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भारतीय मूल के रवि चौधरी को फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन के २१०० संघीय कर्मचारियों की कमान

वाशिंगटन [डीसी] भारतीय मूल के रवि चौधरी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर के रूप में २१०० संघीय कर्मचारियों की कमान
श्री रवि भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं |इन्हें फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन[एफएए] के एक अहम पद पर नियुक्त किया गया है।
वायु सेना केपूर्व अधिकारी श्री रवि को नौ विभिन्न क्षेत्रों में उड्डयन संचालन की देखरेख और क्रियान्वयन का प्रभार सौंपा गया है।
जार्ज टाउन यूनिवर्सिटी से शिक्षित श्री रवि पर एफएए में क्षेत्रीय एवं केंद्रीय संचालन के कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्य करते हुए 28.8 करोड़ डॉलर के बजट को क्रियान्वित करने और देशभर के नौ क्षेत्रों में 2100 से ज्यादा संघीय कर्मचारियों का नेतृत्व करने कार्यभार होगा

ड्रीम लाईनर्स[७८७] की उड़ान के ड्रीम्स पूरे होने के चांसेस बने : बोइंग ने बैटरी बदलने की कार्यवाही शुरू की

बोइंग के ड्रीमलाइनर[787] विमान आगामी माह में एयर इंडिया के ड्रीम्स को पूरा करने के लिए आसमान में उड़ान भरने लगेंगे |इससे ना केवल एयर इंडिया के महाराजा की कर्जे से झुकती जा रही कमर कुछ सीधी होपायेगी वरन निजी एयर लाइन्स को कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना भी करना पडेगा| अमरीका के फेडरेल एविएशन एडमिनिस्ट्रिटेशन (FAA) द्वारा हरी झंडी लहराने के पश्चात बोइंग के ड्रीमलाइनर विमान जल्द ही फिर से आसमान में दिखेंगे | जापान आदि देशों में ड्रीम लाईनर .विमानों में जनवरी में उड़ान के दौरान बैट्री में आग लगने की शिकायतें मिलने के बाद अस्थाई तौर पर विश्व भर में ५० विमानों पर रोक लगा दी गई थी |यधपि भारत में ऎसी कोई घटना नहीं घटी फिर भी बोइंग के निर्देश पर भारत में भी ६ विमान ग्राउंडडेड किये गए थे|
बोइंग ने वॉशिंगटन से जारी अपने अधिकारिक बयान में जानकारी दी है कि अमरिकी अधिकारियों ने जापानी बैटरी निर्माता और बोइंग द्वारा द्वारा दोबारा से तैयार बैट्री प्रणाली को मंजूरी दे दी है | नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) प्रमुख अरण मिश्र के अनुसार बोइंग के इंजीनियरों का एक दल भारत आ रहा है और जल्द ही वे एयर इंडिया के छह ड्रीमलाइनर विमानों में नयी बैट्रियां लगाने का काम शुरू करेंगे. यदि सब कुछ ठीक हो गया तो एयर इंडिया रोम+ मॉस्को+ सिडनी+पैचिङ्गआदि के लिए उड़ान शुरू कर अपना अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क बढ़ा सकेगी। गौरतलब है की एयर इंडिया द्वारा२००६ में २७ ड्रीम लाईनर्स के लिए सौदा किया गया था|जिनमे से केवल छह विमान ही प्राप्त हुए थे और वाटर कैनन से स्वागत किये जाने के पश्चात भी वोह अपेक्षित उडान नहीं भर पाए|इन विमानों के लिए दिल्ली से बेंगलुरु, चेन्नै, कोलकाता, पेरिस, फ्रैंकफर्ट और दुबई के मार्ग उड़ानों की यौजना बनाई जा चुकी थी|
जनवरी में इनकी उड़ाने बंद होने के कारण एयर इंडिया को प्रतिदिन पौने तीन करोड़ रुपयों का घाटा हो रहा है|।