हुई कांग्रेस की महारैली को निशाना बनाया गया है| केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस जनता को अपनी इस महारैली का हिसाब दें.
रविवार को रामलीला मैदान में हुई कांग्रेस की महारैली पर सवाल करते हुए केजरीवाल ने कहा कि, ‘कांग्रेस आरटीआई लाने का क्रेडिट लेना बंद करें.क्‍या कांग्रेस बताएगी कि इस रेली में कितने पैसे खर्च हुए हैं.’ इस रैली में शामिल हुई भीड़ के लिए केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस ने लोगों को पैसे दिए हैं. कांग्रेस की इस रैली की तैयारी पिछले लंबे समय से चल रही है.केजरीवाल ने ट्विटर पर ट्वीट कर कांग्रेस से पूछा है कि क्या वे रैली के लिए परिवहन, खान-पान, विशेष ट्रेनों आदि पर हुए खर्च की पूरी जानकारी आम जनता के सामने सार्वजनिक कर सकती है या नहीं। क्या इस रैली में आए लोगों को कांग्रेस ने पैसे दिये। क्या कांग्रेस रैली पर हुए खर्चे का हिसाब देगी। केजरीवाल ने कहा है कि कांग्रेस को अपने खाते सार्वजनिक करने चाहिए | गौरतलब है कि रविवार को दिल्ली में हुई कांग्रेस की इस रैली ने ट्रैफिक की समस्या से सबको रुलाया । सभी प्रमुख सड़कों पर जाम लगा रहा। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी रैली में शामिल थे |

क्‍या कांग्रेस बताएगी कि महा रैली के लिए किसको और कितने पैसे दिए :केजरीवाल

एफडीआइ के समर्थन में काग्रेस की रैली में शामिल होने अन्य राज्यों से लोगों के आने का सिलसिला सुबह ही शुरू हो गया था। आइएसबीटी-राजघाट रिंग रोड, धौलाकुंआ से ग्यारह मूर्ति आने वाले सरदार पटेल मार्ग, विकास मार्ग, आइटीओ से इंडिया गेट जाने वाली सड़क सहित रामलीला मैदान की ओर जाने वाली सड़कों पर गाड़ियों की कतार से जाम लग गया। जिसे जहा गाड़ी खड़ी करने की जगह मिली, वहीं गाड़ी पार्क कर रैली में शिरकत करने के लिए पैदल निकल पड़ा। राजघाट, इंडिया गेट, पुराना किला, माता सुंदरी रोड, निजामुद्दीन ब्रिज, नीला गुंबद, वजीराबाद टी प्वाइट पर निर्धारित पार्किग स्थल जहा जगह मिली वहीं गाड़िया खड़ी कर रैली में हिस्सा लेने आए लोगों की हिम्मत ट्रैफिक जाम के आगे जवाब दे गई।ट्रैफिक पुलिस ने रैली के लिए दिल्ली की सीमा में कम से कम एक हजार बस तथा तीन हजार अन्य निजी गाड़ियों से लोगों के आने का अनुमान किया था। लेकिन शनिवार देर रात से ही जो जन सैलाब उमड़ना शुरू हुआ तो सभी अनुमान धरे रह गए |
गौरतलब है की पूर्व में कांग्रेसी नेताओं ने आई ऐ सी के खर्चे का हिसाब मांगा था और रैली में भी इन्हें निशाना बनाया गया था संभवत केजरीवाल ने कांग्रेसी सिक्के में ही आरोपों को लौटा दिया है|