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Archive for: November 2012

राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में २९४ महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स प्रस्तुत किये गए

राष्ट्रीय बाल विज्ञानं कांग्रेस के बाराबंकी में आयोजित तीन दिवसीय सम्मलेन का शनिवार को विधिवत समापन हुआ|
इसमें प्रदेश के ७५ जिलों से २९४ प्रोजेक्ट प्रस्तुत किये गए इन प्रोजेक्ट्स में से सर्वश्रेष्ठ प्रोजेक्ट्स को राष्ट्रीय सम्मलेन में प्रस्तुत किया जायेगा|यह राष्ट्रीय सम्मलेन दिसंबर २०१२ में बाराबंकी में होगा| थीम एनर्जी एक्स्प्लोर ,हार्नेस एंड कांसेर्वे [energy explore,harness and conserve]पर आधारित इस यौजना में बाल वैज्ञानिकों ने बिजली+पानी+उर्जा आदि विषयों पर सराहनीय प्रोजेक्ट्स प्रस्तुतु करके अपनी प्रतिभा का परिचय दिया| इसमें मेरठ की दो प्रतिभाओं का भी चयन किया गया |
इस योजना के उदघाटनकर्ता पूर्व राष्ट्रपति ऐ पी जे अबुल कलाम के अलावा सी एम् नौटियाल [बी एस आई. पी].+सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिं आदि ने भी बाल वैज्ञानिकों का मार्ग दर्शन किया|

राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में २९४ महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स प्रस्तुत किये गए

धर्मेन्द्र यादव और अक्षय यादव हैं तो प्रतीक यादव को भी लोक सभा का टिकट दो

लगता है कि किसी भी छेत्र के विकास के लिए वहां से सत्तारुद दल के परिवार के एक प्रतिनिधि का होना आवश्यक हो गया है| इसीलिए आजम गढ़ के विकास के लिए मुलायम सिंह यादव के पुत्र प्रतीक यादव को लोक सभा के चुनावों उतारने की मांग जोर पकड़ने लगी है| कांग्रेस के वंशवाद के विरुद्ध नारे लगा कर सत्ता तक पहुंचे समाजवादी मुलायम सिंह यादव पर अब स्वयम परिवार को आगे लाने के लिए दबाब बनने लगा है| आज शनिवार को आजम गढ़ से मुलायम सिंह के पुत्र प्रतीक यादव को चुनाव लड़वाने के लिए नारे बाज़ी हुई| ‘हमारा सांसद कैसा हो, प्रतीक यादव जैसा हो’ यह नारा शनिवार को सूबे के सपा प्रदेश मुख्यालय में घंटों गूंजा। आजमगढ़ जिले के दो दर्जन से अधिक ग्राम प्रधानों के साथ आए समर्थकों ने मुलायम सिंह के दूसरे पुत्र प्रतीक यादव को टिकट देने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की। यहाँ से बलराम यादव को लोकसभा का उम्मीदवार बनाया जा चुका है। बलराम यादव फिलहाल प्रदेश सरकार में मंत्री हैं|

धर्मेन्द्र यादव और अक्षय यादव हैं तो प्रतीक यादव को भी लोक सभा का टिकट दो


प्रधान जगदीश यादव व रामसकल की अगुवाई में प्रदर्शन करने पहुंचे आजमगढ़ के लोग केवल टिकट का ही ही दबाव नहीं बना रहे थे बल्कि विधायकों की उदासीनता से नाराज भी थे। उनका कहना था कि आजमगढ़ का कमिश्नरी घोषित करने के बीस वर्ष बाद भी क्षेत्र का विकास पूरी तरह ठप्प है। पार्टी के विधायक भी क्षेत्रवासियों की सुध नहीं लेते है।
मुलायम सिंह के परिवार से किसी प्रभावशाली व्यक्ति को प्रत्याशी बना दिया जाए तो क्षेत्र का विकास तेजी से होगा। ऐसे में प्रतीक से उपयुक्त अन्य कोई उम्मीदवार नहीं हो सकता। प्रधान भगवान गुप्ता व शिवदास का कहना था कि उन्हें किसी ने उकसा कर नहीं भेजा।
प्रत्याशियों की पहली सूची आने से पहले भी आजमगढ़ से लोगों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को ज्ञापन सौंपा था। उन्होंने प्रतीक को प्रत्याशी घोषित करने तक आंदोलन जारी रखने की बात कहीं। ग्राम प्रधान राम सिंगार कहना था कि जब रामगोपाल यादव के पुत्र अक्षय यादव को फिरोजाबाद सीट से उतारकर राजनीति में एंट्री कर दी गई तो प्रतीक यादव को क्योंनहीं?

आपसी कलह तो नहीं

आजमगढ़ से प्रतीक यादव को प्रत्याशी बनाने की मांग के पीछे पंचायती राज मंत्री बलराम यादव का विरोधी खेमा होने की आशंका जतायी जा रही है। उल्लेखनीय है उम्मीदवारों की पहली सूची में बलराम यादव को आजमगढ़ से लोकसभा प्रत्याशी घोषित किया जा चुका है।

वंशवाद

2014 के लोकसभा के लिए चुनावों में मुलायम के घर से कम से कम चार उम्मीदवार मैदान में होंगे। सपा प्रमुख खुद मैनपुरी से मैदान में होंगे तो
कन्नौज में बहू डिंपल दांव पर होगी। फिरोजाबाद की सीट निकालने का जिम्मा होगा रामगोपाल के बेटे अक्षय यादव पर तो भतीजे धर्मेंद्र बदायूं से पार्टी के उम्मीदवार होंगे।
परिवार में समाजवाद की ये फेहरिस्त और लंबी भी हो सकती है क्योंकि 80 में से 25 सीटों पर अभी भी उम्मीदवार के नाम का ऐलान होना बाकी है। वैसे इन चार से आगे रामगोपाल यादव पहले से ही राज्यसभा से सांसद हैं जबकि अखिलेश तो प्रदेश के सीएम ही हैं।

आदमी को सदा अपनी सीमा में रहकर ही कार्य करना चाहिए

रहिमन अति न कीजिये , गहि रहिये निज कानि ।
सैजन अति फूले तऊ , डार पात की हानि ।
अर्थ : रहीम दास जी कहते हैं किसी भी चीज की भी अति कदापि न कीजिये । हमेशा अपनी मर्यादा को पकड़े रहिये । जैसे सहिजन वृक्ष के अत्याधिक विकसित होने से उसकी शाखाएँ और पत्ते झड़ जाते हैं ।
भाव : अति हर चीज की बुरी होती है । आदमी को सदा अपनी सीमा में रहकर ही कार्य करना चाहिए
संत रहीम दास जी की वाणी
प्रस्तुति राकेश खुराना

मोहर्रम पर टकराव से पीड़ित अब्दुल्लाहपुर में आज दुकाने नहीं खुली

मेरठ के अब्दुल्लाह पुर में कल मोहर्रम पर हुए बवाल के पश्चात यद्यपि आज का दिन शांतिपूर्वक बीता मगर छेत्र में तनाव के कारण बाज़ार नहीं खुले और पोलिस का पहरा जारी है|
गौरतलब है कि बीती रात मोहर्रम के जुलुस के दौरान शिया और सुन्नी लोगों में टकराव हो गया था जिसके फलस्वरूप गोलियां चली और अनेक लोग घायल हो गए|इन गोलियों की आवाज़ और लोगों में मची भगदड़ से आस पास बसी नई कालोनियों के लोग चौकन्ने हो गए और अपनी कालोनियों में सुरक्षा व्यवस्था के लिए वोलंतियर्स तैनात कर दिए|लोगों का कहना है कि अब्दुल्लाह पुर में इतने सारे असलाह से फायरिंग हुई यह कानून व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगाता है|

केजरीवाल टीम ने नई “आम आदमी पार्टी” बनाई , स्थापित पार्टियों ने मज़ाक उड़ाया

मैं हूं आम आदमी-मैं लूंगा स्वराज, मैं हूं आम आदमी-मैं लूंगा पूर्ण आजादी। मैं हूं आम औरत-मैं दूर करूंगी महंगाई आदि नारों के साथ अरविन्द केजरीवाल ने अपनी राजनीतिक पार्टी की घोषणा कर दी है| पार्टी का नाम ऍम आदमी पार्टी रखा गया है | स्थापित राजनीतिक दलों ने इसका मजाक उड़ाया है| जबकि इंडिया अगेंस्ट करप्शन की किरण बेदी ने कहा कि चुनावों में एक विकल्प के रूप में आम आदमी पार्टी के नाम को सुझाया जा सकता है|अब आई ऐ सी के नाम पर अन्ना टीम का अधिकार होगा|
कांस्टीट्यूशन क्लब में हुई नेशनल काउंसिल की बैठक में पार्टी का संवैधानिक ढांचा तय हो गया है।इसका ढांचा राजधानी दिल्ली से लेकर गांवों तक फैला होगा। पार्टी में आंतरिक लोकपाल भी होगा और एक परिवार का एक ही सदस्य पदाधिकारी होगा। 26 नवंबर को जंतर-मंतर पर पार्टी की पहली रैली होगी। सोमवार को जंतर मंतर पर आने वाले को इस पार्टी का संस्थापक सदस्य माना जाएगा.
अरविंद केजरीवाल ने जोर देकर कहा, “न्याय हमें अधिकार के तौर पर मिलना चाहिए. यदि पैसा हो और अच्छा वकील मिल जाए या फिर कोई वकील दया कर ले तो आपको आज न्याय मिल सकता है…ये बदलना होगा. लोगों को सरकार के कामकाज और कानून बनाने की प्रक्रिया में और अधिकार होने चाहिए. इस पार्टी का लक्ष्य है कि एक परिवार से एक सदस्य कार्यकारिणी या फिर चुनाव में भाग ले सकता है.
पार्टी नेता संजय सिंह ने कहा कि यहां जो लोग आए हैं वो आम आदमी हैं। जो इस देश की पीड़ा को समझ भी रहे हैं और उसके निवारण के लिए काम भी कर रहे हैं। सालों से भुगत रहे हैं भ्रष्टाचार को। ये लोग परिवर्तन कर सकते हैं। हम इस लड़ाई को अंतिम परिणाम तक लेकर जाएंगे। स्वराज के सपने को पूरा करने तक ये लड़ाई जाएगी।आम आदमी पार्टी ने अपना ढांचा राजधानी से गांव तक फैलाया है। दिल्ली में एक सेंट्रल कमेटी होगी जिसमें राष्ट्रीय परिषद और राष्ट्रीय कार्यकारिणी होगी। इसका एक राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर भी होगा। इसी तरह राज्यों में स्टेट कमेटी की परिषद और कार्यकारिणी होगी और उसका भी स्टेट कोऑर्डिनेटर होगा। ये ढांचा जस का तस जिले और गांव तक जाएगा। जिला परिषद का खाका हर ब्लॉक कमेटी से चुन कर आए दो-दो कोऑर्डिनेटरों से तैयार होगा। इसी तरह ब्लॉक परिषद भी ग्राम कमेटी से आए दो-दो कोऑर्डिनेटर की मदद से तैयार होगी। एक सवाल ये कि परिषद और कार्यकारिणी में क्या फर्क होगा, तो परिषद में हर आम और खास सदस्य होगा, लेकिन कार्यकारिणी में कुछ चुने हुए लोग होंगे जो अहम फैसले लेंगे। विजन डोक्युमेंट जरी किया गया जिसमे प्रेसीडेंट और जनरल सेक्रेटरी के पद से परहेज किया गया है|

केजरीवाल टीम की नई “आम आदमी पार्टी” का स्थापित पार्टियों ने मज़ाक उड़ाया

राजनीतिक पार्टियों के परिवारवाद

पर हल्ला बोलती रही टीम केजरीवाल ने खुद को परिवारवाद से पूरी तरह दूर रखने का फैसला किया है। एक परिवार-एक पदाधिकारी के फॉर्मूले पर अमल करते हुए तय किया गया है कि एक परिवार के दो सदस्य पार्टी के पदाधिकारी नहीं होंगे। एक परिवार के दो लोग अलग-अलग कमेटियों में भी नहीं हो सकते। मसलन सेंट्रल कमेटी में प्रशांत भूषण-शांति भूषण साथ नहीं होंगे। सेंट्रल कमेटी में केवल प्रशांत भूषण ही रहेंगे।जनलोकपाल की मांग से अपने आंदोलन की शुरुआत करने वाली टीम केजरीवाल की पार्टी में आंतरिक लोकपाल भी होगा। ये लोकपाल पार्टी के किसी भी सदस्य के खिलाफ शिकायत की जांच कर सकता है। इस लोकपाल से आम आदमी भी कर सकता है पार्टी के सदस्य की शिकायत। आरोप सही होने पर उस सदस्य को पार्टी से निकालने का भी अधिकार लोकपाल को होगा। 1949 में इसी दिन संविधान सभा ने भारत का संविधान स्वीकार किया था। अरविंद इस तरह से अपनी पार्टी को स्वतंत्रता आंदोलन के दौर के अधूरे संकल्पों को पूरा करने वाली पार्टी बताना चाहते हैं। ये एक बड़ा दावा है जिस पर अरविंद और उनकी पार्टी कितनी खरी उतरती है, इस पर इतिहास की भी नजर होगी।

कांग्रेस के प्रवक्ता और मंत्री मनीष तिवारी

मनीष तिवारी ने कहा है कि देश में १४५३ राजनितिक पार्टियाँ पंजीकृत है ऐसे में एक और पार्टी के आ जाने से कोई प्रभाव नहीं पडेगा हाँ[मुस्कुराते हुए] लोक तंत्र जरूर मज़बूत होगा

|जगदम्बिका पाल

ने कहा है कि आम आदमी का नारा कांग्रेस का है और उसी के आधार पर यह नई पार्टी बनाई गई है

भाजपा के बलबीर पुंज

यह नॉन इवेंट है इसका कोई प्रभाव नहीं पडेगा|

सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल का परीक्षण सफल हुआ

दुश्मन के बैलिस्टिक मिसाइल को हवा में ही ध्वस्त करने के लिए भारत ने सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल का सफल परीक्षण किया। भारत में निर्मित यह मिसाइल दुश्मन के बैलिस्टिक मिसाइल को हवा में ही ध्वस्त करने में सक्षम है। यह परीक्षण ओडिशा के तट पर किया गया।
डीआरडीओ के अनुसार यह महत्वपूर्ण परीक्षण दोपहर 12 बजकर 52 मिनट पर हुआ। इंटरसेप्टर मिसाइल ने करीब 15 किलोमीटर की उंचाई पर सफलतापूर्वक लक्षित मिसाइल को नष्ट कर दिया।चांदीपुर से करीब 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इंटरसेप्टर ने रडार से संकेत मिलते ही करीब चार मिनट के अंदर हवा में ही दागी गई मिसाइल को नष्ट कर दिया।

सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल का परीक्षण सफल हुआ


इस इंटरसेप्टर मिसाइल की लंबाई 7.5 मीटर है और यह अत्याधुनिक कम्प्यूटरों और नेविगेशन सिस्टम से लैस है। यह इस प्रणाली का दूसरा परिक्षण था और फ़रवरी में किया गया इसका पहला परिक्षण भी सफल रहा था।
इस दौरान एक इलेक्ट्रानिक लक्ष्य को प्रक्षेपित किया गया जिसे रडार द्वारा चिन्हित किया गया। इसके बाद मिसाइल को प्रक्षेपित किया गया, जिसने सफलतापूर्वक लक्ष्य को भेद दिया। अडवांस्ड एयर डिफेंस मिसाइल (एएडी) नाम की इस सुपरसोनिक मिसाइल का यह आठवां परीक्षण था। सबसे पहले इसका परीक्षण 2006 में हुआ था। इसके सभी परीक्षणों में से एक कामयाब नहीं था।
भारत के अलावा इस तरह प्रणाली अमेरिका, रूस और इस्राइल ने ही विकसित की है जब कि चीन इस तरह का विकास कार्यक्रम चला रहा है। भारत के एंटी मिसाइल विकास कार्यक्रम में इस्राइल का अहम योगदान है जिसके ग्रीनपाइन रेडार की बदौलत अडवांस्ड एयर डिफेंस (एएडी) मिसाइल प्रणाली के अब तक आठ परीक्षण किए गए हैं।
चीन और पाकिस्तान के अलावा अब आतंकवादी संगठनों से मिसाइल हमलों के खतरों को देखते हुए मिसाइल रोधी प्रणाली की जरूरत पैदा हुई है। हाल ही में हमास और इजराइल के बीच लड़ाई के दौरान इजराइल की ऐसी ही रक्षा प्रणाली ऑयरन डोम काफी कारगर साबित हुई थी। ऑयरन डोम ने गाजा पट्टी से इजराइल पर दागे गए 300 से अधिक रॉकेटों को हवा में ही नष्ट कर दिया भविष्य में यदि भारत पर इस तरह का कोई मिसाइल या रॉकेट हमला होता है तो हमारी अपनी बनाई हुई यह प्रणाली अहम साबित होगी।

मोहर्रम के जुलूस को लेकर शिया और सुन्नी में फायरिंग:अनेक घायल

मोहर्रम के दौरान ताशे बजाने को लेकर शिया और सुन्नी में कुछ विवाद हुआ दोनों और से फायरिंग हुई और पोलिस पर पथराव भी हुआ|, फिलहाल गांव में स्थिति नियंत्रण में हैऔर पुलिस फोर्स तैनात है |

Photos from archives

मेरठ के भावन पुर थानान्तर्गत अब्दुल्लापुर गांव में शुक्रवार रात ताजिये निकालने को लेकर कुछ शिया और सुन्नी मुस्लिम आपस में भिड़ गए। दोनों ओर से सैकड़ों राउंड फायरिंग और जमकर पथराव हुआ। दोनों की मस्जिदों में शरारती तत्वों द्वारा तोड़फोड़ की गई इसमें अनेक घायल हो गए।पोलिस हमेशा की तरह असहाय दिखी| एसओ भावनपुर की जीप पर पथराव हुआ तो पुलिस को उल्टे पांव भागकर जान बचानी पड़ी। एक घंटे तक थाना पुलिस भारी फोर्स का इंतजार करती रही और बवाली बवाल करते रहे। वहां पहुंची पीएसी, आरएएफ और कई थानों की पुलिस ने पथराव करने वालों को गलियों में दौड़ा दौड़ाकर पीटा और किसी तरह स्थिति संभाली। तनाव के चलते गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
गांव के बड़ा बाजार निवासी आबिद अब्बास के घर पर मोहर्रम के चलते मजलिस थी। जुलूस निकलने के बाद शिया पक्ष के कुछ लोग गलियों से ताशे और ढोल निकाल रहे थे। इसी दौरान सुन्नी पक्ष के जमालुद्दीन और इस्लामुद्दीन ने अपने घर के बाहर ताशे बंद करने को कहा। आरोप है कि कहासुनी के बाद सुन्नी पक्ष के लोगों ने शिया पक्ष के साथ मारपीट करते हुए पथराव कर दिया। जिसमें दो बच्चे घायल हो गए। खबर मिलते ही शिया पक्ष में रोष फैल गया। देखते ही देखते दोनों पक्षों के सैकड़ों लोग आमने-सामने आ गए और फायरिंग-पथराव शुरू हो गया। अतिरिक्त फोर्स के लिए कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। पुलिस के सामने ही दोनों ओर से सैकड़ों राउंड फायरिंग और पथराव होता रहा जबकि पुलिस कम फोर्स की दुहाई देती रही । लगभग एक घंटे बाद एसएसपी कई सीओ और आसपास के थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पीएसी और आरएएफ भी बुला ली गई। भारी फोर्स एकत्र होने के बाद स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस अंदर गलियों में घुसी और लाठीचार्ज कर पथराव व फायरिंग करने वालों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस दौरान कई महिलाएं भी घायल हो गई। कई लोगों को हिरासत में ले लिया गया। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए दोनों मस्जिदों और गांव में भारी फोर्स तैनात कर दिया गया है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शिया पक्ष के गंभीर रूप से घायल बिलाल को आनंद अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मुहर्रम पर देश के अनेक भागों में शिया और सुन्नी में टकराव होता आया है|इसकी रोक थाम के लिए ताजिये निकालने के समय पोलिस फ़ोर्स की तैनाती की जाती रही है लेकिन इस बार इस छेत्र में टकराव की रोक थाम के लिए किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई|पोलिस वाले अंत तक पोलिस फ़ोर्स की कमी की दुहाई देते रहे| छेत्र वासियों का मानना है कि अगर समय रहते वहां एक दो कांस्टेबिल तैनात करके मनोवैज्ञानिक दबाब बना दिया जाता तो यह टकराव आसानी से टाला जा सकता था|

सी बी आई प्रमुख की नियुक्ति पर अब बवाल

प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा ने अब नए सीबीआइ प्रमुख की नियुक्ति पर सवाल उठा दिए हैं| १९७४ बेच के बिहार केडर के आइपीएस अधिकारी रंजीत सिन्हा को नया सीबीआइ प्रमुख बनाये जाने पर भाजपा ने कडा एतराज जताया है| भाजपा का कहना है कि लोकपाल से संबंधित सेलेक्ट कमेटी ने सीबीआइ निदेशक की नियुक्ति कोलेजियम विधि से करने की सिफारिश की है।इसीलिए सी बी आई प्रमुख की नियुक्ति भी उसी प्रस्तावित कोलेजियम विधि से की जानी चाहिए|श्री सिन्हा इस समय इंडो तिब्बतन बॉर्डर फोर्स के महानिदेशक हैं।

सी बी आई प्रमुख की नियुक्ति पर अब बवाल


श्री सिन्हा ३० नवम्बर को सेवानिवृत होने जा रहे अमर प्रताप सिंह से पदभार ग्रहण करेंगे।
भाजपा नेता सुषमा स्वराज और अरुण जेटली ने इस सिलसिले में प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सिन्हा की नियुक्ति रद करने की मांग की । लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और राज्यसभा में नेता विपक्ष अरुण जेटली ने लिखा है कि सिन्हा की नियुक्ति को रोका जाए। गौरतलब है कि आज हंगामे के बीच ही सलेक्ट कमेटी की रिपोर्ट राज्य सभा में पेश की गई है|

कांग्रेस ने कैग के किले में रिटायर्ड आडिटर से सेंध लगवाई


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक भाजपाई

ओये झल्लेया ये लोक तंत्र का क्या मखौल उड़ाया जा रहा है|संसद के शीत कालीन सत्र में भाजपा पर दबाब बनाने के लिए कांग्रेस ने अपनी कैग पर ही कीचड उछालना शुरू कर दिया है| सीएजी में अंकेक्षण विभाग के पूर्व महानिदेशक आर. पी. सिंह को उनके रिटायर्मेंट के एक साल बाद सामने ला कर लोक तंत्र के इस संवैधानिक विभाग कैग को कटघरे में लाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है| ओये अब ये आर पी सिंह बिना किसी के पूछे ही बता रहे हैं कि २ जी में घाटा बड़ा चडा कर बताया गया है| ओये हसाडी पार्टी के नेता व संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी ने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) के इस पूर्व अधिकारी आर. पी. सिंह के दावे को खारिज कर दिया है और कह दिया है कि सरकार अपनी गलतियों को छिपाने के लिए सीएजी को निशाना बना रही है|.अब नीलामी में कम कीमत लगवा कर इस रिटायर्ड आडिटर को सामने ला कर सारे चौड़े हुए जा रहे हैं|यहाँ तक कि श्रीमती सोनिया गांधी भी कैग के खिलाफ बोलने लग गई है|

कांग्रेस ने कैग के किले में रिटायर्ड आडिटर से सेंध लगवाई

झल्ला .

ओ भोले सेठ जी ये नुक्सान की सारी केलकुलेशन अनुमानों पर आधारित है|चिता जल चुकी है उसकी बुझी राख में से चिंगारी तलाशी जा रही है| हमारे यहाँ एक पुरानी कहावत है कि मन विच दूने मन विच तीने मन विच ही रह गए अद्धे |अकलमंद वोही कहलाया जिसने बेच के पल्ले से बांधे और खा पी के जेल जाके डकार कड़ड़े|

संसद का दूसरा दिन भी ऍफ़ ड़ी आई की गर्मी की भेंट चड़ा

भारतीय जनता पार्टी + मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और तृणमूल कांग्रेस ने आज शुक्रवार को भी लगातार एफडीआई के मुद्दे पर लोकसभा व राज्यसभा में हंगामाकिया।सदन में शोर शराबे और नारेबाजी के कारण एक बार के स्थगन के बाद अंतत: कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है|[शनिवार और रविवार को अवकाश] आज प्रश्नकाल भी नहीं हो सका।

संसद का दूसरा दिन भी ऍफ़ ड़ी आई की गर्मी की भेंट चड़ा


अध्यक्षा मीरा कुमार ने सुबह ग्यारह बजे जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने की घोषणा की, तृणमूल कांग्रेस, मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी तथा वामपंथी दलों के सदस्यों ने एफडीआई के मुद्दे पर जबर्दस्त नारेबाजी शुरू कर दी, जिसके कारण अध्यक्षा ने सदन की कार्यवाही बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी। भाजपा नियम १८४ और राज्यसभा में नियम १६८ के अंतर्गत चर्चा करवाने के मांग करती रही जबकि सरकार नियम १९३ के अंतर्गत ही चर्चा करवाने पर अड़ी रही |नियम १९३ के अंतर्गत मतदान नहीं होता |
कार्यवाही पुनः शुरू होने पर वही नजारा दिखाई दिया जिसके कारण सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे के बीच पीठासीन अधिकारी फ्रांसिस्को सरदीन्हा ने जरूरी कागजात सदन के पटल पर रखवाए। दूसरी तरफ लोकपाल पर सेलेक्ट कमेटी की रिपोर्ट भारी हंगामे के बीच राज्यसभा में पेश कर दी गई है।